मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच के दो युवकों का नाम सामने आया है। वारदात में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम दोनों जिले की कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले थे। दोनों परिवार के भरण-पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। सूत्रों के मुताबिक, दोनों अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नाम बनाना चाहते थे, इसीलिए बाबा सिद्दीकी जैसे फेमस आदमी की हत्या की। धर्मराज और शिवा के बारे में जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर गांव गंडारा पहुंची। इनके गांव के बारे जाना, घर वालों से बात की। परिवार की स्थिति के बारे जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट.. पहले जानते हैं इन दोनों आरोपियों के बारे में… नाम : धर्मराज कश्यप, गांव : गंडारा, उम्र : 18 साल। गांव में रहने वाले राधे कश्यप मछली बेचने का काम करता है। उसके 5 बेटे हैं। इनमें धर्मराज कश्यप सबसे छोटा है। बड़ा बेटा भी मछली बेचता है। दूसरे नंबर का बेटा ठेला लगाता है। तीसरा कपड़े की दुकान पर मजदूरी करता है। चौथा और पांचवां बेटा मजदूरी करता है। 4 बड़े बेटों शादी हो चुकी है। धर्मराज और एक भाई की अभी शादी नहीं हुई है। इन लोगों के पास खेती न के बराबर है। काफी गरीब परिवार है। धर्मराज का घर प्रधानमंत्री आवास योजना से बना है, जिसकी माली हालत ठीक नहीं है। जब इन लोगों को मजदूरी नहीं मिलती, तो ये लोग कमाने के लिए दूसरे शहर जाते हैं। इसी वजह से धर्मराज मुंबई में रहकर कमाता था। धर्मराज की मां कुसुमा ने बताया- बेटे से 1 महीने पहले बात हुई थी। हमने कहा कि जल्दी घर आ जाओ। इस पर उसने कहा कि होली में आएंगे। पुलिस वाले हमारे पास आए थे। मेरा नाम पूछा। मेरे 5 बेटे हैं। कोई बेटी नहीं है। यही बात हमने पुलिस को भी बताई है। बाकी हमें कुछ नहीं पता। मेरा बेटा दो महीने पहले यहां आया था। हम लोगों से पुणे जाने की बात कहकर पहली बार बाहर गया था। फिर पता नहीं कैसे मुंबई पहुंच गया? पता नहीं ये सब क्या कर दिया? मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता। उसने आज तक कभी किसी से झगड़ा भी नहीं किया। हत्या कैसे कर सकता है? पिता बोले- बेटा 2 महीने पहले यहां से गया था
धर्मराज के पिता राधे ने बताया- जब हमारे यहां पुलिस वाले आए, तो हमें घटना के बारे में जानकारी मिली। इसके पहले हमको जानकारी नहीं थी। जिस समय पुलिस आई थी, हम उस समय दवा लेने गए थे। मेरे पांच बेटे हैं। शिवा, सुखराम, धनीराम, अनुराग, धर्मराज। धर्मराज सबसे छोटा है। दो महीने पहले यहां से गया था। किसके साथ गया था, ये हमको नहीं पता। हमसे फोन पर बात भी नहीं हुई थी। उसकी किसी से घर पर बात नहीं होती थी। अब पढ़िए शिवा गौतम के बारे में… नाम : शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम, गांव : गंडारा, उम्र : 19 साल। गांव में रहने वाले बाल किशन उर्फ ननकुन्ने के 3 बेटे और 3 बेटियां हैं। शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा गौतम उनका सबसे बड़ा बेटा है। सके दो छोटे भाइयों के नाम सत्यम और सुंदरम हैं। पिता खेती और मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं। शिवा की मां नाम सुमन है। शिवा की शादी नहीं हुई है। बड़े भाई की शादी हो गई है। शिवा 6 साल से मुंबई में रह रहा है। वह बहुत कम ही गांव आता है। पुणे में कबाड़ का काम करता है। उसके भी परिवार का हालत बहुत ज्यादा खराब है। प्रधानमंत्री आवास योजना ते तहत घर बना है। घर में उसके मां-बाप और भाई रहता है। अब पढ़िए शिवा की मां ने जो कुछ कहा
