फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी में अज्ञात चोरों ने निजी मोबाइल कंपनी के टावर से 6 बैटरियां चोरी कर लीं। जिसके चलते कई घंटे तक नेटवर्क सेवाएं प्रभावित रहीं। सुबह जब टेक्नीशियन टावर के पास पहुंचा, तो घटना का खुलासा हुआ है। घटना 6 जनवरी की रात को प्लॉट नंबर A-554, 33 फीट रोड, चुंगी नंबर 17 पर स्थित टावर में हुई। घटना का पता कंपनी के तकनीशियन हरकेश गुर्जर को तब चला जब वे अगले दिन सुबह 11 बजे टावर पर पहुंचे। बैकअप स्टोर का टूटा मिला दरवाजा उन्होंने देखा कि टावर की सभी मशीनें बंद पड़ी थीं और बैकअप स्टोर का दरवाजा टूटा हुआ था। हरकेश क्राउन प्लाजा इंटीरियर सेक्टर-35 और डबुआ के 33 फीट रोड 17 नंबर चुंगी के पास स्थित टावरों की भी देखरेख करते हैं। मामले की जांच कर रही पुलिस चोरी की सूचना मिलने के बाद कंपनी ने अपने स्तर पर बैटरियों की खोजबीन की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद मामले की शिकायत डबुआ थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी में अज्ञात चोरों ने निजी मोबाइल कंपनी के टावर से 6 बैटरियां चोरी कर लीं। जिसके चलते कई घंटे तक नेटवर्क सेवाएं प्रभावित रहीं। सुबह जब टेक्नीशियन टावर के पास पहुंचा, तो घटना का खुलासा हुआ है। घटना 6 जनवरी की रात को प्लॉट नंबर A-554, 33 फीट रोड, चुंगी नंबर 17 पर स्थित टावर में हुई। घटना का पता कंपनी के तकनीशियन हरकेश गुर्जर को तब चला जब वे अगले दिन सुबह 11 बजे टावर पर पहुंचे। बैकअप स्टोर का टूटा मिला दरवाजा उन्होंने देखा कि टावर की सभी मशीनें बंद पड़ी थीं और बैकअप स्टोर का दरवाजा टूटा हुआ था। हरकेश क्राउन प्लाजा इंटीरियर सेक्टर-35 और डबुआ के 33 फीट रोड 17 नंबर चुंगी के पास स्थित टावरों की भी देखरेख करते हैं। मामले की जांच कर रही पुलिस चोरी की सूचना मिलने के बाद कंपनी ने अपने स्तर पर बैटरियों की खोजबीन की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद मामले की शिकायत डबुआ थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे हरियाणा में विधानसभा चुनाव तय समय से पहले हो सकते हैं। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) 25 अगस्त के बाद इसकी घोषणा करेगा। इस साल 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड शामिल हैं। ECI के सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर के कारण चुनाव की डेट में बदलाव किया गया है। 2019 में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 21 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी किया था। इस सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को खत्म होगा। समय से पहले विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा सरकार भी अलर्ट हो गई है। सीएम नायब सैनी ने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) और टॉप ब्यूरोक्रेसी को अलर्ट कर दिया है। यही वजह है कि CMO के ऑफिसर्स देर रात तक काम कर रहे हैं। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल पहले ही बता चुके हैं कि विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय चुनाव आयोग की टीम 12-13 अगस्त को हरियाणा दौरे पर आ रही है। स्थानीय स्तर पर सभी 22 जिलों मे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के इंजीनियरों द्वारा EVM चेकिंग का काम किया जा रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए 817 पोलिंग बूथ नए बनाए गए हैं, जिसके बाद पोलिंग बूथों की संख्या बढ़कर 20,629 हो गई है। समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की ये 3 बड़ी वजहें… 1. जम्मू-कश्मीर जम्मू-कश्मीर में 2018 से सरकार नहीं है। यहां राष्ट्रपति शासन लागू है। यहां अब विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां सितंबर 2024 में विधानसभा चुनाव संभावित हैं, जबकि हरियाणा सहित 3 अन्य राज्यों में अक्टूबर 2024 में विधानसभा प्रस्तावित है। जम्मू-कश्मीर की सीमाएं पाकिस्तान से लगती है। आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पिछले कुछ दिनों से आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं, ऐसे में केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव कराकर इतिश्री करना चाहती है। यही वजह है कि दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने पड़ रहे हैं। 