पंजाब के बठिंडा जिले में युवक पर हुए जानलेवा हमले के बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। घटाना के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस मामले में पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है। रविवार को ट्रक यूनियन के पास युवक पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। ट्रक यूनियन के पास किया था हमला जिला बठिंडा के कस्बा मौड़ मंडी में कल देर शाम मंडी ट्रक यूनियन के पास जसपाल सिंह नाम के युवक पर हुए हमले और इलाज के दौरान उसकी मौत के बाद बठिंडा पुलिस 24 घंटे बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। गंभीर घायल जसपाल सिंह को इलाज के लिए बठिंडा लाया गया। जहां इलाज के दौरान जसपाल सिंह की मौत हो गई। जसपाल सिंह पर हत्या का मामला दर्ज था और वह जमानत पर था। पुलिस कर रही छापेमारी इस दौरान विपक्षियों ने जसपाल सिंह पर तेज धार हथियारों से हमला किया गया। डीएसपी राहुल भारद्वाज का कहना है कि जसपाल सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 6 लोगों को नामजद किया है। उन्होंने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाकर छापेमारी की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा पंजाब के बठिंडा जिले में युवक पर हुए जानलेवा हमले के बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। घटाना के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस मामले में पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है। रविवार को ट्रक यूनियन के पास युवक पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। ट्रक यूनियन के पास किया था हमला जिला बठिंडा के कस्बा मौड़ मंडी में कल देर शाम मंडी ट्रक यूनियन के पास जसपाल सिंह नाम के युवक पर हुए हमले और इलाज के दौरान उसकी मौत के बाद बठिंडा पुलिस 24 घंटे बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। गंभीर घायल जसपाल सिंह को इलाज के लिए बठिंडा लाया गया। जहां इलाज के दौरान जसपाल सिंह की मौत हो गई। जसपाल सिंह पर हत्या का मामला दर्ज था और वह जमानत पर था। पुलिस कर रही छापेमारी इस दौरान विपक्षियों ने जसपाल सिंह पर तेज धार हथियारों से हमला किया गया। डीएसपी राहुल भारद्वाज का कहना है कि जसपाल सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने 6 लोगों को नामजद किया है। उन्होंने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाकर छापेमारी की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा पंजाब | दैनिक भास्कर
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SGPC चुनाव वोटर रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 31 जुलाई:2011 के चुनावों से आधी रह गई वोटरों की संख्या; कारण- पंथक जत्थेबंदियों से नाराजगी
SGPC चुनाव वोटर रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 31 जुलाई:2011 के चुनावों से आधी रह गई वोटरों की संख्या; कारण- पंथक जत्थेबंदियों से नाराजगी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) के चुनावों के लिए पंजीकरण कराने की अंतिम तारीख 31 जुलाई निर्धारित है। इस बार पंजीकरण कराने वाले सिखों की संख्या 2011 में हुई चुनावों की तुलना में लगभग आधी रह गई है। गुरुद्वारा चुनाव आयोग द्वारा वोटर पंजीकरण की समय सीमा को तीन बार आगे बढ़ाने के बावजूद पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 50% से अधिक नहीं हो पा रही। बीती 25 जुलाई तक पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 27.87 लाख रही, जबकि 2011 में हुए पिछले SGPC चुनाव के दौरान लगभग 52 लाख मतदाता थे। SGPC चुनाव भारत सरकार द्वारा गठित गुरुद्वारा चुनाव आयोग की देखरेख में कराए जाते हैं। मतदाताओं के पंजीकरण की प्रक्रिया 21 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुई थी। शुरुआत में, अंतिम तिथि 15 नवंबर 2023 निर्धारित थी। पंजीकरण की प्रक्रिया में वोटरों की दिलचस्पी को ना देखते हुए इसे 29 फरवरी 2024 तक और फिर 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया। अब एक बार फिर इसी अंतिम तारीख 31 जुलाई निर्धारित की गई। सिख विशेषज्ञों का मानना है कि ढीली प्रतिक्रिया SGPC से घटता विश्वास, मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया और विदेशों में पलायन के प्रभाव के कारण है। बीते समय में हुई घटनाओं से उभरे नहीं सिख तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह ने कहा कि कई अप्रिय घटनाओं के बाद सिख मामलों में विश्वास की कमी हो गई है। जिसमें डेरा सिरसा के राम रहीम को माफी देना, इसके बाद बेअदबी की घटनाएं शामिल हैं। इनमें लोगों को अभी तक न्याय नहीं मिला। जिससे सिख निराश हो रहे हैं। SGPC सदस्य किरनजोत कौर का मानना है कि SGPC के कुछ गलत कदमों और कुछ नीतियों के अलावा सरकार द्वारा तैयार की गई मतदान पंजीकरण प्रक्रिया के चलते पंजीकरण कम हुआ है। सही से