गुरुग्राम के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सुरक्षा में सेंध लगाकर चोरों ने महंगे इंजेक्शन चुरा लिए। चोरी हुए सभी इंजेक्शन कैंसर के गंभीर मरीजों को दिए जाने थे। इन छह इंजेक्शन की कीमत 7 लाख 62 हजार 473 रुपये बताई जा रही है। अस्पताल के नॉन मेडिकल हेड की शिकायत पर डीएलएफ फेज 3 थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ऑडिट हुआ तो पता चला कि इंजेक्शन गायब मारुति विहार चक्करपुर निवासी जितिन नेगी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह नारायणा अस्पताल में नॉन मेडिकल हेड के पद पर कार्यरत हैं। फरवरी माह में उनके अस्पताल में आईपीडी फार्मेसी की दवाओं का ऑडिट हुआ। ऑडिट के दौरान पता चला कि आईपीडी फार्मेसी से छह अलग-अलग तरह के इंजेक्शन गायब हैं। महंगे इंजेक्शन चोरी वर्सावो-55005
एनथेरटू-167069
अवास्टिन-123506
एर्बिटक्स-21250
बायोमैब – 65643
इन्नोन्ज़ा – 330000
कुल कीमत-762473 स्टाफ पर भी शक
जतिन नेगी ने बताया कि महंगे इंजेक्शन चोरी होने के पीछे स्टाफ का भी कोई सदस्य हो सकता है। क्योंकि मरीज या उसके तीमारदार या चोर को इंजेक्शन की कीमत का ज्यादा पता नहीं होता।
जिनको महंगे इंजेक्शन की कीमत पता होगी वही चोरी करके ले गया होगा। CCTV में कुछ नहीं मिला अस्पताल प्रबंधन की तरफ से सीसीटीवी भी चेक किए गए हैं लेकिन अभी तक इन सीसीटीवी फुटेज में कोई चोरी होती नहीं दिखाई दी है। हालांकि अभी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज नहीं सौंपी गई है। गुरुग्राम के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सुरक्षा में सेंध लगाकर चोरों ने महंगे इंजेक्शन चुरा लिए। चोरी हुए सभी इंजेक्शन कैंसर के गंभीर मरीजों को दिए जाने थे। इन छह इंजेक्शन की कीमत 7 लाख 62 हजार 473 रुपये बताई जा रही है। अस्पताल के नॉन मेडिकल हेड की शिकायत पर डीएलएफ फेज 3 थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ऑडिट हुआ तो पता चला कि इंजेक्शन गायब मारुति विहार चक्करपुर निवासी जितिन नेगी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह नारायणा अस्पताल में नॉन मेडिकल हेड के पद पर कार्यरत हैं। फरवरी माह में उनके अस्पताल में आईपीडी फार्मेसी की दवाओं का ऑडिट हुआ। ऑडिट के दौरान पता चला कि आईपीडी फार्मेसी से छह अलग-अलग तरह के इंजेक्शन गायब हैं। महंगे इंजेक्शन चोरी वर्सावो-55005
एनथेरटू-167069
अवास्टिन-123506
एर्बिटक्स-21250
बायोमैब – 65643
इन्नोन्ज़ा – 330000
कुल कीमत-762473 स्टाफ पर भी शक
जतिन नेगी ने बताया कि महंगे इंजेक्शन चोरी होने के पीछे स्टाफ का भी कोई सदस्य हो सकता है। क्योंकि मरीज या उसके तीमारदार या चोर को इंजेक्शन की कीमत का ज्यादा पता नहीं होता।
जिनको महंगे इंजेक्शन की कीमत पता होगी वही चोरी करके ले गया होगा। CCTV में कुछ नहीं मिला अस्पताल प्रबंधन की तरफ से सीसीटीवी भी चेक किए गए हैं लेकिन अभी तक इन सीसीटीवी फुटेज में कोई चोरी होती नहीं दिखाई दी है। हालांकि अभी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज नहीं सौंपी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
