‘800 रुपए लगेंगे एक घंटे के…पंचमुखी होटल में चलना है। 300 रुपए होटल वाले को देना पड़ेगा। 500 रुपए मुझे मिल जाएंगे। अब इससे कम नहीं होगा। पुलिस की कोई दिक्कत नहीं है।’ चारबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे खड़ी 25 साल की युवती ने भास्कर रिपोर्टर से यह सब कहा। लखनऊ में एक के बाद एक कई केस सामने आए, जहां सेक्स के नाम पर लोगों को ठगा गया। दैनिक भास्कर ने 10 दिन तक इस तरह के रैकेट की तहकीकात की। उनका तरीका समझा। इस पूरे धंधे का स्टिंग किया। स्टिंग के पहले पार्ट में पढ़िए ऑफलाइन देह व्यापार कैसे चलता है, इसमें कैसे ठगी भी हो सकती है… लखनऊ का सबसे बड़ा पॉइंट है चारबाग रेलवे स्टेशन इलाका
हमारा पहला पड़ाव था, लखनऊ का चारबाग इलाका। यहां पुलिस की रेड पड़ती है, लेकिन धंधा बंद नहीं होता। चारबाग में रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड के चलते हमेशा ही भीड़ होती है। इसलिए जिस्मफरोशी से जुड़ी लड़कियां और दलाल इसे सबसे परफेक्ट जगह मानते हैं। यह ऑटो स्टैंड की तरह सेक्स रैकेट चल रहा है। हम यहां पहुंचे और कुछ देर इधर-उधर टहलते रहे। थोड़ी देर के इंतजार के बाद 7-8 लड़कियां आईं। सभी लड़कियों ने अपना चेहरा दुपट्टे से बांध रखा था। चौराहे पर इनकी दुकानदारों और ई-रिक्शावालों से जान-पहचान है। इसलिए ये उन्हीं के साथ खड़े होकर बात करती नजर आईं। जो भी इनकी तरफ कुछ देर देखता है, उसे यह आंखों के इशारे से अपने पास बुलाती हैं। चारबाग चौराहे के पास खड़ी एक युवती, जिसकी उम्र 25 के आसपास होगी, उसने मुझे बुलाया। इसके बाद मेरी और लड़की की बातचीत शुरू हुई। इतनी बातचीत के बाद हम लड़की को कुछ जरूरी काम बताकर वहां से निकल गए। यहां से करीब 200 मीटर दूर चारबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे पहुंचे। हमारी कोशिश थी कि हम कुछ और लड़कियों से बात करके पूरे रैकेट को समझ पाएं। मेट्रो के नीचे कुछ देर बैठने के बाद मुंह बांधे 20-22 साल की एक दूसरी लड़की आई। हम उसके पास पहुंचे और बातचीत शुरू हुई। रिपोर्टर- रेट कुछ कम-ज्यादा हुआ या फिर 800 ही है? युवती- अभी तो 800 है। इससे कम में नहीं होगा। रिपोर्टर- कहां चलेंगे? युवती- चारबाग में थोड़ा सख्ती है, यहां से कुछ दूर पर मुकुंद होटल है, वहां चलेंगे। रिपोर्टर- पिछली बार एक लड़की पैसा लेने के बाद बीच रास्ते से भाग गई थी, तुम तो नहीं करोगी? युवती- मैं वैसी नहीं हूं, जो कहती हूं वह करती हूं। हां, पैसा यहीं देना पड़ेगा। रिपोर्टर- कब चलना है? युवती- यहीं आना, 7 बजे मिलेंगे। इन दो युवतियों से बातचीत के बाद हमने कई और लड़कियों से बात की। उनकी बातों से पता चला कि उन लोगों ने अलग-अलग होटल को सेट कर रखा है। जितनी भी लड़कियां वहां खड़ी होती हैं, सब एक-दूसरे को जानती हैं। इन सबको प्रोटेक्ट करने के लिए इनके आसपास करीब 20 दलाल होते हैं। इनके बारे में हम आपको नीचे बताएंगे। पहले उस पंचमुखी होटल चलते हैं, जहां सेक्स वर्कर्स को बुलाया था। अब हम लड़की के बताए हुए होटल पंचमुखी पहुंचे…
पंचमुखी होटल पहुंचने के लिए हम चारबाग मेट्रो से आलमबाग की तरफ आगे बढ़े। 100 मीटर चलने पर दाहिने साइड बहुत सारे होटल दिखे। हम इन्हीं के बीच से होते हुए पंचमुखी होटल पहुंचे। होटल बाहर से एकदम जर्जर था। अंदर जाने पर छोटे-छोटे कमरे दिखे। यहां हमें एक लड़का मिला। हमने उससे रूम लेने की बात कही। उसने रूम दिखाना शुरू किया। हमने उससे कहा कि यहां कुछ जुगाड़ हो जाएगा? उसने कहा- बिलकुल। होटल जाने पर कोई आईडी नहीं लगती
चारबाग में यह रैकेट सेक्स वर्कर्स, दलाल और होटल संचालकों की मिलीभगत से चल रहा है। जब ये लड़कियां किसी लड़के को लेकर होटल पहुंचती हैं, तो किसी तरह की आईडी की जरूरत नहीं होती। होटल में भी जब लड़की की डिमांड की जाती है, तो आसानी से उपलब्ध करा दी जाती है। हालांकि, आईडी नहीं लेने पर धारा-188 के तहत होटल को सीज और होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। रिक्शा दिखावा, दलाली पेशा…रेट भी करता है तय
हम अगले दिन चारबाग के उस चौराहे पर पहुंचे, जहां लड़कियां कस्टमर तलाशती हैं। उस वक्त वहां कोई लड़की नहीं थी। हम वहीं रिक्शे पर आराम कर रहे एक व्यक्ति के पास पहुंचे। काफी देर नॉर्मल बातचीत के बाद हमने लड़कियों के बारे में पूछा। वह आदमी कहता है- अगर जरूरत हो तो बताओ, इंतजाम करवा देंगे। हमारा तो काम ही यही है। हमने कहा- जरूरत है, लेकिन आज नहीं। किसी और दिन मिलेंगे। सच यह भी है…कस्टमर लूट लिए जाते हैं
हमारी मुलाकात यहीं के एक ऐसे युवक से हुई, जो इन सेक्स वर्कर्स के बारे में अच्छे से जानता है। ये लड़का यहीं ई-रिक्शा चलाता है। कहता है- हम जब नए-नए आए थे, तो मुझसे 2500 रुपए इन लड़कियों ने ठग लिए थे। एक लड़की ने पहले 600 रुपए लिए और उसके बाद फिर से पैसा लिया। यहां से वह हमें होटल के लिए लेकर निकली। रास्ते में अंधेरा था, वहां टैक्सी से उतर कर कहती है कि जो…यहीं पर…। हम आगे नहीं जाएंगे। हमने मना किया, तो वह चिल्लाने लगी। स्थिति यह हो गई कि हमें वहां से भागना पड़ा। अब सवाल है कि क्या देह व्यापार लीगल है?