जानकारी सांझा नहीं की गई SGPC सदस्य किरनजोत कौर ने बताया कि प्रशासन द्वारा आयोजित किए जा रहे शिविरों के बारे में कोई प्रचार ही नहीं हुआ। वोटरों को यह नहीं पता था कि पंजीकरण कराने के लिए कहां जाएं। यह भी स्पष्ट नहीं था कि वे किस वार्ड से संबंधित हैं। जब वे कैंप में जाएंगे तो वार्डों में गड़बड़ी के कारण उनका आवेदन खारिज कर दिया जाएगा। साथ ही, पंजीकरण प्रक्रिया समय के दौरान वोटर, चाहे वे बुजुर्ग हों या महिला, का खुद पहुंचना जरूरी था। बाद में, प्रशासन ने अपने पटवारियों और ब्लॉक-स्तरीय अधिकारियों को घर-घर जाकर मतदाताओं का पंजीकरण करने के लिए कहा। लेकिन उन पर पहले से ही काफी अधिक काम का बोझ है। दूसरी बात यह है कि पहले सिख युवाओं में उत्साह देखा गया था। अब, उनमें से बड़ी संख्या में लोग विदेश चले गए हैं। अकाली दल सबसे कम दिलचस्पी ले रहा है मौजूदा समय में सिख न तो SGPC से खुश हैं और न ही अकाली दल से। सिखों के लिए यही दो सबसे बड़ी धार्मिक संस्थाएं हैं। लेकिन अकाली दल ने राजनीतिक लाभ के लिए कुछ ऐसे कदम उठाए कि उलटा असर हुआ। 2017 के बाद लोकसभा व विधानसभा चुनावों के परिणामों में जो हालात पैदा हुए, उसके बाद अकाली दल खुद ही इसमें सबसे कम रूचि ले रहा है। जबकि पहले अकाली दल के वर्कर वोट बनाने की प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग देते थे। जानें वोट बनवाने के लिए क्या है नियम SGPC चुनावों के लिए पंजीकरण करवाने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के आवेदकों को ‘साबत सूरत’ (बिना बाल और दाढ़ी कोट) और 21 वर्ष से अधिक (21 अक्टूबर, 2023 तक) होना चाहिए। जो लोग अपने बाल काटते हैं, धूम्रपान करते हैं और तम्बाकू या शराब का सेवन करते हैं (पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लागू) या सिख पुरुष जो अपनी दाढ़ी काटते या कटवाते हैं, उन्हें चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने से रोक दिया जाता है।
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मोहाली अदालत में गिप्पी गरेवाल की पेशी आज:छह साल पुराना है मामला, गैंगस्टर दिलप्रीत ने दी थी मारने की धमकी, गवाही होनी है
मोहाली अदालत में गिप्पी गरेवाल की पेशी आज:छह साल पुराना है मामला, गैंगस्टर दिलप्रीत ने दी थी मारने की धमकी, गवाही होनी है पंजाबी सिंगर व एक्टर गिप्पी ग्रेवाल से जुडे़ छह साल पुराने मामले की आज (मंगलवार) को मोहाली अदालत में सुनवाई होगी। वह गत पांच बार से अदालत में लगातार पेश नहीं हो रहे हैं। हर बार उनके वकीलों द्वारा पेश होने के लिए समय लिया जाता है। एक बार तो उनके खिलाफ जमानती वारंट भी जारी हुए थे। साथ ही उन्हें 5 हजार का श्योरिटी बॉन्ड भरने को कहा गया था। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार पेश जरूर होंगे। फोन पर मिली थी जान से मारने की धमकी यह मामला 31 मई 2018 का है। 4 चार बजे एक्टर गिप्पी ग्रेवाल को एक अज्ञात नंबर से उनके वॉट्सऐप पर वॉसस और टेक्स्ट मैसेज आया था। इस मैसेज में उन्हें एक नंबर दिया गया था। इस नंबर पर गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा से बात करने के लिए कहा था। उसमें लिखा था कि यह मैसेज रंगदारी मांगने के लिए किया गया है। आप बात कर लें, नहीं तो आपका हाल परमीश वर्मा और चमकीला जैसा कर दिया जाएगा। इसके बाद गिप्पी ग्रेवाल ने इसकी शिकायत मोहाली पुलिस को दी थी। मोहाली पुलिस ने गिप्पी ग्रेवाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। अब गिप्पी ग्रेवाल को गवाही के लिए बुलाया जा रहा है, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं। जिस समय उन्हें यह धमकी मिली थी, उस समय वह अपनी मूवी ‘कैरी ऑन जट्टा 2’ के प्रमोशन के लिए पंजाब से बाहर थे। इसलिए जारी हुआ था वारंट एक्टर गिप्पी ग्रेवाल को मोहाली जिला अदालत की तरफ से पहले 4 जुलाई को वारंट जारी किया था। साथ ही उन्हें 10 जुलाई को अदालत में पेश होने के आदेश दिए थे। लेकिन अदालत में बैलिफ ने बताया था कि गिप्पी इस समय पंजाब में नहीं है। उन्हें पता चला है कि वह कनाडा गए हुए है। हालांकि कोर्ट का मानना है कि इस मामले में गिप्पी ग्रेवाल केस में शिकायतकर्ता है। साथ ही उनकी गवाही जरूरी है। ऐसे में उनका अदालत में पेश होना जरूरी है। कनाडा वाले घर पर फायरिंग हो चुकी गिप्पी ग्रेवाल कनाडा में वैंकूवर के व्हाइट रॉक इलाके में रहते हैं। पिछले साल 25 नवंबर को इनके घर पर फायरिंग भी हो चुकी है। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। लॉरेंस ने पोस्ट लिखकर न सिर्फ जिम्मेदारी ली, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी थी। लॉरेंस ने लिखा था, ‘हां जी सत श्री अकाल, राम राम सबनू। आज वैंकूवर व्हाइट रॉक एरिया में गिप्पी ग्रेवाल के बंगले पर फायरिंग लॉरेंस गैंग ने करवाई है। सलमान खान को बहुत भाई-भाई करता है तू, बोल अब बताए तुझे तेरा भाई। सलमान को भी वहम है कि दाउद उसकी मदद करेगा। कोई नहीं बचा सकता तुम्हें हमसे।’