हरियाणा के फरीदाबाद के नेशनल हाईवे नंबर 19 स्थित सोहना फ्लाई ओवर के पास एक ऑटो में गौ मांस होने की सूचना पर हंगामा हो गया। लोगों ने ऑटो ड्राइवर और उसके साथ बैठे सहयोगी को पकड़ लिया और इसके बाद ड्राइवर की जमकर पिटाई कर दी। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ऑटो, ड्राइवर व मांस को साथ ले गई। कहा जा रहा कि वे मांस की सप्लाई लेकर एक होटल जा रहे थे। पुलिस छानबीन कर रही है। मांस को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। बजरंग दल के सदस्य अनुज ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि एक ऑटो में दो युवक गौ मांस ले जा रहे हैं। लोगों ने उनको सोहना फ्लाई ओवर के पास पकड़ लिया है । जब वे मौके पर पहुंचे तो पब्लिक उन दोनों की पिटाई कर रही थी। उन दोनों युवकों को लोगों से छुड़वाया। मामले की सूचना स्थानीय बस अड्डा पुलिस चौकी को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों युवकों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह इस मांस को गांव फतेहपुर तगा से लेकर आए थे और बिस्मिल्लाह होटल पर उन्हें इसकी सप्लाई करनी थी। फिलहाल ऑटो में मिले मांस को भी पुलिस ने ऑटो सहित कब्जे में ले लिया है। वहीं इस मामले में बस अड्डा चौकी इंचार्ज चमन ने जानकारी दी कि पुलिस का ऑपरेशन आक्रमण अभियान चल रहा था। चौकी मे तैनात इंस्पेक्टर शीशराम गश्त पर थे। उनको जानकारी मिली कि सोहना फ्लाई ओवर के पास एक ऑटो को पकड़ा हुआ है। इसमें गौ मांस भरा हुआ है। शीश राम मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को पब्लिक से छुड़वा कर चौकी में लेकर आए। फिलहाल इसकी जानकारी सीनियर अधिकारियों को दे दी गई है। वेटरनरी की टीम के डॉक्टर ही जांच के बाद यह स्पष्ट कर पाएंगे कि क्या यह गौ मांस है या अन्य किसी पशु का। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा के फरीदाबाद के नेशनल हाईवे नंबर 19 स्थित सोहना फ्लाई ओवर के पास एक ऑटो में गौ मांस होने की सूचना पर हंगामा हो गया। लोगों ने ऑटो ड्राइवर और उसके साथ बैठे सहयोगी को पकड़ लिया और इसके बाद ड्राइवर की जमकर पिटाई कर दी। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ऑटो, ड्राइवर व मांस को साथ ले गई। कहा जा रहा कि वे मांस की सप्लाई लेकर एक होटल जा रहे थे। पुलिस छानबीन कर रही है। मांस को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। बजरंग दल के सदस्य अनुज ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि एक ऑटो में दो युवक गौ मांस ले जा रहे हैं। लोगों ने उनको सोहना फ्लाई ओवर के पास पकड़ लिया है । जब वे मौके पर पहुंचे तो पब्लिक उन दोनों की पिटाई कर रही थी। उन दोनों युवकों को लोगों से छुड़वाया। मामले की सूचना स्थानीय बस अड्डा पुलिस चौकी को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों युवकों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह इस मांस को गांव फतेहपुर तगा से लेकर आए थे और बिस्मिल्लाह होटल पर उन्हें इसकी सप्लाई करनी थी। फिलहाल ऑटो में मिले मांस को भी पुलिस ने ऑटो सहित कब्जे में ले लिया है। वहीं इस मामले में बस अड्डा चौकी इंचार्ज चमन ने जानकारी दी कि पुलिस का ऑपरेशन आक्रमण अभियान चल रहा था। चौकी मे तैनात इंस्पेक्टर शीशराम गश्त पर थे। उनको जानकारी मिली कि सोहना फ्लाई ओवर के पास एक ऑटो को पकड़ा हुआ है। इसमें गौ मांस भरा हुआ है। शीश राम मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को पब्लिक से छुड़वा कर चौकी में लेकर आए। फिलहाल इसकी जानकारी सीनियर अधिकारियों को दे दी गई है। वेटरनरी की टीम के डॉक्टर ही जांच के बाद यह स्पष्ट कर पाएंगे कि क्या यह गौ मांस है या अन्य किसी पशु का। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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राज्यपाल से मिले पंजाब के वित्तमंत्री:बोले-चंडीगढ़ पंजाब का है, एक इंच भी नहीं देंगे, राज्यपाल ने विश्वास दिलाया, कहा-सारी चीजों पर करेंगे विचार
राज्यपाल से मिले पंजाब के वित्तमंत्री:बोले-चंडीगढ़ पंजाब का है, एक इंच भी नहीं देंगे, राज्यपाल ने विश्वास दिलाया, कहा-सारी चीजों पर करेंगे विचार चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा को जगह देने का मामला गर्माया हुआ है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह की अगुआई में एक दल ने पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की है। चीमा ने मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि, हमने चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर गवर्नर से मुलाकात की है। चंडीगढ़ पंजाब का है। चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है। ऐसे में हरियाणा को न तो चंडीगढ़ में विधानसभा बनाने का हक है और नहीं अन्य इमारत का। जिस तरह इको सेंसटिव जोन काे हटा दिया गया है, वह उचित नहीं है। हरियाणा सरकार ने गवर्नर साहब के पास प्रपोजल भेजी है कि आप हमें 10 एकड़ जगह दो, हम आपको 12 एकड़ पंचकूला में देंगे। उन्होंने प्रपोजल में मकसद नहीं लिखा है। हालांकि उसका मकसद यही है कि यहां पर हरियाणा की विधानसभा बनाई जाए। हमने इस चीज के खिलाफ अपना प्रोटेस्ट दर्ज करवाया है। चंडीगढ़ पंजाब का है। हम एक भी इंच जमीन हरियाणा को देने को तैयार नहीं है। समझौते में साफ है कि चंडीगढ़ पंजाब का है वित्त मंत्री ने कहा कि हम अपना एक मेमोरेंड राज्यपाल को देकर आए हैं। उन्होंने उस एक्ट का भी हवाला दिया है, जब पंजाब और हरियाणा अलग हुए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ जो संत लोंगेवाला का समझौता हुआ था, उसमें भी साफ कहा गया था कि चंडीगढ़ पंजाब का है और पंजाब को ही मिलेगा। जबकि पंजाब में पहले चाहे वह कांग्रेस हो या अकाली दल और बीजेपी की सरकार रही हो। यह दल लोगों के बीच तो चंडीगढ़ के बारे में बोलते रहते हैं। लेकिन इस मामले को कभी केंद्र के समक्ष नहीं उठाया। इस मामले में पर राजनीति की जाती रही है। उन्होंने कहा राज्यपाल ने विश्वास दिलाया है कि कोई भी फैसला लेने से पहले सारी चीजों पर विचार करूंगा। हमने कई डॉक्यूमेंट उन्हें सौंपे हैं। पंचकूला में हरियाणा बनाए विधानसभा हरपाल सिंह चीमा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पंजाब भाईचारे के लिए जाना जाता है। पंजाब गुरुओं पीरों की धरती है। देश के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानियां पंजाब ने दी हैं। देश को बचाने के लिए हम एक दीवार की तरह खड़े हैं। जब हम हरियाणा से अलग हुए थे। तो तय हुआ था कि हरियाणा अपनी विधानसभा बनाएगा। 60 साल बाद के पंजाब की राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा जो जमीन देने की बात कर रहा हैं। पंचकूला में उसी जमीन पर उसे अपनी विधानसभा बनानी चाहिए। पंजाब के तीन करोड़ लोग चंडीगढ़ में हरियाणा को जमीन देने का विरोध करते हैं। विरोधी झूठ बोल रहे हैं, हमने मुद्दा उठाया नॉर्थ जोन मीटिंग में इस चीज का विरोध न करने के आरोप में वित्त मंत्री ने कहा कि विरोधी दल झूठे आरोप लगा रहे हैं। हम अपना पक्ष रखकर आए थे। फेल तो शिरोमणि अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस रही हैं। फेल तो वह भी हुए हैं। चंडीगढ़ पंजाब का है। जो भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी वह हम लड़ेंगे। साथ ही कोर्ट जाना पड़ा तो भी पीछे नहीं हटेंगे। पंजाब के हक का हनन नहीं होने दिया जाएगा। बाजवा ने कहा कि पीएम इस मुद्दे पर आगे आएं चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चंडीगढ़ पर पंजाब के उचित दावे को स्वीकार करने और राज्य से किए गए लंबे समय से चले आ रहे वादों को पूरा करने का आह्वान किया है। बाजवा ने चिंता व्यक्त की है, कि इस तरह हरियाणा को जगह देने जैसा प्रत्येक कदम पंजाब से किए गए वादों की पवित्रता को खत्म कर रहा है और आपसी सम्मान की संघीय भावना को कमजोर कर रहा है। बाजवा ने लिखा है कि चंडीगढ़ को पंजाब की विशेष राजधानी के रूप में बहाल करना न केवल सद्भावना