पंजाब के बरनाला जिले में आम आदमी पार्टी के संगरूर सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिका पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप करार दिया। मीत हेयर ने कहा कि भारत के मामलों में अमेरिका का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है। भारत के बारे में अनुचित टिप्पणी की थी उन्होंने टैरिफ मुद्दे का उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका ने भारत के बारे में अनुचित टिप्पणी की थी। सांसद ने सीजफायर की पहल भारत द्वारा न किए जाने को बेहतर बताया। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे की आलोचना की, कि उन्होंने दोनों देशों के बीच समझौता करवाया। मीत हेयर ने कश्मीर विवाद के इतिहास पर भी सवाल उठाए। हजार साल पुराना मुद्दा बता रहे उन्होंने कहा कि कुछ देश इसे हजार साल पुराना मुद्दा बता रहे हैं, जबकि भारत को आजाद हुए मात्र 77 वर्ष हुए हैं। सांसद ने जोर देकर कहा कि पूरा देश यह जानना चाहता है कि भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की अनुमति क्यों दी गई। उनका मानना है कि यह देश की गरिमा और सम्मान के विपरीत है। पंजाब के बरनाला जिले में आम आदमी पार्टी के संगरूर सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति की भूमिका पर आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप करार दिया। मीत हेयर ने कहा कि भारत के मामलों में अमेरिका का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है। भारत के बारे में अनुचित टिप्पणी की थी उन्होंने टैरिफ मुद्दे का उदाहरण देते हुए कहा कि अमेरिका ने भारत के बारे में अनुचित टिप्पणी की थी। सांसद ने सीजफायर की पहल भारत द्वारा न किए जाने को बेहतर बताया। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे की आलोचना की, कि उन्होंने दोनों देशों के बीच समझौता करवाया। मीत हेयर ने कश्मीर विवाद के इतिहास पर भी सवाल उठाए। हजार साल पुराना मुद्दा बता रहे उन्होंने कहा कि कुछ देश इसे हजार साल पुराना मुद्दा बता रहे हैं, जबकि भारत को आजाद हुए मात्र 77 वर्ष हुए हैं। सांसद ने जोर देकर कहा कि पूरा देश यह जानना चाहता है कि भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की अनुमति क्यों दी गई। उनका मानना है कि यह देश की गरिमा और सम्मान के विपरीत है। पंजाब | दैनिक भास्कर
