हरियाणा के फरीदाबाद में बुधवार को देर शाम को बारिश के चलते पूरा शहर जलमग्न हो गया। बारिश शहर के लिए आफत बनकर बरसी। कई लोग सड़कों पर बने गढ्ढों के चलते बरसाती पानी में डूबते नजर आए। इनमें से एक को तो आसपास के लोगों ने बचा लिया, लेकिन बल्लभगढ़ में होटल में खाना खाने के लिए आया एक युवक एक नाले में गिर कर बह गया। स्थानीय लोग उसे नहीं बचा पाए। गुरुवार सुबह से प्रशासन की टीमें युवक की तलाश में लगी हैं, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा है। लोगों में रोष है कि रात को हादसे की सूचना डायल 112 और स्थानीय पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने बीती को युवक को नाले में खोजने का कोई प्रयास नहीं किया। इसके चलते युवक का सुबह पता लगाना मुश्किल हो गया है। देखें युवक की तलाश से जुड़े कुछ PHOTS… दूसरी घटना फरीदाबाद के सेक्टर 37 स्थित सामुदायिक भवन के पास हुई। यहां पर एक गड्ढा खोदा हुआ है, लेकिन प्रशासन ने बरसाती मौसम होने के बावजूद इस गड्ढे की ओर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते बीती देर शाम हुई बरसात के चलते गड्ढा पानी से भर गया। इसमें एक महिला अपने बच्चों के साथ गिर गई। आसपास के लोगों ने उनको निकाल लिया। वहीं एक अन्य व्यक्ति जो सामुदायिक भवन की ओर से गुजर रहे था, बैलेंस बिगड़ने से वह भी गड्ढे में जा गिरा। लोगों ने युवक को निकालने का काम शुरू किया, लेकिन बाहर निकालते समय वह फिर से गड्ढे में गिर गया। रिंकू नाम के युवक ने गड्ढे में गिरे व्यक्ति को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। इस दौरान प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया रहा।लोगों में रोष है कि फरीदाबाद में तीन-तीन मंत्री होने के बाद भी लोगों को इन हालातों से जूझना पड़ रहा है। शहर को बरसाती पानी से डूबने से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। गुरुवार सुबह हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के बड़े भाई टीपर चंद शर्मा मौके बरसाती नाले पर पहुंचे। उन्होंने युवक की तलाश के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का मुआयना किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह वर्षों पुराना नाला है। यदि भाजपा की सरकार रहेगी तो इसे ढक दिया जाएगा। हरियाणा के फरीदाबाद में बुधवार को देर शाम को बारिश के चलते पूरा शहर जलमग्न हो गया। बारिश शहर के लिए आफत बनकर बरसी। कई लोग सड़कों पर बने गढ्ढों के चलते बरसाती पानी में डूबते नजर आए। इनमें से एक को तो आसपास के लोगों ने बचा लिया, लेकिन बल्लभगढ़ में होटल में खाना खाने के लिए आया एक युवक एक नाले में गिर कर बह गया। स्थानीय लोग उसे नहीं बचा पाए। गुरुवार सुबह से प्रशासन की टीमें युवक की तलाश में लगी हैं, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा है। लोगों में रोष है कि रात को हादसे की सूचना डायल 112 और स्थानीय पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने बीती को युवक को नाले में खोजने का कोई प्रयास नहीं किया। इसके चलते युवक का सुबह पता लगाना मुश्किल हो गया है। देखें युवक की तलाश से जुड़े कुछ PHOTS… दूसरी घटना फरीदाबाद के सेक्टर 37 स्थित सामुदायिक भवन के पास हुई। यहां पर एक गड्ढा खोदा हुआ है, लेकिन प्रशासन ने बरसाती मौसम होने के बावजूद इस गड्ढे की ओर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते बीती