2. विपक्ष को ज्यादा टाइम देने के मूड में नहीं केंद्र राजनीतिक जानकारों का कहना है लोकसभा चुनाव के बाद BJP के लिए इन चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव बड़े महत्वपूर्ण होने वाले हैं। इन राज्यों के चुनाव का सीधा असर केंद्र की सरकार पर पड़ेगा। चूंकि अभी भाजपा ने केंद्र में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी के सहयोग से बनी है। यदि इन राज्यों में भाजपा को अच्छे परिणाम नहीं मिले तो जाहिर है कि इसका सीधा सरकार गठबंधन के सहयोगियों पर भी पड़ेगा। जल्द चुनाव होने से विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस को अपनी तैयारियों को लेकर टाइम नहीं मिल पाएगा। 3. हरियाणा में भी BJP चाहती है जल्दी चुनाव केंद्र के साथ हरियाणा BJP भी यह चाहती है कि यहां समय से पहले ही विधानसभा चुनाव हों। इसका इनपुट हरियाणा की टॉप लीडरशिप केंद्र को दे चुकी है। यदि यहां समय से पहले चुनाव होते हैं तो हरियाणा सरकार विधानसभा में मानसून सेशन एक दिन का कर सकती है। संविधान विशेषज्ञ राम नारायण यादव ने बताया आर्टिकल 174 के कारण सरकार को 6 महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। चाहे वह एक दिन ही सत्र क्यों न हो। हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन की सरकार थी, इसी साल अलग हुए दोनों हरियाणा में 2019 में पिछले विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा को 41 और जजपा को 10 सीट मिली थीं। 6 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक के साथ भाजपा ने सरकार बनाई थी। मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि वह 5 साल कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। इसी साल 12 मार्च को जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है। मीटिंग में भाजपा के 41 और 7 निर्दलीय विधायक शामिल हुए थे, यानी 48। विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए था। लोकसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 5-5 सीट मिलीं लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने 5 सीटें जीतीं। वहीं भाजपा को भी 5 सीटों पर जीत मिली। 2019 में भाजपा ने यहां 10 में से 10 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिल पाई थी। उनके दिग्गज नेता तक चुनाव हार गए थे। हरियाणा विधानसभा में बदल चुकी स्थिति लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। अब भाजपा, कांग्रेस के पास विधायकों की क्या है संख्या मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29 (किरण चौधरी अभी कांग्रेस विधायक हैं, स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।), जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक हैं।
पीएम तक पहुंचा फिल्म ‘दो पत्ती’ का बवाल:सीएम की कार्रवाई से खुश नहीं हुड्डा खाप, मोदी से की विवादित टिप्पणी हटवाने की मांग
पीएम तक पहुंचा फिल्म ‘दो पत्ती’ का बवाल:सीएम की कार्रवाई से खुश नहीं हुड्डा खाप, मोदी से की विवादित टिप्पणी हटवाने की मांग हरियाणा में बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल की 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती पर उठे विवाद का मामला पीएम मोदी तक पहुंच गया है। इससे पहले सर्व हुड्डा खाप ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। खाप के पदाधिकारियों ने सीएम से कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही 16 नवंबर को गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाने में फिल्म दो पत्ती के निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस करवाने के लिए शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर सर्व हुड्डा खाप की ओर से गठित कमेटी के सदस्य सुरेंद्र हुड्डा ने पीएम नरेंद्र मोदी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए दो पत्ती फिल्म के विवादित शब्दों को हटाने की अपील की है। ये है विवाद