भास्कर न्यूज | जालंधर डीएवी कॉलेज को एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण (अटल) अकादमी, भारत सरकार की तरफ से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इसके अनुप्रयोगों पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम(एफडीपी) आयोजित करने के लिए चुना गया है। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि यह प्रस्ताव मई 2024 में एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण(अटल) अकादमी, भारत सरकार को भेजा गया था। इन छह दिवसीय कार्यक्रम के संचालन के लिए 3.5 लाख रुपये के अनुदान को मंजूरी मिली है। इस अटल अकादमी का मुख्य उद्देश्य देश में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाना, विभिन्न उभरते क्षेत्रों में प्रशिक्षण के माध्यम से अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में तकनीकी संस्थानों का सहयोग करना है। उल्लेखनीय है कि बेसिक एफडीपी के लिए प्राप्त 5000 आवेदनों में से केवल 425 आवेदनों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। इसमें पंजाब राज्य से चयनित दो कॉलेजों में से एक डीएवी कॉलेज है। डॉ. पीके शर्मा (एफडीपी के समन्वयक) ने बताया कि यह कार्यक्रम 16 दिसंबर 2024 से 21 दिसंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अतिथि व्याख्यान देने के लिए आईआईटी, एनआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रख्यात वक्ताओं को आमंत्रित किया जाएगा। प्रतिभागी विविध कम्प्यूटेशनल क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं को हल करने के तरीके विकसित करने की सीख देंगे। इसी प्रकार डॉ. राजीव पुरी (सह-समन्वयक) ने बताया की अनुमोदित संस्थानों के संकाय सदस्य, शोधकर्ता, उद्योग पेशेवर, संस्थानों के प्रमुख द्वारा नामित इस एफडीपी में शामिल हो सकते हैं। प्रतिभागियों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। इसमें अधिकतम 50 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा। इस एफडीपी में भाग लेने के लिए कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है। पंजीकरण 1 अगस्त 2024 से शुरू हुआ। पंजीकरण की अंतिम तिथि 1 दिसंबर 2024 होगी। एफडीपी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉलेज की वेबसाइट – www.davjal andhar.com पर जा सकते हैं। भास्कर न्यूज | जालंधर डीएवी कॉलेज को एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण (अटल) अकादमी, भारत सरकार की तरफ से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इसके अनुप्रयोगों पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम(एफडीपी) आयोजित करने के लिए चुना गया है। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि यह प्रस्ताव मई 2024 में एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण(अटल) अकादमी, भारत सरकार को भेजा गया था। इन छह दिवसीय कार्यक्रम के संचालन के लिए 3.5 लाख रुपये के अनुदान को मंजूरी मिली है। इस अटल अकादमी का मुख्य उद्देश्य देश में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाना, विभिन्न उभरते क्षेत्रों में प्रशिक्षण के माध्यम से अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में तकनीकी संस्थानों का सहयोग करना है। उल्लेखनीय है कि बेसिक एफडीपी के लिए प्राप्त 5000 आवेदनों में से केवल 425 आवेदनों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। इसमें पंजाब राज्य से चयनित दो कॉलेजों में से एक डीएवी कॉलेज है। डॉ. पीके शर्मा (एफडीपी के समन्वयक) ने बताया कि यह कार्यक्रम 16 दिसंबर 2024 से 21 दिसंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अतिथि व्याख्यान देने के लिए आईआईटी, एनआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रख्यात वक्ताओं को आमंत्रित किया जाएगा। प्रतिभागी विविध कम्प्यूटेशनल क्षेत्रों से संबंधित समस्याओं को हल करने के तरीके विकसित करने की सीख देंगे। इसी प्रकार डॉ. राजीव पुरी (सह-समन्वयक) ने बताया की अनुमोदित संस्थानों के संकाय सदस्य, शोधकर्ता, उद्योग पेशेवर, संस्थानों के प्रमुख द्वारा नामित इस एफडीपी में शामिल हो सकते हैं। प्रतिभागियों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। इसमें अधिकतम 50 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा। इस एफडीपी में भाग लेने के लिए कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है। पंजीकरण 1 अगस्त 2024 से शुरू हुआ। पंजीकरण की अंतिम तिथि 1 दिसंबर 2024 होगी। एफडीपी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉलेज की वेबसाइट – www.davjal andhar.com पर जा सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में लक्खा सिधाना और डाइंग इंडस्ट्री आमने-सामने:समाजसेवी का ऐलान- 3 दिसंबर को बुड्डा नाला करेंगे बंद, इंडस्ट्रीलिस्ट बोले- किया जा रहा ब्लैकमेल
लुधियाना में लक्खा सिधाना और डाइंग इंडस्ट्री आमने-सामने:समाजसेवी का ऐलान- 3 दिसंबर को बुड्डा नाला करेंगे बंद, इंडस्ट्रीलिस्ट बोले- किया जा रहा ब्लैकमेल लुधियाना में समाजसेवी लक्खा सिधाना और डाइंग इंडस्ट्री आमने-सामने हो गई है। लक्खा सिधाना ने आज गोघाट गुरुद्वारा साहिब में ऐलान किया कि 3 दिसंबर को बुड्ढा दरिया को मिट्टी डालकर बंद कर दिया जाएगा। शहर के मुख्य दो पाइंट जिनमें फोकल पाइंट और ताजपुर रोड पर बांध लगाकर इसे बंद किया जाएगा। लक्खा सिधाना ने कहा कि डाइंग इंडस्ट्री बुड्ढा दरिया में केमिकल युक्त पानी गिरा रही है जिस कारण बुड्ढा दरिया दूषित हो रहा है। लोगों में कैंसर की बीमारी फैल रही है। लक्खा सिधाना के साथ आज पब्लिक एक्शन कमेटी के मेंबर कुलदीप खैहरा, कपिल अरोड़ा व अन्य साथी मौजूद थे। लक्खा सिधाना ने लोगों से अपील की है कि 3 दिसंबर को फिरोजपुर रोड वेरका मिल्क प्लांट के पास सुबह 10 बजे एकत्रित हों। यदि प्रशासन लोगों को आने से रोकता है तो जहां भी लोग हो वहीं जाम लगाकर सड़क जाम कर दें। समाज सेवियों की टीम नहीं, ब्लैकमेलर विरोध करने वाले उधर, दूसरी तरफ डाइंग एसोसिएशन के कमल चौहान ने कहा कि लक्खा सिधाना व उसकी टीम को समाजसेवी की जगह ब्लैकमेलर कहा। आरोप लगाया कि, आए दिन डाइंग कारोबारियों को बुड्ढा दरिया की आड़ में निशाना बनाया जा रहा है। कारोबारी पूरा टैक्स सरकार को देते हैं, फिर भी उन्हें कारोबारी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं डाइंग इंडस्ट्री के सीटीपी 50 एमएलडी और 40 एमएलडी और 15 एमएलडी के डायरेक्टरों और सभी सदस्यों ने कहा कि अगर कोई हमारे घर पर आकर हमला करके हमारे पाइंट पाइप को बंद करेगा तो पूरी टैक्स्टाइल इंडस्ट्री के करीब 1 लाख कारोबारी विरोध करेंगे। अनधिकृत वाशिंग डाइंग यूनिट गिरा रहा बुड्ढा दरिया में पानी कमल ने कहा कि हमारे सीटीपी प्लांट 200 करोड़ रुपए की लागत से लगे हुए हैं उनको चलाने का हर महीने साढ़े 4 करोड़ का खर्च आ रहा है। डाइंग इंडस्ट्री का पानी सिर्फ 10 प्रतिशत ही नाले में गिरता है, जबकि बाकी दूषित पानी डेयरी और अनधिकृत वाशिंग डाइंग यूनिट, अनधिकृत इलेक्ट्रो प्लेटिंग यूनिट गिरा रहा है। जिला प्रशासन को पहले ही कारोबारी अपील कर चुके हैं कि यदि शहर की कानून व्यवस्था प्रभावित होती है तो इसका जिम्मेदार प्रशासन खुद होगा। बैठक को बोबी जिंदल, राहुल वर्मा, सुनील वर्मा, रजनीश गुप्ता, सुभाष सैनी, विशाल जैन, प्रीतपाल भल्ला, अंकित सिंगला, जीपी सिंह, बिट्टू नवकार ने भी संबोधित किया।
बैठक में मांगों का हल न किया तो संघर्ष तेज करेंगे
बैठक में मांगों का हल न किया तो संघर्ष तेज करेंगे भास्कर न्यूज | लुधियाना पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन और राज्य परिवहन वर्कर्स यूनियन की ओर से ईसड़ू भवन में एक बैठक की गई। इस बैठक में दोनों यूनियनों के नेता उपस्थित रहे और साझा संघर्ष करने पर सहमति जताई। बैठक में सूबा प्रधान रेशम सिंह गिल, हरमिंदर सिंह, शमशेर ढिल्लो, और गुरमुख सिंह ने कहा कि 1 जुलाई को मुख्यमंत्री पंजाब ने ट्रांसपोर्ट विभाग को पनबस यूनियन की मांगों का हल करने के लिए एक महीने का समय दिया था, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। इससे कर्मचारियों को हड़ताल समेत संघर्ष करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस संदर्भ में, 21 अक्टूबर से तीखे संघर्ष के साथ हड़ताल का ऐलान किया गया है। ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ एक बैठक 16 अक्टूबर को आयोजित की गई थी। इसमें फैसला लिया गया था कि अगली बैठक 22 को चंडीगढ़ में ट्रांसपोर्ट विभाग के साथ होगी। यदि इस बैठक में हल नहीं निकाला गया, तो पंजाब रोडवेज, पनबस/ पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन 25 नवंबर के लिए निर्धारित संघर्ष को आगे बढ़ाएगी। इसमें दोनों यूनियनों की ओर से हड़ताल का ऐलान किया जाएगा। दोनों यूनियनों ने पंजाब सरकार से अपील की है कि सरकार उनकी मांगों का समाधान निकालकर कच्चे कर्मचारियों को पक्का करे। इस मौके पर पनबस की दोनों यूनियनों के सभी डिपुओं के सूबा नेता मौजूद थे।
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