संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद बर्क के पिता ममलूकुर्रहमान बर्क पुलिस चौकी निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गैरकानूनी तरीके से पुलिस चौकी का निर्माण और जामा मस्जिद का सर्वे गैरकानूनी बताया है। ममलूकुर्रहमान बर्क ने सपा डेलिगेशन द्वारा संभल हिंसा में मारे गए मृतकों के परिजनों को दिए गए 5 लाख रुपए के धनराशि के चेक दिया। कहा कि इससे उनके परिवार को खाने-पीने में और खर्च करने में मदद मिलेगी। कुछ काम में लगा पाएंगे। डेलिगेशन देर से आने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि परमिशन ही कहा मिल रही थी। कई बार आने की कोशिश की। लेकिन डेलिगेशन को पीछे ही रोक दिया गया। सर्वे और पुलिस चौकी निर्माण गैर कानूनी शाही जामा मस्जिद के सर्वे के सवाल पर सांसद पिता ममलूकुर्रहमान बर्क ने कहा कि यह जो सर्वे हुआ है, यह बिल्कुल गैरकानूनी हुआ है। क्योंकि 1991 एक्ट के खिलाफ यह सर्वे हुआ है। एक बार सर्वे हो गया था। फिर दूसरी बार सर्वे किया गया। इससे आप लोगों में भ्रम करना चाहते हैं। यह पुलिस चौकी जो बन रही है। यह गैरकानूनी है। दूसरे की जमीन पर बनाई जा रही है। अवैध निर्माण हो रहा है। पूजा की इजाजत बनेगी झगड़े की जड़: बर्क बर्क ने कहा कि लोग कहते है जामा मस्जिद के निकट पूजा होती थी। अगर इसकी इजाजत दे दी जाती है, तो यह झगड़े की जड़ बन जाएगी। एक तरफ नमाजी जाएंगे। एक तरफ पूजा होगी। उन्होंने कहा कश्यप समाज के दावे को लेकर कहा की ऐसी कोई बात नहीं है। संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद बर्क के पिता ममलूकुर्रहमान बर्क पुलिस चौकी निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गैरकानूनी तरीके से पुलिस चौकी का निर्माण और जामा मस्जिद का सर्वे गैरकानूनी बताया है। ममलूकुर्रहमान बर्क ने सपा डेलिगेशन द्वारा संभल हिंसा में मारे गए मृतकों के परिजनों को दिए गए 5 लाख रुपए के धनराशि के चेक दिया। कहा कि इससे उनके परिवार को खाने-पीने में और खर्च करने में मदद मिलेगी। कुछ काम में लगा पाएंगे। डेलिगेशन देर से आने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि परमिशन ही कहा मिल रही थी। कई बार आने की कोशिश की। लेकिन डेलिगेशन को पीछे ही रोक दिया गया। सर्वे और पुलिस चौकी निर्माण गैर कानूनी शाही जामा मस्जिद के सर्वे के सवाल पर सांसद पिता ममलूकुर्रहमान बर्क ने कहा कि यह जो सर्वे हुआ है, यह बिल्कुल गैरकानूनी हुआ है। क्योंकि 1991 एक्ट के खिलाफ यह सर्वे हुआ है। एक बार सर्वे हो गया था। फिर दूसरी बार सर्वे किया गया। इससे आप लोगों में भ्रम करना चाहते हैं। यह पुलिस चौकी जो बन रही है। यह गैरकानूनी है। दूसरे की जमीन पर बनाई जा रही है। अवैध निर्माण हो रहा है। पूजा की इजाजत बनेगी झगड़े की जड़: बर्क बर्क ने कहा कि लोग कहते है जामा मस्जिद के निकट पूजा होती थी। अगर इसकी इजाजत दे दी जाती है, तो यह झगड़े की जड़ बन जाएगी। एक तरफ नमाजी जाएंगे। एक तरफ पूजा होगी। उन्होंने कहा कश्यप समाज के दावे को लेकर कहा की ऐसी कोई बात नहीं है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
5 साल बाद अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का क्या हुआ? कितने पैसे जुटे
5 साल बाद अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का क्या हुआ? कितने पैसे जुटे <p style=”text-align: justify;”><strong>Ayodya Dhanni Pur Masjid:</strong> 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विवाद पर अपना फैसला सुनाया था. तब भारत के प्रधान न्यायाधीश रहे रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से फैसला दिया था. इस फैसले के अनुसार 2.77 एकड़ की पूरी विवादित जमीन को राम मंदिर निर्माण के लिए दिया गया. जबकि कोर्ट के आदेश के अनुसार मुस्लिम पक्ष को पांच एकड़ मस्जिद बनाने के लिए दी गई. मुस्लिम पक्ष को बाबरी से 22 किलोमीटर दूर धन्नीपुर में जमीन आवंटित की गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> की प्राण प्रतिष्ठा हुए करीब एक साल होने वाला है हालांकि कोर्ट के आदेश पर अयोध्या के धन्नीपुर गांव में नई मस्जिद के लिए दी गई जमीन पर अभी तक काम शुरू भी नहीं हो पाया है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, वहां अभी भी केवल कुछ टेंट लगे हुए हैं और किसान मवेशी चरा रहे हैं. अदालत के आदेश के बाद साल 2020 में सरकार ने मस्जिद के लिए सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को जमीन सौंप दी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन्हें मिली थी जिम्मेदारी</strong><br />सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को जमीन दिए जाने के बाद बोर्ड ने इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन नाम का ट्रस्ट बनाया. ट्रस्ट अभी तक मस्जिद के लिए फंड जुटाने में असफल रहा है. फंड जुटाने में असफल रहने के बाद इसके लिए बनाई गई समिति को भंग कर दिया गया. आईआईसीएफ के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि समिति सही तरीके से काम नहीं कर रही थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ट्रस्ट के ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, यहां मस्जिद के अलावा आधुनिक कैंसर हॉस्पिटल और 1857 की स्वतंत्रता की लड़ाई के इतिहास के लिए एक म्यूजियम बनाने की तैयारी थी. फाउंडेशन की मानें तो केवल मस्जिद के लिए कुल 100 करोड़ रुपये की जरूरत थी. जबकि हॉस्पिटल और म्यूजियम के लिए 400 करोड़ खर्च होने का अनुमान था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-congress-chief-ajay-rai-reaction-after-congress-dissolve-all-its-committees-in-up-2837521″>कांग्रेस ने यूपी में क्यों भंग की अपनी सभी समितियां? अजय राय बोले- ‘हमारी जो कमियां हैं…'</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है हालात?</strong><br />सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने बताया कि कई लोग विदेश से चंदा देने के लिए इच्छुक हैं और इसके लिए हमने FCRA खाता खोलने के लिए आवेदन कर रखा है. विदेशी खाता खुलने के बाद पैसे की कमी नहीं रहेगी. शुरू में जो पैसा आया था उस कोविड के दौरान एंबुलेंस सेवा शुरू करने में खर्च कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संबंध में यूपी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने कहा कि मस्जिद का काम जल्द शुरू किया जायेगा. इसके लिए करीब एक करोड़ रुपये आ चुके हैं. हालांकि रिपोर्ट की माने तो अभी तक जमीन पर कोई काम शुरू नहीं हो पाया है. जबकि गांव के लोग कहते हैं कि कई बार तारीख बताई गई लेकिन काम कभी शुरू नहीं हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रिपोर्ट में दावा किया गया कि कमेटी के लोग 15 अगस्त और 26 जनवरी को पहले झंडारोहण करने आते थे लेकिन इस बार से वह भी बंद हो गया है. जबकि बाबरी मस्जिद में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने बीबीसी से मस्जिद का काम आने न बढ़ने की वजह से नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि इसपर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. बोर्ड ने जमीन कब्जा कर लिया तो उनकी जिम्मेदारी है कि काम शुरू हो.</p>
दुर्ग्याणा में शनि मूर्ति स्थापना दिवस पर हवन यज्ञ करवाया
दुर्ग्याणा में शनि मूर्ति स्थापना दिवस पर हवन यज्ञ करवाया भास्कर न्यूज | अमृतसर दुर्ग्याणा कमेटी की तरफ से शनि शिगनापुर की तर्ज पर बनाए शनि मंदिर की मूर्ति स्थापना दिवस मनाया गया। मंदिर कमेटी और संगत के सहयोग से मनाए मूर्ति स्थापना दिवस दौरान 5 पंडितों ने मिलक हवन यज्ञ किया। सुबह करीब 10 से 12 बजे तक चले हवन यज्ञ में मंदिर कमेटी सदस्यों और प्रबंधकों ने मिलकर हवन की पवित्र अग्नि में आहुतियां डालीं। पंडितों की ओर से नवग्रह पूजन की गई। इसके बाद मंदिर चेयरमैन और प्रबंधकों ने मिलकर यज्ञशाला में आहुतियां डाली। इसके बाद शनि शिला पर काले मां, तिल, सरसों का तेल, काला कपड़ा चढ़कर पूजा-अर्चना शुरू की गई। भक्तों की ओर से भजन संकीर्तन भी किया गया। जिसमें शहर की भजन मंडलियों की ओर से शनि महिमा का गुणगान किया गया। इस मौके पर युद्धवीर, बब्बू पहलवान, मित्रपाल, राजकुमार समेत कई भक्तजन मौजूद थे।
नारनौल में विधवा महिला से 8 लाख हड़पे:दिल्ली पुलिस में लगवाने का दिया झांसा; न नौकरी मिली, न लौटाए रुपए, दी धमकी
नारनौल में विधवा महिला से 8 लाख हड़पे:दिल्ली पुलिस में लगवाने का दिया झांसा; न नौकरी मिली, न लौटाए रुपए, दी धमकी हरियाणा के नारनौल में दिल्ली पुलिस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक विधवा महिला से 8 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी गई शिकायत में राजस्थान के बहरोड के पास गांव मंढान निवासी विधवा महिला सविता देवी ने बताया कि वह महेंद्रगढ़ के पास गांव नांगल कालिया ही रहने वाली है। उसका तिगरा गांव का अजय कुमार जानकार है। एक दिन अजय कुमार ने कहा कि वह उसे दिल्ली पुलिस में नौकरी लगवा देगा। वहां पर उसकी अच्छी जान पहचान है, परंतु कुछ खर्चा लगेगा। महिला ने बताया कि उसने अजय कुमार को पैसे देकर नौकरी लगने से मना किया, लेकिन अजय कुमार ने दिल्ली पुलिस के बड़े-बड़े सपने दिखाकर अपनी बातों में फंसा लिया और पैसों की ठगी करनी शुरू कर दी। इसके तहत उसने एक बार उससे 4 लाख रुपए नगद मंगवा लिए। वे पैसे उसने तथा उसके भाई सुनील ने मिलकर उसको तिगरा गांव में जाकर दिए। लेकिन इसके बाद फिर वह चार लाख रुपए की मांग करने लगा। तब उन्होंने अपने खाते से पैसे निकालकर उसके खाते में दोबारा चार लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद अजय कुमार ने फिर उनसे 7 लाख रुपए की मांग की। साथ कहा कि अब वह उनको कल ही नौकरी लगवा देगा, लेकिन जब अजय कुमार को पैसे देने से मना कर दिया तब उसने कहा कि नौकरी ऐसे ही नहीं मिलती। कल 15 लाख लगेंगे। फिर उसने अजय को नौकरी लगने से ही मना कर दिया तथा अपने पैसे वापस करने को कहा, लेकिन इसके बाद अजय कुमार ने उसके पैसे वापस नहीं दिए तथा उसको धमकी देता रहा।