बस्ती मंडल के नए डीआईजी होंगे दिनेश कुमार पी, 14 साल में 24 बार हो चुका है ट्रांसफर

बस्ती मंडल के नए डीआईजी होंगे दिनेश कुमार पी, 14 साल में 24 बार हो चुका है ट्रांसफर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Basti News:</strong> उत्तर प्रदेश में एक ऐसा आईपीएस भी है, जिसका 15 साल के अपने सर्विस काल में दो दर्जन से ज्यादा बार तबादला हो चुका है. आईपीएस दिनेश कुमार पी 2009 बैच के तेजतर्रार अधिकारी है और बस्ती मंडल के ड़ीआईजी के पद पर नियुक्त हुए हैं. 14 वर्षों के अपने प्रभावशाली करियर में उन्होंने 24 से अधिक बार तबादले झेले हैं. एक दर्जन से अधिक जिलों में पुलिस कप्तान की जिम्मेदारी संभाली है. उनकी नेतृत्व क्षमता और गुडवर्क के लिए उनकी पहचान बनी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिनेश कुमार पी.का जन्म 1 मार्च 1986 को तमिलनाडु के सेलम जिले में हुआ उन्होंने कृषि विज्ञान में स्नातक (बीएससी एग्रीकल्चर) की पढ़ाई की. 2009 में सिविल सेवा परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल हुए. आईपीएस दिनेश कुमार पी ने सहारनपुर, शामली, गोरखपुर, झांसी, पीलीभीत, हमीरपुर, जौनपुर, और कन्नौज जैसे जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में काम किया है. सहारनपुर में उनका 20 महीने का कार्यकाल सबसे लंबा और प्रभावशाली रहा, जहां उन्होंने अपराध नियंत्रण में कई ऐतिहासिक कदम उठाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई घटनाओं का किया खुलासा</strong><br />सहारनपुर में 41 लाख रुपये की डकैती का खुलासा कर उन्होंने पुलिसिंग में अपनी दक्षता का परिचय दिया. उनके इस कार्य को तत्कालीन डीजीपी ओ.पी.सिंह ने सम्मानित किया. गोरखपुर में उन्होंने एक अंतर्राज्यीय गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया जो फिंगरप्रिंट क्लोन का उपयोग कर बैंक खातों से पैसे निकालते थे, उनके कब्जे से 9.10 लाख रुपये की नकदी समेत अत्याधुनिक उपकरण जब्त किए गए. झांसी में दुराचार और लूट के मामले में केवल 8 घंटे के भीतर 8 आरोपियों की गिरफ्तारी ने उनकी टीम की कुशलता को प्रदर्शित किया. साथ ही पश्चिमी यूपी के शामली में पुलिसकर्मियों पर हमला और राइफल लूटने की घटना का सफलतापूर्वक खुलासा कर उन्होंने अपराधियों पर शिकंजा कसा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्ती मंडल में डीआईजी का मिला पद</strong><br />कानपुर में अपहरण और फिरौती के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 11 लाख रुपये की नकदी बरामद की. हाल ही में आईपीएस दिनेश कुमार पी. को बस्ती मंडल में डीआईजी के पद पर पदोन्नति मिली है. वर्तमान में वे गाजियाबाद में एडिशनल पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यरत थे. दिनेश कुमार पी. जैसे अधिकारी न केवल अपनी पेशेवर दक्षता से पुलिसिंग का चेहरा बदल रहे हैं, बल्कि नए अधिकारियों के लिए प्रेरणा भी हैं. उनके द्वारा किए गए कार्य ने अपराधियों में खौफ और जनता में विश्वास कायम किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-deputy-cm-keshav-prasad-maurya-big-statement-says-two-sp-goons-and-rioters-fought-among-themselves-ann-2834626″>’संभल में सपा के दो गुंडे, दंगाई आपस में लड़े…’ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Basti News:</strong> उत्तर प्रदेश में एक ऐसा आईपीएस भी है, जिसका 15 साल के अपने सर्विस काल में दो दर्जन से ज्यादा बार तबादला हो चुका है. आईपीएस दिनेश कुमार पी 2009 बैच के तेजतर्रार अधिकारी है और बस्ती मंडल के ड़ीआईजी के पद पर नियुक्त हुए हैं. 14 वर्षों के अपने प्रभावशाली करियर में उन्होंने 24 से अधिक बार तबादले झेले हैं. एक दर्जन से अधिक जिलों में पुलिस कप्तान की जिम्मेदारी संभाली है. उनकी नेतृत्व क्षमता और गुडवर्क के लिए उनकी पहचान बनी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिनेश कुमार पी.का जन्म 1 मार्च 1986 को तमिलनाडु के सेलम जिले में हुआ उन्होंने कृषि विज्ञान में स्नातक (बीएससी एग्रीकल्चर) की पढ़ाई की. 2009 में सिविल सेवा परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल हुए. आईपीएस दिनेश कुमार पी ने सहारनपुर, शामली, गोरखपुर, झांसी, पीलीभीत, हमीरपुर, जौनपुर, और कन्नौज जैसे जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में काम किया है. सहारनपुर में उनका 20 महीने का कार्यकाल सबसे लंबा और प्रभावशाली रहा, जहां उन्होंने अपराध नियंत्रण में कई ऐतिहासिक कदम उठाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई घटनाओं का किया खुलासा</strong><br />सहारनपुर में 41 लाख रुपये की डकैती का खुलासा कर उन्होंने पुलिसिंग में अपनी दक्षता का परिचय दिया. उनके इस कार्य को तत्कालीन डीजीपी ओ.पी.सिंह ने सम्मानित किया. गोरखपुर में उन्होंने एक अंतर्राज्यीय गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया जो फिंगरप्रिंट क्लोन का उपयोग कर बैंक खातों से पैसे निकालते थे, उनके कब्जे से 9.10 लाख रुपये की नकदी समेत अत्याधुनिक उपकरण जब्त किए गए. झांसी में दुराचार और लूट के मामले में केवल 8 घंटे के भीतर 8 आरोपियों की गिरफ्तारी ने उनकी टीम की कुशलता को प्रदर्शित किया. साथ ही पश्चिमी यूपी के शामली में पुलिसकर्मियों पर हमला और राइफल लूटने की घटना का सफलतापूर्वक खुलासा कर उन्होंने अपराधियों पर शिकंजा कसा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बस्ती मंडल में डीआईजी का मिला पद</strong><br />कानपुर में अपहरण और फिरौती के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 11 लाख रुपये की नकदी बरामद की. हाल ही में आईपीएस दिनेश कुमार पी. को बस्ती मंडल में डीआईजी के पद पर पदोन्नति मिली है. वर्तमान में वे गाजियाबाद में एडिशनल पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यरत थे. दिनेश कुमार पी. जैसे अधिकारी न केवल अपनी पेशेवर दक्षता से पुलिसिंग का चेहरा बदल रहे हैं, बल्कि नए अधिकारियों के लिए प्रेरणा भी हैं. उनके द्वारा किए गए कार्य ने अपराधियों में खौफ और जनता में विश्वास कायम किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-deputy-cm-keshav-prasad-maurya-big-statement-says-two-sp-goons-and-rioters-fought-among-themselves-ann-2834626″>’संभल में सपा के दो गुंडे, दंगाई आपस में लड़े…’ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड एकनाथ शिंदे को गृह मंत्रालय मिलने पर संशय, BJP छोड़ने को तैयार नहीं- सूत्र