पंजाब के फाजिल्का जिले के नई आबादी इलाके में गाय का दूध दुहने को लेकर विवाद होने का मामला सामने आया है l बताया जा रहा है कि विवाद के बीच बचाव में आए परिवार के तीन लोग घायल हुए हैं l जिन्हें इलाज के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया और उनके द्वारा मामले में कार्रवाई की मांग की जा रही है l दूध बेचने का करते है काम जानकारी देते हुए घायल युवक सलमान ने बताया कि वह नई आबादी इलाके के रहने वाले है और उन्होंने व उनके रिश्तेदारी में परिवारों ने गाय रखी हुई है, जो दूध बेचने का काम करते है l इसी बीच उसके ताया के लड़के व उसके मामा के बीच गाय का दूध दुहने को लेकर विवाद हो गया l वह आपस में झगड़ पड़े l झगड़ा होते देख वह उन्हें छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंचे l तेजधार हथियारों से किया हमला इस दौरान उसके ताया के लड़के के दूसरे पक्ष में और लोग आ गए l जिन्होंने तेजधार हथियारों से धावा बोल दिया l घटना में तीन लोग घायल हुए हैं l जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया है l उन्होंने बताया कि झगड़े में उसकी मां व भाई भी घायल हो गए l फिलहाल मामले में उनके द्वारा पुलिस प्रशासन से इंसाफ की मांग करते हुए उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है l हालांकि डॉक्टर द्वारा सूचना एमएलआर के जरिए पुलिस को दी जा रही है l पंजाब के फाजिल्का जिले के नई आबादी इलाके में गाय का दूध दुहने को लेकर विवाद होने का मामला सामने आया है l बताया जा रहा है कि विवाद के बीच बचाव में आए परिवार के तीन लोग घायल हुए हैं l जिन्हें इलाज के लिए फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया और उनके द्वारा मामले में कार्रवाई की मांग की जा रही है l दूध बेचने का करते है काम जानकारी देते हुए घायल युवक सलमान ने बताया कि वह नई आबादी इलाके के रहने वाले है और उन्होंने व उनके रिश्तेदारी में परिवारों ने गाय रखी हुई है, जो दूध बेचने का काम करते है l इसी बीच उसके ताया के लड़के व उसके मामा के बीच गाय का दूध दुहने को लेकर विवाद हो गया l वह आपस में झगड़ पड़े l झगड़ा होते देख वह उन्हें छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंचे l तेजधार हथियारों से किया हमला इस दौरान उसके ताया के लड़के के दूसरे पक्ष में और लोग आ गए l जिन्होंने तेजधार हथियारों से धावा बोल दिया l घटना में तीन लोग घायल हुए हैं l जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया है l उन्होंने बताया कि झगड़े में उसकी मां व भाई भी घायल हो गए l फिलहाल मामले में उनके द्वारा पुलिस प्रशासन से इंसाफ की मांग करते हुए उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है l हालांकि डॉक्टर द्वारा सूचना एमएलआर के जरिए पुलिस को दी जा रही है l पंजाब | दैनिक भास्कर
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खन्ना में कांग्रेसी पार्षद सहित 3 पर केस:पूर्व मंत्री कोटली के नजदीकी, सरकारी ड्यूटी में बाधा का आरोप
