हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाहपुर टिकावली इलाके में एक 52 वर्षीय शख्स की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। इस दौरान उसके बेटे को बुरी तरह से पीटा गया। वारदात गुरुवार देर शाम को हुई। करीब एक दर्जन युवकों ने बाप-बेटे को घेर कर हमला किया था। फिलहाल मृतक के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। पड़ोसी लाखन ने बताया कि मुन्नीलाल करीब 20 साल से बादशाहपुर टिकवाली गांव में अपने दो बेटों और बेटी के साथ रह रहा था। मुन्नी लाल मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था। गुरुवार देर शाम मुन्नीलाल घर के बाहर नीम के पेड़ के नीचे बैठा था। तभी गांव के ही रहने वाले एक युवक से उसकी किसी बात को लेकर बहस हो गई। धीरे-धीरे झगड़ा बढ़ गया। युवक ने फोन कर अन्य 8-10 युवकों को बुला लिया। युवकों की पिटाई से मुन्नीलाल बेहोश होकर गिर गया। आसपास के लोगों ने उसे घर पहुंचाया। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मुन्नीलाल का बेटा गणेश जब आरोपियों से बात करने गया तो उन्होंने गणेश को भी बुरी तरह पीट दिया। आसपास के लोगों ने झगड़े को शांत करते हुए गणेश को घर भेज दिया। गणेश जब घर पहुंचा तो देखा कि उसके पिता मुन्नी लाल की मौत हो चुकी थी। पिता की मौत के बाद गणेश ने इसकी सूचना डायल 112 कर पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गणेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। छानबीन जारी है। हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाहपुर टिकावली इलाके में एक 52 वर्षीय शख्स की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। इस दौरान उसके बेटे को बुरी तरह से पीटा गया। वारदात गुरुवार देर शाम को हुई। करीब एक दर्जन युवकों ने बाप-बेटे को घेर कर हमला किया था। फिलहाल मृतक के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। पड़ोसी लाखन ने बताया कि मुन्नीलाल करीब 20 साल से बादशाहपुर टिकवाली गांव में अपने दो बेटों और बेटी के साथ रह रहा था। मुन्नी लाल मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था। गुरुवार देर शाम मुन्नीलाल घर के बाहर नीम के पेड़ के नीचे बैठा था। तभी गांव के ही रहने वाले एक युवक से उसकी किसी बात को लेकर बहस हो गई। धीरे-धीरे झगड़ा बढ़ गया। युवक ने फोन कर अन्य 8-10 युवकों को बुला लिया। युवकों की पिटाई से मुन्नीलाल बेहोश होकर गिर गया। आसपास के लोगों ने उसे घर पहुंचाया। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मुन्नीलाल का बेटा गणेश जब आरोपियों से बात करने गया तो उन्होंने गणेश को भी बुरी तरह पीट दिया। आसपास के लोगों ने झगड़े को शांत करते हुए गणेश को घर भेज दिया। गणेश जब घर पहुंचा तो देखा कि उसके पिता मुन्नी लाल की मौत हो चुकी थी। पिता की मौत के बाद गणेश ने इसकी सूचना डायल 112 कर पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गणेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। छानबीन जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चलते ऑयल टैंकर में आग लगी:हिसार में ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान; तेल तक लपटें न पहुंचने से बड़ा हादसा टला हरियाणा के हिसार में कैंट के पास तेल के एक टैंकर में आग लग गई। ड्राइवर राकेश ने सूझबूझ दिखाते हुए टैंकर कूद कर जान बचाई। आग की लपटें देख नेशनल हाईवे पर भीड़ लग गई। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि बड़ा हादसा होने से टल गया। ड्राइवर राकेश ने बताया कि टैंकर में सड़क बनाने में प्रयोग होने वाला तेल था। वह बठिंडा से बहादुरगढ़ लेकर जा जा रहा था। शनिवार को दिन वह बठिंडा से टैंकर लेकर चला था। शाम को हिसार कैंट के पास एक होटल पर सो गया। रविवार सुबह जब होटल से टैंकर लेकर चला तो कुछ दूर जाने के बाद केबिन में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। तेल टैंकर को लगी आग के PHOTOS… रोड किनारे खड़ा कर कूदा
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विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था पेरिस ओलिंपिक में केवल 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालिफाई की गईं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ट्रायल के समय वेट कैटेगरी में क्लैरिटी न होने के चलते 50 किलोग्राम कैटेगरी में लड़ी थीं। उन्होंने ट्रायल तो 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भी दिया था, लेकिन वहां उन्हें सफलता नहीं मिली। जबकि 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उन्हें जीत मिली थी। इसलिए उन्होंने इसी कैटेगरी में ओलिंपिक जाने का फैसला किया। इससे पहले भी विनेश फोगाट अपने करियर में कई नेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ चुकी हैं। जब वह पेरिस ओलिंपिक में वूमेन रेसलिंग की 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में पहुंची तो देश में दीवाली जैसा माहौल बन गया था। गोल्ड नहीं तो सिल्वर पक्का था। हालांकि, कुछ ही समय में यह खुशी उदासी में बदल गई, क्योंकि विनेश फोगाट अपनी कैटेगरी में तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाई गईं। इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन के नियम बेहद सख्त हैं। एक ग्राम वजन भी अधिक होता है तो रेसलर को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसकी जानकारी विनेश को भी थी। जब उन्हें रात में ही पता चला कि उनका वजन बढ़ा है तो उन्होंने रात में ही वजन कम करने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। नियम के मुताबिक, महिलाओं की फ्रीस्टाइल रेसलिंग में 50, 53, 57, 62, 68 और 76 किलोग्राम की कैटेगरी होती हैं। मुकाबले से पहले सुबह रेसलर का वजन मापा जाता है। टूर्नामेंट के दोनों दिन रेसलर को अपने वजन के भीतर रहना होता है। यदि रेसलर फाइनल में पहुंचती है तो उसे सुबह अपना वजन कराना होता है। विनेश फोगाट मंगलवार को मुकाबले के लिए जब गईं तो उनका वजन तय मानक से अधिक था। लगातार तीसरा ओलिंपिक, तीनों अलग-अलग भार वर्ग में
विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक था। रियो ओलिंपिक 2016 में उन्होंने 48 किलोग्राम कैटेगरी में भाग लिया था। टोक्यो ओलिंपिक 2020 में वह 53 किलोग्राम कैटेगरी में खेलीं, लेकिन पेरिस ओलिंपिक में आकर उन्होंने 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलना तय किया। यह सही है कि 53 किलोग्राम की कैटेगरी में खेलना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि दुनिया के बेस्ट रेसलर 53 किलोग्राम की कैटेगरी में आते हैं। पटियाला कैंप में ट्रायल के दौरान हुआ था हंगामा
पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान के हॉल में 12 मार्च 2024 को हंगामा हुआ था। पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम और 53 किलोग्राम दोनों कैटेगरी में हिस्सा लेने का विकल्प चुना। इसके बाद वह 50 किलोग्राम का ट्रायल जीतीं, जबकि 53 किलोग्राम के ट्रायल में टॉप 4 में रहीं। नियमों की क्लैरिटी न होने के कारण विनेश फोगाट को यह नहीं पता था कि वह किस कैटेगरी का हिस्सा होंगी। इसलिए उन्होंने दो कैटेगरी में हिस्सा लिया। महज 5 महीने बाद विनेश फोगाट के इस फैसले ने उन्हें 2024 पेरिस ओलिंपिक में रजत या स्वर्ण पदक दिलाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
वहीं इस बीच अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इससे भारत को 53 किलोग्राम वर्ग में पेरिस ओलिंपिक का कोटा मिला। भारतीय कुश्ती महासंघ के नियमों के अनुसार, कोटा विजेता को ओलिंपिक के लिए हरी झंडी मिल गई थी। अब विनेश फोगाट असमंजस में थीं। उस समय भारत में कुश्ती का संचालन एडहॉक कमेटी कर रही थी। उन्होंने उनसे वादा किया था कि 53 किलोग्राम वर्ग के लिए ट्रायल होगा, लेकिन ऐसा शायद ही हो पाता। क्योंकि रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव हो गया था। संजय सिंह नए अध्यक्ष चुन लिए गए थे। 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प
12 मार्च आ गया। फोगाट का मानना था कि WFI की वापसी से उन्हें 53 किलोग्राम वर्ग में ओलिंपिक में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिलेगा। उनके पास 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प था। उन्होंने 50 किलोग्राम चुना। इस वर्ग में उन्होंने आखिरी बार 2018 में हिस्सा लिया था। इसे लेकर विनेश ने कहा था, “मुझे 53 किग्रा कोटा के लिए ट्रायल को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। आमतौर पर कोटा देश को मिलता है, लेकिन उन्होंने पहले ट्रायल नहीं किए थे। उन्होंने (एडहॉक कमेटी) कहा था कि इस बार ऐसा नहीं होगा। मेरे पास ऐसा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। क्योंकि मुझे ओलिंपिक में हिस्सा लेना था।” इस दौरान विनेश फोगाट ने ये भी कहा था कि उन्होंने वजन में ये बदलाव इसलिए किया क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था। मैं खुश हूं कि ओलिंपिक खेलने का मौका मिल रहा है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल
विनेश फोगाट का वजन आमतौर पर 55-56 किलोग्राम के आसपास होता है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल है। इसीलिए, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविक ने कहा कि यह एक किलो का मामला नहीं था बल्कि 100 ग्राम के आंकड़े तक पहुंचने के लिए उन्हें पहले ही बहुत अधिक वजन कम करना पड़ा। जिसकी वजह से समस्या हुई। ये खबर भी पढ़ें… विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल की उम्मीद जगी:CAS में अब सुनवाई कल दोपहर डेढ़ बजे; ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई होने पर संन्यास ले चुकीं पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट के चलते अयोग्य करार दी गईं रेसलर विनेश फोगाट की अपनी डिसक्वालीफिकेशन के खिलाफ दायर अपील पर अब 9 अगस्त (शुक्रवार) को सुनवाई होगी। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में यह सुनवाई आज यानि गुरुवार रात साढ़े 9 बजे ही होनी थी मगर विनेश के साथ मौजूद दल ने भारतीय वकील को पेश करने के लिए समय की मांग की। इसके बाद CAS ने कल सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे) तक का वक्त दे दिया। (पूरी खबर पढ़ें)