बहराइच के महसी इलाके में बीते दो माह से आदमखोर भेड़िए का आतंक है। वन विभाग की टीम ने अब तक पांच भेड़िए को पकड़ा हैं। वही छठे भेड़िए की तलाश में टीम लगी हुई हैं। वन विभाग के ड्रोन कैमरे में महसी इलाके में स्थित एक गन्ने के खेत में बैठा छठा भेड़िया दिखाई दिया है। जिसे पकड़ने के लिए टीम लगातार सर्च आपरेशन चला रही है। शीघ्र ही इसके पकड़े जाने की संभावना जताई जा रही है। नरभक्षी भेड़िये को पकड़ने के लिये वन महकमा आपरेशन भेड़िया अभियान चला रहा है। अभी ताजा जानकारी के मुताबिक वन विभाग के ड्रोन कैमेरे में छठे खूंखार भेड़िये की तस्वीर कैद हो गई है। महसी इलाके में गन्ने के खेत मे छठा भेड़िया ट्रेस हुआ है। रेस्क्यू टीम भेड़िये की करंट लोकेशन पर कड़ी नजर बनाए है। कई दिनों से वन विभाग इस भेड़िये की तलाश कर रहा है। आदमखोर भेड़िए 09 मासूमों सहित 10 लोगों की जान ले चुका है और 50 से ज्यादा लोगों को घायल कर फरार चल रहा है। सूबे के सीएम योगी ने नरभक्षी भेड़िये को जिंदा या मुर्दा पकड़ने का कड़ा फ़रमान जारी कर चुके हैं। बीते दिनों सीएम योगी ने भेड़िए से प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ भेड़िए के हमले में मारे गए लोगों के परिजनों व घायलों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था की जब तक सभी भेड़िए पकड़े या मारे नहीं जाते वन विभाग की पूरी टीम इलाके में ही मौजूद रहेगी। बहराइच के महसी इलाके में बीते दो माह से आदमखोर भेड़िए का आतंक है। वन विभाग की टीम ने अब तक पांच भेड़िए को पकड़ा हैं। वही छठे भेड़िए की तलाश में टीम लगी हुई हैं। वन विभाग के ड्रोन कैमरे में महसी इलाके में स्थित एक गन्ने के खेत में बैठा छठा भेड़िया दिखाई दिया है। जिसे पकड़ने के लिए टीम लगातार सर्च आपरेशन चला रही है। शीघ्र ही इसके पकड़े जाने की संभावना जताई जा रही है। नरभक्षी भेड़िये को पकड़ने के लिये वन महकमा आपरेशन भेड़िया अभियान चला रहा है। अभी ताजा जानकारी के मुताबिक वन विभाग के ड्रोन कैमेरे में छठे खूंखार भेड़िये की तस्वीर कैद हो गई है। महसी इलाके में गन्ने के खेत मे छठा भेड़िया ट्रेस हुआ है। रेस्क्यू टीम भेड़िये की करंट लोकेशन पर कड़ी नजर बनाए है। कई दिनों से वन विभाग इस भेड़िये की तलाश कर रहा है। आदमखोर भेड़िए 09 मासूमों सहित 10 लोगों की जान ले चुका है और 50 से ज्यादा लोगों को घायल कर फरार चल रहा है। सूबे के सीएम योगी ने नरभक्षी भेड़िये को जिंदा या मुर्दा पकड़ने का कड़ा फ़रमान जारी कर चुके हैं। बीते दिनों सीएम योगी ने भेड़िए से प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ भेड़िए के हमले में मारे गए लोगों के परिजनों व घायलों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था की जब तक सभी भेड़िए पकड़े या मारे नहीं जाते वन विभाग की पूरी टीम इलाके में ही मौजूद रहेगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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NEET रिजल्ट विवाद के बीच NTA चेयरमैन प्रदीप जोशी पर RTI में बड़ा खुलासा, क्या BJP-RSS से है पुराना रिश्ता? <p style=”text-align: justify;”><strong>NEET UG Result 2024:</strong> नीट-यूजी परीक्षा 2024 रिजल्ट विवाद के बीच के एनटीए पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. एनटीए चेयरमैन डॉक्टर प्रदीप जोशी को जांच कमेटी का प्रमुख बनाया गया है, लेकिन आरटीआई के गोपनीय दस्तावेज सामने आए हैं. इसमें एनटीए के प्रमुख रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. जोशी का संघ परिवार और बीजेपी के दिग्गज नेताओं से संबंध और बड़े पद पाने के आरोप भी लग चुका है. इस नियुक्ति पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी सवाल उठाए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आरटीआई की जानकारी के मुताबिक एनटीए चेयरमैन डॉ. प्रदीप जोशी डॉ. मुरली जोशी संघ लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग और छत्तीसगढ़ पीएससी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ से पहले 2006 में एमपीपीएससी अध्यक्ष थे. गोपनीय दस्तावेज के मुताबिक उनकी नियुक्ति संघ के एक पदाधिकारी की सिफारिश पर हुई थी. आठ साल बाद यानी साल 2014 में आरटीआई के जरिए जानकारी के हवाले से दावा किया गया कि उनकी इस नियुक्ति के लिए आरएसएस के तत्कालीन क्षेत्रीय प्रचारक विनोद ने सिफारिश की थी.