खन्ना में कांग्रेसी पार्षद सहित 3 पर केस:पूर्व मंत्री कोटली के नजदीकी, सरकारी ड्यूटी में बाधा का आरोप खन्ना में पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली के नजदीकी कांग्रेसी पार्षद अमरीश कालिया सहित तीन लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सिटी थाना 2 में दर्ज की गई इस एफआईआर में अमरीश कालिया के अलावा हरदीप और बिन्नी (प्रेम पकौड़े वाले) को नामजद करने के साथ साथ कुछ अज्ञात लोगों को भी शामिल किया गया है। यह एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 132, 221, 285 के तहत दर्ज की गई है। आरोपियों पर सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने और दुर्व्यवहार करने का आरोप है। महिला अधिकारी ने दर्ज कराई एफआईआर यह एफआईआर नगर कौंसिल की महिला अधिकारी परमजीत कौर की तरफ से दर्ज कराई गई है। परमजीत कौर जूनियर असिस्टेंट हैं। उन्हें कुछ दिनों पहले नगर कौंसिल की तहबाजारी शाखा की इंचार्ज लगाया गया। परमजीत कौर ने अपने बयानों में लिखवाया है कि नगर कौंसिल के ईओ के आदेशों पर वे अपनी टीम समेत शहर में से अतिक्रमण हटा रहे थे। अमलोह रोड पर पार्षद अमरीश कालिया ने उनके साथ बहसबाजी की और सरकारी ड्यूटी में बाधा डाली। इसी प्रकार चांदला मार्केट में अतिक्रमण हटाने पर प्रेम पकौड़े वालों के दोनों बेटों हरदीप और बिन्नी समेत अन्य लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और ड्यूटी में बाधा डाली। बाद में सर्विस रोड पर धरना भी लगा दिया। सरकार के इशारे पर धक्केशाही – कोटली पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह सरकार के इशारे पर धक्केशाही हो रही है। प्रशासन रेहड़ी फड़ी वालों सहित दुकानदारों को परेशान कर रहा है। अधिकारी सत्ता पक्ष के इशारे पर काम कर रहे हैं। हालांकि, कुछ दिनों पहले कांग्रेस की तरफ से इसका विरोध करते हुए मांग की गई थी कि पहले नरोत्तम नगर में एक आप नेता द्वारा सरकारी पार्क पर किए अतिक्रमण को हटाया जाए। आज तक उस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। लोगों के हक में आवाज उठाने पर कांग्रेसी पार्षद अमरीश कालिया खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया। इसका विरोध करेंगे और आने वाले दिनों में रोष प्रदर्शन करेंगे।
एनसीएम के पूर्व-अध्यक्ष का मनमोहन सिंह की पत्नी को खत:कहा- सिख धर्म में स्मारक बनाने की अनुमति नहीं; शिक्षण संस्थान बनाने का सुझाव
एनसीएम के पूर्व-अध्यक्ष का मनमोहन सिंह की पत्नी को खत:कहा- सिख धर्म में स्मारक बनाने की अनुमति नहीं; शिक्षण संस्थान बनाने का सुझाव पूरे देश में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम का स्मारक बनाने को लेकर विवाद चल रहा है। राजघाट पर जगह ना दिए जाने के बाद पूरे देश में कांग्रेस की विपक्षीय पार्टियां भी भाजपा का विरोध कर रही हैं। इसी बीच सिख समुदाय के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) के पूर्व अध्यक्ष तरलोचन सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर को खत लिखा है। तरलोचन सिंह ने इस खत में गुरशरण कौर को लिख सुझाव देते हुए कहा- आप जानती हैं कि सिख धर्म में समाधि/स्मारक की अनुमति नहीं है। सिख धार्मिक नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के लिए भी समाधि को स्वीकार नहीं किया था। इसे लेकर सुझाव है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के समुदाय और परिवार को उनके नाम पर शैक्षणिक संस्थान स्थापित करने का प्रस्ताव रखना चाहिए। स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स खोलने का दिया सुझाव तरलोचन सिंह ने इस खत में कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह इकोनॉमिक्स के विद्वान थे। ऐसे मे दिल्ली में उनके नाम से अंतर्राष्ट्रीय डॉ. मनमोहन सिंह स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स या डॉ. मनमोहन सिंह स्कूल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन बनाने की मांग रखनी चाहिए। जहां विभिन्न देशों के युवा आकर पढ़ाई कर सकेंगे और डॉ. मनमोहन सिंह का नाम हमेशा याद किया जाएगा। संस्थान परिसर में डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन और कार्यों का एक म्यूजियम भी होनी चाहिए। किसी नेता के नाम पर नहीं है कोई समारक विशेषज्ञों का भी मानना है कि सिख धर्म में स्मारकों की अनुमति नहीं है। पंजाब से कई बड़े सिख नेताओं का जन्म हुआ। ज्ञानी जैल सिंह को छोड़ किसी भी नेता के नाम पर कोई स्मारक नहीं है। मास्टर तारा सिंह, बलदेव सिंह या समुदाय के किसी भी महान मुख्यमंत्री के नाम पर कोई स्मारक नहीं है।
लुधियाना में आज चुनाव प्रचार पर ब्रेक:शाम 6 बजे के बाद ढोल धमाका बंद,सिर्फ डोर टू डोर की अनुमति,380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील
लुधियाना में आज चुनाव प्रचार पर ब्रेक:शाम 6 बजे के बाद ढोल धमाका बंद,सिर्फ डोर टू डोर की अनुमति,380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील लोक सभा चुनाव को लेकर पंजाब में 1 जून को वोटिंग होगी। इस दिन को प्रशासन ने गजेटेड हॉलीडे/पब्लिक हॉलीडे/पेड हॉलीडे घोषित किया है। सेक्शन-113 एसबी के तहत बिजनेस, ट्रेड, इंडस्ट्रियल अंडरटेकिंग और अन्य इस्टेबलिशमेंट में काम करने वाले हर व्यक्ति को मतदान का अधिकार है, ऐसे में 1 जून को अवकाश के तहत सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही सभी इंडस्ट्रीज वाले, शॉप आदि में शिफ्ट वेजेस, डेली वेजेस, कैशुअल वर्कर आदि का पेड हॉलीडे रहेगा। 7वें चरण के मतदान से पहले चुनावी शोर (ढोल धम्मका) आज शाम 6 बजे से लुधियाना में थम जाएगा। रोड शो,जनसभा,जुलूस सभी कार्यक्रमों पर पूरी तरह से रोक लग गई है। चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद शहर में शांत माहौल आज बन जाएगा। 48 घंटे पहले बंद हो जाती रैलियां और रोड शो वोटिंग से 48 घंटे पहले तक के समय को साइलेंस पीरियड में गिना जाता है। इस दौरान चुनाव आयोग की तरफ से राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को प्रचार-प्रसार की अनुमति नहीं होती। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 के तहत यह समय सीमा वोटिंग के बाद स्वतः: समाप्त हो जाती है। शहर में सुरक्षा प्रबंध पूरा किए जा रहे है। डोर टू डोर वोट मांग सकेंगे प्रत्याशी
राज नेताओं से लेकर हर प्लेटफॉर्म से यह अपेक्षा की जाती है कि वे साइलेंस पीरियड लागू होने पर मतदाताओं को प्रभावित करने से बचें। आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय सीमा के लिए जिला मजिस्ट्रेट गैरकानूनी सभाओं, सार्वजनिक बैठक, लाउड स्पिकर के उपयोग पर प्रतिबंध और सभाओं को 5 से कम लोगों तक सीमित रखने को लेकर निर्देश जारी करता है। शहर में इन चीजों पर रह सकता प्रतिबंध
लुधियाना में आज शाम से साइलेंस पीरियड शुरू होने के बाद टेलीविजन या अन्य प्लेटफॉर्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के सर्वे चलाने पर प्रतिबंध हो सकता है। धारा-126 के तहत ऐसे किसी भी काम की इजाजत नहीं होगी, जिससे चुनाव का रिजल्ट प्रभावित हो। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक विज्ञापन भी नहीं चलेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार साइलेंस पीरियड के समय घर-घर जाकर (डोर-टू-डोर) चुनाव प्रचार करने की अनुमित होती है। इन नियमों पर होगी सख्ती
