नशे के खिलाफ चलाई मुहिम के तहत बठिंडा पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसकी निशानदेही पर एक गोदाम में छापेमारी कर 5 करोड़ 35 लाख रुपए कीमत की 24 लाख 10 हजार नशीली दवाओं के कैप्सूल और गोलियां के अलावा 30 हजार रुपए की नकदी बरामद की है। पुलिस द्वारा पकड़ी गई भारी मात्रा में नशीली गोलियां को अपने कब्जे में लेकर आरोपित व्यक्ति पर थाना तलवंडी साबो में एनडीपीएस एकट के तहत मामला दर्ज किया है। एसएसपी दीपक पारिक ने बताया कि विगत 20 जून को थाना तलवंडी साबो पुलिस ने आरोपी जसविंदर सिंह, इंदरप्रीत सिंह निवासी तलवंडी साबो को 37 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह उक्त नशीली गोलियां मौड़ मंडी के बोहड़ वाला चौक निवासी तरसेम चंद उर्फ ढिपाई से लेकर आए थे, जोकि बठिंडा जिले में नशीली गोलियां व कैप्सूल सप्लाई करने का काम करता है। पहले से दर्ज हैं 12 मुकदमें पुलिस ने आरोपित तरसेम चंद को मामले में नामजद किया और गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर उसके गोदाम में छापेमारी कर 20 लाख 42 हजार 470 नशीले कैप्सूल, 3 लाख 68 हजार 250 नशीली गोलियां, 3580 किट बरामद की गई। पकड़ी गई नशीली दवाओं की बाजारी कीमत 5 करोड़ 35 लाख रुपए बताई जाती है। इसके अलावा 30 हजार रुपए की ड्रग मनी बरामद हुई। एसएसपी पारिक ने बताया कि आरोपित तरसेम चंद तलवंडी साबो, रामां मंडी और मौड मंडी एरिया में उक्त नशीली दवाओं की सप्लाई करता है। इससे पहले भी आरोपित पर बठिंडा जिले के विभिन्न थानों में 12 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। नशे के खिलाफ चलाई मुहिम के तहत बठिंडा पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसकी निशानदेही पर एक गोदाम में छापेमारी कर 5 करोड़ 35 लाख रुपए कीमत की 24 लाख 10 हजार नशीली दवाओं के कैप्सूल और गोलियां के अलावा 30 हजार रुपए की नकदी बरामद की है। पुलिस द्वारा पकड़ी गई भारी मात्रा में नशीली गोलियां को अपने कब्जे में लेकर आरोपित व्यक्ति पर थाना तलवंडी साबो में एनडीपीएस एकट के तहत मामला दर्ज किया है। एसएसपी दीपक पारिक ने बताया कि विगत 20 जून को थाना तलवंडी साबो पुलिस ने आरोपी जसविंदर सिंह, इंदरप्रीत सिंह निवासी तलवंडी साबो को 37 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह उक्त नशीली गोलियां मौड़ मंडी के बोहड़ वाला चौक निवासी तरसेम चंद उर्फ ढिपाई से लेकर आए थे, जोकि बठिंडा जिले में नशीली गोलियां व कैप्सूल सप्लाई करने का काम करता है। पहले से दर्ज हैं 12 मुकदमें पुलिस ने आरोपित तरसेम चंद को मामले में नामजद किया और गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर उसके गोदाम में छापेमारी कर 20 लाख 42 हजार 470 नशीले कैप्सूल, 3 लाख 68 हजार 250 नशीली गोलियां, 3580 किट बरामद की गई। पकड़ी गई नशीली दवाओं की बाजारी कीमत 5 करोड़ 35 लाख रुपए बताई जाती है। इसके अलावा 30 हजार रुपए की ड्रग मनी बरामद हुई। एसएसपी पारिक ने बताया कि आरोपित तरसेम चंद तलवंडी साबो, रामां मंडी और मौड मंडी एरिया में उक्त नशीली दवाओं की सप्लाई करता है। इससे पहले भी आरोपित पर बठिंडा जिले के विभिन्न थानों में 12 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृत सागर परिवार ने बंदी छोड़ दिवस पर गुरु का लंगर लगाया
अमृत सागर परिवार ने बंदी छोड़ दिवस पर गुरु का लंगर लगाया लुधियाना| छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी की प्रेरणा से मनाए जाने वाले बंदी छोड़ दिवस को अमृत सागर परिवार ने खास तरीके से समर्पित किया। इस दिन गुरु का अटूट लंगर पक्खोवाल रोड पर स्थित अमृत सागर परिवार की ओर से लगाया गया, जिसमें सभी समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने 52 राजाओं को ग्वालियर किले से मुक्त कराकर न केवल उन्हें स्वतंत्रता दी, बल्कि एक महान संदेश भी दिया। इस बार लंगर का उद्घाटन इंद्रजीत मक्कड़ प्रधान गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मॉडल ने किया। उन्होंने कहा कि अमृत सागर परिवार गुरबाणी के माध्यम से लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रहा है और हर महीने गुरु के लंगर की सेवा अपने दसवंत से करता है। लंगर सेवा में बलबीर भाटिया, करणप्रीत भाटिया और उनके परिवार के सदस्यों ने सक्रिय भाग लिया, जिन्होंने सभी को प्रेम और सम्मान के साथ भोजन कराया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी शिरकत की, जिनमें प्रिंसिपल बलबीर सिंह, कंवलजीत कौर, दलजीत कौर, जैस्मीन कौर, जसविंदर कौर, रिपन टंडन और निवाज भाटिया शामिल थे। इस आयोजन ने समुदाय में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि गुरु की शिक्षाएं आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। अमृत सागर परिवार की लंगर सेवा न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि समाज में सहयोग और समर्पण का भी उदाहरण प्रस्तुत करती है।
अभिनेत्री प्रीति जिंटा पहुंची अदालत:पंजाब किंग्स के शेयर बेचने पर रोक लगाने की लगाई याचिका, 20 अगस्त को सुनवाई
अभिनेत्री प्रीति जिंटा पहुंची अदालत:पंजाब किंग्स के शेयर बेचने पर रोक लगाने की लगाई याचिका, 20 अगस्त को सुनवाई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की मेगा ऑक्शन से पहले फ्रैंचाइजी (केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड) में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कंपनी की को-ओनर व अभिनेत्री प्रीति जिंटा अदालत पहुंच गई। उन्होंने कंपनी के सह मालिक मोहित बर्मन के खिलाफ चंडीगढ़ डिस्ट्रिक कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में उन्होंने मोहित बर्मन के साढ़े 11 फीसदी शेयर किसी और को बेचने पर रोक लगाने की मांग की है। इस मामले में अदालत ने बर्मन को नोटिस जारी किया है। साथ ही इस मामले की अगली सुनवाई 20 अगस्त को संपन्न होगी। चार हिस्सेदारों के पास है शेयर याचिका के मुताबिक कंपनी के चार बड़े हिस्सेदार है। बर्मन के पास केवीएच की सबसे बड़ी 48 फीसदी की हिस्सेदारी है। जबकि प्रीति जिंटा व नेस वाडिया के पास 23-23 फीसदी की हिस्सेदारी है। जबकि शेष शेयर चौथे हिस्सेदार करण पाॅल के पास हैं। याचिका के मुताबिक प्रीति जिंटा का कहना है कि मोहित बर्मन अपने हिस्से के 11.5 फीसदी शेयर किसी अन्य पार्टी को बेचने की बात कर रहे हैं। याचिका मे यह दी है दलील प्रीति ने बर्मन को यह शेयर बेचने से रोकने की मांग आर्बिट्रेशन एंड कॉन्सिलिएशन एक्ट 1996 के तहत याचिका दायर कर की है। इसमें कहा गया है कि कोई भी हिस्सेदार अपना शेयर समूह के बाहर उस स्थिति में बेच सकता है, जब बाकी हिस्सेदार उन शेयरों को खरीदने से इनकार कर रहे हो। इस मामले में ऐसा नहीं हुआ है। बाकी हिस्सेदारों ने इन शेयरों को खरीदने से इनकार नहीं किया है। बर्मन ने भी अपने शेयर बेचने से इनकार किया है। पंजाब किंग्स ने भी इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अनुच्छेद 19 का किया प्रयोग जिंटा ने एसोसिएशन के उप नियमों ने अनुच्छेद 19 को उजागर किया है। जो मौजूदा निवेशकों के पहले इनकार के अधिकार आरओएफआर से संबंधित है। अदालत ने कहा कि शुरुआत में हिस्सेदारी बेचने की पेशकश करने के बाद बर्मन पीछे हट गए। लेकिन अमेरिकी कंपनी के साथ सौदे की चर्चा जारी है।
पंजाब में बवाल के बाद लॉ यूनिवर्सिटी बंद:छात्राओं का प्रदर्शन, बोलीं-VC अचानक चेकिंग करने घुसे, छोटे कपड़ों का कमेंट किया, इस्तीफे पर अड़ीं
पंजाब में बवाल के बाद लॉ यूनिवर्सिटी बंद:छात्राओं का प्रदर्शन, बोलीं-VC अचानक चेकिंग करने घुसे, छोटे कपड़ों का कमेंट किया, इस्तीफे पर अड़ीं पंजाब में पटियाला स्थित राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RGNUL) के वाइस चांसलर (VC) के गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग को लेकर बवाल मच गया है। छात्राओं का कहना है कि वाइस चांसलर ने अचानक उनके कमरों में आकर कपड़ों पर कमेंट किए हैं। उन्हें कहा गया कि छोटे कपड़े क्यों पहनती हो। यही नहीं, गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं के माता-पिता को आने की भी परमिशन नहीं है तो फिर VC क्यों आए?। इसके बाद रविवार दोपहर छात्राएं भड़क उठीं। उन्होंने वाइस चांसलर के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन कर दिया। उनका धरना ढ़ाई दिन से चल रहा है। जिसके बाद माहौल बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया। हालांकि छात्राओं ने घर जाने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि मामले को निपटाने की कोशिश की जा रही है। जब तक वाइस चांसलर इस्तीफा नहीं देते, वह धरना खत्म नहीं करेंगे। छात्राएं अब यूनिवर्सिटी के गेट के सामने टेंट लगाकर धरने पर बैठ गई हैं। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला
अचानक VC रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन करने लगी छात्राएं
रविवार (22 सितंबर) दोपहर करीब साढ़े 3 बजे लॉ यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अचानक वीसी रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि वाइस चांसलर अचानक गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग करते हैं। वह जिन कपड़ों में होती हैं, उन पर कमेंट्स करते हैं। यह उनकी प्राइवेसी के अधिकार का उल्लंघन है। छात्राएं यहां ‘नॉट यूअर डॉटर’ के पोस्टर लेकर पहुंची थीं। यह धरना पूरी रात चलता रहा। वीसी ने उस वक्त मीडिया से बात नहीं की लेकिन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर आनंद पंवार ने छात्राओं के आरोपों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी कोई दिक्कत है तो यूनिवर्सिटी प्रशासन को बताना चाहिए। पुलिस थाना बख्शीवाला के इंचार्ज इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह का कहना था कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली, इसलिए जांच शुरू नहीं की गई। रात भर रहा धरना, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कमेटी बनाई
सोमवार तक छात्राओं के साथ दूसरे स्टूडेंट्स भी जुड़ गए और वे पूरी रात धरने पर बैठे रहे। उन्होंने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के सामने पक्का मोर्चा लगा दिया। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 9 मेंबरी कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने सोमवार दोपहर पौने 3 बजे छात्राओं को एडमिन ब्लॉक में आकर बयान दर्ज कराने को कहा। स्टूडेंट्स ने बयान देने से इनकार किया
मगर, स्टूडेंट्स ने कमेटी के सामने जाने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि कमेटी में वाइस चांसलर नहीं है। सिर्फ फैकल्टी मेंबरों की कमेटी के सामने वह नहीं जाएंगे। उन्होंने मांग की कि वीसी उनके सामने आकर बात करे। स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और बार कौंसिल को पत्र लिखकर इस मामले में दखल देने की मांग की। स्टूडेंट्स बोले- आधी रात को गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग गलत
सोमवार देर रात स्टूडेंट्स एडमिन ऑफिस से उठकर यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर आ गए। इस दौरान यूनिवर्सिटी में पढ़ रहीं एलएलबी, एलएलएम, पीएचडी और रिसर्च स्कॉलर स्टूडेंट्स ने कहा कि वाइस चांसलर का आधी रात को गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग करना सरासर गलत है। वीसी को चाहिए कि महिला स्टाफ के साथ ही गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग करे। स्टूडेंट्स के सवाल सुन वाइस चांसलर वापस लौटे
स्टूडेंट्स का विरोध बढ़ते देख वाइस चांसलर प्रोफेसर जेएस सिंह धरने की जगह पर पहुंचे। वहां स्टूडेंट्स ने उन पर कई सवाल दागे। वीसी से पूछा गया कि वे बिना फैकल्टी किसी से क्यों नहीं मिलते?। वपरासी बिना फैकल्टी जाने से रोकता है। अगर वे फैकल्टी मेंबर के साथ जाते हैं तो उनके मोबाइल बाहर रखवा लिए जाते हैं। इंस्टीट्यूट का हेड ही अपने स्टूडेंट्स से न मिले, ऐसा कैसे हो सकता है?। इसके जवाब में वाइस चांसलर ने कहा कि कोई भी स्टूडेंट उनसे कभी भी मिल सकता है। ऐसा नहीं है कि वे किसी से नहीं मिलते। मगर, स्टूडेंट्स उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ गए। जिसके बाद वाइस चांसलर वहां से वापस लौट गए और स्टूडेंट्स का धरना जारी रहा। माहौल बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी बंद की गई
मामला बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया। जिसमें स्टूडेंट्स के वेलफेयर का हवाला देकर यूनिवर्सिटी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दे दिया गया। इसमें ये भी कहा गया कि जो स्टूडेंट्स घर जाना चाहते हैं, वह जा सकते हैं। हालांकि स्टूडेंट्स ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, यह आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। यूनिवर्सिटी बंद करने का नोटिस… वीसी ने कहा- शिकायत की जांच के लिए गए थे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक VC जेएस सिंह ने इस मामले में कहा कि गर्ल्स हॉस्टल में क्षमता से ज्यादा लड़कियों को रखने और आधी रात के बाद गर्ल्स हॉस्टल में स्मोकिंग और शराब पीने की शिकायतें मिली थी। जिसकी जांच के लिए वह हॉस्टल में गए थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक वाइस चांसलर ने बातचीत में कहा कि जो लड़कियां स्मोकिंग और शराब नहीं पीती, उनकी शिकायत मिली थी। उनका कहना था कि ये सारा कार्यक्रम रात 12 बजे के बाद शुरू करते हैं। बाहर से खाने की आड़ में वे ये सब चीजें मंगवाती हैं। मैं फीमेल वार्डन और अच्छे व्यवहार वाली स्टूडेंट्स के साथ चेकिंग करने गया था। उन्होंने कहा कि हर बैच के कुछ स्टूडेंट्स विरोध कर रहे हैं। बाकी क्लासरूम में पढ़ाई करते रहे। मैंने किसी के कपड़ों पर कोई कमेंट नहीं किया। ये कुछ चुनिंदा स्टूडेंट्स की तरफ से झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।