<br /> <br /><strong>RTI जानकारी से हुआ खुलासा</strong><br />भोपाल में आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे को उनके आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी गई थी. इतना ही नहीं तत्कालीन आईजी कानून और व्यवस्था एके सोनी द्वारा हस्ताक्षरित गोपनीय रिपोर्ट की एक प्रति भी दी गई थी. इसके मुताबिक 8 जून 2006 की रिपोर्ट में कहा गया था कि डॉ. जोशी बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जोशी मई 2000 से 12 जून 2006 तक जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में प्रबंधन अध्ययन संकाय के प्रोफेसर, प्रमुख और डीन हुआ करते थे. इसके बाद उन्हें मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद फिर उन्हें छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग का भी अध्यक्ष बनाया गया. जिसके बाद जोशी संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य फिर बाद में अध्यक्ष भी बनाए गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने बातचीत में बताया कि मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में घोटाले करीब 15 साल पहले हो रहे थे. हमने 2014 में मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन में जो घोटाले थे और उसी वक्त व्यापम घोटाला हुआ था उसे भी उजागर किया था. हमने पीएससी का पेपर लीक कैसे हुआ इसका कनेक्शन किससे था ये जानकारी ली. उस समय पीएससी के चेयरमैन प्रदीप जोशी थे. मुरली मनोहर जोशी और अटल बिहारी वाजपेयी से उनके संबंध थे. वो जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एचओडी थे, उस दौरान गडबड़ी हुई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी उठाए सवाल</strong><br />प्रदीप जोशी की नियुक्ति पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदीप जोशी जब एमपीपीएससी अध्यक्ष बने तो यहां परीक्षाओं में गड़बड़ी होनी शुरू हुई. पेपर लीक हुआ, छत्तीसगढ़ गए तो वहां पेपर लीक हुआ. यूपीएससी गए तो वहां शिकायतें आने लगी. अब जोशी एनटीए चेयरमैन हैं. बीजेपी ऐसे ही लोगों को चुनती है जो खाएं, खिलाएं और मनमर्जी से अपना काम करें. </p>
<p style=”text-align: justify;”>एचआरडी मिनिस्टर ने एनटीए चैयरमैन से कुछ नहीं कहा, आप इस्तीफा मत दीजिए कम से कम उनसे इस्तीफा ले लीजिए, लेकिन मिली भगत है. जब मैं मुख्यमंत्री था तो राज्यपाल भाई महावीर ने प्रदीप जोशी को योग्यता न होने के बावजूद जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बना दिया. हमने विरोध किया, लेकिन केंद्र में बीजेपी सरकार थी अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे इसलिए कुछ नहीं हो सका.</p>
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MP में कहां सबसे ज्यादा वोटिंग? नकुलनाथ की सीट ने चौंकाया, जानें शिवराज-दिग्विजय-सिंधिया की सीट का हाल
MP में कहां सबसे ज्यादा वोटिंग? नकुलनाथ की सीट ने चौंकाया, जानें शिवराज-दिग्विजय-सिंधिया की सीट का हाल <p style=”text-align: justify;”><strong>Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024:</strong> मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर चार चरण में चुनाव संपन्न कराए गए. चुनाव आयोग ने 19 अप्रैल से लेकर 13 मई तक चार चरणों में एमपी की सभी सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग पूरी करवाई. अब इंतजार है लोकसभा चुनाव के नतीजों का, जो कि 4 जून 2024 को जारी होने वाले हैं. बीजेपी-कांग्रेस समेत सभी दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों की आंखें अब जून के चौथे दिन पर टिकी हैं. इसी के साथ जनता भी यह जानने के लिए उत्सुक है कि उनके संसदीय क्षेत्र में सांसद की सीट किसको मिलने वाली है और केंद्र में किसकी सरकार बनेगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले यह जान लेते हैं कि मध्य प्रदेश में किस सीट पर कितनी वोटिंग हुई है. दरअसल, 25 मई को चुनाव आयोग ने सभी 6 चरणों की सीटों पर ओवरऑल मतदान प्रतिशत की जानकारी साझा की थी. चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई लिस्ट के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ का गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा में वोटर टर्नआउट सबसे ज्यादा रहा. छिंदवाड़ा में पहले चरण यानी 19 अप्रैल को ही वोटिंग पूरी हो गई थी और यहां वोटर टर्नआउट 79.83 फीसदी रहा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने इसको लेकर खुशी भी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदान छिंदवाड़ा में हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा था कि देश भर की निगाहें छिंदवाड़ा पर टिकी हैं. जानकारी के लिए बता दें यहां पर कांग्रेस ने नकुलनाथ पर दोबारा भरोसा जताया है. वहीं, बीजेपी ने उनके सामने विवेक बंटी साहू को उम्मीदवार बनाया. दोनों के बीच में कड़ा मुकाबला होने की बात कही जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, मध्य प्रदेश की रीवा लोकसभा सीट सबसे कम मतदान फीसदी वाली सीट रही. यहां केवल 49. 