हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के आदर्श नगर हरी विहार 10 नंबर गली में भैंस बांधने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। गुरुवार की रात की इस घ्हांटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें दो पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले और दोनों ही तरफ से जमकर पत्थरबाजी भी हुई। इस लड़ाई में एक पक्ष के दो लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। फरीदाबाद में झगड़े की वायरल हो रही वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है किस कदर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे दिखाई रहे हैं। दरअसल मामला सरकारी रास्ते में भैंस को बांधने को लेकर शुरू हुआ। पप्पू सिंह और घायल राज के मुताबिक उनको पानी के लिए कनेक्शन लेना था। लेकिन दूसरे पक्ष जितेंद्र ने भैंस हटाने से मना कर दिया और उनके ऊपर हमला बोल दिया। इसमें उनके पक्ष के 2 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस उनका साथ न देकर दूसरे पक्ष के दबाव में उल्टा उनको ही दोषी बता रही है। थानाध्यक्ष अमित कुमार से बात की तो उन्होंने बताया की जिस पक्ष को चोट लगी है, उनकी शिकायत और मेडिकल के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ़्तारी कर ली गई है, आगामी कार्रवाई जारी है। हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के आदर्श नगर हरी विहार 10 नंबर गली में भैंस बांधने को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया। गुरुवार की रात की इस घ्हांटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें दो पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले और दोनों ही तरफ से जमकर पत्थरबाजी भी हुई। इस लड़ाई में एक पक्ष के दो लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। फरीदाबाद में झगड़े की वायरल हो रही वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है किस कदर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे दिखाई रहे हैं। दरअसल मामला सरकारी रास्ते में भैंस को बांधने को लेकर शुरू हुआ। पप्पू सिंह और घायल राज के मुताबिक उनको पानी के लिए कनेक्शन लेना था। लेकिन दूसरे पक्ष जितेंद्र ने भैंस हटाने से मना कर दिया और उनके ऊपर हमला बोल दिया। इसमें उनके पक्ष के 2 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस उनका साथ न देकर दूसरे पक्ष के दबाव में उल्टा उनको ही दोषी बता रही है। थानाध्यक्ष अमित कुमार से बात की तो उन्होंने बताया की जिस पक्ष को चोट लगी है, उनकी शिकायत और मेडिकल के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ़्तारी कर ली गई है, आगामी कार्रवाई जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था पेरिस ओलिंपिक में केवल 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालिफाई की गईं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ट्रायल के समय वेट कैटेगरी में क्लैरिटी न होने के चलते 50 किलोग्राम कैटेगरी में लड़ी थीं। उन्होंने ट्रायल तो 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भी दिया था, लेकिन वहां उन्हें सफलता नहीं मिली। जबकि 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उन्हें जीत मिली थी। इसलिए उन्होंने इसी कैटेगरी में ओलिंपिक जाने का फैसला किया। इससे पहले भी विनेश फोगाट अपने करियर में कई नेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ चुकी हैं। जब वह पेरिस ओलिंपिक में वूमेन रेसलिंग की 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में पहुंची तो देश में दीवाली जैसा माहौल बन गया था। गोल्ड नहीं तो सिल्वर पक्का था। हालांकि, कुछ ही समय में यह खुशी उदासी में बदल गई, क्योंकि विनेश फोगाट अपनी कैटेगरी में तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाई गईं। इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन के नियम बेहद सख्त हैं। एक ग्राम वजन भी अधिक होता है तो रेसलर को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसकी जानकारी विनेश को भी थी। जब उन्हें रात में ही पता चला कि उनका वजन बढ़ा है तो उन्होंने रात में ही वजन कम करने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। नियम के मुताबिक, महिलाओं की फ्रीस्टाइल रेसलिंग में 50, 53, 57, 62, 68 और 76 किलोग्राम की कैटेगरी होती हैं। मुकाबले से पहले सुबह रेसलर का वजन मापा जाता है। टूर्नामेंट के दोनों दिन रेसलर को अपने वजन के भीतर रहना होता है। यदि रेसलर फाइनल में पहुंचती है तो उसे सुबह अपना वजन कराना होता है। विनेश फोगाट मंगलवार को मुकाबले के लिए जब गईं तो उनका वजन तय मानक से अधिक था। लगातार तीसरा ओलिंपिक, तीनों अलग-अलग भार वर्ग में
विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक था। रियो ओलिंपिक 2016 में उन्होंने 48 किलोग्राम कैटेगरी में भाग लिया था। टोक्यो ओलिंपिक 2020 में वह 53 किलोग्राम कैटेगरी में खेलीं, लेकिन पेरिस ओलिंपिक में आकर उन्होंने 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलना तय किया। यह सही है कि 53 किलोग्राम की कैटेगरी में खेलना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि दुनिया के बेस्ट रेसलर 53 किलोग्राम की कैटेगरी में आते हैं। पटियाला कैंप में ट्रायल के दौरान हुआ था हंगामा
पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान के हॉल में 12 मार्च 2024 को हंगामा हुआ था। पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम और 53 किलोग्राम दोनों कैटेगरी में हिस्सा लेने का विकल्प चुना। इसके बाद वह 50 किलोग्राम का ट्रायल जीतीं, जबकि 53 किलोग्राम के ट्रायल में टॉप 4 में रहीं। नियमों की क्लैरिटी न होने के कारण विनेश फोगाट को यह नहीं पता था कि वह किस कैटेगरी का हिस्सा होंगी। इसलिए उन्होंने दो कैटेगरी में हिस्सा लिया। महज 5 महीने बाद विनेश फोगाट के इस फैसले ने उन्हें 2024 पेरिस ओलिंपिक में रजत या स्वर्ण पदक दिलाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
वहीं इस बीच अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इससे भारत को 53 किलोग्राम वर्ग में पेरिस ओलिंपिक का कोटा मिला। भारतीय कुश्ती महासंघ के नियमों के अनुसार, कोटा विजेता को ओलिंपिक के लिए हरी झंडी मिल गई थी। अब विनेश फोगाट असमंजस में थीं। उस समय भारत में कुश्ती का संचालन एडहॉक कमेटी कर रही थी। उन्होंने उनसे वादा किया था कि 53 किलोग्राम वर्ग के लिए ट्रायल होगा, लेकिन ऐसा शायद ही हो पाता। क्योंकि रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव हो गया था। संजय सिंह नए अध्यक्ष चुन लिए गए थे। 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प
12 मार्च आ गया। फोगाट का मानना था कि WFI की वापसी से उन्हें 53 किलोग्राम वर्ग में ओलिंपिक में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिलेगा। उनके पास 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प था। उन्होंने 50 किलोग्राम चुना। इस वर्ग में उन्होंने आखिरी बार 2018 में हिस्सा लिया था। इसे लेकर विनेश ने कहा था, “मुझे 53 किग्रा कोटा के लिए ट्रायल को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। आमतौर पर कोटा देश को मिलता है, लेकिन उन्होंने पहले ट्रायल नहीं किए थे। उन्होंने (एडहॉक कमेटी) कहा था कि इस बार ऐसा नहीं होगा। मेरे पास ऐसा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। क्योंकि मुझे ओलिंपिक में हिस्सा लेना था।” इस दौरान विनेश फोगाट ने ये भी कहा था कि उन्होंने वजन में ये बदलाव इसलिए किया क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था। मैं खुश हूं कि ओलिंपिक खेलने का मौका मिल रहा है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल
विनेश फोगाट का वजन आमतौर पर 55-56 किलोग्राम के आसपास होता है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल है। इसीलिए, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविक ने कहा कि यह एक किलो का मामला नहीं था बल्कि 100 ग्राम के आंकड़े तक पहुंचने के लिए उन्हें पहले ही बहुत अधिक वजन कम करना पड़ा। जिसकी वजह से समस्या हुई। ये खबर भी पढ़ें… विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल की उम्मीद जगी:CAS में अब सुनवाई कल दोपहर डेढ़ बजे; ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई होने पर संन्यास ले चुकीं पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट के चलते अयोग्य करार दी गईं रेसलर विनेश फोगाट की अपनी डिसक्वालीफिकेशन के खिलाफ दायर अपील पर अब 9 अगस्त (शुक्रवार) को सुनवाई होगी। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में यह सुनवाई आज यानि गुरुवार रात साढ़े 9 बजे ही होनी थी मगर विनेश के साथ मौजूद दल ने भारतीय वकील को पेश करने के लिए समय की मांग की। इसके बाद CAS ने कल सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे) तक का वक्त दे दिया। (पूरी खबर पढ़ें)
पानीपत में 3 बच्चों की मां की मौत:अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी, हादसे के बाद आरोपी फरार, काम से घर लौट रही थी
पानीपत में 3 बच्चों की मां की मौत:अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी, हादसे के बाद आरोपी फरार, काम से घर लौट रही थी हरियाणा के पानीपत में पसीना रोड पर एक महिला को अज्ञात वाहन ने तेज रफ़्तार से टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। वहीं, हादसा उस वक्त हुआ जब महिला काम कर अपने घर लौट रही थी। घायल अवस्था में महिला को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया। निजी अस्पताल में सफाई का काम करती थी महिला सेक्टर 29 थाना पुलिस को दी शिकायत में रामकिशोर साहनी ने बताया कि वह मूल रूप से कल्याणपुर, जिला समस्तीपुर, बिहार का रहने वाला है। हाल में वह पानीपत के सिवाह गांव में किराए पर रहता है। वह सोनीपत में एक सीमेंट गोदाम में काम करता है। वह तीन बच्चों का पिता है। जिसमें दो बेटियां व एक बेटा है। उसकी पत्नी सुनीता(34) थी। जोकि सिवाह बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल में सफाई का काम करती थी। 23 जून की रात करीब 8 बजे उसकी पत्नी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रही थी। करीब सवा 8 बजे जब वह पसीना रोड पर पहुंची, तो एक अज्ञात वाहन ने तेज गति से उसकी पत्नी को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। घायल अवस्था में महिला को संजय चौक स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हरियाणा में कांग्रेस MLA का इस्तीफा:BJP की राज्यसभा उम्मीदवार होंगी, कल नामांकन भरेंगी; भाजपा ने विधायक दल की मीटिंग बुलाई
हरियाणा में कांग्रेस MLA का इस्तीफा:BJP की राज्यसभा उम्मीदवार होंगी, कल नामांकन भरेंगी; भाजपा ने विधायक दल की मीटिंग बुलाई हरियाणा में कांग्रेस छोड़कर BJP में आईं किरण चौधरी ने मंगलवार को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा चंडीगढ़ में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को सौंपा। विधानसभा अध्यक्ष ने इस्तीफा मंजूर कर लिया है। किरण चौधरी 3 सितंबर को होने वाली राज्यसभा चुनाव के लिए कल नामांकन दाखिल कर सकती हैं। हालांकि भाजपा ने अभी तक उनके नाम का ऐलान नहीं किया है। BJP ने आज शाम 4 बजे चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग बुला ली है। इसमें राज्यसभा उपचुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ पार्टी के सभी विधायक मीटिंग में मौजूद रहेंगे। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा, ‘आज हमारा राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित हो जाएगा। वोटिंग होने की स्थिति में सभी विधायकों को हमने चंडीगढ़ पहुंचने के लिए कहा है। हमारे सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। कल हम अपने उम्मीदवार का नॉमिनेशन करवाएंगे। राज्यसभा चुनाव के लिए हमारे पास पूरा बहुमत है।’ राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 21 अगस्त नॉमिनेशन फाइल कर सकेंगे। 27 अगस्त को प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। 3 सितंबर को वोटिंग के बाद ही रिजल्ट जारी होगा। चूंकि अब किरण चौधरी ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है तो उनकी बेटी श्रुति चौधरी तोशाम विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार हो सकती हैं। 2026 तक राज्यसभा सीट का कार्यकाल किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी का कांग्रेस से टिकट कटने पर लोकसभा चुनाव के बाद 19 जून को भाजपा में शामिल हो गई थीं। तभी चर्चा शुरू हो गई थी कि किरण चौधरी राज्यसभा जा सकती हैं। प्रदेश में राज्यसभा की 5 सीट हैं। कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने के बाद राज्यसभा सीट खाली हुई थी। दीपेंद्र हुड्डा का राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल 2026 तक था। चूंकि उनका शेष कार्यकाल एक वर्ष से अधिक है, इसलिए भारतीय चुनाव आयोग इस सीट पर उपचुनाव करा रहा है। भूपेंद्र हुड्डा कह चुके- हमारे पास नंबर नहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस के पास विधानसभा में पूरे नंबर नहीं है। विधानसभा में कांग्रेस के केवल 28 विधायक हैं। इनमें तोशाम की विधायक किरण चौधरी शामिल नहीं हैं, क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। पर्याप्त संख्याबल नहीं होने के कारण कांग्रेस चुनाव से दूर रहेगी। कांग्रेस को 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 31 विधायक ही बनते हैं। राज्यसभा सीट का चुनाव जीतने के लिए विधानसभा में 44 विधायकों की जरूरत है। अगर कोई 13 विधायक लेकर आता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करने को तैयार है। यदि उनके पास पूरे विधायक होते तो वह पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा भेज देते। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता। दुष्यंत बोले- हमारे कुछ विधायक कांग्रेसी हुए, उम्मीदवार खड़ा करें पूर्व डिप्टी सीएम और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने लिखा, ’21 अगस्त को हरियाणा राज्यसभा उप चुनाव के नामांकन की अंतिम तिथि है। अब तो हमारे 4-5 विधायक भी कांग्रेसी हो चुके हैं। अब तो कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव जीतने के करीब है। अगर भूपेंद्र हुड्डा की बीजेपी से सांठगांठ नहीं है तो वो राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार खड़ा करें। हम पहले से ही बीजेपी के खिलाफ वोट करने का वादा कर चुके हैं। जेल के डर से बार-बार बिकता रहे, उधर का हो और इधर का दिखता रहे।’ विधानसभा में अभी ये है राजनीतिक समीकरण हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास इस वक्त 41 विधायक हैं। इसकी सहयोगी हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। हालांकि कांग्रेस को छोड़कर आई तोशाम से विधायक किरण चौधरी भी अब भाजपा में हैं। वहीं विपक्ष में कांग्रेस के पास अभी 28 (किरण चौधरी को छोड़कर), जजपा के 10, INLD 1 और 4 निर्दलीय यानी कुल 43 विधायक हैं। विधानसभा में अभी सत्ता पक्ष और विपक्ष की स्थिति एक जैसी ही है।