बहादुरगढ़ में बुधवार देर रात एक ट्रॉले और बस में टक्कर हो गई। हादसा इतना भयानक था कि 3 बसों में आग लग गई। ट्रॉले का केबिन पूरी तरह जल गया। हादसा सेक्टर 6 की पहली पुलिया के पास हुआ। जानकारी के मुताबिक एक कार को बचाने के चक्कर में ट्रॉला बसों से टकरा गया। टक्कर में तीन बसें चपेट में आ गईं। आग लगने से पहले ट्रॉला चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की आग सुबह तक जलती रही
बता दें कि बहादुरगढ़ के सेक्टर 6-7 की डिवाइडिंग रोड पर आमतौर पर बसें खड़ी रहती हैं। देर रात हुए हादसे के दौरान कई बसें खड़ी थीं। इसी बीच अचानक एक कार को बचाने के चक्कर में ट्रॉला बसों से टकरा गया। इससे 3 बसें हादसे की चपेट में आ गईं। देर रात हुए हादसे की आग सुबह तक जलती रही। बहादुरगढ़ में बुधवार देर रात एक ट्रॉले और बस में टक्कर हो गई। हादसा इतना भयानक था कि 3 बसों में आग लग गई। ट्रॉले का केबिन पूरी तरह जल गया। हादसा सेक्टर 6 की पहली पुलिया के पास हुआ। जानकारी के मुताबिक एक कार को बचाने के चक्कर में ट्रॉला बसों से टकरा गया। टक्कर में तीन बसें चपेट में आ गईं। आग लगने से पहले ट्रॉला चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की आग सुबह तक जलती रही
बता दें कि बहादुरगढ़ के सेक्टर 6-7 की डिवाइडिंग रोड पर आमतौर पर बसें खड़ी रहती हैं। देर रात हुए हादसे के दौरान कई बसें खड़ी थीं। इसी बीच अचानक एक कार को बचाने के चक्कर में ट्रॉला बसों से टकरा गया। इससे 3 बसें हादसे की चपेट में आ गईं। देर रात हुए हादसे की आग सुबह तक जलती रही। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा की सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण:CM सैनी ने घोषणा की; बिना ब्याज के 5 लाख रुपए तक लोन भी देगी सरकार
हरियाणा की सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण:CM सैनी ने घोषणा की; बिना ब्याज के 5 लाख रुपए तक लोन भी देगी सरकार हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अग्निवीरों को राज्य की सरकारी नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। CM सैनी ने कहा कि हमारी सरकार हरियाणा में अग्निवीरों को पुलिस कांस्टेबल, माइनिंग गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड, जेल वार्डन और SPO की सीधी भर्ती में 10 फीसदी आरक्षण देगी। बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में CM सैनी ने कहा कि हमने इन अग्निवीरों को ग्रुप डी और सी में सरकारी पदों के लिए निर्धारित अधिकतम आयु में 3 साल की छूट देने का भी फैसला किया है। पहले बैच के अग्निवीरों को आयु में 5 साल की छूट मिलेगी। सरकार ग्रुप-C में सिविल पदों में सीधी भर्ती में अग्निवीरों के लिए 5 फीसदी आरक्षण और ग्रुप डी में एक फीसदी आरक्षण देगी। प्राइवेट औद्योगिक इकाइयों को सब्सिडी
CM सैनी ने कहा कि अगर कोई औद्योगिक इकाई प्रतिमाह 30 हजार रुपए से ज्यादा वेतन देती है तो हरियाणा सरकार उस औद्योगिक इकाई को 60 हजार रुपए वर्ष की सब्सिडी देगी। इसके साथ ही राज्य सरकार ने ग्रुप सी पदों पर भर्ती में अग्निवीर के लिए 5 फीसदी आरक्षण की घोषणा की है। खुद का काम शुरू करने में भी मदद
CM सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार अग्निवीरों को अपना काम शुरू करने में भी मदद देगी। इसके लिए सरकार ने फैसला किया है कि जो अग्निवीर अपना काम करना चाहते हैं, उन्हें बिना ब्याज लोन दिया जाएगा। उन्हें काम शुरू करने के लिए 5 लाख रुपए तक का बिना ब्याज के लोन दिया जाएगा। CISF और BSF ने अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने का ऐलान किया है
मालूम हो कि CISF और BSF ने 12 जुलाई को पूर्व अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने का ऐलान किया। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जल्द ही नियम लागू किए जाएंगे। अग्निवीर पर केंद्र सरकार ने यह फैसला 2 साल पहले किया था। BSF डीजी नितिन अग्रवाल और CISF डीजी नीना सिंह ने यह जानकारी दी। दरअसल 18 जून 2022 को गृह मंत्रालय ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें कहा था कि CAPF और असम राइफल्स में पूर्व अग्निवीरों को 10% आरक्षण दिया जाएगा। CAPF के अंतर्गत BSF, CRPF, ITBP, SSB और CISF ऑर्म्ड आती हैं। CISF बोली, पहले बैच में 5 साल तो अगले बैच में 3 साल की छूट जानिए क्या है अग्निपथ स्कीम…
सरकार ने 2022 में अग्निपथ स्कीम लॉन्च की थी। इसके तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में चार साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाता है। 4 साल में छह महीने की ट्रेनिंग भी शामिल है। चार साल बाद अग्निवीरों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाएगी। इसी मेरिट के आधार पर 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस में लिया जाएगा। बाकी लोग वापस सिविल दुनिया में आ जाएंगे। इस स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी। साल में दो बार रैली के जरिए भर्ती की जाएगी। अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 21 साल का होना जरूरी है। साथ ही कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है। 10वीं पास भर्ती होने वाले अग्निवीरों को 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ये खबर भी पढ़ें…… अग्निवीर अपनी मर्जी से नहीं छोड़ पाएंगे नौकरी…5 सवालों के जवाब 14 जून को अग्निपथ स्कीम की घोषणा हुई। ऐलान होते ही ये स्कीम सवालों के घेरे में आ गई। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध शुरू कर दिया। अभी भी उनके मन में इस स्कीम को लेकर कई कंफ्यूजन रहे थे।
हमने सोशल मीडिया से युवाओं के 5 सबसे ज्यादा पूछे गए सवाल निकाले हैं। आइए उन पांचों सवालों के जवाब जानते हैं। पूरी खबर पढ़ें…
सीनियर सेकेंडरी परीक्षा के लिए 10 तक करें आवेदन
सीनियर सेकेंडरी परीक्षा के लिए 10 तक करें आवेदन कुरुक्षेत्र | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा हरियाणा मुक्त विद्यालय की सेकेंडरी तथा सीनियर सेकेंडरी सीटीपी, अन्य राज्य सीटीपी, रि-अपीयर, अतिरिक्त विषय, आंशिक व पूर्ण विषय अंक सुधार श्रेणी परीक्षा सितंबर-2024 के लिए इच्छुक परीक्षार्थी 10 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि जो परीक्षार्थी इस परीक्षा के िलए आवेदन करना चाहते हैं। वे 1 हजार रुपए विलंब शुल्क सहित 10 सितंबर तक बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट बीएसईएच.ओआरजी.इन पर ऑनलाइन आवेदन करें।
नफे सिंह मर्डर केस में CBI चार्जशीट में बड़े खुलासे:ब्रिटेन के गैंगस्टर का नाम; हत्यारों ने गाड़ी में लगाई GPS डिवाइस
नफे सिंह मर्डर केस में CBI चार्जशीट में बड़े खुलासे:ब्रिटेन के गैंगस्टर का नाम; हत्यारों ने गाड़ी में लगाई GPS डिवाइस हरियाणा के चर्चित INLD के पूर्व MLA नफे सिंह मर्डर केस में केंद्रीय जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पहली चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है। इस चार्जशीट में बड़े-बड़े खुलासे किए गए हैं। हालांकि इस चार्जशीट में सीबीआई ने नफे सिंह राठी के मर्डर का मोटिव क्लीयर नहीं किया है। जिसके बाद इनेलो नेता के मर्डर का रहस्य और गहरा गया है। चार्जशीट में ब्रिटेन के एक गैंगस्टर का नाम शामिल किया गया है। सबसे अहम बात यह है कि हत्यारों ने नफे सिंह के मर्डर से पहले उनकी गाड़ी की लोकेशन जानने के लिए एक GPS सिस्टम भी लगाया था। 25 फरवरी को बहादुरगढ़ में बराही रेलवे क्रासिंग पर नफे सिंह की 10 गोलियां लगने से मौत हो गई थी। इस दौरान उनके सहयोगी जयकिशन दलाल की 4 गोलियां लगने से मौत हो गई थी। उन पर I-20 कार में सवार हमलावरों ने हमला किया था, जिन्होंने उनका पीछा किया और उनकी एसयूवी पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं थी। क्यों आया गैंगस्टर नंदू का नाम सीबीआई की जांच में यह बात भी सामने आई है कि 4 शूटर और ब्रिटेन में रहने वाले एक गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने सिग्नल ऐप के जरिए बातचीत की थी। इसके साथ ही मर्डर के बाद ब्रिटेन स्थित ‘वांटेड’ गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने आईएनएलडी प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। कपिल सांगवान दिल्ली पुलिस की अपराधियों की सूची में वह मोस्ट वांटड अपराधी है। जीजा की हत्या का लिया बदला मर्डर के बाद कपिल गैंगस्टर के द्वारा की गई पोस्ट में लिखा था कि उसने ये मर्डर अपने जीजा और दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए किया है। हरियाणा पुलिस ने भी इस मामले में कोई सक्रियता नहीं दिखाई थी, तो उसे मजबूर होकर उनका मर्डर करना पड़ा। यहां पढ़िए मर्डर केस की जांच में अब तक क्या क्या हुआ… फॉर्च्यूनर से मिली 8 गोलियां हत्या के दो दिन बाद पुलिस फॉर्च्यूनर को सत्यम टोयोटा शोरूम ले गई, जहां जांच के दौरान उन्हें 8 गोलियां और 13 गोलियों के टुकड़े मिले। नई दिल्ली के द्वारका में ‘म्यूजिक कार’ शॉप से खरीदा गया एक जीपीएस ट्रैकर भी वाहन के पिछले हिस्से से जुड़ा हुआ पाया गया। हालांकि डिवाइस का खरीदार अज्ञात है, लेकिन CBI जांच से पता चला है कि कपिल सांगवान ने एसयूवी की लाइव लोकेशन को ट्रैक करने के लिए 8 फरवरी से 3 मार्च के बीच यूके से लॉगिन क्रेडेंशियल संचालित किए थे। सांगवान की चैट सामने आई फरवरी में धर्मेंद्र ने सांगवान के निर्देशानुसार शूटरों के लिए एक आई-20 कार का इंतजाम किया। शूटरों में से एक सचिन, जो तिहाड़ जेल में रहने के दौरान गुलिया से परिचित था, को गुलिया ने 17 फरवरी को फेसबुक मैसेंजर के जरिए सिग्नल ऐप इन्स्टॉल करने का निर्देश दिया था। इसके बाद सांगवान ने 18 फरवरी को सचिन से संपर्क किया और कहा, ‘अमित गुलिया ने तेरा नंबर दिया था। भई एक दुश्मन मारना है। 307 करनी है, बहादुरगढ़ में। चले जइयो।” मर्डर से पहले सांगवान को सेल्फी भेजी सचिन ने इस काम में मदद के लिए आशीष उर्फ बाबा को चुना। 23 फरवरी को वे नांगलोई से बहादुरगढ़ मेट्रो स्टेशन गए, जहां सचिन ने निर्देशानुसार सेल्फी ली और सांगवान को भेज दी। शूटरों के दूसरे समूह नकुल और अतुल को रोहतक से बहादुरगढ़ के लिए कैब लेते समय पकड़ा गया। वे i-20 कार लेकर सचिन और आशीष के साथ हो लिए।अतुल 4 पिस्तौल, 100 राउंड गोलियां और 2 लाख रुपए नकद लेकर आया था। उसने सचिन और आशीष को नफे सिंह की पहचान नहीं बताई। उसने उनके फोन जब्त कर लिए और उन्हें बंद कर दिया। नफे सिंह हत्यारों से कुछ कहना चाहते थे सीबीआई का चार्जशीट में कहना है कि नफे सिंह ने कुछ कहने की कोशिश की, लेकिन लगातार गोलियों की आवाज के कारण वह कुछ नहीं कह पाया। संजीत बचाव में गोली नहीं चला सका। ड्राइवर राकेश ने गुस्से में संजीत से कहा, “चला ले ना। जब मार जाएंगे, तो क्या फायदा?” लेकिन वह इतना डरा हुआ था कि गोली नहीं चला सका और उसके हाथ कांपने लगे। चार्जशीट में सीबीआई का ये कहना है। यहां पढ़िए मर्डर से पहले की STORY मर्डर वाले दिन, हत्यारे नफे सिंह के कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे थे, तभी उन्हें पता चला कि वह करोर गांव में है। उन्होंने वहां उसका पीछा किया, लेकिन हमला करने का मौका नहीं मिला। अगले दिन, उन्होंने बहादुरगढ़ के आरआर फार्म तक उसका पीछा किया और फिर जटवाड़ा मोहल्ला में उसके घर के पास, क्योंकि उन्हें सांगवान से लाइव लोकेशन मिल रही थी। 25 फरवरी को उन्होंने नफे सिंह का बहादुरगढ़ के सेक्टर 7 से लेकर सराय गांव और फिर अशोधा गांव तक पीछा किया। अशोधा में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद नफे सिंह अपने भतीजे राकेश, गनमैन संजीत और जयकिशन दलाल के साथ बराही के रास्ते बहादुरगढ़ के लिए रवाना हुए। शूटरों ने उनकी गाड़ी का पीछा किया। जैसे ही बराही रेलवे क्रॉसिंग बंद हुई, चारों शूटर अपनी गाड़ी से निकले और नफे सिंह की एसयूवी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।