हरियाणा सरकार की बिना पर्ची-बिना खर्ची के योग्यता के आधार पर दी जा रही नौकरियों का लाभ आमजन को मिल रहा है। फरीदाबाद के बल्लभगढ़ विधानसभा में स्थित आजाद नगर स्लम एरिया में रहने वाले राहुल का इरिगेशन विभाग में एसडीओ पद पर सिलेक्शन हुआ है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा ने मिठाई खिलाकर पूरे परिवार को बधाई दी है। बता दें कि, 30 दिसंबर को इरिगेशन विभाग में भर्ती का रिजल्ट जारी किया गया था। बल्लभगढ़ विधानसभा के आजाद नगर स्लम एरिया से एक मजदूर का बेटा इरिगेशन विभाग में एसडीओ के पद पर चयन हुआ है। आजाद नगर में किशोरी लाल 45 साल पहले राजस्थान से यहां आकर बसे थे और पत्थर टाइल लगाने का काम करते हैं। उनका बेटा राहुल ने आज एसडीओ के पद पर नौकरी पाई है, जिससे उन्हें बेहद खुशी है। हरियाणा में दी जा रही योग्यता के आधार पर नौकरी : पूर्व मंत्री उन्होंने पूर्व केबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा के कार्यालय पहुंचकर उनके माध्यम से सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया। पूर्व कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी खुशी जाहिर की और एसडीओ बने राहुल को मिठाई खिलाकर पूरे परिवार को शुभकामनाएं दी। पूर्व कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस नीति को लेकर आए और आज हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी इस नीति को बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। आज हरियाणा में योग्यता के आधार पर लोगों को नौकरियां मिलती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारों में नौकरियों की बंदरबांट होती थी। लेकिन भाजपा जब से हरियाणा में आई है तब से युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जा रही है। एसडीओ के पद पर सलेक्ट हुए राहुल ने फरीदाबाद के ही एक निजी कॉलेज से सिविल इंजीनियर की पढ़ाई की और 26 साल की उम्र में एसडीओ के पद पर सलेक्शन हुआ है। उनके परिवार में खुशी की लहर है। हरियाणा सरकार की बिना पर्ची-बिना खर्ची के योग्यता के आधार पर दी जा रही नौकरियों का लाभ आमजन को मिल रहा है। फरीदाबाद के बल्लभगढ़ विधानसभा में स्थित आजाद नगर स्लम एरिया में रहने वाले राहुल का इरिगेशन विभाग में एसडीओ पद पर सिलेक्शन हुआ है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा ने मिठाई खिलाकर पूरे परिवार को बधाई दी है। बता दें कि, 30 दिसंबर को इरिगेशन विभाग में भर्ती का रिजल्ट जारी किया गया था। बल्लभगढ़ विधानसभा के आजाद नगर स्लम एरिया से एक मजदूर का बेटा इरिगेशन विभाग में एसडीओ के पद पर चयन हुआ है। आजाद नगर में किशोरी लाल 45 साल पहले राजस्थान से यहां आकर बसे थे और पत्थर टाइल लगाने का काम करते हैं। उनका बेटा राहुल ने आज एसडीओ के पद पर नौकरी पाई है, जिससे उन्हें बेहद खुशी है। हरियाणा में दी जा रही योग्यता के आधार पर नौकरी : पूर्व मंत्री उन्होंने पूर्व केबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा के कार्यालय पहुंचकर उनके माध्यम से सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया। पूर्व कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी खुशी जाहिर की और एसडीओ बने राहुल को मिठाई खिलाकर पूरे परिवार को शुभकामनाएं दी। पूर्व कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस नीति को लेकर आए और आज हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी इस नीति को बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। आज हरियाणा में योग्यता के आधार पर लोगों को नौकरियां मिलती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारों में नौकरियों की बंदरबांट होती थी। लेकिन भाजपा जब से हरियाणा में आई है तब से युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जा रही है। एसडीओ के पद पर सलेक्ट हुए राहुल ने फरीदाबाद के ही एक निजी कॉलेज से सिविल इंजीनियर की पढ़ाई की और 26 साल की उम्र में एसडीओ के पद पर सलेक्शन हुआ है। उनके परिवार में खुशी की लहर है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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20 साल में पहली दफा नेता-प्रतिपक्ष के लिए इतना इंतजार:वजह-कांग्रेस की लगातार 3 हार और नेताओं की खींचतान; CM सैनी कह चुके-ढूंढवाओ तारीख : 27 अक्टूबर 2024 हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पानीपत में मैराथन के बाद मीडिया से कहा- ‘आप लोग कांग्रेस का नेता प्रतिपक्ष ढूंढवाओ।’ 20 वर्षों में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी पार्टी को राज्य में नेता प्रतिपक्ष का नाम फाइनल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसका मुख्य कारण पिछले 3 चुनाव में कांग्रेस को लगातार मिली हार है। साल 2009 में कांग्रेस बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन बहुमत से पीछे रह गई। तब कांग्रेस को जनहित कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार बनानी पड़ी। इसके बाद कांग्रेस सत्ता में नहीं आई। ऐसे में हुड्डा विरोधी खेमा हरियाणा में एक्टिव होता गया और अब हालात ये हैं कि खुद हाईकमान भी हुड्डा के साथ खड़ा नहीं दिख रहा। 2005, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव रिजल्ट के बाद करीब 15 दिन के अंदर नेता प्रतिपक्ष चुन लिए गए थे। साल 2024 में कांग्रेस सरकार बनाने का सपना देख रही थी, लेकिन पार्टी को 37 सीट ही मिलीं। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर घमासान हो गया। केंद्र के तरफ से 4 ऑब्जर्वर भी आए, लेकिन बावजूद इसके अभी तक नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान नहीं हो पाया। नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस हाईकमान की पसंद का होगा
18 अक्टूबर को हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने को लेकर चंडीगढ़ में मीटिंग हुई। करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग में ऑब्जर्वर के तौर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सांसद अजय माकन, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव शामिल हुए। मीटिंग में ऑब्जर्वरों ने सभी विधायकों से विधायक दल के नेता का नाम फाइनल करने के लिए वन टु वन बातचीत कर उनकी राय जानी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अधिकतर विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम ही विधायक दल के नेता के लिए रखा। कुमारी सैलजा गुट के कुछ विधायकों ने नए चेहरे को जिम्मेदारी देने की बात कही। मीटिंग के बाद अशोक गहलोत और अजय माकन ने कहा- ‘विधायक दल के नेता का चयन हाईकमान करेगा। विधायकों की राय हाईकमान तक पहुंचा दी जाएगी।’ नवंबर में शुरू होगा शीतकालीन सत्र
हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र नवंबर में शुरू हो सकता है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने इसको लेकर जानकारी दी है। ऐसे में कांग्रेस को नवंबर के पहले हफ्ते में विधायक दल के नेता का चयन करना होगा, नहीं तो बिना नेता प्रतिपक्ष के सदन चलेगा। हुड्डा और सैलजा गुट में खींचतान
