‘एक अति अबोध बालिका, जिसकी उम्र महज डेढ़ साल है। वह अभी ठीक से अपने माता-पिता को भी जानती-पहचानती नहीं होगी। उसके साथ 20 साल के व्यक्ति ने अत्यंत वीभत्स तरीके से अपनी काम पिपासा शांत करने के लिए न केवल बलात्कार किया, बल्कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स को क्षत-विक्षत कर दिया। डॉक्टरों ने बच्ची की जान बचाई।’ यह टिप्पणी बुधवार को फिरोजाबाद में स्पेशल पॉस्को कोर्ट ने की। पांच माह पहले डेढ़ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपी को दोषी करार देते हुए अदालत ने उसे उम्र कैद की सजा दी। एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है, जिसे अदा न करने पर उसे अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी। अब विस्तार से पढ़िए… घर से 500 मीटर दूर ले जाकर किया रेप मामला थाना नारखी क्षेत्र के एक गांव का है। गांव निवासी व्यक्ति ने बताया 16 जुलाई, 2024 को वह मजदूरी करने गया था। घर पर उसकी पत्नी और दो बेटियां थीं। पत्नी कामकाज में व्यस्त थी। इस बीच गांव के 20 साल के अंकुश ने उसकी डेढ़ साल की मासूम पुत्री को बहला-फुसलाकर गांव से 500 मीटर दूर खेत में ले जाकर दुष्कर्म किया। लहूलुहान हालत में पड़ी थी बच्ची मासूम की चीख पुकार सुनकर आसपास खेतों में काम करने वाले लोग दौड़े। लोगों को आते देख आरोपी अंकुश भाग निकला। मासूम लहूलुहान हालत में पड़ी थी। पीड़िता का प्राइवेट पार्ट क्षत-विक्षत हो गया था। उसका आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में इलाज कराया गया। इस घटना से परिवार और गांव के लोग आक्रोशित थे। उन्होंने आरोपी को खोजकर पकड़ा और पुलिस के हवाले किया था। बच्ची के पिता ने अंकुश के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने पीड़िता का जिला महिला अस्पताल में चेकअप कराया। मेडिकल रिपोर्ट, चश्मदीदों के बयानों को शामिल करते हुए जांच पड़ताल की गई। विवेचना के बाद पुलिस ने पॉस्को कोर्ट में अंकुश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। जुर्माना न देने पर 2 साल सजा बढ़ जाएगी मुकदमे की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (ADJ) स्पेशल जज पॉस्को अवधेश कुमार सिंह की अदालत में हुई। 6 से अधिक लोगों ने कोर्ट में गवाही दी। कई सबूत पेश किए गए। गवाही और सबूतों के आधार पर कोर्ट ने अंकुश को दोषी माना। अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एक लाख रुपए का जुर्माना अदा न करने पर उसे 2 साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। कोर्ट ने कहा- नरमी नहीं बरती जाएगी एडीजीसी अवधेश भारद्वाज और अरबेश कुमार शुक्ला ने बताया कि जज अवधेश कुमार सिंह की अदालत ने आरोपी अंकुश को सजा सुनाने के बाद तल्ख टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा- नरमी बरतने का औचित्य ही नहीं है। उसे पूरी जिंदगी जेल में रखा जाए। तिल-तिल कर जीने के लिए मजबूर करना ही न्याय होगा। अदालत ने सजा सुनाते वक्त कहा- ‘मासूम, जिसे समाज और संसार की जानकारी नहीं है। उसके साथ इतने घिनौने कृत्य से उसके मन में भेड़ियारूपी बलात्कारियों के बारे में अत्यंत ही घिनौनी और वीभत्स छवि अंकित होगी, जो उसके समझदार होने पर उसके संपूर्ण जीवन काल में रह-रह कर न केवल उसे झकझोरती रहेगी, बल्कि उससे स्वयं ही प्रश्न करेगी कि उसका दोष क्या था? ऐसे में दोषी के विरुद्ध नरमी बरतने का औचित्य नहीं है। उसे संपूर्ण जीवन भर जेल में रख कर तिल-तिल कर जीने के दंड से दंडित किया जाना न्यायोचित होगा। फिरोजाबाद कोर्ट से जुड़ा यह मामला भी पढ़िए… 2 साल की बच्ची से रेप करने वाले को आजीवन कारावास एक अन्य घटना में फिरोजाबाद कोर्ट ने रेप के दोषी को उम्र कैद की सजा दी है। मामला 19 दिसंबर, 2018 का है। वक्त शाम छह बजे का था। एक महिला अपने चार बच्चों के साथ घर पर थी। इस बीच डीएम कालोनी निवासी एक नाबालिग घर में आया। वह अक्सर घर आता-जाता था। महिला के अनुसार, वह पानी भरने बाहर गई। इस दौरान आरोपी ने उसकी दो वर्षीय बेटी से रेप किया। वह घर लौटी तो बेटी खून से लथपथ थी। परिजनों ने उसे पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मामले की उसी दिन शिकायत दर्ज की गई। जुवेनाइल बोर्ड में आरोप पत्र जमा किया गया। बाद में वहां से मुकदमा बाल न्यायालय, विशेष न्यायाधीश (पाक्सो एक्ट) व एडीजे न्यायालय में ट्रांसफर कर दिया गया। एडीजीसी संजीव शर्मा ने बताया कि बाल न्यायालय व एडीजे मुमताज अली ने दाेषी को उम्रकैद दी है। ————————————— यह खबर भी पढ़ें… लखनऊ में बेटे ने मां को मार डाला:खेत में मफलर से गला घोंटा, नाले में छिपाई लाश; लूट दिखाने के लिए जेवर निकाले लखनऊ में शराब के पैसे नहीं देने पर बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर मां की हत्या कर दी थी। किसी को शक न हो, इसलिए वारदात को लूट बता दिया। मां के शरीर से जेवर, अंगूठी, माला और पायल उतार लिए। शव को खेत से 50 मीटर दूर एक नाले में छिपा दिया। पुलिस ने बुधवार को बेटे और उसके साथी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। पढ़ें पूरी खबर ‘एक अति अबोध बालिका, जिसकी उम्र महज डेढ़ साल है। वह अभी ठीक से अपने माता-पिता को भी जानती-पहचानती नहीं होगी। उसके साथ 20 साल के व्यक्ति ने अत्यंत वीभत्स तरीके से अपनी काम पिपासा शांत करने के लिए न केवल बलात्कार किया, बल्कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स को क्षत-विक्षत कर दिया। डॉक्टरों ने बच्ची की जान बचाई।’ यह टिप्पणी बुधवार को फिरोजाबाद में स्पेशल पॉस्को कोर्ट ने की। पांच माह पहले डेढ़ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपी को दोषी करार देते हुए अदालत ने उसे उम्र कैद की सजा दी। एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है, जिसे अदा न करने पर उसे अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी। अब विस्तार से पढ़िए… घर से 500 मीटर दूर ले जाकर किया रेप मामला थाना नारखी क्षेत्र के एक गांव का है। गांव निवासी व्यक्ति ने बताया 16 जुलाई, 2024 को वह मजदूरी करने गया था। घर पर उसकी पत्नी और दो बेटियां थीं। पत्नी कामकाज में व्यस्त थी। इस बीच गांव के 20 साल के अंकुश ने उसकी डेढ़ साल की मासूम पुत्री को बहला-फुसलाकर गांव से 500 मीटर दूर खेत में ले जाकर दुष्कर्म किया। लहूलुहान हालत में पड़ी थी बच्ची मासूम की चीख पुकार सुनकर आसपास खेतों में काम करने वाले लोग दौड़े। लोगों को आते देख आरोपी अंकुश भाग निकला। मासूम लहूलुहान हालत में पड़ी थी। पीड़िता का प्राइवेट पार्ट क्षत-विक्षत हो गया था। उसका आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में इलाज कराया गया। इस घटना से परिवार और गांव के लोग आक्रोशित थे। उन्होंने आरोपी को खोजकर पकड़ा और पुलिस के हवाले किया था। बच्ची के पिता ने अंकुश के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने पीड़िता का जिला महिला अस्पताल में चेकअप कराया। मेडिकल रिपोर्ट, चश्मदीदों के बयानों को शामिल करते हुए जांच पड़ताल की गई। विवेचना के बाद पुलिस ने पॉस्को कोर्ट में अंकुश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। जुर्माना न देने पर 2 साल सजा बढ़ जाएगी मुकदमे की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (ADJ) स्पेशल जज पॉस्को अवधेश कुमार सिंह की अदालत में हुई। 6 से अधिक लोगों ने कोर्ट में गवाही दी। कई सबूत पेश किए गए। गवाही और सबूतों के आधार पर कोर्ट ने अंकुश को दोषी माना। अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एक लाख रुपए का जुर्माना अदा न करने पर उसे 2 साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। कोर्ट ने कहा- नरमी नहीं बरती जाएगी एडीजीसी अवधेश भारद्वाज और अरबेश कुमार शुक्ला ने बताया कि जज अवधेश कुमार सिंह की अदालत ने आरोपी अंकुश को सजा सुनाने के बाद तल्ख टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा- नरमी बरतने का औचित्य ही नहीं है। उसे पूरी जिंदगी जेल में रखा जाए। तिल-तिल कर जीने के लिए मजबूर करना ही न्याय होगा। अदालत ने सजा सुनाते वक्त कहा- ‘मासूम, जिसे समाज और संसार की जानकारी नहीं है। उसके साथ इतने घिनौने कृत्य से उसके मन में भेड़ियारूपी बलात्कारियों के बारे में अत्यंत ही घिनौनी और वीभत्स छवि अंकित होगी, जो उसके समझदार होने पर उसके संपूर्ण जीवन काल में रह-रह कर न केवल उसे झकझोरती रहेगी, बल्कि उससे स्वयं ही प्रश्न करेगी कि उसका दोष क्या था? ऐसे में दोषी के विरुद्ध नरमी बरतने का औचित्य नहीं है। उसे संपूर्ण जीवन भर जेल में रख कर तिल-तिल कर जीने के दंड से दंडित किया जाना न्यायोचित होगा। फिरोजाबाद कोर्ट से जुड़ा यह मामला भी पढ़िए… 2 साल की बच्ची से रेप करने वाले को आजीवन कारावास एक अन्य घटना में फिरोजाबाद कोर्ट ने रेप के दोषी को उम्र कैद की सजा दी है। मामला 19 दिसंबर, 2018 का है। वक्त शाम छह बजे का था। एक महिला अपने चार बच्चों के साथ घर पर थी। इस बीच डीएम कालोनी निवासी एक नाबालिग घर में आया। वह अक्सर घर आता-जाता था। महिला के अनुसार, वह पानी भरने बाहर गई। इस दौरान आरोपी ने उसकी दो वर्षीय बेटी से रेप किया। वह घर लौटी तो बेटी खून से लथपथ थी। परिजनों ने उसे पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मामले की उसी दिन शिकायत दर्ज की गई। जुवेनाइल बोर्ड में आरोप पत्र जमा किया गया। बाद में वहां से मुकदमा बाल न्यायालय, विशेष न्यायाधीश (पाक्सो एक्ट) व एडीजे न्यायालय में ट्रांसफर कर दिया गया। एडीजीसी संजीव शर्मा ने बताया कि बाल न्यायालय व एडीजे मुमताज अली ने दाेषी को उम्रकैद दी है। ————————————— यह खबर भी पढ़ें… लखनऊ में बेटे ने मां को मार डाला:खेत में मफलर से गला घोंटा, नाले में छिपाई लाश; लूट दिखाने के लिए जेवर निकाले लखनऊ में शराब के पैसे नहीं देने पर बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर मां की हत्या कर दी थी। किसी को शक न हो, इसलिए वारदात को लूट बता दिया। मां के शरीर से जेवर, अंगूठी, माला और पायल उतार लिए। शव को खेत से 50 मीटर दूर एक नाले में छिपा दिया। पुलिस ने बुधवार को बेटे और उसके साथी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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स्कूल में शिक्षकों को बंधक बनाकर चाकू से हमला, पूछताछ में बोला- ‘जिंदा’ होने का दे रहा था सबूत
स्कूल में शिक्षकों को बंधक बनाकर चाकू से हमला, पूछताछ में बोला- ‘जिंदा’ होने का दे रहा था सबूत <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News:</strong> बालोतरा जिले में बंधक बनाकर शिक्षकों पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उसने बताया कि ‘जिंदा’ होने का सबूत देने के लिए घटना को अंजाम दिया था. परिजन और पड़ोसी बताते थे कि उसका डेथ सर्टिफिकेट बना हुआ है. ऐसे में उसे जमीन जायदाद हड़प लिये जाने का डर सता रहा था. जिंदा होने का सबूत देने के लिए आरोपी मिठौड़ा में मोबाइल टावर पर भी चढ़ा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस अधीक्षक कंवरिया ने बताया कि 19 जुलाई को चुली बैरा गांव धारणा के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में बाबूराम चाकू और पेट्रोल का कैन लेकर पहुंचा. उसने क्लासरूम का दरवाजा बंद कर टीचर पर पेट्रोल डालने की कोशिश की. टीचर की चीख सुनकर क्लासरूम में हेड मास्टर और अन्य टीचर पर आये. हमलावर ने कार्यवाहक हेड मास्टर हरदयाल सैनी, टीचर सुरेश और ग्रामीण भीखाराम पर चाकू से हमला कर दिया. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बाबूराम को कब्जे में लेकर पिटाई कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’जिंदा’ होने का सबूत देने के लिए रची थी साजिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>घटना की गंभीरता देखते हुए सिवाना और सिणधरी थाने का जाप्ता बुलाया गया. ग्रामीणों आरोपी बाबूराम को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने बाबूराम को गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचाया. ठीक होने के बाद कल उससे पूछताछ की गयी. जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद हेड मास्टर हरदयाल सैनी, टीचर सुरेश को जोधपुर एम्स रेफर किया गया था. सिवाना पुलिस थाना अधिकारी <a title=”इमरान खान” href=”https://www.abplive.com/topic/imran-khan” data-type=”interlinkingkeywords”>इमरान खान</a> ने बताया कि ग्राम पंचायत और तहसील में पता कर रहे हैं कि आरोपी बाबूराम का मृत्यु प्रमाण पत्र कब बना और किसने बनाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/9b61b87a9a242db15ebfce47ab7d80641721823071117211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमीन को हड़प लिये जाने का सता रहा था डर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी के दिमागी हालत की भी जांच की जा रही है. पुलिस ने बताया कि बाबूराम जुलाई के पहले सप्ताह रोजगार की तलाश में गुजरात गया था. गुजरात में काम नहीं मिलने पर 18 जुलाई की शाम बस से घर के लिए रवाना हुआ. रास्ते में उसने पेट्रोल और चाकू खरीदा. 19 जुलाई को ठेके से शराब लेकर सिवान से वाया पादरू जाने वाली बस में बाबूराम बैठ गया. बाबूराम की प्लानिंग थी कि रात या सुबह के समय प्रशासन को खुद को आग लगाने की धमकी देगा. चुली बेरा पहुंचने पर स्कूल के सामने बस से उतरे आरोपी का ख्याल बदल गया. अब उसने सोचा कि स्कूल के बच्चों को बंधक बनाकर जिंदा होने का सबूत देगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Rajasthan: मां और पति ने स्कूटी चलाने से रोका तो महिला मासूम बेटे सहित ट्रैन के आगे कूदी” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-news-ajmer-woman-jumped-in-front-of-train-along-with-four-month-innocent-son-ann-2744868″ target=”_self”>Rajasthan: मां और पति ने स्कूटी चलाने से रोका तो महिला मासूम बेटे सहित ट्रैन के आगे कूदी</a></strong></p>
पंजाब में जालंधर-लुधियाना हाईवे किया जाम:धान खरीदी में देरी से किसान नाराज, उचित समर्थन मूल्य की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
पंजाब में जालंधर-लुधियाना हाईवे किया जाम:धान खरीदी में देरी से किसान नाराज, उचित समर्थन मूल्य की मांग को लेकर किया प्रदर्शन धान की खरीद में देरी से खफा किसानों ने जालंधर-लुधियाना- दिल्ली राष्ट्रीय मार्ग को जाम कर दिया है। जालंधर से आगे फगवाड़ा के करीब किसान हाईवे पर बैठ गए हैं। ये प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के मुख्य वक्ता और दोआबा प्रभारी कश्मीर सिंह जंडियाला व समर्थकों की तरफ से किया जा रहा है। कश्मीर सिंह का कहना है कि जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, प्रदर्शन जारी रहेगा। कश्मीर सिंह ने बताया कि आज हक्की मांगों को लेकर ये प्रदर्शन किया जा रहा है। मंडिया में पड़ी धान की फसल की खरीद नहीं हो पा रही है। खाद किसानों को उपलब्ध नहीं हो पा रही है। पराली का हल सरकार कर नहीं पा रही है। अंधी बहरी सरकार को जगाने