का संकेत होगा, बल्कि सम्मानित वादों और आपसी सम्मान के बंधन में विश्वास को भी नवीनीकृत करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर आगे आएंगे और चंडीगढ़ पर पंजाब के विशेष अधिकारों को बहाल करके पंजाब की विरासत का सम्मान करेंगे। चंडीगढ़ से जुड़ी है पंजाब की गहरी भावनाएं भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब की राजधानी के रूप में चंडीगढ़ न केवल एक भूमि क्षेत्र है, बल्कि इसके साथ पंजाब के लोगों की गहरी भावनाएं जुड़ी हुई हैं। पंजाब को अतीत में मिले घावों पर मरहम लगाने की कोशिश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाबियों के सामाजिक और धार्मिक उत्थान के लिए जो कदम उठाए हैं। उनके इन्हीं प्रयासों के तहत हरियाणा को चंडीगढ़ में अलग विधानसभा भवन के लिए 10 एकड़ जमीन दी गई है। पंजाब की आत्मीयता को ठेस पहुंचेगी। मेरा मानना है कि पंजाब और केंद्र के बीच मजबूत संबंध बनाए रखने के इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब औ हरियाणा आमने सामने इस मुद्दे पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज बोले- ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान साहब कहते हैं कि चंडीगढ़ हमारा है, लेकिन चंडीगढ़ तुम्हारा तब है, जब तुम हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित कर दोगे, जब हमें सतलुज यमुना लिंक (SYL) का पानी दे दोगे, जब तक ये नहीं देते हो तब तक इसके ऊपर हमारा अधिकार है। हम चंडीगढ़ में तभी तक बैठे हुए हैं। क्योंकि जो दोनों राज्यों के बीच समझौता हुआ है, पंजाब उसे लागू ही नहीं कर रहा है, तो चंडीगढ़ किस प्रकार से तुम्हारा हुआ’। जबकि किरण चौधरी ने कहा- चंडीगढ़ यूनियन टेरिटरी है। यहां शुरू से हमारा 60:40 का रेश्यो था। हमें तो वह भी नहीं मिला। हमने चंडीगढ़ को 12 एकड़ जमीन दी है और उसकी एवज में 10 एकड़ में हमारी विधानसभा बन रही है। इसमें पंजाब और हरियाणा, दोनों की सीटें बढ़ेंगी। इस बिल्डिंग के अंदर काम नहीं हो सकता। उसके लिए फ्यूचर प्लानिंग की जा रही है। सुनील जाखड़ के बयान पर उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक मजबूरी होगी। उन्हें पंजाब की बात करनी पड़ेगी। यह है सारा प्रस्ताव जुलाई 2022 में जयपुर में एनजेडसी की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा विधानसभा की नई बिल्डिंग के लिए चंडीगढ़ में जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। नई विधानसभा के लिए चंडीगढ़ की ओर से रेलवे स्टेशन से IT पार्क को जाने वाली सड़क के पास 10 एकड़ जमीन दी जा रही है। बदले में हरियाणा से 12 एकड़ जमीन ली जाएगी। मनसा देवी कॉम्प्लेक्स के पास जो 12 एकड़ जमीन है, वह ईको सेंसिटिव जोन में आती है। इस पर केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर बदलाव कर दिए हैं।
हरियाणा में रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर की हत्या:जमीन का कब्जा लेने गए थे, भीड़ ने लाठी-ईंटों से पीट-पीटकर मार डाला; गाड़ियां तोड़ी, फायरिंग भी की
हरियाणा में रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर की हत्या:जमीन का कब्जा लेने गए थे, भीड़ ने लाठी-ईंटों से पीट-पीटकर मार डाला; गाड़ियां तोड़ी, फायरिंग भी की हरियाणा के फतेहाबाद में आज जमीनी विवाद के चलते सिरसा निवासी एक रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है उस पर लाठियों और ईंटों से हमला किया गया, जिससे वह मर गया। हमले में दर्जन भर लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें टोहाना के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक की पहचान रिटायर्ड पुलिस सब इंस्पेक्टर ओम प्रकाश के रूप में हुई है। बताया जा रहा है विवाद के बीच फायरिंग भी हुई। उसके बाद वहां खड़ी 3 गाड़ियों को तोड़ कर पलट दिया गया। सूचना मिलने के बाद टोहाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मारपीट के बाद अस्पताल में भर्ती लोगों के PHOTOS… ताऊ के परिवार के साथ चल रहा जमीनी विवाद