देर शाम हुई बरसात के चलते गड्ढा पानी से भर गया। इसमें एक महिला अपने बच्चों के साथ गिर गई। आसपास के लोगों ने उनको निकाल लिया। वहीं एक अन्य व्यक्ति जो सामुदायिक भवन की ओर से गुजर रहे था, बैलेंस बिगड़ने से वह भी गड्ढे में जा गिरा। लोगों ने युवक को निकालने का काम शुरू किया, लेकिन बाहर निकालते समय वह फिर से गड्ढे में गिर गया। रिंकू नाम के युवक ने गड्ढे में गिरे व्यक्ति को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। इस दौरान प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया रहा।लोगों में रोष है कि फरीदाबाद में तीन-तीन मंत्री होने के बाद भी लोगों को इन हालातों से जूझना पड़ रहा है। शहर को बरसाती पानी से डूबने से बचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। गुरुवार सुबह हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के बड़े भाई टीपर चंद शर्मा मौके बरसाती नाले पर पहुंचे। उन्होंने युवक की तलाश के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का मुआयना किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह वर्षों पुराना नाला है। यदि भाजपा की सरकार रहेगी तो इसे ढक दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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किसानों को दिल्ली कूच की मंजूरी मुश्किल:जिस दिन किसान पानीपत पहुंचेंगे, उसी दिन PM मोदी भी यहां; रिस्क नहीं लेगी हरियाणा सरकार
किसानों को दिल्ली कूच की मंजूरी मुश्किल:जिस दिन किसान पानीपत पहुंचेंगे, उसी दिन PM मोदी भी यहां; रिस्क नहीं लेगी हरियाणा सरकार पंजाब के किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर से 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की परमिशन मिलनी मुश्किल है। दरअसल, 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पानीपत में कार्यक्रम है। किसानों ने दिन में 8 घंटे चलने का जो शेड्यूल बनाया है, उसके हिसाब से 3 दिन में वह पानीपत ही पहुंचेंगे। हरियाणा सरकार को लग रहा है कि ऐसे में PM की सिक्योरिटी को लेकर चिंता हो सकती है। इसी वजह से सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। CM नायब सैनी खुद पूरे मामले को लीड कर रहे हैं। ऐसे में संभावना है कि हरियाणा सरकार 6 दिसंबर को किसानों के पैदल भी दिल्ली कूच को अनुमति न दे। इधर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा और ऊर्जा मंत्री अनिल विज समेत हरियाणा के कई मंत्रियों ने साफ संकेत दिए हैं कि राज्य सरकार किसानों को हरियाणा से गुजरने देने के मूड में नहीं है। सिलसिलेवार ढंग से समझिए पूरा मामला… 10 महीने से धरने पर बैठे हैं किसान
MSP की गारंटी के कानून समेत 5 मांगों को लेकर किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की अगुआई में किसान 10 महीने से अधिक समय से पंजाब-हरियाणा के 2 बॉर्डर पर बैठे हैं। दोनों जगहों पर हरियाणा पुलिस की भारी बैरिकेडिंग की गई है। जिससे किसानों को दोनों सीमाओं से हरियाणा में प्रवेश करने से रोका गया है। किसान पंजाब की तरफ डेरा डाले हुए हैं। ये वही 2 जगहें हैं, जहां से किसान 6 दिसंबर को दिल्ली पहुंचने के लिए हरियाणा में प्रवेश की मांग कर रहे हैं। हर दिन 40 किलोमीटर पैदल चलेंगे किसान