आरोपी शिवा की मां सुमन ने बताया- उसकी उम्र करीब 18-19 साल है। वह कबाड़खाने में काम करने पुणे गया था। मुझे सिर्फ इतना पता था। मुझे नहीं पता था कि वह मुंबई में क्या कर रहा था? वह होली में घर आया था। बहन बीमार थी, तब 15 दिन पहले 3000 रुपए भेजे थे। फोन पर हर 15-20 दिन में बात होती थी। उसके बाद वह नहीं आया। वह मुझसे फोन पर भी बात नहीं कर रहा था। इसलिए मैं घटना के बारे में कुछ नहीं कह सकती। शिवा के पिता बोले- बेटे को बहकाया गया
शिवा के पिता बालकृष्ण ने कहा- हमें आज सुबह ही पता चला है। पुलिस वाले आए थे। हमें चौकी ले गए और पूछताछ की। मेरा बेटा कुछ गलत काम नहीं कर सकता। उसको बहकाया गया है। शिवा से मेरी बात 15-20 दिन पहले हुई थी। मेरे पास फोन नहीं था। 15 दिन पहले हरीश नाम के लड़के से उसने मुझे फोन भिजवाया था। गांव के प्रधान ने कहा- ये दोनों ऐसा नहीं कर सकते
गंडारा गांव के प्रधान हसनैन कमाल ने बताया- मुंबई हत्याकांड में दो नाम हमारे गांव के युवकों के आए हैं। जब हम लोगों ने सुना तो दंग रह गए। ये दोनों लड़के ऐसे नहीं थे। ये दोनों इतनी बड़ी वारदात नहीं कर सकते। पहले कभी किसी भी तरीके का कोई क्राइम नहीं किया है। पता चला है कि धर्मराज गिरफ्तार है, वहीं शिवा फरार है। क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। जांच के बाद पता चलेगा सच्चाई क्या है? हमें पुलिस से जानकारी मिली है। पुलिस पूछताछ के लिए भी आई। अभी भी गांव में पुलिस तैनात है। इन दोनों के परिवार बहुत ही सीधे-सादे हैं। कभी किसी से कोई झगड़ा भी नहीं हुआ। इन दोनों परिवारों को प्रधानमंत्री आवास मिला है। ये दोनों वहां पर कबाड़ का काम करते थे। दोनों एक ही मोहल्ले और पड़ोसी हैं। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया – अभी तक नियमित रूप से यह परिवार के साथ भी जुड़े थे। पुलिस घर पहुंचकर परिवार से बात कर रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के बारे में परिवार के पास क्या जानकारी है? अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नाम बनाना चाहते थे दोनों
सूत्रों के मुताबिक, दोनों शूटर अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नाम बनाना चाहते हैं। इसीलिए यूपी के शूटरों ने बाबा सिद्दीकी पर हमला किया था। जुर्म और जरायम की दुनिया में नाम और दहशत के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर बन गए। बाबा सिद्दकी को पेट और सीने में लगी गोली सिद्दीकी पर बांद्रा में खेर नगर में कल रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक, ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट और CCTV भी बंद थे। 2 शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। पुलिस कई राज्यों में उसकी तलाश कर रही है। शूटर्स पिछले करीब 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी के घर और बेटे के ऑफिस की रेकी कर रहे थे। शुरू से ही घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी। ———————— ये खबर भी पढ़ें… बाबा सिद्दीकी को गोली मारने वाले 2 शूटर बहराइच के, दोनों पड़ोसी, उम्र 18-19 साल; SP बोलीं-कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी को गोली मारकर हत्या करने वाले 2 हमलावर यूपी के बहराइच के हैं। इसकी पुष्टि बहराइच SP वृंदा शुक्ला ने की है। उन्होंने बताया- एक आरोपी का नाम धर्मराज कश्यप है। दूसरा शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा है। पढ़ें पूरी खबर… मुंबई में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच के दो युवकों का नाम सामने आया है। वारदात में शामिल धर्मराज कश्यप और शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम दोनों जिले की कैसरगंज कोतवाली के गंडारा गांव के रहने वाले थे। दोनों परिवार के भरण-पोषण के लिए मुंबई कमाने गए थे। सूत्रों के मुताबिक, दोनों अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नाम बनाना चाहते थे, इसीलिए बाबा सिद्दीकी जैसे फेमस आदमी की हत्या की। धर्मराज और शिवा के बारे में जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर गांव गंडारा पहुंची। इनके गांव के बारे जाना, घर वालों से बात की। परिवार की स्थिति के बारे जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट.. पहले जानते हैं इन दोनों आरोपियों के बारे में… नाम : धर्मराज कश्यप, गांव : गंडारा, उम्र : 18 साल। गांव में रहने वाले राधे कश्यप मछली बेचने का काम करता है। उसके 5 बेटे हैं। इनमें धर्मराज कश्यप सबसे छोटा है। बड़ा बेटा भी मछली बेचता है। दूसरे नंबर का बेटा ठेला लगाता है। तीसरा कपड़े की दुकान पर मजदूरी करता है। चौथा और पांचवां बेटा मजदूरी करता है। 4 बड़े बेटों शादी हो चुकी है। धर्मराज और एक भाई की अभी शादी नहीं हुई है। इन लोगों के पास खेती न के बराबर है। काफी गरीब परिवार है। धर्मराज का घर प्रधानमंत्री आवास योजना से बना है, जिसकी माली हालत ठीक नहीं है। जब इन लोगों को मजदूरी नहीं मिलती, तो ये लोग कमाने के लिए दूसरे शहर जाते हैं। इसी वजह से धर्मराज मुंबई में रहकर कमाता था। धर्मराज की मां कुसुमा ने बताया- बेटे से 1 महीने पहले बात हुई थी। हमने कहा कि जल्दी घर आ जाओ। इस पर उसने कहा कि होली में आएंगे। पुलिस वाले हमारे पास आए थे। मेरा नाम पूछा। मेरे 5 बेटे हैं। कोई बेटी नहीं है। यही बात हमने पुलिस को भी बताई है। बाकी हमें कुछ नहीं पता। मेरा बेटा दो महीने पहले यहां आया था। हम लोगों से पुणे जाने की बात कहकर पहली बार बाहर गया था। फिर पता नहीं कैसे मुंबई पहुंच गया? पता नहीं ये सब क्या कर दिया? मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता। उसने आज तक कभी किसी से झगड़ा भी नहीं किया। हत्या कैसे कर सकता है? पिता बोले- बेटा 2 महीने पहले यहां से गया था
धर्मराज के पिता राधे ने बताया- जब हमारे यहां पुलिस वाले आए, तो हमें घटना के बारे में जानकारी मिली। इसके पहले हमको जानकारी नहीं थी। जिस समय पुलिस आई थी, हम उस समय दवा लेने गए थे। मेरे पांच बेटे हैं। शिवा, सुखराम, धनीराम, अनुराग, धर्मराज। धर्मराज सबसे छोटा है। दो महीने पहले यहां से गया था। किसके साथ गया था, ये हमको नहीं पता। हमसे फोन पर बात भी नहीं हुई थी। उसकी किसी से घर पर बात नहीं होती थी। अब पढ़िए शिवा गौतम के बारे में… नाम : शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम, गांव : गंडारा, उम्र : 19 साल। गांव में रहने वाले बाल किशन उर्फ ननकुन्ने के 3 बेटे और 3 बेटियां हैं। शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा गौतम उनका सबसे बड़ा बेटा है। सके दो छोटे भाइयों के नाम सत्यम और सुंदरम हैं। पिता खेती और मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं। शिवा की मां नाम सुमन है। शिवा की शादी नहीं हुई है। बड़े भाई की शादी हो गई है। शिवा 6 साल से मुंबई में रह रहा है। वह बहुत कम ही गांव आता है। पुणे में कबाड़ का काम करता है। उसके भी परिवार का हालत बहुत ज्यादा खराब है। प्रधानमंत्री आवास योजना ते तहत घर बना है। घर में उसके मां-बाप और भाई रहता है। अब पढ़िए शिवा की मां ने जो कुछ कहा
आरोपी शिवा की मां सुमन ने बताया- उसकी उम्र करीब 18-19 साल है। वह कबाड़खाने में काम करने पुणे गया था। मुझे सिर्फ इतना पता था। मुझे नहीं पता था कि वह मुंबई में क्या कर रहा था? वह होली में घर आया था। बहन बीमार थी, तब 15 दिन पहले 3000 रुपए भेजे थे। फोन पर हर 15-20 दिन में बात होती थी। उसके बाद वह नहीं आया। वह मुझसे फोन पर भी बात नहीं कर रहा था। इसलिए मैं घटना के बारे में कुछ नहीं कह सकती। शिवा के पिता बोले- बेटे को बहकाया गया
शिवा के पिता बालकृष्ण ने कहा- हमें आज सुबह ही पता चला है। पुलिस वाले आए थे। हमें चौकी ले गए और पूछताछ की। मेरा बेटा कुछ गलत काम नहीं कर सकता। उसको बहकाया गया है। शिवा से मेरी बात 15-20 दिन पहले हुई थी। मेरे पास फोन नहीं था। 15 दिन पहले हरीश नाम के लड़के से उसने मुझे फोन भिजवाया था। गांव के प्रधान ने कहा- ये दोनों ऐसा नहीं कर सकते
गंडारा गांव के प्रधान हसनैन कमाल ने बताया- मुंबई हत्याकांड में दो नाम हमारे गांव के युवकों के आए हैं। जब हम लोगों ने सुना तो दंग रह गए। ये दोनों लड़के ऐसे नहीं थे। ये दोनों इतनी बड़ी वारदात नहीं कर सकते। पहले कभी किसी भी तरीके का कोई क्राइम नहीं किया है। पता चला है कि धर्मराज गिरफ्तार है, वहीं शिवा फरार है। क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। जांच के बाद पता चलेगा सच्चाई क्या है? हमें पुलिस से जानकारी मिली है। पुलिस पूछताछ के लिए भी आई। अभी भी गांव में पुलिस तैनात है। इन दोनों के परिवार बहुत ही सीधे-सादे हैं। कभी किसी से कोई झगड़ा भी नहीं हुआ। इन दोनों परिवारों को प्रधानमंत्री आवास मिला है। ये दोनों वहां पर कबाड़ का काम करते थे। दोनों एक ही मोहल्ले और पड़ोसी हैं। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया – अभी तक नियमित रूप से यह परिवार के साथ भी जुड़े थे। पुलिस घर पहुंचकर परिवार से बात कर रही है। साथ ही यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के बारे में परिवार के पास क्या जानकारी है? अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नाम बनाना चाहते थे दोनों
सूत्रों के मुताबिक, दोनों शूटर अंडरवर्ल्ड की दुनिया में नाम बनाना चाहते हैं। इसीलिए यूपी के शूटरों ने बाबा सिद्दीकी पर हमला किया था। जुर्म और जरायम की दुनिया में नाम और दहशत के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर बन गए। बाबा सिद्दकी को पेट और सीने में लगी गोली सिद्दीकी पर बांद्रा में खेर नगर में कल रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक, ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट और CCTV भी बंद थे। 2 शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। पुलिस कई राज्यों में उसकी तलाश कर रही है। शूटर्स पिछले करीब 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी के घर और बेटे के ऑफिस की रेकी कर रहे थे। शुरू से ही घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी। ———————— ये खबर भी पढ़ें… बाबा सिद्दीकी को गोली मारने वाले 2 शूटर बहराइच के, दोनों पड़ोसी, उम्र 18-19 साल; SP बोलीं-कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी को गोली मारकर हत्या करने वाले 2 हमलावर यूपी के बहराइच के हैं। इसकी पुष्टि बहराइच SP वृंदा शुक्ला ने की है। उन्होंने बताया- एक आरोपी का नाम धर्मराज कश्यप है। दूसरा शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर