करनाल में नगला मेगा-अमृतपुर रोड पर एक युवक ने संदिग्ध हालात में पेड़ पर फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक ने पेड़ के ऊपर चढ़कर सुसाइड किया है। मृतक की पहचान 22 वर्षीय मनीष पुत्र केहर सिंह के रूप में हुई है। मृतक मोहदीनपुर गांव का रहने वाला था। सुसाइड के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। सुसाइड की सूचना के बाद मंगलौरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को पेड़ से नीचे उतारा गया और पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पेड़ के नीचे निकाले जूते पुलिस के मुताबिक आज सुबह करीब साढ़े 8 बजे युवक का शव पेड़ पर लटका होने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंचे तो युवक ने पेड़ पर चढ़कर फंदा लगाया हुआ था। युवक के जूते पेड़ के नीचे निकले हुए पाए गए है। जिस तरीके से जूते निकले हुए है, उससे यह तो स्पष्ट है कि युवक ने सुसाइड किया है और पेड़ पर चढ़ने के लिए उसने जूते नीचे निकाले और पेड़ पर चढ़ गया। जिसके बाद उसने किसी कपड़े को पेड़ की मोटी टहनी से बांधा और फंदा लगा लिया। इलाके में फैली सनसनी पेड़ पर युवक का शव मिलने से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। जिसके बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। जिसके बाद मनीष के परिजन भी मौके पर पहुंचे और उसकी शिनाख्त की। मंगलौरा चौकी प्रभारी रोहतास ने बताया कि युवक ने पेड़ पर चढ़कर सुसाइड किया है। शव के पास मृतक के जूते पेड़ के नीचे रखे मिले हैं। नहीं मिला सुसाइड नोट हालांकि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मनीष के आत्महत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। परिजनों के बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। मामले की जांच जारी है। करनाल में नगला मेगा-अमृतपुर रोड पर एक युवक ने संदिग्ध हालात में पेड़ पर फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक ने पेड़ के ऊपर चढ़कर सुसाइड किया है। मृतक की पहचान 22 वर्षीय मनीष पुत्र केहर सिंह के रूप में हुई है। मृतक मोहदीनपुर गांव का रहने वाला था। सुसाइड के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। सुसाइड की सूचना के बाद मंगलौरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को पेड़ से नीचे उतारा गया और पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पेड़ के नीचे निकाले जूते पुलिस के मुताबिक आज सुबह करीब साढ़े 8 बजे युवक का शव पेड़ पर लटका होने की जानकारी मिली। मौके पर पहुंचे तो युवक ने पेड़ पर चढ़कर फंदा लगाया हुआ था। युवक के जूते पेड़ के नीचे निकले हुए पाए गए है। जिस तरीके से जूते निकले हुए है, उससे यह तो स्पष्ट है कि युवक ने सुसाइड किया है और पेड़ पर चढ़ने के लिए उसने जूते नीचे निकाले और पेड़ पर चढ़ गया। जिसके बाद उसने किसी कपड़े को पेड़ की मोटी टहनी से बांधा और फंदा लगा लिया। इलाके में फैली सनसनी पेड़ पर युवक का शव मिलने से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। जिसके बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए। जिसके बाद मनीष के परिजन भी मौके पर पहुंचे और उसकी शिनाख्त की। मंगलौरा चौकी प्रभारी रोहतास ने बताया कि युवक ने पेड़ पर चढ़कर सुसाइड किया है। शव के पास मृतक के जूते पेड़ के नीचे रखे मिले हैं। नहीं मिला सुसाइड नोट हालांकि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मनीष के आत्महत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। परिजनों के बयानों के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। मामले की जांच जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में HCS अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप:पीड़ित बोला- SDM ने गनपॉइंट पर प्राइवेट पार्ट की मसाज कराई; VIDEO शेयर किया
