‘लवी कहता था कि कोई भी साथी टेंशन नहीं लेना। तुम्हारे दोस्त का प्लान इतना फुल-प्रूफ है कि पुलिस उनको कभी नहीं पकड़ पाएगी। लवी पहले से कोई प्लानिंग शेयर नहीं करता था। वह ऐन वक्त पर गैंग के सदस्यों को बताता था कि किसको क्या करना है। उन लोगों को ये भी जानकारी नहीं होती थी कि कब किसको टारगेट बनाया जाएगा। लवी जो कहता था गैंग के मेंबर वही करते थे।’ यह कहना है कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप करने वाले अर्जुन कर्णवाल का। पुलिस ने 15 दिसंबर को उसे मुठभेड़ में पकड़ लिया, अर्जुन दरोगा की पिस्टल छीन कर भाग रहा था। अर्जुन की रविवार को मेरठ पहुंची। उसने पुलिस वालों से कहा-मेरे बेटे को लवी ने फंसाया है। मेरे बेटे ने तो मेरठ कॉलेज से बीकॉम किया था। लवी की सोहबत में आकर ही वो बिगड़ गया। सारा दोष लवी का है। विस्तार से जानिए पूरा मामला… चेकअप के समय भाग रहा था
रविवार यानी 15 दिसंबर को लालकुर्ती पुलिस अर्जुन को मेडिकल चेकअप के लिए जिला अस्पताल लेकर जा रही थी। रास्ते में अर्जुन ने दरोगा की पिस्टल छीन ली। जीप से कूदकर भागने लगा। पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में एक गोली अर्जुन के पैर में लगी। उसको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। अक्षय कुमार की ‘स्पेशल-26’ फिल्म का देता था उदाहरण
अर्जुन ने पुलिस को बताया-घटना से पहले वह गैंग के सारे मेंबर को बताता था कि प्लानिंग हो तो कोई नहीं पकड़ सकता। इसको लेकर वह अक्षय कुमार की मूवी स्पेशल-26 का उदाहरण देता था कि कैसे फर्जी सीबीआई टीम बनकर वे छापा मारते थे। शिकार बनने वाले किसी को बताते भी नहीं थे। वो कहता था कि ऐसे ही ये एक्टर होते हैं। इनको लूट भी लेंगे ताे ये किसी को बताएंगे नहीं। वहीं, SSP विपिन ताडा ने टीम बनाई है, जो लवी की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे हैं। अब तक जो भी आरोपी पकड़े गए हैं। वे नई-नई बात बता रहे हैं। इनमें कितनी सच्चाई है ये सब लवी पाल की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगी। अर्जुन के पास से पुलिस ने किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया। 2 दिसंबर को सुनील पाल काे किडनैप किया था कॉमेडियन सुनील पाल के मुताबिक उनको 2 दिसंबर की रात हरिद्वार के एक इवेंट में बुलाया गया था। सुनील पाल फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से मेरठ के बीच सुनील पाल को किडनैप कर लिया गया। किडनैपर सुनील पाल को मेरठ लाए। आंखों पर पट्टी बांधकर मेरठ में रखा गया। दोस्तों को फोन करके 8 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की सारी रकम ऑनलाइन मंगाई गई। इसके बाद बदमाशों ने बेगमपुल के आकाश गंगा ज्वेलर्स से 4 लाख रुपए और जवाहर क्वार्टर में अक्षित सिंघल की शॉप से सवा 2 लाख के जेवरात खरीदे। दोनों जगह पर सुनील पाल के नाम से बिल बनवाए। सुनील पाल के आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी भी दी गई। 3 दिसंबर को बदमाशों ने फिरौती के 8 लाख रुपए ऑनलाइन मंगाए। पैसे मिलने के बाद बदमाशों ने 20 हजार मुझे फ्लाइट के टिकट के लिए दिए। इसके बाद लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मुझे छोड़ दिया। सुनील पाल के मुताबिक, 16 दिन पहले पहले अनिल नाम के युवक ने कॉल करके खुद को इवेंट कंपनी का डायरेक्टर बताया। उसने सुनील को हरिद्वार के एक इवेंट में आने को कहा। इसके लिए सुनील पाल को कुछ रकम भी ट्रांसफर की। 2 दिसंबर को सुनील दिल्ली पहुंचे तो इवेंट कंपनी की तरफ से उनको हरिद्वार ले जाने के लिए कार भेज दी गई। सुनील के कार में बैठते ही आरोपियों ने उन्हें बंधक बना लिया। घटना की कहानी सुनील पाल की जुबानी मेरठ पुलिस ने कॉमेडियन सुनील पाल को 12 दिसंबर को मुंबई के सांताक्रूज थाने बुलाया था। यहां पर थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने सुनील के बयान दर्ज किए थे। सुनील पाल ने बताया कि जिंदगी भर वह लोगों को हंसाते रहे, डर से न घबराने की सलाह देते रहे। मगर 2 दिसंबर का दिन उनके लिए बेहद डरावना और कभी न भूलने वाला अनुभव दे गया। मैं कभी इतना नहीं डरा, जितना उस दिन डरा। मेरी जिंदगी के वो 22 घंटे बेहद डरावने थे। मैं हर पल वहां से भागने के बारे में सोच रहा था, कभी सोचता था क्या मैं सही-सलामत अपनों के बीच पहुंच पाऊंगा। अपहरण कर आरोपियों ने मुझे बेड पर लिटाया था, मगर वह बेड के पास ही जमीन पर सोते थे। मेरा मोबाइल छीन लिया, पासवर्ड पूछकर उससे मेरी निजी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद आरोपियों ने मुझे डराना और धमकाना शुरू कर दिया। जहर का इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी। मुझे टॉर्चर किया। मैं इतना डर गया था कि आरोपियों ने जो कहा मैंने वो किया, जो बुलवाया, वो मैंने बोला। सुनील पाल ने बताया कि बिजनौर के रहने वाले लवी पाल और पूर्व पार्षद सार्थक उर्फ रिक्की ने अपने 8 साथियों के साथ एक फर्जी इवेंट कंपनी बनाई। उसके जरिए मुझे बुकिंग करके मेरठ बुलाया। 2 दिसंबर को मुझे और 21 नवंबर को कॉमेडियन मुश्ताक खान को इवेंट के लिए बुक किया। मेरठ पहुंचने पर मुश्ताक खान को अगवा कर लिया गया। फिर इसी तरह से मुझे हरिद्वार में कार्यक्रम कराने के बहाने बुलाकर मेरठ से अगवा किया गया। हम दोनों को बिजनौर में अगवा करके रखा गया। उन्होंने दिल्ली से मेरठ पहुंचने, फिर किडनैप होने के बाद से छूटने तक की दास्तां पॉइंट टु पॉइंट पुलिस को बताई। अपहरणकर्ता बिजनौर के रहने वाले
पुलिस जांच में सुनील पाल का अपहरण करने वाले बदमाश बिजनौर के रहने वाले निकले। मुख्य आरोपियों की पहचान बिजनौर निवासी लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल के रूप में हुई थी। मेरठ पुलिस ने शहर के 100 से अधिक CCTV खंगालकर आरोपियों की पहचान की थी। इसके बाद बिजनौर पुलिस हिरासत में अजीम और सैनुद्दीन को अरेस्ट कर लिया था। आरोपियों ने बताया कि अपहरण के बाद मुश्ताक और सुनील पाल को लवी पाल ने अपनी स्कॉर्पियो में बैठाया था। वही बिजनौर लेकर आया था। उनसे पूछताछ में सामने आया कि सुनील पाल को भी रात को बिजनौर शहर के नजीबाबाद रोड स्थित स्वयंवर बैंक्वेट हॉल में रखा गया था। इस मामले में मेरठ और बिजनौर पुलिस ने 25 लोगों को हिरासत में लिया हुआ है। वहीं पुलिस ने लवी पाल गैंग के मुख्य सदस्य अर्जुन को बुधवार रात अरेस्ट कर लिया था। मगर वह पुलिस को पूरी जानकारी नहीं दे पा रहा है। उसने पुलिस को बताया कि लवी पाल 2 महीने से ज्यादा समय तक मुंबई में था। उसके वहां काफी कलाकारों से संबंध हो गए। इसके बाद लवी ने कलाकारों को अगवा करके अपराध को अंजाम दिया। उसने पूछताछ में एक और नाम अंकित का लिया। बताया कि अंकित लवी का साथी है। यह भी वारदात में शामिल है। पुलिस लवी पाल का मुंबई के एक्टर से कनेक्शन भी खंगाल रही है। सरेंडर करने के फिराक में है लवी पाल
लवी और अर्जुन की गैंग में 9 लोग शामिल हैं। लवी पाल को गैंग का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। लवी ब्याज पर पैसे देने का काम करता है। वह पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। 2016 में एक चोरी के मामले में जेल गया था। किडनैपिंग का मास्टरमाइंड लवी पाल मेरठ के कुछ वकीलों के साथ मिलकर सरेंडर करने के फिराक में है। एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण की कहानी
