बिक्रम मजीठिया अकाल तख्त साहिब पहुंचे:जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह का था आदेश; कहा- जो सजा देंगे, सिर निवा कर मानूंगा

बिक्रम मजीठिया अकाल तख्त साहिब पहुंचे:जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह का था आदेश; कहा- जो सजा देंगे, सिर निवा कर मानूंगा

पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व 17 मंत्रियों को जारी आदेशों के बाद गुरुवार को बिक्रम सिंह मजीठिया श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे। श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होकर बिक्रम मजीठिया ने माफी मांगी। बिक्रम मजीठिया भी उन 17 पूर्व मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्हें श्री अकाल तख्त साहिब ने 15 दिनों में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। मजीठिया ने कहा कि उन्हें जो सजा लगाई जाएगी, वे उसके लिए तैयार हैं। बिक्रम मजीठिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब देने के लिए मना कर दिया। उनसे अकाली दल में चल रही अंतर-कलह के बारे में बात की गई थी। इस दौरान उनसे अन्य 16 पूर्व मंत्रियों के बारे में भी पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपनी बात कर सकते हैं। वे आज निमाने सिख की तरह श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे हैं और उन्हें जो सजा लगाई जाएगी, वे उसके लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने बागी गुट व अन्य को सलाह भी दी कि श्री अकाल तख्त साहिब पर गुरु साहिब खुद मौजूद हैं। ऐसे में उनके सामने कोई चालाकी ना करें और निमाने सिख की तरह आकर पेश हों। लेटर में बिक्रम मजीठिया सहित 17 पूर्व मंत्रियों के नाम श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी लेटर में लिखा गया है- आप को सूचित किया जाता है कि 30 अगस्त 2024 को 5 सिख साहिबान की बैठक श्री अकाल तख्त साहिब में हुई। जिसमें शिरोमणि अकाली दल के साथ उस समय के कैबिनेट मिनिस्टर होते हुए आप भी बराबर के जिम्मेदार हैं। जिस लिए आप ने अपना स्पष्टीकरण 15 दिन के अंदर-अंदर श्री अकाल तख्त साहिब में निजी तौर पर पेश होकर दें। इस लेटर में सुखबीर बादल व बिक्रम मजीठिया सहित डॉ. उपिंदर कौर, आदेश प्रताप सिंह कैरों, गुलजार सिंह रणिके, परमिंदर सिंह, सुच्चा सिंह लंगाह, जनमेजा सिंह, हीरा सिंह, सरवन सिंह फिल्लौर, सोहन सिंह, दलजीत सिंह, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जगीर कौर, मनप्रीत सिंह बादल, शरणजीत सिंह, सुरजीत सिंह और महेशइंद्र सिंह का नाम भी शामिल है। बेअदबी व डेरा सच्चा सौदा मुखी को काफी दिलाने के खिलाफ हुई कार्रवाई सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने के अलावा सुमेध सैनी को DGP नियुक्त करने और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगा था। फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- ”अकाली दल प्रधान और डिप्टी CM रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप के अक्स को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।” पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व 17 मंत्रियों को जारी आदेशों के बाद गुरुवार को बिक्रम सिंह मजीठिया श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे। श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होकर बिक्रम मजीठिया ने माफी मांगी। बिक्रम मजीठिया भी उन 17 पूर्व मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्हें श्री अकाल तख्त साहिब ने 15 दिनों में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। मजीठिया ने कहा कि उन्हें जो सजा लगाई जाएगी, वे उसके लिए तैयार हैं। बिक्रम मजीठिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब देने के लिए मना कर दिया। उनसे अकाली दल में चल रही अंतर-कलह के बारे में बात की गई थी। इस दौरान उनसे अन्य 16 पूर्व मंत्रियों के बारे में भी पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपनी बात कर सकते हैं। वे आज निमाने सिख की तरह श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे हैं और उन्हें जो सजा लगाई जाएगी, वे उसके लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने बागी गुट व अन्य को सलाह भी दी कि श्री अकाल तख्त साहिब पर गुरु साहिब खुद मौजूद हैं। ऐसे में उनके सामने कोई चालाकी ना करें और निमाने सिख की तरह आकर पेश हों। लेटर में बिक्रम मजीठिया सहित 17 पूर्व मंत्रियों के नाम श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी लेटर में लिखा गया है- आप को सूचित किया जाता है कि 30 अगस्त 2024 को 5 सिख साहिबान की बैठक श्री अकाल तख्त साहिब में हुई। जिसमें शिरोमणि अकाली दल के साथ उस समय के कैबिनेट मिनिस्टर होते हुए आप भी बराबर के जिम्मेदार हैं। जिस लिए आप ने अपना स्पष्टीकरण 15 दिन के अंदर-अंदर श्री अकाल तख्त साहिब में निजी तौर पर पेश होकर दें। इस लेटर में सुखबीर बादल व बिक्रम मजीठिया सहित डॉ. उपिंदर कौर, आदेश प्रताप सिंह कैरों, गुलजार सिंह रणिके, परमिंदर सिंह, सुच्चा सिंह लंगाह, जनमेजा सिंह, हीरा सिंह, सरवन सिंह फिल्लौर, सोहन सिंह, दलजीत सिंह, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जगीर कौर, मनप्रीत सिंह बादल, शरणजीत सिंह, सुरजीत सिंह और महेशइंद्र सिंह का नाम भी शामिल है। बेअदबी व डेरा सच्चा सौदा मुखी को काफी दिलाने के खिलाफ हुई कार्रवाई सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने के अलावा सुमेध सैनी को DGP नियुक्त करने और श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई न करने का आरोप लगा था। फैसला सुनाते हुए अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- ”अकाली दल प्रधान और डिप्टी CM रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप के अक्स को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।”   पंजाब | दैनिक भास्कर