हरियाणा में HCS अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप:पीड़ित बोला- SDM ने गनपॉइंट पर प्राइवेट पार्ट की मसाज कराई; VIDEO शेयर किया हरियाणा में SDM के पद पर तैनात HCS अधिकारी पर दलित समाज के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। पीड़ित ने SC आयोग, CM विंडो, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश को लिखित शिकायत भेजकर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है। दैनिक भास्कर से बातचीत में पीड़ित ने बताया है कि वह मसाज करने का काम करता है। आरोपी अधिकारी ने मसाज करवाने के बहाने प्राइवेट पार्ट में मसाज करवाई और विरोध करने पर पिस्तौल से डराया। लेटर के साथ पीड़ित ने एक वीडियो भी उच्च अधिकारियों को भेजा है, जिसमें अधिकारी उसके साथ गलत काम करता हुआ दिख रहा है। पीड़ित ने शिकायत में कहा कि विरोध करने पर अधिकारी उसे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी भी देता है। इस कारण वह काफी परेशान हो चुका है। वहीं, हरियाणा सरकार इस मामले में एक्टिव हो गई है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट गुप्तचर विभाग के माध्यम से मंगवाई गई है। सरकार जल्द ही इस मामले में HCS अधिकारी पर कार्रवाई भी कर सकती है। पीड़ित द्वारा भेजा गया शिकायती पत्र… शिकायती लेटर की 3 बड़ी बातें 1- 200 रुपए में करवाता था मसाज
शिकायत में फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय के व्यक्ति ने कहा- 2020 से मसाज का काम कर रहा हूं। अधिकारी मुझे 200 के हिसाब से मसाज के लिए बुलाता था। 2- विरोध करने पर दिखाई पिस्तौल
करीब 6 महीने पहले अधिकारी ने मुझे मसाज के लिए बुलाया। पहले उसने मसाज करवाई। इसके बाद उसने कहा कि मेरे प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है। उसने मुझे खुजली करने को भी कहा। जब मैंने मना किया तो उसने पिस्तौल निकालकर मुझे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी। 3- आत्महत्या की नौबत आ चुकी
अधिकारी की इन हरकतों से मैं काफी परेशान हो चुका हूं। इज्जत बचाने के लिए मेरे सामने आत्महत्या की नौबत आ चुकी है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित बोला प्राइवेट पार्ट में करवाई मसाज
पीड़ित ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा- SDM ने मुझसे प्राइवेट पार्ट पर मसाज करवाई। उसके बाद मेरा शोषण शुरू कर दिया। मैं कानून से मांग करता हूं कि इसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इतने बड़े पद पर होते हुए इसने ऐसा गंदा काम किया है। इसे शर्म आनी चाहिए। मैं पब्लिक हेल्थ में स्वीपर के तौर पर काम करता हूं। चूंकि इसी ने मुझे नौकरी पर लगाया था, इसलिए वह पिस्तौल दिखाकर मुझे नौकरी से हटवाने की धमकी देता था। अधिकारी मुझ पर बना रहे दबाव- पीड़ित
पीड़ित ने बताया कि जो वीडियो है वह करीब डेढ़ महीने पहले का है। उसके बाद मैं एक बार और गया था। उसके बाद मैंने जाना बंद कर दिया। मैंने समाज के लोगों को वीडियो दिखाई। अब कानूनी कार्रवाई चाहता हूं। मैंने कई अधिकारियों से शिकायत की है। मैं मुख्यमंत्री के पास भी जाऊंगा, अनिल विज के पास भी जाऊंगा। अब कई अधिकारी मुझ पर दबाव भी बना रहे हैं। अधिकारी कह रह हैं कि इस मामले से विभाग की बेइज्जती हो रही है। मेरी जान पर भी खतरा बना हुआ है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूं और कहां जाऊं। IPS अधिकारी पर लग चुके हैं आरोप
बता दें कि 26 अक्टूबर को हरियाणा के IPS अधिकारी पर महिला पुलिस कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। महिला पुलिसकर्मियों ने इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी थी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस पर 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन भी थे। चिट्ठी में आरोप लगाया गया था कि IPS ऑफिसर ने एक महिला पुलिस अधिकारी से मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया और ऐसा नहीं करने पर वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) खराब करने की धमकी तक दी। महिला पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में महिला DSP को भी बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो यह सब करना पड़ेगा। CM को लिखे पत्र में महिला पुलिसकर्मियों ने कहा था कि अगर उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगी। ये खबर भी पढ़ें… 7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी, हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया हरियाणा में महिला पुलिस यौन शोषण मामले में आज महिला आयोग दूसरी बार सुनवाई करेगा। इससे पहले आयोग ने 30 अक्टूबर को इस केस की जांच अधिकारी SP आस्था मोदी को बुलाया था। आस्था मोदी ने अपने स्थान पर DSP को भेजा और जांच रिपोर्ट आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया के सामने पेश की थी। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा में 13 साल की दिव्यांग लड़की से रेप:63 साल का आरोपी; ग्रामीण ने पीछा कर पकड़ा, वीडियो बनाकर लड़की को छुड़ाया
हरियाणा में 13 साल की दिव्यांग लड़की से रेप:63 साल का आरोपी; ग्रामीण ने पीछा कर पकड़ा, वीडियो बनाकर लड़की को छुड़ाया हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 63 वर्षीय एक व्यक्ति ने 13 वर्षीय दिव्यांग लड़की के साथ रेप किया। आरोपी स्कूल से लौट रही बच्ची को बहला-फुसलाकर नहर किनारे ले गया। जब वह लड़की के साथ गलत काम करने लगा तो गांव के ही एक ग्रामीण ने उसे पकड़ लिया और आरोपी का वीडियो बना लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला पढ़ें.. स्कूल से लौटते वक्त बहलाकर ले गया आरोपी
इस्माईलाबाद खंड के एक गांव की महिला ने झांसा थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि उसकी 13 वर्षीय नाबालिग बेटी दिव्यांग है। वह नौंवी क्लास में पढ़ती है। वह ठीक से बोल नहीं पाती। आरोपी को इसके बारे पता था कि उसके साथ कुछ गलत हुआ तो भी वह परिवार को बता नहीं पाएगी। 16 दिसंबर को जब वह स्कूल से लौट रही थी तो गांव का ही एक व्यक्ति मोहनलाल उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर नहर किनारे झाड़ियों में ले गया। जहां वह उसके साथ रेप करने लगा। एक व्यक्ति ने पीछे जाकर वीडियो बनाया लड़की को छुड़ाया
पुलिस के मुताबिक जिस वक्त आरोपी बच्ची को ले जा रहा था तो गांव के ही एक व्यक्ति को शक हो गया। उसने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। जब वह झाड़ियों के पास पहुंचा तो आरोपी लड़की से रेप कर रहा था। उसने पहले उसकी वीडियो बनाई और फिर लड़की को उसके चंगुल से छुड़ाया। कोर्ट में पेश कर आरोपी को जेल भेजा
लड़की की मां ने बताया कि बेटी को छुड़ाने वाले व्यक्ति ने उसके देवर को घटना के बारे में बताया। इसके बाद देवर ने मुझे फोन कर सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने लड़की की मेडिकल जांच कराई। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर आरोपी को पकड़ लिया।
मंत्री की मीटिंग से पहले पूर्व लिपिक पर FIR:फतेहाबाद SDM का SP को पत्र; 2019 में बनाई थी स्कॉर्पियो की फर्जी एनओसी
मंत्री की मीटिंग से पहले पूर्व लिपिक पर FIR:फतेहाबाद SDM का SP को पत्र; 2019 में बनाई थी स्कॉर्पियो की फर्जी एनओसी फतेहाबाद में आज मंत्री श्रुति चौधरी की जनपरिवाद समिति की मीटिंग है। इससे पहले ही स्कॉर्पियो की फर्जी एनओसी मामले में पुलिस ने 5 साल बाद मोटर वाहन पंजीकरण प्राधिकारी कार्यालय के पूर्व लिपिक FIR दर्ज कर ली है। इस सबंध में SDM जयवीर यादव ने SP को पत्र भेजा है। शिकायतकर्ता ने 2019 में इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया कि उसकी स्कॉर्पियो गाड़ी की एनओसी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर्मचारियों द्वारा बहादुरगढ़ के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी। 5 साल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज जब यह मामला मीटिंग में मंत्री श्रुति चौधरी के समक्ष रखा जाना था, तो उससे पहले ही प्रशासन हरकत में आया और एफआईआर के निर्देश दिए। एसपी को भेजे पत्र में एसडीएम जयवीर यादव ने बताया कि किरढान निवासी देवेंद्र ने 26 अगस्त 2019 को शिकायत देकर बताया था कि उसकी स्कार्पियो गाड़ी नंबर एचआर 22 एल-2078 की एनओसी कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा मिलीभगत करके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बहादुरगढ़ के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी है। समाधान शिविर में दी थी शिकायत 5 वर्षों तक मामले में कार्रवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने 27 नवंबर 2024 को हुए जिला स्तरीय समाधान शिविर में उपायुक्त के सामने फिर यह मामला उठाया। जिस पर उपायुक्त ने इस मामले में जांच पड़ताल के आदेश दिए। आज यह मामला जिला लोकसंपर्क एवं जनपरिवाद समिति की मासिक मीटिंग में मंत्री श्रुति चौधरी के समक्ष भी रखा जाना था। 2019 की जारी की थी फर्जी एनओसी एसडीएम जयवीर यादव ने पत्र में बताया कि मोटर वाहन पंजीकरण शाखा के रिकॉर्ड का अवलोकन करने पर पता चला कि वाहन संख्या एचआर 22 एल-2078 की एनआअेसी 12 मार्च 2019 को बहादुरगढ़ के अर्जुन चौधरी के नाम जारी की गई है। यह एनओसी उस समय कार्यालय में कार्यरत रहे पंजीकरण लिपिक ओमप्रकाश सिहाग द्वारा अपने स्तर पर नियमों के विरुद्ध फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी की गई। शहर थाना पुलिस ने अब तत्कालीन लिपिक के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।