सुप्रीम कोर्ट के वकील विराज गुप्ता के मुताबिक, देश में वेश्यावृत्ति सीधे तौर पर अपराध नहीं है। दो वयस्क लोग सहमति से संबंध बना सकते हैं। मई, 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा था, वेश्यावृत्ति एक प्रोफेशन है। अपनी मर्जी से यह पेशा अपनाने वाले सेक्स वर्कर्स को सम्मान से जीवन जीने का अधिकार है। लेकिन, अगर कोई उन्हें जबरदस्ती इस धंधे में ले आता है तो यह अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा। देश में वेश्यावृत्ति लीगल, लेकिन इससे जुड़ी गतिविधियां गलत
भारत में दो लोग आपसी सहमति से संबंध तो बना सकते हैं। लेकिन, अगर कोई वेश्यालय चल रहा या फिर अपनी जगह को इस काम में इस्तेमाल कर रहा तो अनैतिक देह व्यापार (निषेध) अधिनियम 1956 के सेक्शन- 3 के आधार पर 1 से 3 साल की सजा हो सकती है। सेक्शन- 4 के मुताबिक, जो लोग 18 साल की उम्र से अधिक हैं और वेश्यावृत्ति की कमाई से गुजारा कर रहे हैं, उन्हें 2 साल तक की सजा हो सकती है। इसमें लड़की का परिवार भी शामिल है। देह व्यापार अधिनियम के सेक्शन- 5 के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में धकेलता है तो उसे 3 से 7 साल तक की सजा हो सकती है। सेक्शन- 6 के मुताबिक, लड़की को जबरदस्ती रखने और संबंध बनाने के लिए मजबूर करने पर 7 साल तक की सजा हो सकती है। सेक्शन- 7 और 8 के मुताबिक, अगर कोई पब्लिक प्लेस पर अश्लीलता फैला रहा तो उसे 3 से 6 महीने तक की सजा का प्रावधान है। (स्टिंग के दूसरे पार्ट में कल पढ़िए : लखनऊ में कैश ऑन डिलीवरी पर कॉलगर्ल की सप्लाई, होटल और फ्लैट पर बुलाने के अलग-अलग रेट) यह खबर भी पढ़ें औरतों से संबंध बनाने को कहता…मना करतीं तो मार देता; ये कहते हुए हंसने लगा साइको किलर ‘मैं संबंध बनाने के लिए कहता, तो औरतें मुझे गाली देने लगतीं। मैं उन्हें छूता, तो धक्का देकर गिरा देती थीं। फिर मुझे गुस्सा आ जाता था। मैं सोचता था कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इसके बाद मैं उन्हें मार डालता था।’ ऐसा कहते हुए 35 साल का कुलदीप गंगवार खिल-खिलाकर हंसने लगता है। अजीब तरह से अपना सिर हिलाता है। फिर बरेली के SSP अनुराग आर्य के कंधे पर हाथ रखकर मीडिया वालों की तरफ इशारा करता है। कहता है- वो भैया कुछ पूछ रहे हैं। सब कुछ तो बता दिया है। बोल तो दिया कि सभी औरतों को गला दबाकर मारा है। यहां पढ़ें पूरी खबर ‘800 रुपए लगेंगे एक घंटे के…पंचमुखी होटल में चलना है। 300 रुपए होटल वाले को देना पड़ेगा। 500 रुपए मुझे मिल जाएंगे। अब इससे कम नहीं होगा। पुलिस की कोई दिक्कत नहीं है।’ चारबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे खड़ी 25 साल की युवती ने भास्कर रिपोर्टर से यह सब कहा। लखनऊ में एक के बाद एक कई केस सामने आए, जहां सेक्स के नाम पर लोगों को ठगा गया। दैनिक भास्कर ने 10 दिन तक इस तरह के रैकेट की तहकीकात की। उनका तरीका समझा। इस पूरे धंधे का स्टिंग किया। स्टिंग के पहले पार्ट में पढ़िए ऑफलाइन देह व्यापार कैसे चलता है, इसमें कैसे ठगी भी हो सकती है… लखनऊ का सबसे बड़ा पॉइंट है चारबाग रेलवे स्टेशन इलाका
हमारा पहला पड़ाव था, लखनऊ का चारबाग इलाका। यहां पुलिस की रेड पड़ती है, लेकिन धंधा बंद नहीं होता। चारबाग में रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और बस स्टैंड के चलते हमेशा ही भीड़ होती है। इसलिए जिस्मफरोशी से जुड़ी लड़कियां और दलाल इसे सबसे परफेक्ट जगह मानते हैं। यह ऑटो स्टैंड की तरह सेक्स रैकेट चल रहा है। हम यहां पहुंचे और कुछ देर इधर-उधर टहलते रहे। थोड़ी देर के इंतजार के बाद 7-8 लड़कियां आईं। सभी लड़कियों ने अपना चेहरा दुपट्टे से बांध रखा था। चौराहे पर इनकी दुकानदारों और ई-रिक्शावालों से जान-पहचान है। इसलिए