बहन की मौत पर नहीं पिघला भाई का दिल:पड़ोसियों को बोला- अंतिम संस्कार कर देना; फोन बंद किया, अकेली रहती थी

बहन की मौत पर नहीं पिघला भाई का दिल:पड़ोसियों को बोला- अंतिम संस्कार कर देना; फोन बंद किया, अकेली रहती थी

हरियाणा में एक पारिवारिक रिश्तों में खटास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सेक्टर-6 के एक फ्लैट में रहने वाली 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला नीलम की मृत्यु हो गई। उनकी मौत के बाद कोई अपना उनका अंतिम संस्कार करने तक नहीं पहुंचा। सगे भाई ने बहन की मौत की सूचना मिलने के बावजूद आने से इनकार कर दिया। उसने पड़ोसियों को फोन पर कहा कि दाह संस्कार कर देना, मैं नहीं आ सकता। उसने अपना फोन भी बंद कर दिया। महिला की मौत की सूचना मिलने के बाद ‘अपना आशियाना’ संस्था की टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने शव को अपने कब्जे में लिया और अब वे ही महिला नीलम का अंतिम संस्कार करवाएंगे। टीम के सदस्य राजकुमार अरोड़ा ने बताया कि पड़ोसियों से बात करने पर पता चला है कि महिला बेहद लाचार स्थिति में थी। उनका कूल्हा टूट चुका था और इसकी वजह से वे चलने-फिरने में सक्षम नहीं थी। सुबह बेड से नीचे गिरी मिली महिला
पड़ोसियों की मानें तो सेक्टर-6 में रहने वाली नीलम ने जिंदगी के आखिरी दिन बड़ी मुश्किलों में गुजारे। वे अकेली रहती थी और खुद का ख्याल रखने के लिए उन्होंने एक सहायिका को लगाया हुआ था। सहायिका मीरा ने बताती है की वो रोज नीलम की देखभाल के लिए उसके फ्लैट पर आती थी। आज भी जब वह फ्लैट के सामने पहुंची तो दरवाजा खुला हुआ था। वह अंदर घुसी तो नीलम बेड से नीचे गिरी हुई थी। कभी कोई मिलने नहीं आता था- मीरा
सहायिका ने कहा- मैं पिछले 5 सालों से नीलम की देखभाल कर रही थी। लेकिन मैंने कभी नहीं देखा की नीलम का कोई रिश्तेदार उनसे मिलने आया हो। नीलम को नीचे गिरा देखो तो उसने आसपास के पड़ोसियों को बुलाया, कुछ लोगों ने नीलम की सांसे चेक की तो पता चला की उनकी मौत हो चुकी है। भाई ने किया आने से मना
पड़ोसियों ने तुरंत नीलम के भाई को मौत की जानकारी दी, लेकिन उसने आने से मना कर दिया। भाई ने पड़ोसियों को कहा कि दाह संस्कार कर देना। उसके बाद बताया जा रहा है कि फोन बंद कर लिया। अपना आशियाना संस्था के सदस्य राजकुमार अरोडा ने बताया कि मृतका के कमरे से मिले दस्तावेजों से पता चला कि वे किसी आयुर्वेदिक औषधालय से इलाज करवा रही थीं। खाने की व्यवस्था के लिए उन्होंने टिफिन सर्विस लगवाई हुई थी। अरोड़ा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज के दौर में रिश्तेदार इस हद तक गैर-जिम्मेदार और बेरुख हो गए हैं। लेकिन हम इंसानियत के नाते सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनका अंतिम संस्कार करेंगे। हरियाणा में एक पारिवारिक रिश्तों में खटास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सेक्टर-6 के एक फ्लैट में रहने वाली 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला नीलम की मृत्यु हो गई। उनकी मौत के बाद कोई अपना उनका अंतिम संस्कार करने तक नहीं पहुंचा। सगे भाई ने बहन की मौत की सूचना मिलने के बावजूद आने से इनकार कर दिया। उसने पड़ोसियों को फोन पर कहा कि दाह संस्कार कर देना, मैं नहीं आ सकता। उसने अपना फोन भी बंद कर दिया। महिला की मौत की सूचना मिलने के बाद ‘अपना आशियाना’ संस्था की टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने शव को अपने कब्जे में लिया और अब वे ही महिला नीलम का अंतिम संस्कार करवाएंगे। टीम के सदस्य राजकुमार अरोड़ा ने बताया कि पड़ोसियों से बात करने पर पता चला है कि महिला बेहद लाचार स्थिति में थी। उनका कूल्हा टूट चुका था और इसकी वजह से वे चलने-फिरने में सक्षम नहीं थी। सुबह बेड से नीचे गिरी मिली महिला
पड़ोसियों की मानें तो सेक्टर-6 में रहने वाली नीलम ने जिंदगी के आखिरी दिन बड़ी मुश्किलों में गुजारे। वे अकेली रहती थी और खुद का ख्याल रखने के लिए उन्होंने एक सहायिका को लगाया हुआ था। सहायिका मीरा ने बताती है की वो रोज नीलम की देखभाल के लिए उसके फ्लैट पर आती थी। आज भी जब वह फ्लैट के सामने पहुंची तो दरवाजा खुला हुआ था। वह अंदर घुसी तो नीलम बेड से नीचे गिरी हुई थी। कभी कोई मिलने नहीं आता था- मीरा
सहायिका ने कहा- मैं पिछले 5 सालों से नीलम की देखभाल कर रही थी। लेकिन मैंने कभी नहीं देखा की नीलम का कोई रिश्तेदार उनसे मिलने आया हो। नीलम को नीचे गिरा देखो तो उसने आसपास के पड़ोसियों को बुलाया, कुछ लोगों ने नीलम की सांसे चेक की तो पता चला की उनकी मौत हो चुकी है। भाई ने किया आने से मना
पड़ोसियों ने तुरंत नीलम के भाई को मौत की जानकारी दी, लेकिन उसने आने से मना कर दिया। भाई ने पड़ोसियों को कहा कि दाह संस्कार कर देना। उसके बाद बताया जा रहा है कि फोन बंद कर लिया। अपना आशियाना संस्था के सदस्य राजकुमार अरोडा ने बताया कि मृतका के कमरे से मिले दस्तावेजों से पता चला कि वे किसी आयुर्वेदिक औषधालय से इलाज करवा रही थीं। खाने की व्यवस्था के लिए उन्होंने टिफिन सर्विस लगवाई हुई थी। अरोड़ा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज के दौर में रिश्तेदार इस हद तक गैर-जिम्मेदार और बेरुख हो गए हैं। लेकिन हम इंसानियत के नाते सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनका अंतिम संस्कार करेंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर