हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पिछले दो महीनों से बंद चल रहे मत्स्य आखेट (फिशिंग) के सीजन को फिर से खोल दिया गया है। इस फैसले से मछुआरों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। पहले ही दिन मछुआरों को बड़ी सफलता मिली है। जब गोबिंद सागर झील से 34 किलो वजन की एक विशाल मछली पकड़ने में कामयाबी हासिल की गई। दो महीनों बाद हटी रोक मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि मानसून के कारण पिछले दो महीनों से मत्स्य आखेट पर रोक लगाई गई थी। इस अवधि में मछलियों की प्रजनन प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतिबंध लगाया गया था। अब, मानसून की समाप्ति और मौसम की स्थिति में सुधार के साथ ही इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है। जिससे मछुआरों को फिर से मत्स्य आखेट करने की अनुमति मिल गई है। मछुआरे ने 34 किलो की मछली पकड़ी पहले ही दिन गोबिंद सागर झील में मछुआरों को बड़ी सफलता मिली। जिले के प्रमुख मछुआरे रमेश कुमार ने 34 किलो की मछली पकड़ने में कामयाबी पाई है। जो इस सीजन की अब तक की सबसे बड़ी मछली मानी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मछली की बिक्री से उन्हें अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद है। अन्य मछुआरों ने भी इस अवसर का लाभ उठाते हुए अच्छी संख्या में मछलियां पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। मत्स्य आखेट की शुरुआत से मछुआरों में उत्साह है और वे आने वाले दिनों में अच्छी कमाई की उम्मीद कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पिछले दो महीनों से बंद चल रहे मत्स्य आखेट (फिशिंग) के सीजन को फिर से खोल दिया गया है। इस फैसले से मछुआरों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। पहले ही दिन मछुआरों को बड़ी सफलता मिली है। जब गोबिंद सागर झील से 34 किलो वजन की एक विशाल मछली पकड़ने में कामयाबी हासिल की गई। दो महीनों बाद हटी रोक मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि मानसून के कारण पिछले दो महीनों से मत्स्य आखेट पर रोक लगाई गई थी। इस अवधि में मछलियों की प्रजनन प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतिबंध लगाया गया था। अब, मानसून की समाप्ति और मौसम की स्थिति में सुधार के साथ ही इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है। जिससे मछुआरों को फिर से मत्स्य आखेट करने की अनुमति मिल गई है। मछुआरे ने 34 किलो की मछली पकड़ी पहले ही दिन गोबिंद सागर झील में मछुआरों को बड़ी सफलता मिली। जिले के प्रमुख मछुआरे रमेश कुमार ने 34 किलो की मछली पकड़ने में कामयाबी पाई है। जो इस सीजन की अब तक की सबसे बड़ी मछली मानी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मछली की बिक्री से उन्हें अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद है। अन्य मछुआरों ने भी इस अवसर का लाभ उठाते हुए अच्छी संख्या में मछलियां पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। मत्स्य आखेट की शुरुआत से मछुआरों में उत्साह है और वे आने वाले दिनों में अच्छी कमाई की उम्मीद कर रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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