बॉलीवुड अभिनेता मुश्ताक खान ने अपने किडनैप के मामले में 10 दिसंबर को FIR कराई। तहरीर में बताया गया कि अभिनेता मुश्ताक खान पश्चिम मुंबई के रहने वाले हैं। मुश्ताक मौहम्मद खान इंवेट्स, अवॉर्ड शो आदि में जाते रहते हैं। 15 अक्टूबर 2024 को मेरठ से राहुल सैनी नामक के युवक ने उनको कॉल किया। बताया कि मुझे कुछ वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करना है, जो आपकी फीस होगी मैं आपको दे दूंगा। इसके बाद राहुल सैनी ने 4 नवंबर 2024 को 25,000 मुश्ताक के खाते में जमा करा दिए। बाकी रुपए इवेंट्स पर आने के बाद देने को कहा। राहुल सैनी ने उनका फ्लाइट का टिकट बुक कराया। 20 नवंबर की शाम 15:45 बजे मुंबई से दिल्ली तक एअर इंडिया की फ्लाइट बुक की गई। इसके बाद मुश्ताक 20 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से कैब से मेरठ के लिए चल दिए। रास्ते में बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया और उनको एक मकान में ले गए। वहां पर ड्राइवर के साथ 7 लोग थे। बदमाशों ने टॉर्चर करना शुरू कर दिया। जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने मुश्ताक की पत्नी और बेटे से पासवर्ड पूछकर नेट बैंकिंग के जरिए दो खातों से 2 लाख रुपए निकाल लिए। इसके बाद बदमाश शराब पार्टी करने लगे। बदमाशों के नशे में हो जाने के कारण मुश्ताक मौका पाकर सुबह के समय अपना सामान छोड़कर वहां से भाग निकले। बिजनौर में कल हुई थी 4 आरोपियों की गिरफ्तारी
बिजनौर पुलिस ने रविवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया। एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने शनिवार को बताया कि 9 दिसंबर को फिल्म अभिनेता मुश्ताक मोहम्मद खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने थाना कोतवाली शहर में शिकायत दी थी। इसमें कहा गया था कि 15 अक्टूबर को मेरठ से राहुल सैनी ने मुश्ताक मोहम्मद खान से वरिष्ठ लोगों को मेरठ में सम्मानित करने के लिए इवेंट के बारे में फोन पर बात की। इसके लिए राहुल ने एडवांस 25 हजार की पेमेंट भेजी। 20 दिसंबर को अभिनेता के लिए मुंबई से दिल्ली के लिए फ्लाइट की टिकट भी बुक कराई। मुश्ताक मोहम्मद खान दिल्ली एयरपोर्ट से राहुल सैनी की बुक कराई कैब में बैठ गए। वहां से उनको मेरठ लाया गया। रास्ते में कैब ड्राइवर ने गाड़ी रोककर मुश्ताक को दूसरी गाड़ी में यह कहकर बैठाया गया कि यह मेरठ जाएगी। कुछ दूर जाने के बाद 2 लोग और कार में बैठ गए। ये लोग मुश्ताक मोहम्मद खान को किडनैप करके एक घर में ले गए। पैसों की मांग की गई। फोन का पासवर्ड ले लिया गया। 21 नवंबर की सुबह मुश्ताक खान उनसे बचकर निकल गए और मुंबई लौट गए। उनका मोबाइल, बैग और अन्य सामान अपहरण कर्ताओं के पास रह गया। कॉमेडियन सुनील पाल को किडनैप करने वाले का एनकाउंटर: मेरठ में दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूदा कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप मामले में गिरफ्तार अर्जुन कर्णवाल ने रविवार को पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय वह दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूद गया और पुलिस पर फायरिंग कर दी। क्रॉस फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी। अर्जुन को पुलिस ने शनिवार रात पकड़ा था। उसके पास से किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया मोबाइल मिला था। अर्जुन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसको लवी टास्क देता था। किसका किडनैप करना है, कितनी फिरौती वसूलनी है, इस पूरी कहानी के बारे में सिर्फ लवी ही जानता था। अर्जुन को सिर्फ उतना ही पता होता था, जितना लवी उसे बताता था। पढ़ें पूरी खबर ‘लवी कहता था कि कोई भी साथी टेंशन नहीं लेना। तुम्हारे दोस्त का प्लान इतना फुल-प्रूफ है कि पुलिस उनको कभी नहीं पकड़ पाएगी। लवी पहले से कोई प्लानिंग शेयर नहीं करता था। वह ऐन वक्त पर गैंग के सदस्यों को बताता था कि किसको क्या करना है। उन लोगों को ये भी जानकारी नहीं होती थी कि कब किसको टारगेट बनाया जाएगा। लवी जो कहता था गैंग के मेंबर वही करते थे।’ यह कहना है कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप करने वाले अर्जुन कर्णवाल का। पुलिस ने 15 दिसंबर को उसे मुठभेड़ में पकड़ लिया, अर्जुन दरोगा की पिस्टल छीन कर भाग रहा था। अर्जुन की रविवार को मेरठ पहुंची। उसने पुलिस वालों से कहा-मेरे बेटे को लवी ने फंसाया है। मेरे बेटे ने तो मेरठ कॉलेज से बीकॉम किया था। लवी की सोहबत में आकर ही वो बिगड़ गया। सारा दोष लवी का है। विस्तार से जानिए पूरा मामला… चेकअप के समय भाग रहा था
रविवार यानी 15 दिसंबर को लालकुर्ती पुलिस अर्जुन को मेडिकल चेकअप के लिए जिला अस्पताल लेकर जा रही थी। रास्ते में अर्जुन ने दरोगा की पिस्टल छीन ली। जीप से कूदकर भागने लगा। पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में एक गोली अर्जुन के पैर में लगी। उसको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। अक्षय कुमार की ‘स्पेशल-26’ फिल्म का देता था उदाहरण
अर्जुन ने पुलिस को बताया-घटना से पहले वह गैंग के सारे मेंबर को बताता था कि प्लानिंग हो तो कोई नहीं पकड़ सकता। इसको लेकर वह अक्षय कुमार की मूवी स्पेशल-26 का उदाहरण देता था कि कैसे फर्जी सीबीआई टीम बनकर वे छापा मारते थे। शिकार बनने वाले किसी को बताते भी नहीं थे। वो कहता था कि ऐसे ही ये एक्टर होते हैं। इनको लूट भी लेंगे ताे ये किसी को बताएंगे नहीं। वहीं, SSP विपिन ताडा ने टीम बनाई है, जो लवी की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे हैं। अब तक जो भी आरोपी पकड़े गए हैं। वे नई-नई बात बता रहे हैं। इनमें कितनी सच्चाई है ये सब लवी पाल की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगी। अर्जुन के पास से पुलिस ने किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया। 2 दिसंबर को सुनील पाल काे किडनैप किया था कॉमेडियन सुनील पाल के मुताबिक उनको 2 दिसंबर की रात हरिद्वार के एक इवेंट में बुलाया गया था। सुनील पाल फ्लाइट से मुंबई से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से मेरठ के बीच सुनील पाल को किडनैप कर लिया गया। किडनैपर सुनील पाल को मेरठ लाए। आंखों पर पट्टी बांधकर मेरठ में रखा गया। दोस्तों को फोन करके 8 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की सारी रकम ऑनलाइन मंगाई गई। इसके बाद बदमाशों ने बेगमपुल के आकाश गंगा ज्वेलर्स से 4 लाख रुपए और जवाहर क्वार्टर में अक्षित सिंघल की शॉप से सवा 2 लाख के जेवरात खरीदे। दोनों जगह पर सुनील पाल के नाम से बिल बनवाए। सुनील पाल के आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी भी दी गई। 3 दिसंबर को बदमाशों ने फिरौती के 8 लाख रुपए ऑनलाइन मंगाए। पैसे मिलने के बाद बदमाशों ने 20 हजार मुझे फ्लाइट के टिकट के लिए दिए। इसके बाद लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मुझे छोड़ दिया। सुनील पाल के मुताबिक, 16 दिन पहले पहले अनिल नाम के युवक ने कॉल करके खुद को इवेंट कंपनी का डायरेक्टर बताया। उसने सुनील को हरिद्वार के एक इवेंट में आने को कहा। इसके लिए सुनील पाल को कुछ रकम भी ट्रांसफर की। 2 दिसंबर को सुनील दिल्ली पहुंचे तो इवेंट कंपनी की तरफ से उनको हरिद्वार ले जाने के लिए कार भेज दी गई। सुनील के कार में बैठते ही आरोपियों ने उन्हें बंधक बना लिया। घटना की कहानी सुनील पाल की जुबानी मेरठ पुलिस ने कॉमेडियन सुनील पाल को 12 दिसंबर को मुंबई के सांताक्रूज थाने बुलाया था। यहां पर थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने सुनील के बयान दर्ज किए थे। सुनील पाल ने बताया कि जिंदगी भर वह लोगों को हंसाते रहे, डर से न घबराने की सलाह देते रहे। मगर 2 दिसंबर का दिन उनके लिए बेहद डरावना और कभी न भूलने वाला अनुभव दे गया। मैं कभी इतना नहीं डरा, जितना उस दिन डरा। मेरी जिंदगी के वो 22 घंटे बेहद डरावने थे। मैं हर पल वहां से भागने के बारे में सोच रहा था, कभी सोचता था क्या मैं सही-सलामत अपनों के बीच पहुंच पाऊंगा। अपहरण कर आरोपियों ने मुझे बेड पर लिटाया था, मगर वह बेड के पास ही जमीन पर सोते थे। मेरा मोबाइल छीन लिया, पासवर्ड पूछकर उससे मेरी निजी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद आरोपियों ने मुझे डराना और धमकाना शुरू कर दिया। जहर का इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी। मुझे टॉर्चर किया। मैं इतना डर गया था कि आरोपियों ने जो कहा मैंने वो किया, जो बुलवाया, वो मैंने बोला। सुनील पाल ने बताया कि बिजनौर के रहने वाले लवी पाल और पूर्व पार्षद सार्थक उर्फ रिक्की ने अपने 8 साथियों के साथ एक फर्जी इवेंट कंपनी बनाई। उसके जरिए मुझे बुकिंग करके मेरठ बुलाया। 2 दिसंबर को मुझे और 21 नवंबर को कॉमेडियन मुश्ताक खान को इवेंट के लिए बुक किया। मेरठ पहुंचने पर मुश्ताक खान को अगवा कर लिया गया। फिर इसी तरह से मुझे हरिद्वार में कार्यक्रम कराने के बहाने बुलाकर मेरठ से अगवा किया गया। हम दोनों को बिजनौर में अगवा करके रखा गया। उन्होंने दिल्ली से मेरठ पहुंचने, फिर किडनैप होने के बाद से छूटने तक की दास्तां पॉइंट टु पॉइंट पुलिस को बताई। अपहरणकर्ता बिजनौर के रहने वाले
पुलिस जांच में सुनील पाल का अपहरण करने वाले बदमाश बिजनौर के रहने वाले निकले। मुख्य आरोपियों की पहचान बिजनौर निवासी लवी पाल और अर्जुन कर्णवाल के रूप में हुई थी। मेरठ पुलिस ने शहर के 100 से अधिक CCTV खंगालकर आरोपियों की पहचान की थी। इसके बाद बिजनौर पुलिस हिरासत में अजीम और सैनुद्दीन को अरेस्ट कर लिया था। आरोपियों ने बताया कि अपहरण के बाद मुश्ताक और सुनील पाल को लवी पाल ने अपनी स्कॉर्पियो में बैठाया था। वही बिजनौर लेकर आया था। उनसे पूछताछ में सामने आया कि सुनील पाल को भी रात को बिजनौर शहर के नजीबाबाद रोड स्थित स्वयंवर बैंक्वेट हॉल में रखा गया था। इस मामले में मेरठ और बिजनौर पुलिस ने 25 लोगों को हिरासत में लिया हुआ है। वहीं पुलिस ने लवी पाल गैंग के मुख्य सदस्य अर्जुन को बुधवार रात अरेस्ट कर लिया था। मगर वह पुलिस को पूरी जानकारी नहीं दे पा रहा है। उसने पुलिस को बताया कि लवी पाल 2 महीने से ज्यादा समय तक मुंबई में था। उसके वहां काफी कलाकारों से संबंध हो गए। इसके बाद लवी ने कलाकारों को अगवा करके अपराध को अंजाम दिया। उसने पूछताछ में एक और नाम अंकित का लिया। बताया कि अंकित लवी का साथी है। यह भी वारदात में शामिल है। पुलिस लवी पाल का मुंबई के एक्टर से कनेक्शन भी खंगाल रही है। सरेंडर करने के फिराक में है लवी पाल
लवी और अर्जुन की गैंग में 9 लोग शामिल हैं। लवी पाल को गैंग का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। लवी ब्याज पर पैसे देने का काम करता है। वह पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। 2016 में एक चोरी के मामले में जेल गया था। किडनैपिंग का मास्टरमाइंड लवी पाल मेरठ के कुछ वकीलों के साथ मिलकर सरेंडर करने के फिराक में है। एक्टर मुश्ताक खान के अपहरण की कहानी
बॉलीवुड अभिनेता मुश्ताक खान ने अपने किडनैप के मामले में 10 दिसंबर को FIR कराई। तहरीर में बताया गया कि अभिनेता मुश्ताक खान पश्चिम मुंबई के रहने वाले हैं। मुश्ताक मौहम्मद खान इंवेट्स, अवॉर्ड शो आदि में जाते रहते हैं। 15 अक्टूबर 2024 को मेरठ से राहुल सैनी नामक के युवक ने उनको कॉल किया। बताया कि मुझे कुछ वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करना है, जो आपकी फीस होगी मैं आपको दे दूंगा। इसके बाद राहुल सैनी ने 4 नवंबर 2024 को 25,000 मुश्ताक के खाते में जमा करा दिए। बाकी रुपए इवेंट्स पर आने के बाद देने को कहा। राहुल सैनी ने उनका फ्लाइट का टिकट बुक कराया। 20 नवंबर की शाम 15:45 बजे मुंबई से दिल्ली तक एअर इंडिया की फ्लाइट बुक की गई। इसके बाद मुश्ताक 20 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से कैब से मेरठ के लिए चल दिए। रास्ते में बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया और उनको एक मकान में ले गए। वहां पर ड्राइवर के साथ 7 लोग थे। बदमाशों ने टॉर्चर करना शुरू कर दिया। जान से मारने की धमकी दी। बदमाशों ने मुश्ताक की पत्नी और बेटे से पासवर्ड पूछकर नेट बैंकिंग के जरिए दो खातों से 2 लाख रुपए निकाल लिए। इसके बाद बदमाश शराब पार्टी करने लगे। बदमाशों के नशे में हो जाने के कारण मुश्ताक मौका पाकर सुबह के समय अपना सामान छोड़कर वहां से भाग निकले। बिजनौर में कल हुई थी 4 आरोपियों की गिरफ्तारी
बिजनौर पुलिस ने रविवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया। एसएसपी मेरठ विपिन ताडा ने शनिवार को बताया कि 9 दिसंबर को फिल्म अभिनेता मुश्ताक मोहम्मद खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने थाना कोतवाली शहर में शिकायत दी थी। इसमें कहा गया था कि 15 अक्टूबर को मेरठ से राहुल सैनी ने मुश्ताक मोहम्मद खान से वरिष्ठ लोगों को मेरठ में सम्मानित करने के लिए इवेंट के बारे में फोन पर बात की। इसके लिए राहुल ने एडवांस 25 हजार की पेमेंट भेजी। 20 दिसंबर को अभिनेता के लिए मुंबई से दिल्ली के लिए फ्लाइट की टिकट भी बुक कराई। मुश्ताक मोहम्मद खान दिल्ली एयरपोर्ट से राहुल सैनी की बुक कराई कैब में बैठ गए। वहां से उनको मेरठ लाया गया। रास्ते में कैब ड्राइवर ने गाड़ी रोककर मुश्ताक को दूसरी गाड़ी में यह कहकर बैठाया गया कि यह मेरठ जाएगी। कुछ दूर जाने के बाद 2 लोग और कार में बैठ गए। ये लोग मुश्ताक मोहम्मद खान को किडनैप करके एक घर में ले गए। पैसों की मांग की गई। फोन का पासवर्ड ले लिया गया। 21 नवंबर की सुबह मुश्ताक खान उनसे बचकर निकल गए और मुंबई लौट गए। उनका मोबाइल, बैग और अन्य सामान अपहरण कर्ताओं के पास रह गया। कॉमेडियन सुनील पाल को किडनैप करने वाले का एनकाउंटर: मेरठ में दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूदा कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप मामले में गिरफ्तार अर्जुन कर्णवाल ने रविवार को पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय वह दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूद गया और पुलिस पर फायरिंग कर दी। क्रॉस फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी। अर्जुन को पुलिस ने शनिवार रात पकड़ा था। उसके पास से किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया मोबाइल मिला था। अर्जुन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसको लवी टास्क देता था। किसका किडनैप करना है, कितनी फिरौती वसूलनी है, इस पूरी कहानी के बारे में सिर्फ लवी ही जानता था। अर्जुन को सिर्फ उतना ही पता होता था, जितना लवी उसे बताता था। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर