बिजली कट व मॉक ड्रिल से डर का माहौल, एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट में सन्नाटा पसरा हुआ है

भास्कर न्यूज| लुधियाना लुधियाना की एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट गांधी नगर, एससी मार्केट, अकालगढ़ मार्केट, पुराना बाजार और माली गंज – इन दिनों गर्मी के सीजन में भी वीरान नजर आ रही है। मई-जून का वक्त जब आमतौर पर करोड़ों का कारोबार होता है और दुकानों में खरीददारों की भीड़ लगी रहती है, वहां अब दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते रह जाते हैं। व्यापारियों के अनुसार, बाजार में ग्राहक न के बराबर पहुंच रहे हैं, जिससे बिक्री पर बड़ा असर पड़ा है। दुकानदारों ने बिजली कट और मॉक ड्रिल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। व्यापारियों का कहना है कि बार-बार बिजली जाने से बाजार में गर्मी और असुविधा बढ़ जाती है। ऊपर से पुलिस और प्रशासन की तरफ से बिना पूर्व सूचना के की जा रही मॉक ड्रिल से अफरा-तफरी और डर का माहौल बन जाता है, जिससे ग्राहक बाजार आने से कतराते हैं। व्यापारी संगठनों की मांग है कि सरकार बिजली आपूर्ति को स्थिर करे और मॉक ड्रिल जैसे सुरक्षा अभ्यासों को सोच-समझकर, व्यापारियों को भरोसे में लेकर करे। व्यापारियों का यह भी कहना है कि जब से ऑनलाइन खरीदारी का चलन बढ़ा है, तब से बाजार पर पहले ही असर पड़ा है और अब ऐसी व्यवस्थागत दिक्कतों ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह व्यापारियों को राहत देने के लिए ठोस नीति बनाए, ताकि शहर की यह ऐतिहासिक और व्यावसायिक पहचान बची रह सके। गांधी नगर मार्केट के प्रधान नीरज आहूजा ने कहा कि बार हालत बिल्कुल उलट हैं। पिछले साल पैर रखने की जगह नहीं होती थी, इस बार दुकानें खाली पड़ी हैं। मॉक ड्रिल्स की वीडियो वायरल होने से बाहरी राज्यों के व्यापारी डर गए हैं, जिसका असर सीधे कारोबार पर पड़ा है। एससी मार्केट के दुकानदार लवप्रीत सिंह ने बताया कि पहले छुट्टियों में लोकल ग्राहक भी घूमते-फिरते शॉपिंग कर जाते थे, अब वो भी नहीं आ रहा। भारत-पाक तनाव और लोकसभा चुनाव ने मिलकर माहौल को और खराब कर दिया है। मार्केट में सन्नाटा हो गया है। भास्कर न्यूज| लुधियाना लुधियाना की एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट गांधी नगर, एससी मार्केट, अकालगढ़ मार्केट, पुराना बाजार और माली गंज – इन दिनों गर्मी के सीजन में भी वीरान नजर आ रही है। मई-जून का वक्त जब आमतौर पर करोड़ों का कारोबार होता है और दुकानों में खरीददारों की भीड़ लगी रहती है, वहां अब दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते रह जाते हैं। व्यापारियों के अनुसार, बाजार में ग्राहक न के बराबर पहुंच रहे हैं, जिससे बिक्री पर बड़ा असर पड़ा है। दुकानदारों ने बिजली कट और मॉक ड्रिल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। व्यापारियों का कहना है कि बार-बार बिजली जाने से बाजार में गर्मी और असुविधा बढ़ जाती है। ऊपर से पुलिस और प्रशासन की तरफ से बिना पूर्व सूचना के की जा रही मॉक ड्रिल से अफरा-तफरी और डर का माहौल बन जाता है, जिससे ग्राहक बाजार आने से कतराते हैं। व्यापारी संगठनों की मांग है कि सरकार बिजली आपूर्ति को स्थिर करे और मॉक ड्रिल जैसे सुरक्षा अभ्यासों को सोच-समझकर, व्यापारियों को भरोसे में लेकर करे। व्यापारियों का यह भी कहना है कि जब से ऑनलाइन खरीदारी का चलन बढ़ा है, तब से बाजार पर पहले ही असर पड़ा है और अब ऐसी व्यवस्थागत दिक्कतों ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह व्यापारियों को राहत देने के लिए ठोस नीति बनाए, ताकि शहर की यह ऐतिहासिक और व्यावसायिक पहचान बची रह सके। गांधी नगर मार्केट के प्रधान नीरज आहूजा ने कहा कि बार हालत बिल्कुल उलट हैं। पिछले साल पैर रखने की जगह नहीं होती थी, इस बार दुकानें खाली पड़ी हैं। मॉक ड्रिल्स की वीडियो वायरल होने से बाहरी राज्यों के व्यापारी डर गए हैं, जिसका असर सीधे कारोबार पर पड़ा है। एससी मार्केट के दुकानदार लवप्रीत सिंह ने बताया कि पहले छुट्टियों में लोकल ग्राहक भी घूमते-फिरते शॉपिंग कर जाते थे, अब वो भी नहीं आ रहा। भारत-पाक तनाव और लोकसभा चुनाव ने मिलकर माहौल को और खराब कर दिया है। मार्केट में सन्नाटा हो गया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर