बठिंडा में स्टेट बैंक में बड़ा घोटाला:फर्जी साइन कर निकाले लाखों रुपए, लॉकर से सोने के जेवर गायब, हेड कैशियर फरार

बठिंडा में स्टेट बैंक में बड़ा घोटाला:फर्जी साइन कर निकाले लाखों रुपए, लॉकर से सोने के जेवर गायब, हेड कैशियर फरार

पंजाब के बठिंडा में भारतीय स्टेट बैंक की शेखपुरा ब्रांच में पिछले लंबे समय से बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से जालसाजी का नेटवर्क चलाया जा रहा था। फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठा लगाकर ग्राहकों के खातों से रुपए निकालने के साथ-साथ लॉकर से सोना व एटीएम से कैश चोरी करने किए जाने का खुलासा हुआ है। ग्राहकों की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की तो आरंभिक जांच में ही कुल 39 लाख 41 हजार 400 रुपए ग्राहकों के खातों से निकाले गए, जबकि बैंक की तिजौरी से 342 ग्राम 27 मिलीग्राम सोना और 15 लाख 84 हजार रुपए एटीएम निकाले गए। लॉकर से निकाले गए सोने की कीमत करीब 2 करोड़ 65 लाख 68 हजार रुपए बताई जाती है। इस तरह से बैंक के अधिकारी व कर्मी ने करीब 3 करोड़ 20 लाख से अधिक की जालसाजी कर सरकार व ग्राहकों को चपत लगाने का काम किया। इस मामले में थाना तलवंडी साबों पुलिस ने आरंभिक जांच के बाद बैंक के हैड कैशियर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि ग्राहकों की शिकायत के आधार पर बैंक मैनेजर की संलिप्तता की जांच की जा रही है। तलवंडी साबों पुलिस थाना में प्यारा सिंह निवासी गांव संदोहा जिला बठिंडा ने एसएसपी बठिंडा को लिखित शिकायत दी थी। एसएसपी ने 2 जुलाई 2024 को जांच के आदेश दिए थे। मामले में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने भारतीय स्टेट बैंक ब्रांच शेखपुरा तहसील तलवंडी साबो अपना खाता खुलवाया था। प्यारा सिंह के साथ ही तारा सिंह ने खाता खुलवाया है। उन्होंने अपने बच्चे की कालेज फीस के लिए बैंक में राशि जमा करवाई थी। इस राशि के संबंध में बैंक अधिकारी को पूरी जानकारी थी। कॉलेज से आया फीस भरने का पत्र शिकायतकर्ता को कॉलेज से फीस भरने का पत्र आया तो कॉलेज की फीस भरने के लिए जब बैंक गए तो बैंक अधिकारियों ने बताया कि फरवरी माह में बैंक से 13,32,000 रुपए ग्राहक ने निकाले हैं इसलिए अब इस रकम से पूरी फीस नहीं भरी जा सकती है। शिकायकर्ता ने कहा कि उसने बैंक से कोई पैसा नहीं निकाला था। जांच करने पर पता चला कि बैंक में तैनात हरविंदर सिंह कैशियर और बैंक मैनेजर ने मिलीभगत से पैसा ट्रांसफर किया है। इस दौरान नकली अंगूठे व हस्ताक्षर किए गए। उन्हें अपने बेटे के एडमिशन के लिए निजी तौर पर ब्याज सहित राशि का भुगतान करना पड़ा। इसके बाद ग्राहक को पता चला है कि उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा पिछले कई वर्ष से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों के खातों से पैसे निकाले गए थे और इसकी शिकायत के बावजूद उक्त हैड कैशियर की केवल सीट बदली गई, लेकिन कर्मचारियों के खिलाफ कथित धोखाधड़ी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हेड कैशियर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी DSP तलवंडी साबो इशांत सिंगला ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और हेड कैशियर हरविंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जल्द ही हेड कैशियर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में जिन-जिन लोगों का रोल है, उसकी भी जांच की जा रही है। पंजाब के बठिंडा में भारतीय स्टेट बैंक की शेखपुरा ब्रांच में पिछले लंबे समय से बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से जालसाजी का नेटवर्क चलाया जा रहा था। फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठा लगाकर ग्राहकों के खातों से रुपए निकालने के साथ-साथ लॉकर से सोना व एटीएम से कैश चोरी करने किए जाने का खुलासा हुआ है। ग्राहकों की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की तो आरंभिक जांच में ही कुल 39 लाख 41 हजार 400 रुपए ग्राहकों के खातों से निकाले गए, जबकि बैंक की तिजौरी से 342 ग्राम 27 मिलीग्राम सोना और 15 लाख 84 हजार रुपए एटीएम निकाले गए। लॉकर से निकाले गए सोने की कीमत करीब 2 करोड़ 65 लाख 68 हजार रुपए बताई जाती है। इस तरह से बैंक के अधिकारी व कर्मी ने करीब 3 करोड़ 20 लाख से अधिक की जालसाजी कर सरकार व ग्राहकों को चपत लगाने का काम किया। इस मामले में थाना तलवंडी साबों पुलिस ने आरंभिक जांच के बाद बैंक के हैड कैशियर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जबकि ग्राहकों की शिकायत के आधार पर बैंक मैनेजर की संलिप्तता की जांच की जा रही है। तलवंडी साबों पुलिस थाना में प्यारा सिंह निवासी गांव संदोहा जिला बठिंडा ने एसएसपी बठिंडा को लिखित शिकायत दी थी। एसएसपी ने 2 जुलाई 2024 को जांच के आदेश दिए थे। मामले में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने भारतीय स्टेट बैंक ब्रांच शेखपुरा तहसील तलवंडी साबो अपना खाता खुलवाया था। प्यारा सिंह के साथ ही तारा सिंह ने खाता खुलवाया है। उन्होंने अपने बच्चे की कालेज फीस के लिए बैंक में राशि जमा करवाई थी। इस राशि के संबंध में बैंक अधिकारी को पूरी जानकारी थी। कॉलेज से आया फीस भरने का पत्र शिकायतकर्ता को कॉलेज से फीस भरने का पत्र आया तो कॉलेज की फीस भरने के लिए जब बैंक गए तो बैंक अधिकारियों ने बताया कि फरवरी माह में बैंक से 13,32,000 रुपए ग्राहक ने निकाले हैं इसलिए अब इस रकम से पूरी फीस नहीं भरी जा सकती है। शिकायकर्ता ने कहा कि उसने बैंक से कोई पैसा नहीं निकाला था। जांच करने पर पता चला कि बैंक में तैनात हरविंदर सिंह कैशियर और बैंक मैनेजर ने मिलीभगत से पैसा ट्रांसफर किया है। इस दौरान नकली अंगूठे व हस्ताक्षर किए गए। उन्हें अपने बेटे के एडमिशन के लिए निजी तौर पर ब्याज सहित राशि का भुगतान करना पड़ा। इसके बाद ग्राहक को पता चला है कि उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा पिछले कई वर्ष से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों के खातों से पैसे निकाले गए थे और इसकी शिकायत के बावजूद उक्त हैड कैशियर की केवल सीट बदली गई, लेकिन कर्मचारियों के खिलाफ कथित धोखाधड़ी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हेड कैशियर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी DSP तलवंडी साबो इशांत सिंगला ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और हेड कैशियर हरविंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जल्द ही हेड कैशियर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में जिन-जिन लोगों का रोल है, उसकी भी जांच की जा रही है।   पंजाब | दैनिक भास्कर