हुड्डा खाप का कहना है कि 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती में हुड्डा गोत्र पर टिप्पणी की गई है। इस टिप्पणी को फिल्म से हटाया जाना चाहिए और फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और इसे प्रसारित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म के कर्ताधर्ता को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। हुड्डा खाप का कहना है कि फिल्म ‘दो पत्ती’ में एक सीन है, जिसमें एक कलाकार पर कोर्ट में आरोप लगाया जाता है, जो कह रहा है, ‘हत्या यह नहीं होती। हत्या तो वह थी जो हमारे पड़ोस में हुड्डा रहते हैं, जिन्होंने अपनी बहू को सरेआम जिंदा जला दिया।’ हुड्डा खाप को फिल्म में की गई इस टिप्पणी पर आपत्ति है। 10 नवंबर को हुई थी पंचायत 25 अक्टूबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर फिल्म दो पत्ती रिलीज होने के बाद 10 नवंबर को रोहतक के बसंतपुर गांव स्थित सर्व हुड्डा खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर पंचायत हुई थी। इसमें खाप के 45 गांवों के प्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया था। इसमें एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। सुरेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कमेटी के सदस्यों ने सीएम सैनी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि फिल्म दो पत्ती के एक डायलॉग से जाट समाज के हुड्डा गोत्र को बदनाम किया जा रहा है। इस विवादित मामले को लेकर सीएम सैनी से मुलाकात हो चुकी है। जिस तरह से फिल्म में हुड्डा गोत्र को बदनाम करने की साजिश की गई है, यह आपराधिक मामला है। खाप ने भेजा नोटिस, निर्माताओं ने दिया जवाब सुरेंद्र हुड्डा ने कहा कि फिल्म रिलीज होने के अगले ही दिन इसके निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी किया गया। इसके जवाब में नेटफ्लिक्स और फिल्म निर्माताओं ने कहा है कि नोटिस में जिस घटना का आरोप लगाया गया है, वह फिल्म में घटित हुई है। लेकिन, यह फिल्म निर्माता और अभिनेता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत है, और हुड्डा शब्द का प्रयोग महज एक संयोग है। सुरेंद्र ने कहा कि देश का कानून किसी की सामाजिक प्रतिष्ठा खराब करने और सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं देता। फिल्म में प्रसारित विवादित डायलॉग से पूरी हुड्डा खाप की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। जाट समाज के हुड्डा गोत्र को साजिश के तहत बदनाम किया गया है।
नारनौल में युवक की गोली मारकर हत्या:रास्ते को लेकर पड़ोसियों में झगड़ा; मामा के घर रहता था, फायर करने वाला भी घायल
नारनौल में युवक की गोली मारकर हत्या:रास्ते को लेकर पड़ोसियों में झगड़ा; मामा के घर रहता था, फायर करने वाला भी घायल हरियाणा के नारनौल में रास्ते को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली चला दी। इसमें गोली लगने से एक 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक अपने मामा के घर रहता था और वह आपराधिक प्रवृत्ति का था। वहीं गोली चलाने वाला व्यक्ति भी मारपीट में घायल है। उसको इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। जानकारी अनुसार नांगल चौधरी थाना के अंतर्गत आने वाले गांव दोस्तपुर में दो परिवारों के बीच कई दिनों से रास्ते को लेकर लड़ाई झगड़ा चल रहा था। रविवार रात भी करीब 10:30 बजे दोनों परिवारों के लोगों में विवाद हो गया। झगड़ा बढ़ा तो रतीराम व आशी ने अपनी लाइसेंसी बंदूक निकाल ली। बंदूक से चली गोली पड़ोस में रहने वाले 25 वर्षीय राहुल को लगी। बताया जा रहा है कि राहुल उर्फ रोमियो मूल रूप से राजस्थान के गांव अगलीपुर नारेडा का रहने वाला है तथा वह दोस्तपुर में अपने मामा के घर पर रहता था। गोली लगने के बाद परिजनों ने उसको नारनौल के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। जहां से चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत के चलते रोहतक पीजीआइएमएस रेफर कर दिया। रोहतक में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। वहीं दूसरे पक्ष की घायल रतिराम का नागरिक अस्पताल में इलाज चल रहा है।