-कोई भी सियासी शख्स जो उस लोकसभा सीट का वोटर नहीं है, साथ ही सांसद या विधायक भी नहीं है, वो उस लोकसभा सीट में नहीं रुक सकता है
-चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद चुनाव वाले राज्यों के बीच की सीमाएं भी सील रहेंगी
-राज्य की सुरक्षा हासिल करने वाले सियासी शख्स यदि लोकसभा सीट के वोटर्स है, तो वो अपने वोटिंग राइट्स का उपयोग करने के बाद क्षेत्र में नहीं घूम सकते है।
-प्रिट मीडिया में सियासी विज्ञापन भी जांच के बाद छापा जा सकता लोकसभा लुधियाना में है 2921 मतदान केंन्द्र
कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2919 थी जिसमें दो मतदान केंद्रों की संख्या को बढ़ाया गया है। अब इनकी संख्या 2921 हो गई है। वहीं, संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 363 है। मतदान केंद्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे है। संवेदनशील मतदान केंद्रों में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती रहेगी। अन्य मतदान केंद्रों में भी सुरक्षाकर्मी हर गतिविधियों पर नजर रखेंगे। माइक्रो आब्जर्वर मतदान केंद्रों में तैनात किए जाएंगे। पंजाब की 13 लोकसभा सीट पर मतदान केंद्रों की लिस्ट तैयार की जा रही है। इनमें संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या पांच हजार तक पहुंच गई है। पंजाब में करीब 24000 मतदान केंद्र हैं। पंजाब में सुरक्षा बलों की 35 से अधिक कंपनियां आमद कर चुकी हैं। लुधियाना में 380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील
बीते दिनों महानगर में पोलिंग बूथों का भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया। जिला प्रशासन के रिकार्ड मुताबिक खन्ना के इलाके में 28 संवेदनशील पोलिंग स्टेशन है। समराला में 21 प्रतिशत पोलिंग स्टेशन संवेदनशील है। देहाती इलाके में कुल 50 प्रतिशत ऐसे पोलिंग स्टेशनों की पहचान की गई है, जहां अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी। लुधियाना में कुल 380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील और अति संवेदनशील है। शहर का करीब 26 प्रतिशत इलाका संवेदशील श्रेणी में है। चुनाव कंट्रोल सेंटर पर होगी वैबकास्टिंग
बीते दिन डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि चुनाव कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण बारीकी से किया जा रहा है। 2921 पोलिंग सेंटरों पर वैबकास्टिंग करवाई जाएगी। प्रत्येक पोलिंग स्टेशन से लाइव स्ट्रीमिंग होगी। सी-विजील पर शिकायतें, ऑनलाइन और टैलीफोनिक शिकायतें,EVM/ पोलिंग पार्टियों को लेकर जाने वाले वाहनों की जीपीएस निगरानी, हेल्पलाइन 1950,पुलिस और सीपीएफ द्वारा नाके,एस.टी.एफ द्वारा विशेष नाके,एफ.एस.टी और एस.एस.टी द्वारा निरंतर चैकिंग की जा रही है। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर क्विक रिस्पॉन्स टीम को तुरंत भेजा जा रहा है। वोट डालने आए वोटरों की संख्या पर आयोग रखेगा नजर
चुनाव अधिकार ने बताया कि पोलिंग स्टेशनों की लाइव स्ट्रीमिंग होगी जिस के जरिए प्रशासन लाइनों में खड़े वोटरों की संख्या, रियल टाइम में पोलिंग प्रक्रिया पर नजर रखेगा और कंट्रोल रूम के जरिए पूरी पोलिंग प्रक्रिया की निगरानी करेगा। सभी पोलिंग स्टेशनों के विजुअल का लगातार प्रसारण बनाए रखने के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ हाई-रेजोलीउशन वेबकेम जुड़े होगे। शहर में 4 हजार से अधिक जवान तैनात रहेंगे। चुनाव से 48 घंटे पहले ड्रोन से भी निगरानी रखी जाएगी।