पंजाब की बरनाला विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव को नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अभी तक किसी बड़े नेता ने यहां से नामांकन नहीं भरा है। आज (गुरुवार) बरनाला में भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों और कांग्रेस के काला ढिल्लों नामांकन भरेंगे। नामांकन के दौरान दोनों शक्ति प्रदर्शन भी करने वाले हैं। काला ढिल्लों को सपोर्ट करने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा भी बरनाला पहुंच रहे हैं। इन उप-चुनावों से पहले बरनाला सीट पर आम आदमी पार्टी के सांसद बने गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक थे। परिवार के साथ नामांकन भरने पहुंचेंगे केवल ढिल्लों भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों आज बरनाला में परिवार समेत अपना नामांकन भरेंगे। नामांकन भरने से पहले वह शहर में रैली निकाल शक्ति प्रदर्शन करेंगे। केवल ढिल्लों, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह करीबी रहे हैं। 2007 और 2012 में दो बार बरनाला से विधायक चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब के सीएम भगवंत मान के सामने उन्होंने चुनाव लड़ा था और उनकी हार हुई थी। 2022 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों के बाद केवल ढिल्लों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन कर ली थी। पेशे से बिजनेसमैन केवल ढिल्लों अपनी पत्नी व बेटों करण व कनवर के साथ चंडीगढ़ में रहते हैं। टिकट घोषित होने के बाद से पूरे परिवार ने बरनाला में डेरा डाल लिया है। काला ढिल्लों नामांकन से पहले अपना चुनावी दफ्तर खोलेंगे कांग्रेस के काला ढिल्लों भी अपने नामांकन से पहले शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की हाजिरी में काला ढिल्लों नामांकन से पहले अपना चुनावी दफ्तर खोलने जा रहे हैं। काला ढिल्लों युवा नेता हैं और प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेताओं के काफी करीबी हैं। काला ढिल्लों फरवाही बाजार में अपना चुनावी दफ्तर खेल रहे है। इस मौके पर पहुंच रहे राजा वडिंग और प्रताप सिंह बाजवा शहर में रैली को भी संबोधित करेंगे। पंजाब की बरनाला विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव को नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अभी तक किसी बड़े नेता ने यहां से नामांकन नहीं भरा है। आज (गुरुवार) बरनाला में भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों और कांग्रेस के काला ढिल्लों नामांकन भरेंगे। नामांकन के दौरान दोनों शक्ति प्रदर्शन भी करने वाले हैं। काला ढिल्लों को सपोर्ट करने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा भी बरनाला पहुंच रहे हैं। इन उप-चुनावों से पहले बरनाला सीट पर आम आदमी पार्टी के सांसद बने गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक थे। परिवार के साथ नामांकन भरने पहुंचेंगे केवल ढिल्लों भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों आज बरनाला में परिवार समेत अपना नामांकन भरेंगे। नामांकन भरने से पहले वह शहर में रैली निकाल शक्ति प्रदर्शन करेंगे। केवल ढिल्लों, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह करीबी रहे हैं। 2007 और 2012 में दो बार बरनाला से विधायक चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब के सीएम भगवंत मान के सामने उन्होंने चुनाव लड़ा था और उनकी हार हुई थी। 2022 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों के बाद केवल ढिल्लों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन कर ली थी। पेशे से बिजनेसमैन केवल ढिल्लों अपनी पत्नी व बेटों करण व कनवर के साथ चंडीगढ़ में रहते हैं। टिकट घोषित होने के बाद से पूरे परिवार ने बरनाला में डेरा डाल लिया है। काला ढिल्लों नामांकन से पहले अपना चुनावी दफ्तर खोलेंगे कांग्रेस के काला ढिल्लों भी अपने नामांकन से पहले शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की हाजिरी में काला ढिल्लों नामांकन से पहले अपना चुनावी दफ्तर खोलने जा रहे हैं। काला ढिल्लों युवा नेता हैं और प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेताओं के काफी करीबी हैं। काला ढिल्लों फरवाही बाजार में अपना चुनावी दफ्तर खेल रहे है। इस मौके पर पहुंच रहे राजा वडिंग और प्रताप सिंह बाजवा शहर में रैली को भी संबोधित करेंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में ट्रिपल मर्डर के बाद सुसाइड:अकाली नेता ने मां-बेटी और पालतू कुत्ते को गोली मारी; पत्नी के बाहर जाते ही वारदात