के लिए आज किसानों को सड़क पर आना पड़ा है। किसानों का कहना है कि डीएपी खाद और धान हमारे दो मुख्य मुद्दे हैं। आज 1800-1800 क्विंटल रेट पर धान शैलर खरीदने को बैठे हैं। किसान इसे सस्ते में बेचने को मजबूर हो चुका है। सरकारें बोल रही हैं झूठ कश्मीर सिंह का कहना है कि सरकारें झूठ बोल रही हैं। उन्हें अक्ल ठिकाने लाई जाएगी। धान की खरीद की सिर्फ बातें हो रही हैं। खरीद नहीं हो रही। जब तक प्रशासन की उनकी मांगों को हल नहीं करता, ये प्रदर्शन इसी तरह से जारी रहेगा। जालंधर से लुधियाना जाने के लिए इस रूट का लें सहारा जालंधर से लुधियाना जाने के लिए अब जीटी रोड को स्किप करना ही बेहतर विकल्प है। अगर कोई जालंधर से लुधियाना या लुधियाना से जालंधर आना चाहता है तो वे जालंधर कैंट व गौरायां के बीच ग्रामीण रूट ले सकता है। इसके अलावा फगवाड़ा से होशियारपुर रोड भी अलग विकल्प रहेगा। वहीं अगर कोई होशियारपुर से जालंधर की तरफ आना चाहता है तो उसे शूगर मिल फ्लाई-ओवर की तरफ ना जाते हुए दूसरे फ्लाइ-ओवर से ही जालंधर का रूट लेना होगा।
फरीदाबाद में NHM हड़ताल का मरीजों पर असर:घंटे तक रेफर हुए बच्चे को नहीं मिली एम्बुलेंस, आरएमओ ने लिया तुरंत एक्शन
फरीदाबाद में NHM हड़ताल का मरीजों पर असर:घंटे तक रेफर हुए बच्चे को नहीं मिली एम्बुलेंस, आरएमओ ने लिया तुरंत एक्शन हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बादशाह खान सिविल अस्पताल में एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल का असर साफ नजर आ रहा है। जहां लगभग घंटे तक बादशाह खान सिविल अस्पताल से रेफर हुए 1 साल के बच्चे को एंबुलेंस नहीं मिली। दैनिक भास्कर की टीम की हस्तक्षेप के बाद अस्पताल से रेफर हुए 1 साल के बच्चे को एंबुलेंस मुहैया कराई गई। जिसके बाद बच्चे को उसके परिजन बादशाह खान सिविल अस्पताल से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज करने के लिए लेकर गए। बुखार और दौरे की हुई थी शिकायत एक साल के बच्चे अभिषेक के पिता अरुण ने बताया कि वह फरीदाबाद के हार्डवेयर चौक स्थित राजीव कॉलोनी में रहते हैं। बीते कल उनके बच्चे को बुखार और दौरे की शिकायत हुई थी। जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को बादशाह खान सिविल अस्पताल में बच्चा वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया था, लेकिन आज डॉक्टर ने उनके बच्चे को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर दिया और कहा कि वह नीचे से जाकर एम्बुलेंस ले ले। जब वह एम्बुलेंस कंट्रोल रूम में गए, तो उन्हें कहा गया कि अभी एम्बुलेंस डीजल डलवाने के लिए गई है। जब डीजल डलवा के आ जाएगी, तब एम्बुलेंस भेज दी जाएगी। लेकिन बार-बार एम्बुलेंस आने की बात कह कर उन्हें एम्बुलेंस के कर्मचारी टालते रहे। बच्चे को लेकर इमरजेंसी के गेट पर बैठे रहे परिजन वह अपने बच्चों को लेकर अस्पताल की इमरजेंसी के गेट पर ही बैठे थे, तभी दैनिक भास्कर के संवाददाता की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड के मेन गेट पर बैठने का कारण पूछा, तब बच्चे के पिता अरुण ने उन्हें पूरी बात बताई। जिसके बाद दैनिक भास्कर के संवाददाता ने मामले की जानकारी अस्पताल के आरएमओ डॉक्टर लोकेश गुप्ता को दी। जिसके बाद आरएमओ लोकेश गुप्ता ने तुरंत मामले में संज्ञान लेते हुए कुछ देर में एम्बुलेंस उन तक पहुंचाई। जिसके बाद वह अपने बच्चों को इलाज के लिए दिल्ली लेकर जा सके। कौन होता जिम्मेदार गौरतलब गई कि यदि एम्बुलेंस मिलने में देरी हो जाती और बच्चे की जान चली जाती, तो इसका जिम्मेदार कौन होता, लेकिन घटना से साफ है कि आज एनएचएम की हड़ताल को 21 दिन हो चुके हैं और उसका सीधा-सीधा असर इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों पर पड़ रहा है।