2019 में विपक्ष का नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बनाया गया था। हालांकि इस बार विधानसभा चुनाव में हुई हार के लिए हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ऐसे में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का गुट हुड्डा को फिर विपक्षी दल नेता बनाने का विरोध कर रहा है। इसे देखते हुए कुछ दिन पहले 31 विधायक इकट्ठा कर हुड्डा दिल्ली में अपनी ताकत दिखा चुके हैं। हुड्डा के विरोध की सूरत में उनके गुट से झज्जर की विधायक गीता भुक्कल और थानेसर से अशोक अरोड़ा का नाम भी चर्चा में है। वहीं सैलजा गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया जा रहा है। हार के कारण जानने को कांग्रेस ने कमेटी बनाई थी
विधानसभा चुनाव में अच्छे माहौल के बावजूद हारी कांग्रेस ने इसके कारण तलाशे। शुरुआत में कांग्रेस हाईकमान ने इसके लिए 2 मेंबरी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई। जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी शामिल रहे। दोनों नेताओं ने खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए एक-एक नेता से वन टु वन बात की। किसी उम्मीदवार को इसकी रिकॉर्डिंग नहीं करने दी गई। प्रदेश के 90 में से चुनाव हारे 53 नेताओं से उनकी बातचीत हुई। कमेटी ने चुनाव हारे उम्मीदवारों से 4 तरह के सवाल पूछे। जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है।
हिसार में सोनिया दूहन NCP छोड़ने को बताया अफवाह:बोलीं-छात्र संघ से दिया इस्तीफा, वे अभी शरद पवार के साथ; सुप्रिया सुले से नाराजगी
हिसार में सोनिया दूहन NCP छोड़ने को बताया अफवाह:बोलीं-छात्र संघ से दिया इस्तीफा, वे अभी शरद पवार के साथ; सुप्रिया सुले से नाराजगी हरियाणा में गुरुग्राम के होटल से एनसीपी विधायकों को छुड़वाने व पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के पेहोवा में कार्यक्रम में दखल डाल कर चर्चा में आयी सोनिया दूहन ने शरद पवार की पार्टी को छोड़ने के मैसेज को कोरी अफवाह बताया है। उसने बुधवार को कहा कि वह अभी एनसीपी में ही है। सोनिया दूहन हिसार में नारनौंद क्षेत्र के गांव पेटवाड़ की रहने वाली है। बुधवार को सुबह से ही उनके एनसीपी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में जाने के मैसेज वायरल हो रहे हैं। नारनौंद हलके में पूरा दिन इसकी चर्चा होती रही। मंगलवार को एनसीपी (एसपी) की छात्र संघ अध्यक्ष सोनिया दूहन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि सोनिया ने कहा कि उन्होंने एनसीपी नहीं छोडी है। सोनिया दूहन ने इस्तीफा देने के पीछे के कारणों का अभी खुलासा नहीं किया है। सोनिया दूहन पुणे में पायलट की ट्रेनिंग ले रही थीं। इसी दौरान वह एनसीपी के संपर्क में आयी थी। सोनिया करीब 10 साल से एनसीपी से जुड़ी हुई हैं। उनकी गिनती शरद पवार के करीबियों में होती है। सोनिया ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के दो चुनावों में एनसीपी स्टूडेंट्स विंग का नेतृत्व भी किया है। उन्हें एक बार एनसीपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और फिर राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। वह एनसीपी की नेशनलिस्ट स्टूडेंट कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। सोनिया ने गुरुग्राम के होटल से विधायकों को छुड़वाया था
सोनिया दूहन उस समय चर्चा में आई थी जब 2019 में उन्होंने गुरुग्राम के ओबरॉय होटल से एनसीपी के चार विधायकों को बाहर निकाला था। ये विधायक अजित पवार की बगावत के बाद बीजेपी के साथ जाने की तैयारी में थे। चार विधायकों दौलत दरोदा, नरहरि जिरवाल, नितिन पवार और अनिल पाटिल थे। हरियाणा सरकार इन विधायकों पर नजर रख रही थी। इसके बावजूद सोनिया दूहन अपने विधायकों को वहां से ले जाने में कामयाब रहीं थी। सुप्रिया सुले से नाराजगी की बात कबूली
सोनिया दूहन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने एनसीपी के छात्र संघ अध्यक्ष से इस्तीफा दिया है मगर वह अभी एनसीपी में हैं और शरद पवार के साथ है। उन्होंने अपनी शिकायत शरद पवार के सामने रख दी है। सोनिया ने कहा कि सुप्रिया सुले का काम करने का तरीका उनको पसंद नहीं है। वह चाहती है एनसीपी राष्ट्रीय पार्टी की तरह काम करे मगर उनका काम करने का तरीका क्षेत्रीय पार्टी की तरह है। सोनिया ने कहा कि चुनाव में ना तो उनको किसी सभा में बुलाया गया और ना ही उनको किसी तरह की कोई जिम्मेदारी दी। वह एनसीपी में सिर्फ खाना खाने और आराम करने के लिए नहीं है। सोनिया ने कहा कि सुप्रिया सुले ने उनको महाराष्ट्र में बैन करवा दिया जबकि वह एनसीपी से एक दशक से जुड़ी हुई हैं। सोशल मीडिया पर दो महीने से सक्रिय नहीं
सोनिया दूहन ने कहा कि चुनाव के समय में वह सोशल मीडिया पर दो महीने से अन एक्टिव हैं। उनको एक भी बार किसी मीटिंग व सभा में बुलाया नहीं गया। इसकी सारी जानकारी शरद पवार के सामने रखी थी। शरद पवार ने इस सब चीजों को समझा भी था और चर्चा करने की बात कही थी। मगर चर्चा हो पाती इससे ही ऐसी चीजें हो गई जिससे उनको छात्र संघ अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा।
समालखा में नामी कंपनी के जूते-कपड़े बरामद:अधिकारियों ने पुलिस के साथ की छापेमारी; नाइक-एडिडास के नाम से बेच रहे थे डूप्लीकेट सामान
समालखा में नामी कंपनी के जूते-कपड़े बरामद:अधिकारियों ने पुलिस के साथ की छापेमारी; नाइक-एडिडास के नाम से बेच रहे थे डूप्लीकेट सामान पानीपत जिले के समालखा में सोशल मीडिया पर रील बना कर ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर सामान बेच रहे दुकानदारों को उस समय भारी पड गया। जब ब्रांडेड कंपनियों के कापीराइट प्राप्त कंपनी के अधिकारियों ने डूप्लीकेट जैकेट लोअर और जूते बेचकर ग्राहकों को चूना लगाने वालों के यहां पुलिस के साथ छापेमारी कर दी। कंपनी के अधिकारियों ने 2 दुकानों से लाखों रुपए का नकली माल बरामद किया। पुलिस ने तोता राम मार्केट में ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर डूप्लीकेट सामान बेचने वाले दो दुकानदारों के खिलाफ कापीराइट अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वही तोता राम मार्केट में छापेमारी की सूचना पाकर रेलवे रोड के कई दुकानदार अपनी दुकान बंद करके भाग गए। दिल्ली से आई थी टीम दरअसल शनिवार को जैकेट, लोवर और जूते बनाने वाली ब्रांडेड कंपनी एडिडास, नाइक और एसिक्स के नाम पर डूप्लीकेट सामान बेचने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने अधिकार प्राप्त दिल्ली की कंपनी लॉजिस्टिक आईपीआर सर्विसेज लिमिटेड के फील्ड अधिकारियों सचिन शर्मा, राधेश्याम और प्रमोद सिंघल ने पुलिस को साथ लेकर समालखा की तोता राम मार्केट की दुकानों पर छापेमारी की, और भारी संख्या में नकली जैकेट, लोअर और जूते बरामद किए। नामी कंपनियों का डूप्लीकेट सामान किया बरामद समालखा पुलिस चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर डूप्लीकेट सामान बेचने का मामला दिल्ली की कॉपीराइट के खिलाफ काम करने वाली कंपनी के फील्ड अधिकारी सचिन शर्मा ने तोताराम मार्केट के दो दुकानदारों पर छापेमारी की। इस दौरान दुकानदार सतीश की ब्रांड एक्स से एडिडास कंपनी के 86, नाइक के 63 और एसिक्स के 15 और शू किंग दुकान के मालिक सुनील कुमार के यहां एडिडास के 687, नाइक के 414 और एसिक्स के 297 जैकेट, लोअर और जूते बरामद हुए। दोनों दुकानदारों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।