ये उन्हीं के साथ खड़े होकर बात करती नजर आईं। जो भी इनकी तरफ कुछ देर देखता है, उसे यह आंखों के इशारे से अपने पास बुलाती हैं। चारबाग चौराहे के पास खड़ी एक युवती, जिसकी उम्र 25 के आसपास होगी, उसने मुझे बुलाया। इसके बाद मेरी और लड़की की बातचीत शुरू हुई। इतनी बातचीत के बाद हम लड़की को कुछ जरूरी काम बताकर वहां से निकल गए। यहां से करीब 200 मीटर दूर चारबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे पहुंचे। हमारी कोशिश थी कि हम कुछ और लड़कियों से बात करके पूरे रैकेट को समझ पाएं। मेट्रो के नीचे कुछ देर बैठने के बाद मुंह बांधे 20-22 साल की एक दूसरी लड़की आई। हम उसके पास पहुंचे और बातचीत शुरू हुई। रिपोर्टर- रेट कुछ कम-ज्यादा हुआ या फिर 800 ही है? युवती- अभी तो 800 है। इससे कम में नहीं होगा। रिपोर्टर- कहां चलेंगे? युवती- चारबाग में थोड़ा सख्ती है, यहां से कुछ दूर पर मुकुंद होटल है, वहां चलेंगे। रिपोर्टर- पिछली बार एक लड़की पैसा लेने के बाद बीच रास्ते से भाग गई थी, तुम तो नहीं करोगी? युवती- मैं वैसी नहीं हूं, जो कहती हूं वह करती हूं। हां, पैसा यहीं देना पड़ेगा। रिपोर्टर- कब चलना है? युवती- यहीं आना, 7 बजे मिलेंगे। इन दो युवतियों से बातचीत के बाद हमने कई और लड़कियों से बात की। उनकी बातों से पता चला कि उन लोगों ने अलग-अलग होटल को सेट कर रखा है। जितनी भी लड़कियां वहां खड़ी होती हैं, सब एक-दूसरे को जानती हैं। इन सबको प्रोटेक्ट करने के लिए इनके आसपास करीब 20 दलाल होते हैं। इनके बारे में हम आपको नीचे बताएंगे। पहले उस पंचमुखी होटल चलते हैं, जहां सेक्स वर्कर्स को बुलाया था। अब हम लड़की के बताए हुए होटल पंचमुखी पहुंचे…
पंचमुखी होटल पहुंचने के लिए हम चारबाग मेट्रो से आलमबाग की तरफ आगे बढ़े। 100 मीटर चलने पर दाहिने साइड बहुत सारे होटल दिखे। हम इन्हीं के बीच से होते हुए पंचमुखी होटल पहुंचे। होटल बाहर से एकदम जर्जर था। अंदर जाने पर छोटे-छोटे कमरे दिखे। यहां हमें एक लड़का मिला। हमने उससे रूम लेने की बात कही। उसने रूम दिखाना शुरू किया। हमने उससे कहा कि यहां कुछ जुगाड़ हो जाएगा? उसने कहा- बिलकुल। होटल जाने पर कोई आईडी नहीं लगती
चारबाग में यह रैकेट सेक्स वर्कर्स, दलाल और होटल संचालकों की मिलीभगत से चल रहा है। जब ये लड़कियां किसी लड़के को लेकर होटल पहुंचती हैं, तो किसी तरह की आईडी की जरूरत नहीं होती। होटल में भी जब लड़की की डिमांड की जाती है, तो आसानी से उपलब्ध करा दी जाती है। हालांकि, आईडी नहीं लेने पर धारा-188 के तहत होटल को सीज और होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। रिक्शा दिखावा, दलाली पेशा…रेट भी करता है तय
हम अगले दिन चारबाग के उस चौराहे पर पहुंचे, जहां लड़कियां कस्टमर तलाशती हैं। उस वक्त वहां कोई लड़की नहीं थी। हम वहीं रिक्शे पर आराम कर रहे एक व्यक्ति के पास पहुंचे। काफी देर नॉर्मल बातचीत के बाद हमने लड़कियों के बारे में पूछा। वह आदमी कहता है- अगर जरूरत हो तो बताओ, इंतजाम करवा देंगे। हमारा तो काम ही यही है। हमने कहा- जरूरत है, लेकिन आज नहीं। किसी और दिन मिलेंगे। सच यह भी है…कस्टमर लूट लिए जाते हैं
हमारी मुलाकात यहीं के एक ऐसे युवक से हुई, जो इन सेक्स वर्कर्स के बारे में अच्छे से जानता है। ये लड़का यहीं ई-रिक्शा चलाता है। कहता है- हम जब नए-नए आए थे, तो मुझसे 2500 रुपए इन लड़कियों ने ठग लिए थे। एक लड़की ने पहले 600 रुपए लिए और उसके बाद फिर से पैसा लिया। यहां से वह हमें होटल के लिए लेकर निकली। रास्ते में अंधेरा था, वहां टैक्सी से उतर कर कहती है कि जो…यहीं पर…। हम आगे नहीं जाएंगे। हमने मना किया, तो वह चिल्लाने लगी। स्थिति यह हो गई कि हमें वहां से भागना पड़ा। अब सवाल है कि क्या देह व्यापार लीगल है?