पंजाब में ट्रिपल मर्डर के बाद सुसाइड:अकाली नेता ने मां-बेटी और पालतू कुत्ते को गोली मारी; पत्नी के बाहर जाते ही वारदात पंजाब में अकाली नेता कुलवीर सिंह मान ने अपनी मां और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने खुद को भी गोली मार ली। यह घटना उस समय हुई जब उनकी पत्नी रोजाना की तरह शाम को दूध लेने चली गई। उसके बाद मान ने अपनी रिवाल्वर से वारदात को अंजाम दिया। घटना बरनाला की राम राज्य कॉलोनी में शनिवार शाम की है। मृतकों की पहचान कुलवीर सिंह मान, उनकी मां बलवंत कौर और बेटी निमरत कौर के रूप में हुई है। गोलियों की आवाज सुन उनका पालतू कुत्ता जब भौंकने लगा तो कुलवीर ने मरने से पहले कुत्ते को भी गोली मार दी थी। वारदात के बाद के PHOTOS… आधे घंटे के बीच दिया वारदात को अंजाम
अकाली नेता कुलवीर मान ने ये सारी वारदात आधे घंटे के बीच की। उनकी पत्नी रमनदीप कौर कुत्ते के लिए दूध लेने गई थी। जब आधे घंटे बाद वह घर लौटी तो एकदम उनके होश उड़ गए। उन्होंने देखा कि चार लाशें घर में बिखरी पड़ी हैं। रोने-चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी पहुंचे
घर में एक साथ चार लाशें देख रमनदीप कौर रोने-चिल्लाने लगी। उनकी आवाज सुनकर राम राज्य कॉलोनी के लोग पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची और जांच शुरू की। कनाडा से आई बेटी पर दागी 6 गोलियां
कुलवीर मान ने सबसे ज्यादा गोलियां अपनी 21 वर्षीय बेटी निमरत कौर पर दागीं। वह कुछ समय पहले कनाडा से अपने माता-पिता के साथ छुट्टियां काटने आई थी। कुलवीर ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से 3 गोलियां बेटी पर चलाईं। फिर बुजुर्ग मां पर 2 और कुत्ते को एक गोली मारकर उसका जीवन समाप्त कर डाला। अकाली नेता रहे हैं मान
कुलवीर मान अकाली नेता रहे हैं। बरनाला से अकाली दल के इंचार्ज कुलवंत सिंह कीतू से उनका गहरा नाता भी है। कुलवीर मान यूथ अकाली नेता के तौर पर शहर में सेवा दे चुके हैं। इसके अलावा मान काफी समय तक बाबा काला माहिर स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। समाजसेवी के तौर पर मान की शहर में अच्छी छवि थी। अंदर से लॉक किया गेट
कुलवीर ने वारदात से पहले कोठी के गेट को अंदर से लॉक कर लिया था। जब उनकी पत्नी दूध लेकर लौटी तो गेट अंदर से लॉक था। वह बार-बार घंटी बजाकर आवाज देती रही, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। तब उसने कॉलोनी के सिक्योरिटी गार्ड की मदद ली। सिक्योरिटी गार्ड राजू ने दीवार फांद कर अंदर से मुख्य दरवाजा खोला। तब रमनदीप कौर अंदर दाखिल हुई। कुछ समय पहले ही खरीदी थी कोठी
कुलवीर मान पहले संघेटा रोड पर बाबा काला माहिर खेल स्टेडियम के पास रहते थे। थोड़े समय पहले ही उन्होंने 2 करोड़ रुपए की खर्च कर शहर के ठीकरीवाला रोड पर राम राज्य कॉलोनी में यह नई कोठी ली थी। उन्होंने कनाडा में रहकर पढ़ाई कर रही अपनी बेटी को भी कनाडा में घर लेकर दिया था। पुलिस बोली- डिप्रेशन में थे मान
बरनाला के DSP सिटी सतवीर सिह बैंस ने बताया है कि पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया है कि कुलवीर सिंह मान डिप्रेशन में थे और इसकी वह दवाई भी ले रहे थे। थोड़े समय पहले ही उन्होंने सर्जरी भी करवाई थी। उन्हें नींद में भी दिक्कत थी। घर में लगे CCTV में वारदात कैद
DSP ने कहा कि घर में लगे CCTV कैमरे में दिख रहा है कि कुलवीर ने पहले अपनी बेटी को मारा। फिर अपनी मां और कुत्ते को मारा। इसके बाद खुद को गोली मारी। शवों को सिविल अस्पताल भेज दिया है। आज उनका पोस्टमॉर्टम होगा। कुलवीर की पत्नी के बयान के बाद पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू की है।
कनाडा मंदिर हमला केस- गिरफ्तारी के बाद छोड़ा आरोपी:खालिस्तान समर्थक की रिहाई से बढ़ा विवाद, हिंदुओं ने जताया रोष
कनाडा मंदिर हमला केस- गिरफ्तारी के बाद छोड़ा आरोपी:खालिस्तान समर्थक की रिहाई से बढ़ा विवाद, हिंदुओं ने जताया रोष कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में किए गए उपद्रव के मामले में कनाडा की पील पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी खालिस्तान समर्थक इंद्रजीत गोसाल के रूप में हुई है। आरोपी को पील पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। इसे लेकर हिंदुओं में काफी रोष है और हिंदु इस बात का विरोध कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा- 21 डिवीजन आपराधिक जांच ब्यूरो और जांच दल (SIT) द्वारा ब्रैम्पटन मंदिर में हिंसक प्रदर्शन में शामिल एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अधिकारी बोले- शर्तों के साथ किया रिहा गिरफ्तारी के बाद आरोपी गोसाल को रिहा कर दिया गया था। अधिकारियों ने कहा- उसे शर्तों के साथ रिहा किया गया है और उसे बाद में ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस में पेश होना है। 3 नवंबर 2024 को पील क्षेत्रीय पुलिस ने ब्रैम्पटन में गोर रोड पर एक मंदिर में प्रदर्शन के दौरान हुए विवाद पर कार्रवाई की। जैसे-जैसे विरोधी पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया, प्रदर्शन शारीरिक और हमलावर होते गए। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हुई कई घटनाओं की जांच शुरू की, जिनमें से कई वीडियो में कैद हो गईं। जिसमें लोगों पर हमला करने के लिए झंडे और डंडों का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं। जिसमें ब्रैम्पटन के 35 वर्षीय इंद्रजीत गोसल की भी पहचान की गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई। 3 और 4 नवंबर की घटनाओं के दौरान आपराधिक घटनाओं की जांच करने के लिए समर्पित एक रणनीतिक जांच दल का गठन किया गया है। कनाडा में पहले भी मंदिरों पर हो चुके हमले कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया। कनाडा में पिछले कुछ समय से हिंदू मंदिरों और समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने से भारतीय समुदाय चिंतित है। पिछले कुछ सालों में ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा में बाकी जगहों पर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है। PM मोदी ने उक्त हमले का किया था विरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकती। पीएम मोदी ने लिखा था कि मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई पीएम ने भी घटना की निंदा की थी इस बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी निंदा की थी। जिसमें उन्होंने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2020 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत का कहना है कि कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद हैं। कनाडा ने भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है। वे बिना तथ्य के दावे कर रहे हैं। ट्रूडो सरकार राजनीतिक लाभ उठाने के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की कोशिश में जुटी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि PM ट्रूडो की भारत से दुश्मनी लंबे समय से जारी है। उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग शामिल हैं जो खुले तौर पर चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं।
राष्ट्र गौ रक्षा संघ 20 को करेगा हड़ताल : मेहरा
राष्ट्र गौ रक्षा संघ 20 को करेगा हड़ताल : मेहरा भास्कर न्यूज | अमृतसर सड़कों पर आवारा घूमने वाले मवेशियों को लेकर राष्ट्र गौ रक्षा महासंघ ने एक बार फिर निगम और प्रशासन के समक्ष आवाज बुलंद करेगा। अध्यक्ष डॉ. रोहन मेहरा ने इन मवेशियों खास करके गोवंश के चलते आम लोगों को दरपेश आ रही मुश्किलों का मुद्दा बैठक में उठाया। उनका कहना है िक 26 जून को सुबल अरोड़ा नामक व्यक्ति की गोल बाग के सामने एक गाय के साथ एक्सीडेंट हुआ था और उसकी 2 जुलाई को मौत हो गई थी। उनका कहना है कि अरोड़ा की तरह से गायों के चलते सड़कों पर और भी लोग मौत के मुंह में जाते हैं और कई गंभीर घायल होते हैं। उनका कहना है कि फिलहाल अब वह लोग फिर 20 सितंबर को दोबारा से इस समस्या से निजात और अरोड़ा परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए भूख हड़ताल करेगा। इस मौके पर संजीव शर्मा, शिव कुमार, तरसेम बाबा, विजय कुमार, ध्रुव मेहरा मौजूद थे।