बसपा ने कानपुर के सीसामऊ सीट से वीरेंद्र शुक्ला को मैदान में उतार दिया है। उन्हें पार्टी की तरफ से प्रत्याशी बनाया है। पहले रवि गुप्ता को टिकट दिया गया था। प्रत्याशी बदलने के बाद से पार्टी के अंदर चर्चा शुरू हो गई है। अभी इस पर कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है। सभी इसे शीर्ष नेतृत्व का पार्टी हित में लिया निर्णय बता रहे हैं। BNSD से रिटायर्ड टीचर
प्रत्याशी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि बीएनएसडी इंटर कॉलेज में उन्होंने 34 वर्ष नौकरी की है। वो 2021 में रिटायर होने के बाद बसपा के सक्रिय सदस्य रहे हैं। सक्रिय राजनीति में वो कभी नहीं रहे। हालांकि शिक्षक संघ में जिला कार्यकारिणी सदस्य से लेकर जिला उपाध्यक्ष के पदों पर रहे हैं। कल्याणपुर आवास विकास में उनका आवास है और बेटा और बेटी दोनों ही शिक्षक हैं। बातचीत में उन्होंने बताया कि स्कूल में पढ़ाने के दौरान सीसामऊ में अच्छी जान-पहचान का लाभ उन्हें मिला है। पार्टी ने भी इसी आधार पर उन्हें प्रत्याशी बनाया है। वो 24 अक्टूबर को नामांकन फाइल करेंगे। टिकट घोषित ही बसपा पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। रवि गुप्ता को पहले बनाया था प्रत्याशी
बसपा ने पहले व्यापारी वर्ग से आने वाले रवि गुप्ता को प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने नामांकन पत्र भी ले लिया था। लेकिन सक्रियता न होने के चलते पार्टी ने टिकट बदल दिया। बसपा के ब्राह्मण दांव खेलने से भाजपा असहज हो सकती है। भाजपा ब्राह्मण या अनुसूचित वर्ग से किसी को प्रत्याशी बना सकती है। बसपा ने कानपुर के सीसामऊ सीट से वीरेंद्र शुक्ला को मैदान में उतार दिया है। उन्हें पार्टी की तरफ से प्रत्याशी बनाया है। पहले रवि गुप्ता को टिकट दिया गया था। प्रत्याशी बदलने के बाद से पार्टी के अंदर चर्चा शुरू हो गई है। अभी इस पर कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है। सभी इसे शीर्ष नेतृत्व का पार्टी हित में लिया निर्णय बता रहे हैं। BNSD से रिटायर्ड टीचर
प्रत्याशी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि बीएनएसडी इंटर कॉलेज में उन्होंने 34 वर्ष नौकरी की है। वो 2021 में रिटायर होने के बाद बसपा के सक्रिय सदस्य रहे हैं। सक्रिय राजनीति में वो कभी नहीं रहे। हालांकि शिक्षक संघ में जिला कार्यकारिणी सदस्य से लेकर जिला उपाध्यक्ष के पदों पर रहे हैं। कल्याणपुर आवास विकास में उनका आवास है और बेटा और बेटी दोनों ही शिक्षक हैं। बातचीत में उन्होंने बताया कि स्कूल में पढ़ाने के दौरान सीसामऊ में अच्छी जान-पहचान का लाभ उन्हें मिला है। पार्टी ने भी इसी आधार पर उन्हें प्रत्याशी बनाया है। वो 24 अक्टूबर को नामांकन फाइल करेंगे। टिकट घोषित ही बसपा पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। रवि गुप्ता को पहले बनाया था प्रत्याशी
बसपा ने पहले व्यापारी वर्ग से आने वाले रवि गुप्ता को प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने नामांकन पत्र भी ले लिया था। लेकिन सक्रियता न होने के चलते पार्टी ने टिकट बदल दिया। बसपा के ब्राह्मण दांव खेलने से भाजपा असहज हो सकती है। भाजपा ब्राह्मण या अनुसूचित वर्ग से किसी को प्रत्याशी बना सकती है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर