<p style=”text-align: justify;”>बारामती लोकसभा क्षेत्र में सुनेत्रा पवार की हार के बाद अजित पवार ने बड़ा फैसला लिया है. जानकारी सामने आ रही है कि अजित पवार के अनुरोध पर युगेंद्र पवार को बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के सदस्यों की एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में युगेंद्र पवार को बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया गया. अब सबकी नजर इस पर है कि युगेंद्र पवार और शरद पवार गुट इस पर क्या रुख अपनाता है.</p> <p style=”text-align: justify;”>बारामती लोकसभा क्षेत्र में सुनेत्रा पवार की हार के बाद अजित पवार ने बड़ा फैसला लिया है. जानकारी सामने आ रही है कि अजित पवार के अनुरोध पर युगेंद्र पवार को बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के सदस्यों की एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में युगेंद्र पवार को बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया गया. अब सबकी नजर इस पर है कि युगेंद्र पवार और शरद पवार गुट इस पर क्या रुख अपनाता है.</p> महाराष्ट्र ‘NDA की सरकार बनती है तो प्रधानमंत्री…’, PM पद को लेकर पप्पू यादव की बड़ी ‘भविष्यवाणी’
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काशी में महादेव की टी-शर्ट की सबसे ज्यादा डिमांड:सावन में पूर्वांचल के 22 जिलों से पहुंच रहे कारोबारी, पीतल की मूर्तियों का 4 करोड़ का कारोबार
काशी में महादेव की टी-शर्ट की सबसे ज्यादा डिमांड:सावन में पूर्वांचल के 22 जिलों से पहुंच रहे कारोबारी, पीतल की मूर्तियों का 4 करोड़ का कारोबार काशी इस बार पूरी तरह से सावन के रंग में रंग गई है। शहर में हर तरफ दुकानें सजी हैं। अभी से खरीदारी करने वालों की भीड़ उमड़ने लगी है। फूल, माला, रुद्राक्ष, प्रसाद, फल और भगवा कपड़ों की खूब बिक्री हो रही है। इस बार महाकाल लिखी टी-शर्ट की स्पेशल डिमांड है। व्यापारियों का कहना है कि सावन में 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक करने आते हैं। इनमें 40% लोग खरीदारी भी करते हैं। इस बार पीतल की मूर्तियों का 4 करोड़ से ज्यादा का कारोबार पहुंचने की संभावना है। सावन से पहले ही 50 लाख के फूल-माला बिक गए। श्रद्धालुओं के अलावा, पूर्वांचल के 22 जिलों के व्यापारी पहुंच रहे हैं। स्पेशल मार्केट सज चुका है। दैनिक भास्कर की टीम ने काशी के फूल, माला, मूर्ति, बर्तन के दुकानदारों से जाना, कैसा है मार्केट का माहौल… आइए, सबसे पहले जानते हैं कैसा चल रहा कपड़े का मार्केट
वाराणसी में हर साल सावन में सोमवार को जलाभिषेक करने के लिए डाक-बम, बोल-बम, ताड़क-बम आदि कांवड़िए दर्शन पूजन के लिए आते हैं। सावन में केसरिया रंग की काफी मांग रहती है। ऐसे में थोक कपड़ा विक्रेताओं ने सावन के कपड़ों का नया स्टॉक मंगवा लिया है। दुकानदारों का कहना है कि दो-चार दिन में खरीदारी में तेजी आ गई है। 10 जिलों के व्यापारी करेंगे खरीदारी
वाराणसी के राजा दरवाजा के थोक व्यापारियों का कहना है कि वाराणसी से पूर्वांचल के 10 से अधिक जिलों में कपड़ों को थोक भाव में भेजा जा रहा हैं। दुकानदार सुनील शर्मा ने बताया- हमारी दुकान से यूपी के अंबेडकर नगर, टांडा, गाजीपुर, आजमगढ़, जलालपुर, मिर्जापुर सहित अन्य जनपदों में कपड़ा जा रहा है। दुकान में 55 रुपए से 150 रुपए तक का कपड़ा है। अगर एक आंकड़ा निकाला जाए, तो वाराणसी के गलियों में कुल 200 से अधिक दुकान कपड़ों की है। जहां पर 80 लाख तक का कारोबार सावन भर में होगा। महाकाल लिखी टी-शर्ट की खूब मांग
भगवान शिव की तस्वीर वाली टी-शर्ट की काफी डिमांड है। अधिकतर टी-शर्ट भगवान शिव के मुखाकृति नीले और सफेद रंग से बनाई गई है। वहीं, केसरिया रंग के कुर्ते पर महादेव लिखकर और त्रिशूल की आकृति की भी खूब मांग है। दुकानदार संदीप ने बताया- भक्तों के लिए बने परिधानों को बेचने में दुकानदार भी काफी खुश नजर आ रहे हैं। इस बार हमारा बाजार काफी अच्छा चल रहा है। रोज हम 400 से 500 पीस कपड़े बेच रहे हैं। आइए अब जानते हैं फूल मार्केट के व्यापारियों ने क्या कहा…
वाराणसी के फूल मंडी से पूर्वांचल भर में फूल भेजा जाता है। फूल विक्रेताओं का कहना है- मदार की माला यहां की मंडी से पूरे पूर्वांचल में जाती है। इसके अलावा गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर तक सप्लाई होती है। यहां की 60% मदार माला काठमांडू में भी सप्लाई होती है। इस बार गर्मी के चलते थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन सावन माह में इसकी भरपाई हो जाएगी। फूलमंडी इंग्लिशिया लाइन और बांस फाटक में मदार, धतूरा के भाव बढ़ने पर गुलाब की माला का भी दाम बढ़ गया है। इस समय मंडियों में गुलाब माला 30 रुपए से लेकर 60, 100 रुपए प्रति पीस तक बिक रहा है। गेंदा माला का भी दाम भी बढ़ गया है। 40-50 लाख रुपए का बिक चुका है फूल
मनोज ने बताया- हम लोगों को फूलों का ऑर्डर फोन से आता है। कुछ लोग यहां आकर भी फूल खरीदते हैं। हफ्तेभर में बनारस के फूल मंडी में 40-50 लाख रुपए तक के फूल बुक हो चुके हैं। इस बार फूलों की खेती करने वाले किसानों का बहुत लाभ नहीं हो पा रहा हैं, क्योंकि गर्मी की वजह से फूल की फसल खराब भी हो गई हैं। 20 रुपए का बिकेगा मदार माला
फूलमंडियों में मदार, नीलकंठ की माला आने लगे हैं। आम दिनों में जहां मदार माला 10 रुपए प्रति पीस बिक रहा था, बढ़कर 20 रुपए हो गया है। यही हाल नीलकंठ माला का है, वह भी 50 से लेकर 70 रुपए प्रति पीस की दर से बिक रहा है। धतूरा 300 रुपए किलो तो बेलपत्र भी दो से ढाई सौ रुपए किलो की दर से बिक रहा है। अब जानते हैं वाराणसी में पीतल-तांबा की बिक्री कैसी है…
इस बार सावन में पीतल-तांबा पूजन सामग्री बाजार में 30% तक तेजी का अनुमान लगाया जा रहा है। गोदौलिया से लेकर चौक और मैदागिन तक में फैले सैकड़ों पूजन सामग्री दुकानों पर भीड़ देखी जा सकती है। इसके अलावा घाट किनारे लगी दुकानाें पर भी खरीदारी की जा रही है। दुकान मालिक ने बताया- एक माह तक चलने वाले सावन में हर कोई पीतल या तांबे के बर्तन से पूजा-अर्चना करते हैं। इसके अलावा मंदिरों के बाहर बहुत से लोग अपने तरीके से रोजगार भी कर रहे हैं, जिसमें वह इन्हीं तांबे-पीतल के लोटों और थाली में फूल आदि सजाकर बेचते हैं। प्रति थाली 50 से 100 रुपए लिए जाते हैं। उनका भी इन्हीं बर्तनों से रोजगार चलता है। ये भी पढ़ें:- अब काशी विश्वनाथ में भी दुकानों पर लिखना होगा नाम: हिंदू संगठन ने कहा- भगवा झंडा लगाएं, आधार कार्ड भी रखें वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के आसपास दुकानदारों को बोर्ड पर अपना नाम लिखना होगा। गोदौलिया में शनिवार को पुलिस ने दुकानदारों से बात की और उन्हें अपना नाम लिखने के लिए कहा। काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में करीब 500 दुकानें हैं, इनमें 15% दुकानें मुस्लिमों की तो 85% हिंदू और अन्य की हैं। राष्ट्रीय हिंदू दल के पदाधिकारियों ने भी दुकानों पर पहुंचकर भगवा झंडा और आधार कार्ड रखने के लिए कहा। पढ़ें पूरी खबर…
उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ शिंदे गुट में शामिल हुईं मनीषा के उम्मीदों को झटका, MLC चुनाव के लिए शिवसेना ने किसपर खेला दांव?
उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ शिंदे गुट में शामिल हुईं मनीषा के उम्मीदों को झटका, MLC चुनाव के लिए शिवसेना ने किसपर खेला दांव? <p style=”text-align: justify;”><strong>Eknath Shinde MLC Election 2024:</strong> महाराष्ट्र में शिवसेना की सालगिरह की पूर्व संध्या पर उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर शिंदे गुट में शामिल होने वाली मनीषा कायंदे की उम्मीदों को झटका लगा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवसेना ने MLC चुनाव में उतारे दो उम्मीदवार</strong><br />आगामी 12 जुलाई को होने वाले विधान परिषद चुनाव 2024 में शिंदे गुट को आवंटित दो सीटों पर एकनाथ शिंदे ने भावना गवली और कृपाल तुमाने को उम्मीदवार बनाया है. लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाए गए इन दोनों नेताओं को विधान परिषद में मनोनीत करके एकनाथ शिंदे ने उन्हें राजनीतिक पुनर्वास दिया है. इससे मनीषा कायंदे की विधान परिषद में वापसी की चाहत पर पानी फिर गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव ठाकरे ने भेजा था विधान परिषद</strong><br />डॉ. कायंदे ने 2012 में बीजेपी छोड़कर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का दामन थामा था और 2018 में उन्हें विधान परिषद भेजा गया था. पिछले साल उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें एक और मौका मिलेगा. हालांकि, कृपाल तुमाने और भावना गवली को उम्मीदवार बनाए जाने के कारण उनकी योजनाओं पर असर पड़ा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”एकनाथ शिंदे” href=”https://www.abplive.com/topic/eknath-shinde” data-type=”interlinkingkeywords”>एकनाथ शिंदे</a>, <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में बीजेपी के दबाव के कारण भावना गवली (यवतमाल-वाशिम) और कृपाल तुमाने (रामटेक) को उम्मीदवार नहीं बना सके थे. उस समय उन्होंने दोनों नेताओं को विधान परिषद में मौका देने का वादा किया था और अब इसे पूरा किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव कब है?</strong><br />विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल 27 जुलाई को समाप्त हो रहा है और 12 जुलाई को इन रिक्त सीटों के लिए मतदान होगा. बीजेपी के पांच, शिवसेना और एनसीपी के दो-दो, और कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शेतकारी लेबर पार्टी के एक-एक उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि इनमें से कौन उम्मीदवार सफल होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”महाराष्ट्र विधान भवन के बाहर महिला ने की अपनी कलाई काटने की कोशिश, जानिए क्या है मामला?” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/mumbai-women-tried-to-cut-her-wrist-outside-at-maharashtra-vidhan-bhavan-2728728″ target=”_blank” rel=”noopener”>महाराष्ट्र विधान भवन के बाहर महिला ने की अपनी कलाई काटने की कोशिश, जानिए क्या है मामला?</a></strong></p>
पंजाब के DSP भेला ड्रग केस में प्रॉपर्टी होगी जब्त:17 लोगों को कोर्ट ने सुनाई थी सजा, 6 हजार करोड़ की तस्करी का मामला
पंजाब के DSP भेला ड्रग केस में प्रॉपर्टी होगी जब्त:17 लोगों को कोर्ट ने सुनाई थी सजा, 6 हजार करोड़ की तस्करी का मामला पंजाब में ईडी की विशेष अदालत ने 6 हजार करोड़ रुपये के ड्रग तस्करी मामले में 17 लोगों को कुछ दिन पहले सजा सुनाई थी। दोषियों में पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भेला, उनकी पत्नी और ससुर भी शामिल हैं। वहीं, इस मामले में शामिल सभी दोषियों की 12.37 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए गए हैं। यह संपत्ति ईडी ने वर्ष 2014, 2015 और 2018 में जब्त की थी। इस मामले में कुल 95 करोड़ रुपये की अटैच की गई थी। इस मामले में सुनाई थी अदालत ने सजा इस दौरान जगदीश भोला, मनप्रीत, सुखराज, सुखजीत सुखा, मनिंदर, दविंदर सिंह हैप्पी, अवतार सिंह को 10-10 साल की सजा सुनाई गई है। जबकि जगदीश भोला की पत्नी गुरप्रीत कौर, अवतार की पत्नी संदीप कौर, जगमिंदर कौर औलाख, गुरमीत कौर, आरामजीत सिंह और भोला के ससुर दिलीप मान को 3-3 साल की सजा सुनाई गई है। वहीं, गुरप्रीत सिंह, सुभाष बजाज और अंकुर बजाज को 5-5 साल की सजा सुनाई गई है। इस मामले में कुल 23 आरोपी थे। इनमें से चार की मौत हो चुकी है। भोला के पिता बलशिंदर भी इस मामले में आरोपी थे, हालांकि उनकी मौत हो चुकी है। जबकि 2 लोग इस मामले में पीओ हैं। 11 साल पहले सामने आया था मामला यह मामला साल 2013 में सामने आया था। जब पंजाब पुलिस ने इस मामले में अर्जुन अवॉर्डी पहलवान रुस्तम-ए-हिंद और पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश सिंह भोला को गिरफ्तार किया था। तब पता चला था कि यह रैकेट पंजाब से लेकर विदेशों तक फैला हुआ है। इस केस के सामने आने से पंजाब की राजनीति से लेकर खेल जगत में भूचाल आ गया था। वहीं, राज्य के कई नेताओं पर भी सवाल उठे थे। जांच में पता चला था कि यह ड्रग रैकेट 6 हजार करोड़ का है। साल 2019 में इस मामले में सीबीआई की अदालत ने 25 लोगों को एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा सुनाई थी।