हिसार जिले के बरवाला पुलिस थाने में कार्यरत हेड कॉन्स्टेबल रिछपाल सिंह का मंगलवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे मात्र 39 वर्ष के थे। उनका पोस्टमॉर्टम हिसार के नागरिक अस्पताल में करवाया गया, जिसके बाद पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सनियाना लाया गया। कई थानों में दे चुके थे सेवाएं जानकारी के अनुसार रिछपाल सिंह जिला फतेहाबाद के गांव सनियाना के रहने वाले थे और 2011 में हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। अपने सेवाकाल में वे उकलाना थाने में छोटे मुंशी और एमएससी के रूप में, फिर अग्रोहा और आदमपुर थानों में सेवाएं दे चुके थे। वर्तमान में वे बरवाला थाने में बतौर हेड कॉन्स्टेबल और जांच अधिकारी कार्यरत थे। थाने के पार्क में टहल रहे थे मंगलवार सुबह वे रोजाना की तरह थाने परिसर स्थित पार्क में टहल रहे थे, तभी अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द महसूस हुआ और वे गिर पड़े। थाने में मौजूद कर्मियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रिछपाल सिंह अपने पीछे पत्नी मनप्रीत और 4 वर्षीय बेटे अर्बज्योत को छोड़ गए हैं। वे चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। पैतृक गांव में लाया गया पार्थिव शरीर उनका पोस्टमॉर्टम हिसार के नागरिक अस्पताल में करवाया गया, जिसके बाद पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सनियाना लाया गया। गांव के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित होकर उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। हिसार जिले के बरवाला पुलिस थाने में कार्यरत हेड कॉन्स्टेबल रिछपाल सिंह का मंगलवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे मात्र 39 वर्ष के थे। उनका पोस्टमॉर्टम हिसार के नागरिक अस्पताल में करवाया गया, जिसके बाद पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सनियाना लाया गया। कई थानों में दे चुके थे सेवाएं जानकारी के अनुसार रिछपाल सिंह जिला फतेहाबाद के गांव सनियाना के रहने वाले थे और 2011 में हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। अपने सेवाकाल में वे उकलाना थाने में छोटे मुंशी और एमएससी के रूप में, फिर अग्रोहा और आदमपुर थानों में सेवाएं दे चुके थे। वर्तमान में वे बरवाला थाने में बतौर हेड कॉन्स्टेबल और जांच अधिकारी कार्यरत थे। थाने के पार्क में टहल रहे थे मंगलवार सुबह वे रोजाना की तरह थाने परिसर स्थित पार्क में टहल रहे थे, तभी अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द महसूस हुआ और वे गिर पड़े। थाने में मौजूद कर्मियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रिछपाल सिंह अपने पीछे पत्नी मनप्रीत और 4 वर्षीय बेटे अर्बज्योत को छोड़ गए हैं। वे चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। पैतृक गांव में लाया गया पार्थिव शरीर उनका पोस्टमॉर्टम हिसार के नागरिक अस्पताल में करवाया गया, जिसके बाद पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सनियाना लाया गया। गांव के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित होकर उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। हरियाणा | दैनिक भास्कर
