बिलासपुर में कल से श्रावण अष्टमी मेला शुरू:22 घंटे खुला रहेगा नैना देवी मंदिर; सुरक्षा में 12 सौ से अधिक जवान तैनात

बिलासपुर में कल से श्रावण अष्टमी मेला शुरू:22 घंटे खुला रहेगा नैना देवी मंदिर; सुरक्षा में 12 सौ से अधिक जवान तैनात

बिलासपुर में प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी में 5 अगस्त से श्रावण अष्टमी मेला शुरू हो रहा है। इसके चलते मंदिर समिति ने पुख्ता बंदोबस्त कर लिए हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट 22 घंटे के लिए खुले रहेंगे। 5 अगस्त से शुरू होने वाला मेला 14 अगस्त तक चलेगा। जिसके लिए नैना देवी नगर क्षेत्र एक दुल्हन की तरह सज गया है। मंदिर में फूलों की सजावट की गई है, जिससे मंदिर एक दुलहन की तरह दिख रहा है। बरसात के मौसम में होने वाले श्रावण अष्टमी के मेले में बारिश की रिमझिम फुहारों के साथ सोमवार से मेलों का आगाज हो रहा है। सुरक्षा के लिए 1200 से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को नैना देवी में चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है। 9 सेक्टरों में बांटा मेला रंग-बिरंगे फूलों से माँ का पवित्र दरबार सजाया जा रहा है। क्षेत्र के चारों ओर रंग-बिरंगी रोशनी से माँ के मंदिर को चार चांद लगा दिए। मंदिर न्यास के अधिकारी विपन ठाकुर ने कहा कि मंदिर सुबह 2 बजे खुलेगा तथा रात 12 बजे बंद होगा। मंदिर के अंदर कड़ाह प्रसाद और नारियल ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है। यात्रियों को एलईडी के माध्यम से सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी। हर वर्ष की भांति इस बार भी मेले को 9 सेक्टरों में बांटा गया है। हर सेक्टर में अधिकारी 24 घंटे तैनात रहेंगे और वॉकी-टॉकी की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। बिलासपुर में प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी में 5 अगस्त से श्रावण अष्टमी मेला शुरू हो रहा है। इसके चलते मंदिर समिति ने पुख्ता बंदोबस्त कर लिए हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट 22 घंटे के लिए खुले रहेंगे। 5 अगस्त से शुरू होने वाला मेला 14 अगस्त तक चलेगा। जिसके लिए नैना देवी नगर क्षेत्र एक दुल्हन की तरह सज गया है। मंदिर में फूलों की सजावट की गई है, जिससे मंदिर एक दुलहन की तरह दिख रहा है। बरसात के मौसम में होने वाले श्रावण अष्टमी के मेले में बारिश की रिमझिम फुहारों के साथ सोमवार से मेलों का आगाज हो रहा है। सुरक्षा के लिए 1200 से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को नैना देवी में चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है। 9 सेक्टरों में बांटा मेला रंग-बिरंगे फूलों से माँ का पवित्र दरबार सजाया जा रहा है। क्षेत्र के चारों ओर रंग-बिरंगी रोशनी से माँ के मंदिर को चार चांद लगा दिए। मंदिर न्यास के अधिकारी विपन ठाकुर ने कहा कि मंदिर सुबह 2 बजे खुलेगा तथा रात 12 बजे बंद होगा। मंदिर के अंदर कड़ाह प्रसाद और नारियल ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है। यात्रियों को एलईडी के माध्यम से सूचना उपलब्ध करवाई जाएगी। हर वर्ष की भांति इस बार भी मेले को 9 सेक्टरों में बांटा गया है। हर सेक्टर में अधिकारी 24 घंटे तैनात रहेंगे और वॉकी-टॉकी की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखेंगे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर