बसंत पंचमी पर आज घोषित होगी बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि, टिहरी राज दरबार में पूजा शुरू

बसंत पंचमी पर आज घोषित होगी बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि, टिहरी राज दरबार में पूजा शुरू

<p style=”text-align: justify;”><strong>Tehri Garhwal News Today:</strong> उत्तराखंड के चारधामों में से एक बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आज रविवार (2 फरवरी) को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर घोषित की जाएगी. हर साल की तरह इस बार भी यह महत्वपूर्ण निर्णय नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजदरबार में धार्मिक विधि-विधान के साथ लिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चारधाम यात्रा के शुभारंभ की परंपरा के तहत हर साल बसंत पंचमी के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है. आज सुबह से ही टिहरी राजदरबार में धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गया है. इसमें पंचांग गणना और विधिवत पूजा-पाठ किया जा रहा है. टिहरी राजघराने के सदस्य, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारी और वेदपाठी पुरोहित इस अनुष्ठान में भाग ले रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>30 अप्रैल से शुरू होगी चार धाम यात्रा</strong><br />पूजा-अर्चना और पंचांग गणना के बाद बदरीनाथ मंदिर के कपाट खोलने की तिथि का औपचारिक ऐलान किया जाएगा. इसके साथ ही तेल कलश (गाडू घड़ा यात्रा) की तिथि भी घोषित की जाएगी. इस वर्ष चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से शुरू होगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>धार्मिक परंपराओं के अनुसार, सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खोले जाते हैं, जिसके साथ चारधाम यात्रा का औपचारिक आगाज होता है. गंगोत्री मंदिर समिति हिंदू नववर्ष पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि की घोषणा करेगी, जबकि यमुनोत्री मंदिर समिति यमुना जयंती के अवसर पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की औपचारिक तिथि घोषित करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कब खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट?</strong><br />केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि की घोषणा 26 फरवरी को <a title=”महाशिवरात्रि” href=”https://www.abplive.com/topic/mahashivratri-2023″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाशिवरात्रि</a> के अवसर पर की जाएगी. इस निर्णय के लिए रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में विशेष पूजा और पंचांग गणना की जाएगी. रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठी विद्वान परंपरा के अनुसार शुभ तिथि और मुहूर्त का निर्धारण करेंगे. इसके अलावा द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि भी वैशाखी पर्व पर तय की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बदरीनाथ धाम की परंपराओं के अनुसार, कपाट खुलने से पहले गाडू घड़ा यात्रा (तेल कलश यात्रा) निकाली जाती है. इस यात्रा के तहत बद्रीनाथ मंदिर के अभिषेक के लिए तिल का तेल तैयार किया जाता है. यह तेल नरेंद्रनगर से बद्रीनाथ धाम तक यात्रा के रूप में ले जाया जाता है. आज बसंत पंचमी के अवसर पर इस यात्रा की तिथि भी घोषित की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रशासन ने शुरू की तैयारियां</strong><br />चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सबसे महत्वपूर्ण तीर्थयात्राओं में से एक है, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं. बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथियों की घोषणा के साथ ही सरकारी और प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज हो जाएंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य सरकार और मंदिर समिति यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क, ट्रैफिक, स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में जुट जाएगी. साथ ही मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर यात्रा की तैयारियों को और मजबूत किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड सरकार और बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा की तिथियों के ऐलान के बाद ही अपनी योजना बनाएं. तीर्थयात्रा में शामिल होने से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, स्वास्थ्य जांच और यात्रा मार्ग की जानकारी लेने की सलाह दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रद्धालु को बेसब्री से है इंतजार</strong><br />बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर आज बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी. इसके साथ ही चारधाम यात्रा के शुभारंभ की तैयारियां भी शुरू हो जाएंगी. बद्रीनाथ के साथ-साथ केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तारीखें भी धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से तय की जाएंगी. अब श्रद्धालु आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे अपनी यात्रा की योजना बना सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”फफक कर रोए अयोध्या के सपा सांसद अवधेश प्रसाद, कहा- ‘न्याय नहीं मिला तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा'” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-dalit-girl-murder-samajwadi-party-mp-awadhesh-prasad-wept-bitterly-says-i-will-resign-2875734″ target=”_blank” rel=”noopener”>फफक कर रोए अयोध्या के सपा सांसद अवधेश प्रसाद, कहा- ‘न्याय नहीं मिला तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Tehri Garhwal News Today:</strong> उत्तराखंड के चारधामों में से एक बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आज रविवार (2 फरवरी) को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर घोषित की जाएगी. हर साल की तरह इस बार भी यह महत्वपूर्ण निर्णय नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजदरबार में धार्मिक विधि-विधान के साथ लिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चारधाम यात्रा के शुभारंभ की परंपरा के तहत हर साल बसंत पंचमी के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है. आज सुबह से ही टिहरी राजदरबार में धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गया है. इसमें पंचांग गणना और विधिवत पूजा-पाठ किया जा रहा है. टिहरी राजघराने के सदस्य, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारी और वेदपाठी पुरोहित इस अनुष्ठान में भाग ले रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>30 अप्रैल से शुरू होगी चार धाम यात्रा</strong><br />पूजा-अर्चना और पंचांग गणना के बाद बदरीनाथ मंदिर के कपाट खोलने की तिथि का औपचारिक ऐलान किया जाएगा. इसके साथ ही तेल कलश (गाडू घड़ा यात्रा) की तिथि भी घोषित की जाएगी. इस वर्ष चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से शुरू होगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>धार्मिक परंपराओं के अनुसार, सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खोले जाते हैं, जिसके साथ चारधाम यात्रा का औपचारिक आगाज होता है. गंगोत्री मंदिर समिति हिंदू नववर्ष पर गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि की घोषणा करेगी, जबकि यमुनोत्री मंदिर समिति यमुना जयंती के अवसर पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की औपचारिक तिथि घोषित करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कब खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट?</strong><br />केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि की घोषणा 26 फरवरी को <a title=”महाशिवरात्रि” href=”https://www.abplive.com/topic/mahashivratri-2023″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाशिवरात्रि</a> के अवसर पर की जाएगी. इस निर्णय के लिए रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में विशेष पूजा और पंचांग गणना की जाएगी. रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठी विद्वान परंपरा के अनुसार शुभ तिथि और मुहूर्त का निर्धारण करेंगे. इसके अलावा द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि भी वैशाखी पर्व पर तय की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बदरीनाथ धाम की परंपराओं के अनुसार, कपाट खुलने से पहले गाडू घड़ा यात्रा (तेल कलश यात्रा) निकाली जाती है. इस यात्रा के तहत बद्रीनाथ मंदिर के अभिषेक के लिए तिल का तेल तैयार किया जाता है. यह तेल नरेंद्रनगर से बद्रीनाथ धाम तक यात्रा के रूप में ले जाया जाता है. आज बसंत पंचमी के अवसर पर इस यात्रा की तिथि भी घोषित की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रशासन ने शुरू की तैयारियां</strong><br />चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सबसे महत्वपूर्ण तीर्थयात्राओं में से एक है, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं. बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथियों की घोषणा के साथ ही सरकारी और प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज हो जाएंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य सरकार और मंदिर समिति यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क, ट्रैफिक, स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में जुट जाएगी. साथ ही मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर यात्रा की तैयारियों को और मजबूत किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड सरकार और बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा की तिथियों के ऐलान के बाद ही अपनी योजना बनाएं. तीर्थयात्रा में शामिल होने से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, स्वास्थ्य जांच और यात्रा मार्ग की जानकारी लेने की सलाह दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>श्रद्धालु को बेसब्री से है इंतजार</strong><br />बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर आज बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी. इसके साथ ही चारधाम यात्रा के शुभारंभ की तैयारियां भी शुरू हो जाएंगी. बद्रीनाथ के साथ-साथ केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तारीखें भी धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से तय की जाएंगी. अब श्रद्धालु आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, ताकि वे अपनी यात्रा की योजना बना सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”फफक कर रोए अयोध्या के सपा सांसद अवधेश प्रसाद, कहा- ‘न्याय नहीं मिला तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा'” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-dalit-girl-murder-samajwadi-party-mp-awadhesh-prasad-wept-bitterly-says-i-will-resign-2875734″ target=”_blank” rel=”noopener”>फफक कर रोए अयोध्या के सपा सांसद अवधेश प्रसाद, कहा- ‘न्याय नहीं मिला तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा'</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जम्मू-कश्मीर: राजौरी में रहस्यमयी मौतों के बाद दिल्ली AIIMS की टीम राजौरी पहुंची, मरीजों से की बातचीत