फाजिल्का के जलालाबाद में स्थानीय लोगों ने स्कूटी चोरी करके भाग रहे युवक को पीछा कर पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की। लोगों का कहना है कि एक लाख की स्कूटी है जो उक्त नौजवान द्वारा चोरी कर महज 5 या 10 हजार में बेच दी जाएगी l जिस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए l जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी सतराज ने बताया कि जलालाबाद के बाजार में पेस्टीसाइड की दुकान के बाहर एक एक्टिवा खड़ी थी। जिसे आरोपी युवक ने चोरी कर ले गया l जैसे ही मालिक को इसकी भनक लगी तो सभी ने उसका पीछा किया और नए बन रहे मिड्डा अस्पताल के नजदीक लोगों की सहायता से आरोपी को काबू कर लिया गया l जिसे पकड़ वापस पेस्टिसाइड की दुकान लाया गया है और उसकी जमकर पिटाई की गई है l नशे की पूर्ति के लिए चोरी फिलहाल पकड़े गए आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। उधर, पकड़े गए आरोपी ने बताया कि उसका नाम बलदेव है जो गांव मूसा का रहने वाला है l उसके पारिवारिक लोग उसे घर में दाखिल नहीं होने दे रहे l जिस वजह से वह परेशान है और नशे का आदी है l नशे की पूर्ति के लिए उसके पास पैसे नहीं थे l जिसके चलते उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया l फाजिल्का के जलालाबाद में स्थानीय लोगों ने स्कूटी चोरी करके भाग रहे युवक को पीछा कर पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की। लोगों का कहना है कि एक लाख की स्कूटी है जो उक्त नौजवान द्वारा चोरी कर महज 5 या 10 हजार में बेच दी जाएगी l जिस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए l जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी सतराज ने बताया कि जलालाबाद के बाजार में पेस्टीसाइड की दुकान के बाहर एक एक्टिवा खड़ी थी। जिसे आरोपी युवक ने चोरी कर ले गया l जैसे ही मालिक को इसकी भनक लगी तो सभी ने उसका पीछा किया और नए बन रहे मिड्डा अस्पताल के नजदीक लोगों की सहायता से आरोपी को काबू कर लिया गया l जिसे पकड़ वापस पेस्टिसाइड की दुकान लाया गया है और उसकी जमकर पिटाई की गई है l नशे की पूर्ति के लिए चोरी फिलहाल पकड़े गए आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। उधर, पकड़े गए आरोपी ने बताया कि उसका नाम बलदेव है जो गांव मूसा का रहने वाला है l उसके पारिवारिक लोग उसे घर में दाखिल नहीं होने दे रहे l जिस वजह से वह परेशान है और नशे का आदी है l नशे की पूर्ति के लिए उसके पास पैसे नहीं थे l जिसके चलते उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया l पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में प्लेवे स्कूलों के लिए गाइड लाइन तय:एडमिशन के समय बच्चे का स्क्रीनिंग टेस्ट-पेरेंट्स इंटरव्यू नहीं होगा, जंक फूड पर रहेगी पाबंदी
पंजाब में प्लेवे स्कूलों के लिए गाइड लाइन तय:एडमिशन के समय बच्चे का स्क्रीनिंग टेस्ट-पेरेंट्स इंटरव्यू नहीं होगा, जंक फूड पर रहेगी पाबंदी पंजाब सरकार प्लेवे स्कूलों लिए नई पॉलिसी लागू करने जा रही है। प्लेवे स्कूलों की इमारत से लेकर टीचर तक की गाइड लाइन तय की गई हैं। विभाग द्वारा स्कूलों मॉनिटरिंग की जाएगी। स्कूलों में एडमिशन के लिए बच्चे का कोई स्क्रीनिंग टेस्ट या पेरेंट्स इंटरव्यू आदि नहीं होगा। इन स्कूलों में जंक फूड पूरी तरह से बंद रहेगा। न तो घर से टिफिन में जंक फूड आएगा और न ही स्कूल या उसके आसपास जंग फूड बिकेगा। यह जानकारी मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने पेरेंट्स से अपील की है कि वह बच्चों को इन स्कूलों में दाखिल करवाने से पहले यह चैक कर ले कि स्कूल रजिस्ट्रर है या नहीं। इस संबंधी जानकारी सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। 3 से 6 साल के बच्चों की संख्या पंजाब में 40 हजार है। जिसको इस चीज का फायदा मिलेगा। वही, जल्दी साफ होगा कि पंजाब में कितने प्लेवे स्कूल होंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों की सेहत से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। एक कमरे में चलने वाले प्लेवे स्कूल पूरी तरह बंद होंगे। उन्होंने कहा कि पहले सरकार का कंट्रोल आंगनवाड़ी केंद्रों पर था। जबकि अब सारे प्लेवे सेंटर कवर किए जाएंगे। पंजाब सरकार ने प्लेवे के लिए तय की हैं यह 14 गाइडलाइन 1. राज्य में चल रहे सभी प्राइवेट व सरकारी प्ले स्कूलों को रजिस्ट्रर किया जाएगा। इसके बाद सरकार के पास बच्चों का सारा ब्योरा रहेगा। 2. प्लेवे एक टीचर 20 से अधिक बच्चों को नहीं पढ़ा पाएगा। उसके साथ केयर टेकर भी रहेगा। ताकि बच्चों की सेहत से खिलवाड़ न हो। 3. स्कूल की चारदिवारी सेफ होनी चाहिए, बच्चे के खेलने के लिए उचित जगह रहेगी। 4. स्कूल के क्लास रूम खुले होने चाहिए। वहीं, रेस्ट रूम की व्यवस्था भी तय होगी। यदि बच्चे को नींद आए तो वहां सो सकें। 5. लड़के और लड़कियों के लिए अलग से टॉयलेट होंगे। यह चाइल्ड फ्रेंडली होंगे। वहां पर साबुन और टॉवल की व्यवस्था होगी। 6. सारे स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे भी जरूरी किए गए हैं। 7. प्लेवे में बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जाएगा, बच्चे को किसी तरह से धमकाया नहीं जा सकेगा। उन पर किसी तरह का वर्क लोड नहीं होगा 8. बच्चे को किसी तरह की सजा नहीं दी जाएगा। टीचर बच्चे को धमका भी नहीं पाएंगे। इसके अलावा थप्पड़ आदि नहीं मार सकेंगे। 9. प्ले वे के अंदर लाइब्रेरी की व्यवस्था होगी। बच्चों के पीने के साफ पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। 10. हर महीने में बच्चे का हेल्थ चैकअप होगा, उसका रिकॉर्ड रखा जाएगा। बच्चे के टीकाकरण का रिकॉर्ड स्कूल रखेंगे। 11. स्कूल में बच्चे की सुरक्षा के लिए फायर सेफ्टी, हेल्थ सुविधा सब परखी जाएगी। 12. स्कूल में फीस कैसे ली जाएगी, इस पर भी गाइड लाइन रहेग 13. एडमिशन के समय बच्चे का स्क्रीनिंग टेस्ट और पेरेंट्स का इंटरव्यू नहीं होगा। 14. पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन बनाई जाएगी। साथ ही जंक फूड पाबंदी लगाई जाएगी। एक महीने में होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया मंत्री बलजीत कौर ने बताया कि अब उनकी तरफ से सबसे पहले सारे प्ले स्कूलों को एक महीने के अंदर रजिस्ट्रर किया जाएगा। जो स्कूल नियमों का पालन करेंगे कि वह ही चल पाएंगे। वहीं, स्कूलों के पेरेंट्स वॉट्सऐप ग्रुप बनेंगे। इसमें सारी जानकारी शेयर की जाएगी। इसके अलावा समय समय पर प्लेवे स्कूलों की चेकिंग होगी। हर साल स्कूलों का रजिस्ट्रेशन होगा।
पठानकोट में पत्नी ने दिया फौजी को जहर:प्रेमी संग मिलकर बनाई मारने की योजना, छुट्टी बिताने आया था युवक, बोली- नहीं छोड़ सकती
पठानकोट में पत्नी ने दिया फौजी को जहर:प्रेमी संग मिलकर बनाई मारने की योजना, छुट्टी बिताने आया था युवक, बोली- नहीं छोड़ सकती पठानकोट के सरहदी क्षेत्र के गांव पलाह में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर छुट्टी पर आए अपने सैनिक पति को खाने में जहर देकर उसकी हत्या करने का प्रयास किया। हालत बिगड़ने पर सैनिक को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। पुलिस की ओर से इस मामले में बीएसएफ जवान की पत्नी काजल और उसके प्रेमी अभिषेक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। 2015 में हुई थी शादी आरोपी पत्नी काजल को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसका प्रेमी अभी फरार चल रहा है। जानकारी के अनुसार, गांव पलाह निवासी बीएसएफ जवान अश्विनी कुमार ने पुलिस को अपने बयान में बताया है कि उसकी शादी 2015 में हुई थी। पिछले कुछ वर्षों से उसकी पत्नी काजल का गांव के ही अभिषेक नामक युवक से नाजायज संबंध हैं। अपनी पत्नी को कई बार यह सब छोड़ देने के लिए कहा था, लेकिन उसकी पत्नी हर हाल में अभिषेक से संबंध बनाए रखना चाहती थी और उनके नाजायज संबंध में रुकावट डालने के लिए अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसे कई बार डराया धमकाया भी गया है। पीड़ित अश्वनी ने बताया कि उसने जब इस संबंध में अपने सास ससुर को बताया तो उन्होंने उल्टा मेरे खिलाफ ही थाने में शिकायत दर्ज करवा दी। 3 जुलाई को आया था अपने घर पुलिस को दिए अपने बयान में सैनिक अश्विनी कुमार ने बताया कि वह छुट्टी लेकर 3 जुलाई को घर आया था। जिसके बाद उसकी पत्नी ने फिर से लड़ाई झगड़ा करना शुरू कर दिया। जब 6 जुलाई को मैं अपने घर पर बैठा हुआ था तो उसी दिन शाम को उक्त युवक अभिषेक ट्रैक्टर लेकर गली से गुजर रहा था। ट्रैक्टर के हॉर्न की आवाज सुनकर उसकी पत्नी काजल की ओर से अपने आशिक को इशारा किया गया, जब उसने इसका विरोध किया तो उसकी बीवी ने झगड़ा शुरू कर दिया और सीधे तौर पर कहा कि वह अपने पति को छोड़ सकती है लेकिन प्रेमी को नहीं। खाने में दी जहरीली वस्तु शिकायत में अश्विनी ने आगे बताया कि 7 जुलाई को वह अपने खेत से वापस घर लौटा तो मेरी बीबी काजल ने मुझे खाना लगाकर दिया। उसने कुछ निवाला ही खाया था कि उसकी तबीयत खराब होने लगी। देखते ही देखते तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जिस पर उसके परिवार वालों की ओर से उसे पठानकोट के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जहां पर मेरा ईलाज शुरू हो गया, जब डॉक्टरों ने बताया कि मैंने खाने में कुछ जहरीली वस्तु निगल ली है, तो मैं हैरान हो गया। पीड़ित अश्वनी ने कहा कि मेरी पत्नी ने अपनी आजादी के लिए मुझे दाल में कोई जहरीली वस्तु मिला कर दे दी थी, ताकि मैं मर जाऊ। पीड़ित अश्वनी कुमार ने अपने बयानों में अपनी पत्नी एवं उसके आशिक अभिषेक के ऊपर जान से मारने के आरोप लगाए तथा न्याय की अपील की। उधर, थाना नौरजा पुलिस ने महिला के सैनिक की शिकायत के आधार पर उसकी पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। चौकी इंजार्च बमियाल विजय कुमार ने बताया कि आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच पड़ताल की जांच की जा रही है।
कपूरथला में 156 करोड़ से अधिक का निवेश:एआईएफ योजना के तहत बैंकों ने मंजूर की 236 परियोजनाएं, लाभार्थियों को दी जाती है सब्सिडी
कपूरथला में 156 करोड़ से अधिक का निवेश:एआईएफ योजना के तहत बैंकों ने मंजूर की 236 परियोजनाएं, लाभार्थियों को दी जाती है सब्सिडी कपूरथला जिले में कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड स्कीम के तहत 30 जून तक विभिन्न भागीदार बैंकों द्वारा 156.47 करोड़ रुपए की 236 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। जानकारी देते हुए बागवानी विभाग की निदेशक शैलिंदर कौर ने बताया कि कृषि अवसंरचना निधि (AIF) योजना के तहत कपूरथला जिले की परियोजनाओं के लिए स्वीकृत राशि 105.26 करोड़ रुपए है, जो कृषि विकास के क्षेत्र में हो रहे महत्वपूर्ण विकास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जिले में AIF योजना के तहत स्वीकृत परियोजनाओं में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 31 मार्च 2024 तक जिले में 189 परियोजनाएं स्वीकृत थीं तथा 31 मार्च 2023 तक इन परियोजनाओं की संख्या 51 हो गई। उन्होंने कहा कि कपूरथला के किसानों और कृषि उद्यमियों के बीच AIF योजना के बारे में बढ़ती जागरूकता और इसे तेजी से अपनाने के कारण परियोजनाओं की मंजूरी में लगातार वृद्धि हो रही है। निदेशक शैलिंदर कौर ने कहा कि योजना के तहत जिले में स्थापित की जा रही प्रमुख परियोजनाओं में कस्टम हायरिंग सेंटर, मौजूदा बुनियादी ढांचे पर सौर पैनल, प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र, सॉर्टिंग-ग्रेडिंग इकाइयां और कोल्ड स्टोर आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को मंजूरी देने में भारतीय स्टेट बैंक 61, पंजाब ग्रामीण बैंक 46, पंजाब नेशनल बैंक 30, बैंक ऑफ इंडिया 25 और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 25 अग्रणी है। पंजाब को देशभर में मिला पहला स्थान AIF योजना में पंजाब के लगातार नेतृत्व के बारे में जानकारी देते हुए शैलिंदर कौर ने कहा कि पंजाब को देशभर में सर्वाधिक स्वीकृत परियोजनाओं में पहला स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि 30 जून 2024 तक प्रदेश में 14395 परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि स्वीकृत परियोजनाओं के लिए भारत के शीर्ष 10 जिलों में से 9 जिले पंजाब के हैं। बागवानी निदेशक ने कहा कि योजना के तहत लाभार्थियों को 2 करोड़ रुपए तक के सावधि ऋण पर 7 साल की अवधि के लिए 3% ब्याज सब्सिडी मिलती है और अधिकतम ब्याज दर 9% तय की गई है। एआईएफ योजना को अन्य राज्य और केंद्रीय सब्सिडी, योजनाओं के साथ जोड़ा जा सकता है, और परियोजनाएं सीजीटीएमएसई हो सकती हैं। योजना का लाभ भी मिलता है।