पुलिस के अनुसार सिरसा निवासी रोशनी देवी और उनकी बहन कलावती का पिरथला में अपने दिवंगत भाई और ताऊ के परिवार के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसे लेकर बीते दिनों रोशनी देवी ने फतेहाबाद SP को लिखित में शिकायत भी दी थी। शिकायत में रोशनी देवी पत्नी रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर ओम प्रकाश ने बताया था कि उनके पिता मनफूल की 20 साल पहले मृत्यु हो गई। उनके दोनों भाई भी 7 साल पहले चल बसे थे। उनके पिता मनफूल, ताऊ पतराम और मलू राम की साझे में जमीन थी। तीनों की मौत के बाद 137 कनाल 4 मरले जमीन पर तीनों के वारिस काबिज हो गए। अपनी जमीन से फसल काटने से रोकते थे
अपने पिता के हिस्से की जमीन पर वह, उनकी बहन राजस्थान के झांसल निवासी कलावती और उनके भाइयों की पत्नियां, बेटियां व बेटे आदि काबिज थे। इस पर 2020 में उन्होंने तकसीम करवाने के लिए तहसील कार्यालय टोहाना में प्रार्थना पत्र दिया तो उस पर उनके भाइयों के वारिस कोर्ट में नहीं आए। इस पर उनके प्रार्थना पत्र के अनुसार तकसीम कर दी गई। शिकायतकर्ता के अनुसार अब 34 कनाल 11 मरले जमीन उनकी और उनकी बहन कलावती के हिस्से में आती है। उन्होंने बताया कि अब उसके दिवंगत भाई नरसी की पत्नी और पुत्र उनके ताऊ के वारिसों के साथ मिलकर उनकी जमीन से फसल काटने पर रोकते हैं। गाड़ियां भरकर गांव पहुंचे तो हुआ झगड़ा
आरोप है कि उन्हें कहा जाता है कि यह जमीन उनकी है और रोकने पर उन्हें मारने को उतारू रहते हैं। गांव पिरथला वासियों के अनुसार, आज रोशनी, अपने पति के साथ जमीन का कब्जा लेने के लिए आधा दर्जन गाड़ियों में करीब 50 लोगों के साथ गांव में पहुंची। एक गाड़ी में वे अपने साथ सीमेंट के खंभे भी लाए, ताकि जमीन पर तारबंदी की जा सके। बताया जा रहा है कि लोगों के हाथों में लाठियां थीं। आते ही वे जमीन पर कब्जा रखने वाले रिश्तेदार राजेंद्र की ढाणी में चले गए। वहां दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ और इसी दौरान फायरिंग की गई। सूचना पाकर गांव के काफी लोग मौके पर पहुंच गए। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद एक बड़े झगड़े में तब्दील हो गया। गाड़ियां तोड़कर पलट दीं, पुलिस मौके पर
वहां मौजूद लोगों ने खड़ी गाड़ियों को पलटना और तोड़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान चली लाठी-डंडों में रोशनी देवी और ओमप्रकाश सहित करीब 8-9 लोग घायल हो गए। उन्हें टोहाना नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां ओमप्रकाश को मृत घोषित कर दिया गया। उधर, गाड़ियों में आए बाकी लोग मौके से फरार हो गए। टोहाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
फरीदाबाद में युवक से 2.79 लाख की धोखाधड़ी:ठगों ने खुद को बताया कंपनी का कर्मचारी, ऑनलाइन नौकरी लगवाने का दिया झांसा
फरीदाबाद में युवक से 2.79 लाख की धोखाधड़ी:ठगों ने खुद को बताया कंपनी का कर्मचारी, ऑनलाइन नौकरी लगवाने का दिया झांसा फरीदाबाद में साइबर ठगों ने युवक से 2 लाख 79 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर ली। आरोपियों ने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया और उसे ऑनलाइन नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में डबुआ कॉलोनी निवासी मनोज कुमार ने बताया कि घटना 31 दिसंबर की है, जब ठगों ने वॉट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए मनोज से संपर्क किया। आरोपियों ने खुद को ‘देवयानी इंडिया लिमिटेड’ कंपनी का प्रतिनिधि बताया और ऑनलाइन जॉब का प्रस्ताव दिया। पहले उन्होंने मनोज से 10 हजार रुपए का निवेश करवाया और विश्वास जीतने के लिए 15 हजार रुपए वापस कर दिए। इसके बाद ठगों ने चार बार में 50-50 हजार रुपए जमा करवाए। जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो ठगों ने 4.92 लाख रुपए और जमा करने की मांग कर दी। उन्होंने रकम को दोगुना करने का लालच दिया। धोखाधड़ी का एहसास होने पर मनोज ने केस दर्ज कराया।