किसानों ने दिल्ली कूच के लिए पैदल मार्च का समय भी तय कर लिया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि किसान शंभू बॉर्डर से सुबह 9 बजे से चलना शुरू करेंगे और शाम 5 बजे तक ही पैदल मार्च निकालेंगे। रोज 8 घंटे ही किसान दिल्ली की ओर पैदल चलेंगे। एक घंटे में सामान्य आदमी करीब 5 किमी पैदल चल सकता है। ऐसे में किसान हर रोज लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस हिसाब से किसानों को दिल्ली तक करीब 220 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करने में 50 घंटे का समय लगेगा। 9 दिसंबर को पानीपत पहुंचेंगे
अब सबसे बड़ी बात यह है कि किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करते हैं तो 3 दिन के पैदल मार्च के बाद वह भी 9 दिसंबर को पानीपत पहुंचेंगे। इसी दिन यहां पीएम का कार्यक्रम है। किसानों के शेड्यूल के मुताबिक वे अंबाला में जग्गी सिटी में इकट्ठा होंगे। वहां से आगे रवाना होंगे। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी का बीमा सखी कार्यक्रम पानीपत के सेक्टर 13-17 ग्राउंड में है। जग्गी सिटी अंबाला से पानीपत की दूरी 113 किमी है। जिसे पैदल तय करने में करीब 26 घंटे लगेंगे। ऐसे में किसान 6 दिसंबर से 8 घंटे चलना शुरू करेंगे तो तीसरे या चौथे दिन ही वह पानीपत में आ जाएंगे। हालांकि किसान कह चुके हैं कि वह पीएम के कार्यक्रम का कोई विरोध नहीं करेंगे लेकिन सरकार रिस्क नहीं लेना चाहती। खुफिया रिपोर्ट ने अलर्ट किया
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर खुफिया रिपोर्ट ने भी सरकार को अलर्ट किया है। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि किसान पैदल मार्च के दौरान उग्र हो सकते हैं। हरियाणा में उन्हें रोकने के दौरान वह जगह-जगह पक्का धरना भी लगा सकते हैं। ऐसे में प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकता है। हरियाणा के किसान भी आंदोलनकारी किसानों के साथ मार्च में शामिल हो सकते हैं, जिससे सूबे में हालात बिगड़ सकते हैं। इसी वजह से सरकार 6 दिसंबर को उन्हें इजाजत देने के मूड में नहीं हैं। ************************************* किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… दिल्ली कूच से पहले किसानों-पुलिस की बैठक: पंधेर बोले- सड़कों को नहीं करेंगे ब्लॉक शंभू और खनौरी बॉर्डर से पंजाब के किसान 6 दिसंबर को पैदल दिल्ली कूच करेंगे। इसको लेकर हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। इसी संबंध में पुलिस अधीक्षक के न्यौते पर आज अंबाला में किसानों और पुलिस के बीच एक बैठक हुई (पढ़ें पूरी खबर..)
हिसार में कांग्रेस विधायक ने लगाया जनता दरबार:चंद्र प्रकाश ने SDO को किए तीन फोन, 10 दिन में शहर के हालात सुधारने के आदेश
हिसार में कांग्रेस विधायक ने लगाया जनता दरबार:चंद्र प्रकाश ने SDO को किए तीन फोन, 10 दिन में शहर के हालात सुधारने के आदेश हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान चौधरी भजनलाल का गढ़ हिलाने वाले कांग्रेस विधायक पूर्व IAS चंद्रप्रकाश ने आज जनता दरबार लगाया। इस दरबार की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें शिकायतों का समाधान करने के लिए चंद्रप्रकाश ने एसडीओ को 3 फोन किए। तीनों ही बार एसडीओ ने जवाब दिया कि हम आदमपुर से नहीं हांसी में हैं। इसके बाद चंद्रप्रकाश और कांग्रेस वर्कर एक दूसरे का मुंह देखने लगे। चंद्रप्रकाश को कार्यकर्ता ने जेई का नंबर देना चाहा मगर पूर्व IAS ने जेई से बात करना उचित नहीं समझा। इसके बाद चंद्रप्रकाश ने तमाम बड़े अधिकारियों को फोन किए और कहा कि 10 दिन में पूरे शहर की हालात सुधर जानी चाहिए। सड़कों से धूल उड़ रही है, वहां रोजाना पानी का छिड़काव होना चाहिए। स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करें ताकि अंधेरे में लोगों को दिक्कत ना हो। वहीं आदमपुर के अधिकारियों का कहना है कि विधायक चंद्रप्रकाश के दौरे या जनता दरबार की उनको सूचना नहीं थी। मैंने सभी शिकायतों पर संज्ञान लिया
पूर्व आईएएस चंद्रप्रकाश ने कहा कि जो वीडियो प्रसारित किया जा रहा है वो एक भाग है, पूरे दरबार में मेरी अधिकारियों से बात हुई है। मेरी एक्सईएन पब्लिक हेल्थ, एक्सईएन इरिगेशन, मार्केट कमेटी सचिव से लेकर चंडीगढ़ में डायरेक्टर लेवल तक के अधिकारियों से बात हुई है। मैंने 10 दिन में आदमपुर की दशा सुधारने को कहा है इसके साथ ही रेगुलर मैं काम की मॉनिटरिंग भी कर रहा हूं। आदमपुर की जनता का पूरा ख्याल रखा जाएगा। पहले दिन के जनता दरबार में खूब रिस्पॉन्स आया है। पूर्व IAS ने भजनलाल का 57 साल पुराना गढ़ हिलाया
रिटायर्ड आईएएस चंद्रप्रकाश ने विधानसभा चुनाव में आदमपुर से जीत हासिल की थी और भजनलाल के 57 साल पुराने गढ़ को हिलाया। चंद्रप्रकाश ने कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को 1268 वोटों से हरा दिया। कुलदीप बिश्नोई सदलपुर और आदमपुर मंडी से कम लीड मिली। इसके कारण बिश्नोई और ओबीसी वोटरों का साथ नहीं मिला जिसके कारण भव्य बिश्नोई हार गए। हार के बाद चंद्रप्रकाश का यह पहला जनता दरबार था। बेटे की हार पर रो पड़े थे कुलदीप बिश्नोई
आदमपुर से हारने के बाद आदमपुर मंडी स्थित उनके पैतृक निवास पर भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान समर्थकों को संबोधित करते हुए कुलदीप बिश्नोई भावुक हो गए और रोने लगे। इसके बाद उनके समर्थकों ने कहा कि आदमपुर की जनता आपके साथ है। इस दौरान कुलदीप बिश्नोई ने कहा- ”साथियों, हमें मायूस नहीं होना है। हम बढ़िया ढंग से आगे बढ़ेंगे। चौधरी भजनलाल जी के सपनों को साकार करेंगे। आप सबने बहुत मेहनत की, मैं आप सबका आभार व्यक्त करता हूं। हम पहले की तरह आपकी सेवा करते रहेंगे।” चुनाव हारने के बाद धन्यवादी दौरा करेंगे कुलदीप बिश्नोई
जहां एक ओर अधिकारी विधायक चंद्रप्रकाश की अनदेखी करते नजर आए वहीं कुलदीप बिश्नोई दिवाली के बाद 3 नवंबर से आदमपुर का धन्यवादी दौरा करते नजर आएंगे। बात दें कि आदमपुर से उपचुनाव जीतने के बाद भव्य बिश्नोई और कुलदीप बिश्नोई ने कोई धन्यवादी दौरा नहीं किया था। मगर विधानसभा चुनाव में हार के बाद भजनलाल परिवार दोबारा लोगों से कनेक्ट करने के प्रयास में है इसको लेकर धन्यवादी दौरे का समय रखा गया है। जिन गांवों से वोट मिले और जिन गांवों में पीछे रहे सभी गांवों में बिश्नोई परिवार जाएगा और चुनाव में हार पर मंथन करेगा।
हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा
हरियाणा के स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ पर बवाल:कंप्यूटर टीचर ने हाथ पकड़ा, अश्लील मैसेज भेजे; लोगों ने ताला जड़ा, बोले- पूरा स्टाफ गंदा हरियाणा में जींद के एक सरकारी स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ पर बवाल हो गया। ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही उन्होंने सामने ही नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। वे मांग कर रहे थे कि स्कूल का स्टाफ बदला जाए। लोगों का आरोप है कि स्कूल के एक टीचर ने गांव की ही रहने वाली एक छात्रा का हाथ पकड़ा है। टीचर उस लड़की को फोन करता है और मैसेज में अश्लील बातें लिखता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल का हैड मास्टर नशे में स्कूल आता है। एक टीचर गलत व्यवहार करता है
जानकारी के अनुसार, जींद के गांव खुंगा में सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल में पहुंच कर हंगामा किया। सरपंच प्रतिनिधि बलजीत कुमार मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों को भी ग्रामीणों के विरोध की जानकारी दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि स्टाफ की आपसी खींचतान के चलते उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। एक शिक्षक छात्राओं के साथ गलत बर्ताव करता है। प्रिंसिपल भी नशे में स्कूल आता है। शिकायत करो तो स्कूल में कोई सुनवाई नहीं हुई। हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं
गांव की महिला सुनीता ने कहा कि स्कूल का एक मास्टर हमारी बच्चियों का हाथ पकड़ लेता है। उन्हें गलत नजर से देखता है। स्कूल में हमारी बच्चियां सेफ नहीं हैं। पहले तो केवल सुनते थे, लेकिन अब हमारी बच्ची पर आया तो हमने देख भी लिया। यह एक लड़की का मामला नहीं है। उसकी शिकायत करो तो प्रिंसिपल कहता है कि स्कूल में आओ तो PCR बुला लूंगा। वहीं, ग्रामीण सूबे सिंह का कहना है कि मास्टर लड़कियों की बांह पकड़ता है। ऐसा 2-3 बार हो गया। स्कूल में एक भी मास्टर सही नहीं है। सारा स्टाफ गंदा है। हम चाहते हैं कि स्कूल का सारा स्टाफ बदला जाए। स्कूल में टीचरों के 2 गुट
ग्रामीणों का कहना है कि छात्र-छत्राओं ने अपने परिजनों को बताया था कि स्कूल में एक टीचर की ओर से बहुत गलत व्यवहार किया जा रहा है। स्कूल में टीचरों के 2 गुट बने हुए हैं। इनके बीच में छात्र उनकी राजनीति का शिकार हो रहे हैं। टीचर बच्चों को पढ़ाने के बजाय आपसी राजनीति में उलझे रहते हैं। वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल हेड मास्टर का स्टाफ पर कंट्रोल नहीं है। वह भी नशे में स्कूल आता है। ग्रामीणों ने मांग की कि स्कूल स्टाफ को बदल कर यहां नया स्टाफ लगाया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसके अलावा स्कूल में बच्चों के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएं। जब तक स्टाफ को बदला नही जाता, तब तक वे ताला नही खोलेंगे। कंप्यूटर टीचर की शिकायत मिली, उसे जाने के लिए कह दिया
स्कूल के DDO दिनेश कुमार ने बताया, ‘मेरे पास 3 लड़कियां शिकायत लेकर आईं। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर टीचर मनोज कुमार एक लड़की से छेड़छाड़ करता है। लड़कियों का कहना था कि वह हाथ पकड़ता है, फोन पर फोन करता है। उसने लड़की को कुछ आपत्तिजनक शब्द भी उसे लिखकर भेजे थे। इस पर कार्रवाई करते हुए मैंने 2 SMC (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के सदस्य बुला लिए। SMC के सदस्यों ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने अपनी गलती मान ली। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने उसे स्कूल से चले जाने के लिए कह दिया।’ दिनेश कुमार ने कहा कि गांव वाले पूरे स्टाफ को खराब कह रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। बाकी स्टाफ अच्छा है। स्कूल में इस तरह का यह पहला मामला है। स्कूल में 57 बच्चे हैं। उन्हें पढ़ाने के लिए 4 मेल और 2 फीमेल टीचर हैं।