43 प्रतिशत ही वोट डाले गए. यहां बीजेपी के जनार्दन मिश्रा और कांग्रेस की नीलम मिश्रा आमने-सामने खड़े हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीटवार मतदान फीसदी की बात करें तो मध्य प्रदेश का आंकड़ा कुछ इस प्रकार रहा-</strong><br />पहले चरण में मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर लोकसभा चुनाव के मतदान हुए.<br /><strong>पहला चरण- 19 अप्रैल</strong><br />बालाघाट- 73.45<br />छिंदवाड़ा- 79.83<br />जबलपुर- 61.00<br />मंडला- 72.84<br />शहडोल- 64.68<br />सीधी- 56.50</p>
<p style=”text-align: justify;”>दूसरे चरण में मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर मतदान पूरे हुए<br /><strong>दूसरा चरण- 26 अप्रैल</strong><br />दमोह- 56.48<br />होशंगाबाद- 67.21<br />खजुराहो- 56.97<br />रीवा- 49.43<br />सतना- 61.94<br />टीकमगढ़- 60.00</p>
<p style=”text-align: justify;”>तीसरे चरण में मध्य प्रदेश की 9 सीटों पर <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के मतदान संपन्न कराए गए<br /><strong>तीसरा चरण- 7 मई</strong><br />बैतूल- 73.53<br />भिंड- 54.93<br />भोपाल- 64.06<br />गुना- 72.43<br />ग्वालियर- 62.13<br />मुरैना- 58.97<br />राजगढ़- 76.04<br />सागर- 65.75<br />विदिशा- 74.48</p>
<p style=”text-align: justify;”>चौथे चरण में मध्य प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर मतदान हुए<br /><strong>चौथा चरण- 13 मई</strong><br />देवास- 75.48<br />धार- 72.76<br />इंदौर- 61.67<br />खंडवा- 71.52<br />खरगोन- 76.03<br />मंदसौर- 75.27<br />रतलाम- 72.94<br />उज्जैन- 73.82</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”जबलपुर में पिता-भाई की हत्या की नाबालिग आरोपी पकड़ी गई, 75 दिन बाद हरिद्वार से मिली, आरोपी प्रेमी फरार” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/jabalpur-double-murder-case-update-accused-minor-girl-arrested-from-haridwar-lover-mukul-ran-away-ann-2701307″ target=”_blank” rel=”noopener”>जबलपुर में पिता-भाई की हत्या की नाबालिग आरोपी पकड़ी गई, 75 दिन बाद हरिद्वार से मिली, आरोपी प्रेमी फरार</a></strong></p>
भारत-पाक सरहद पर देश की पहली चाय की दुकान:आईटीआई पास को नहीं मिली नौकरी तो आया आइडिया, बना आकर्षण का केंद्र
भारत-पाक सरहद पर देश की पहली चाय की दुकान:आईटीआई पास को नहीं मिली नौकरी तो आया आइडिया, बना आकर्षण का केंद्र फाजिल्का में भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके के गांव आसफवाला में आईटीआई पास नौजवान ने चाय की दुकान खोली है l दुकान नई नहीं बल्कि कई बरस पुरानी है l लेकिन अब 12वीं कक्षा पास करने के बाद आईटीआई पास नौजवान को जब नौकरी नहीं मिली, तो उसने अपने पिता की दुकान को संभाल लिया है l भारत पाक सरहद की तरफ से हिंदुस्तान में दाखिल होते ही उसे हिंदुस्तान की पहली चाय की दुकान का नाम दे दिया है l जो भारत-पाकिस्तान सरहद पर आने जाने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है l नौकरी नहीं मिलने पर पिता की दुकान संभाली जानकारी देते हुए नौजवान सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले कई वर्षों से उसके पिता खजान सिंह गांव असफवाला में ही चाय का काम करते हैं l वह दो भाई और एक उनकी बहन है l सुरेश कुमार का कहना है कि उसने 12वीं कक्षा पास करने के बाद आईटीआई की है। आईटीआई पास करने के बाद उसे उम्मीद थी कि उसे कहीं नौकरी मिलेगी l लेकिन आखिरकार उसने अपने पिता की गांव में ही जद्दी दुकान को संभाल लिया है l रिट्रीट सेरेमनी के बाद लगती है भीड़ भारत पाकिस्तान सरहद से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर बनी इस दुकान को उसने हिंदुस्तान की पहली चाय की दुकान का नाम दिया है l जो इलाके के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है l वजह यह है कि भारत पाकिस्तान सरहद की सादकी चौकी पर रोजाना रिट्रीट सेरेमनी होती है l सेरेमनी देख वापस फाजिल्का तरफ आने वाले लोगों के लिए पाकिस्तान की ओर से हिंदुस्तान में दाखिल होते हिंदुस्तान की यह पहले वह चाय की दुकान है। जहां लोग अब रुक कर चाय पी कर जाते हैं l सुरेश कुमार का कहना है कि उसके गांव में घर के पशुओं का दूध चाय के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है l जिससे वह खुद मसालेदार स्वादिष्ट चाय बना लोगों के सामने पेश करता है l