सुप्रीम कोर्ट के वकील विराज गुप्ता के मुताबिक, देश में वेश्यावृत्ति सीधे तौर पर अपराध नहीं है। दो वयस्क लोग सहमति से संबंध बना सकते हैं। मई, 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा था, वेश्यावृत्ति एक प्रोफेशन है। अपनी मर्जी से यह पेशा अपनाने वाले सेक्स वर्कर्स को सम्मान से जीवन जीने का अधिकार है। लेकिन, अगर कोई उन्हें जबरदस्ती इस धंधे में ले आता है तो यह अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा। देश में वेश्यावृत्ति लीगल, लेकिन इससे जुड़ी गतिविधियां गलत
भारत में दो लोग आपसी सहमति से संबंध तो बना सकते हैं। लेकिन, अगर कोई वेश्यालय चल रहा या फिर अपनी जगह को इस काम में इस्तेमाल कर रहा तो अनैतिक देह व्यापार (निषेध) अधिनियम 1956 के सेक्शन- 3 के आधार पर 1 से 3 साल की सजा हो सकती है। सेक्शन- 4 के मुताबिक, जो लोग 18 साल की उम्र से अधिक हैं और वेश्यावृत्ति की कमाई से गुजारा कर रहे हैं, उन्हें 2 साल तक की सजा हो सकती है। इसमें लड़की का परिवार भी शामिल है। देह व्यापार अधिनियम के सेक्शन- 5 के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में धकेलता है तो उसे 3 से 7 साल तक की सजा हो सकती है। सेक्शन- 6 के मुताबिक, लड़की को जबरदस्ती रखने और संबंध बनाने के लिए मजबूर करने पर 7 साल तक की सजा हो सकती है। सेक्शन- 7 और 8 के मुताबिक, अगर कोई पब्लिक प्लेस पर अश्लीलता फैला रहा तो उसे 3 से 6 महीने तक की सजा का प्रावधान है। (स्टिंग के दूसरे पार्ट में कल पढ़िए : लखनऊ में कैश ऑन डिलीवरी पर कॉलगर्ल की सप्लाई, होटल और फ्लैट पर बुलाने के अलग-अलग रेट) यह खबर भी पढ़ें औरतों से संबंध बनाने को कहता…मना करतीं तो मार देता; ये कहते हुए हंसने लगा साइको किलर ‘मैं संबंध बनाने के लिए कहता, तो औरतें मुझे गाली देने लगतीं। मैं उन्हें छूता, तो धक्का देकर गिरा देती थीं। फिर मुझे गुस्सा आ जाता था। मैं सोचता था कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया। इसके बाद मैं उन्हें मार डालता था।’ ऐसा कहते हुए 35 साल का कुलदीप गंगवार खिल-खिलाकर हंसने लगता है। अजीब तरह से अपना सिर हिलाता है। फिर बरेली के SSP अनुराग आर्य के कंधे पर हाथ रखकर मीडिया वालों की तरफ इशारा करता है। कहता है- वो भैया कुछ पूछ रहे हैं। सब कुछ तो बता दिया है। बोल तो दिया कि सभी औरतों को गला दबाकर मारा है। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर