बिलासपुर जिले के झंडूता में पिकअप और कार की टक्कर हो गई। हादसे में 4 महिलाएं समेत 6 लोग घायल हो गए। हादसा ग्राम पंचायत बेहना जट्टा के कोठी गांव के पास किरतपुर नेरचौक फोरलेन मार्ग पर हुआ है। घायलों की पहचान बबली देवी, रेखा देवी, संध्या देवी, दीपिका, विनोद कुमार और अक्षय कुमार के रूप में हुई है। सभी एक ही परिवार के हैं। दीपिका कुमारी की हालत गंभीर है। सभी घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया है। रिश्तेदारी से घर जा रहा था परिवार जानकारी के अनुसार एक ही परिवार के लोग अपने रिश्तेदारों के घर पर चल रहे कार्यक्रम से वापस अपने गांव घुमारवी की ओर जा रहे थे। जब वह कोठी के पास पहुंचे, तो आगे चल रही पिकअप गाड़ी से टक्कर हो गई। झंडूता थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच में शुरू कर दी है। बिलासपुर जिले के झंडूता में पिकअप और कार की टक्कर हो गई। हादसे में 4 महिलाएं समेत 6 लोग घायल हो गए। हादसा ग्राम पंचायत बेहना जट्टा के कोठी गांव के पास किरतपुर नेरचौक फोरलेन मार्ग पर हुआ है। घायलों की पहचान बबली देवी, रेखा देवी, संध्या देवी, दीपिका, विनोद कुमार और अक्षय कुमार के रूप में हुई है। सभी एक ही परिवार के हैं। दीपिका कुमारी की हालत गंभीर है। सभी घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया है। रिश्तेदारी से घर जा रहा था परिवार जानकारी के अनुसार एक ही परिवार के लोग अपने रिश्तेदारों के घर पर चल रहे कार्यक्रम से वापस अपने गांव घुमारवी की ओर जा रहे थे। जब वह कोठी के पास पहुंचे, तो आगे चल रही पिकअप गाड़ी से टक्कर हो गई। झंडूता थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच में शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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तीन दिनों से प्यासे यांगला गांव के बाशिंदे:ग्लेशियर आने से ध्वस्त हुई पानी की आपूर्ति, विभाग के मजदूर काम छोड़ कर भागे
तीन दिनों से प्यासे यांगला गांव के बाशिंदे:ग्लेशियर आने से ध्वस्त हुई पानी की आपूर्ति, विभाग के मजदूर काम छोड़ कर भागे पिछले तीन दिनों से लाहौल जिला के यांगला गांव के वाशिंदे पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। इस गांव को आने वाली पानी की सप्लाई भ्रेण्ड नाले में ग्लेशियर आने के कारण अनेक जगह दब गई है। खेतों में सिंचाई का एकमात्र स्रोत बेमौसमी सब्जियों के लिए जानी जाने वाली लाहौल घाटी में आजकल सब्जियों का सीजन जोरों पर है। यहां खेतों में भी सिंचाई के लिए पानी की सप्लाई इसी नाले से आती है। सप्लाई ठप्प होने के कारण सब्जियां सूखने की कगार पर पहुंच गई हैं। अभी तक यहां बरसात भी बहुत कम हुई है। ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा मंगलवार से स्थानीय किसान व मजदूर यहां ग्लेशियर काटने में लगे हुए थे। जल शक्ति विभाग ने मजदूर तो भेज दिए थे, मगर वे काम अधूरा छोड़ कर भाग खड़े हुए । जिस के कारण गांवों वालों की परेशानी और बढ़ गई। इसके बाद ग्रामीणों ने ही खुद मोर्चा संभाल लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग आठ सौ मीटर पाइपें ग्लेशियर में दब गई हैं और आज तीसरे दिन भी ग्रामीणों को कोई सफलता नही मिल पाई है। विधायक और जलशक्ति विभाग को भी कराया गया था अवगत स्थानीय किसानों के मुताबिक लगभग चार जगह पानी के आस में बर्फ काटी गई लेकिन अभी तक पानी का स्रोत नही मिल पा रहा है। क्योंकि ग्लेशियर 30 से 40 फीट से भी ज्यादा ऊंचा है। स्थानीय निवासी प्रदीप मालपा, प्रेम लाल, इंद्र पाल और देवी चंद ने बताया कि उन्होंने स्थानीय विधायक अनुराधा राणा व जल शक्ति विभाग को भी इस बारे अवगत करवा दिया था। जल्द बहाल होगी पानी की सप्लाई सहायक अभियन्ता जल शक्ति विभाग संजू बौद्ध ने बताया कि इस की सूचना हमें मिल चुकी है। विभाग गांवों वालों के लिए मजदूर और पाइपें मुहैया करवा रहा है। शुक्रवार को यदि पानी का स्रोत मिल गया तो जल्द ही पानी की समस्या दूर हो जाएगी। उन्होनें बताया कि ग्लेशियर काफी अधिक है, स्त्रोत ढूंढने में थोड़ा समय लग सकता है। लोग संयम रखें, जल्द से जल्द पानी की सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।
हिमाचल में एक साथ जलेगी 9 चिताएं:पंजाब में इनोवा गाड़ी खड्ड में डूबने से हुई मौत; एक परिवार के 6 लोगों की गई जान
हिमाचल में एक साथ जलेगी 9 चिताएं:पंजाब में इनोवा गाड़ी खड्ड में डूबने से हुई मौत; एक परिवार के 6 लोगों की गई जान हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में सतलुज नदी किनारे आज 9 चिताएं एक साथ जलेगी। हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर जेजों हादसे में मृत लोगों के शव दोपहर बाद पैतृक गांव देहरा लोअर और भटोली लाए जा रहे हैं। इसके बाद भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। इनमें से 5 मृतक देहलां लोअर के एक ही परिवार (सुरजीत कुमार मुखिया) के हैं, जबकि इनके परिवार का एक सदस्य अभी लापता है। वहीं भटोली गांव के एक ही परिवार (सुरेंद्र कौर) के 3 मृतकों का भी आज ही सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। सुरेंद्र कौर अभी खुद लापता है, मगर दो बेटियों और एक बेटे का आज ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इनोवा गाड़ी का चालक भी देहलां लोअर का रहने वाला था। इसका भी भभौर साहिब में अंतिम संस्कार होगा। यानी भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे 9 चिताएं एक साथ जलेगी। जेजों खड्ड में इनोवा गाड़ी में बहे 9 लोगों के शवों का पंजाब के होशियारपुर स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम चल रहा है। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। सर्च अभियान जारी देहलां लोअर के सरूप चंद और भटोली की सुरेंदर कौर उर्फ सिन्नो का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। देहलां अपर के प्रधान राजेंद्र पाल ने बताया कि सुबह 6 बजे से दोनों के शव तलाशने के लिए जेजों में सर्च अभियान चल रहा है। बता दें कि बीते रविवार को सुबह करीब 8 बजे देहलां लोअर से चालक समेत 12 लोग इनोवा गाड़ी में पंजाब के नवांशहर में साले की बेटी की शादी के लिए गए थे। मगर जेजों खड्ड में आए उफान में उनकी इनोवा गाड़ी फंस गई और सभी 12 लोग इनोवा सहित बह गए। इनमें से दीपक कुमार का स्थानीय लोगों ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। 9 को नहीं बचाया जा सका। हादसे में इनकी मौत हुई इस हादसे में सुरजीत कुमार पुत्र गुरदास राम, परमजीत कौर पत्नी सुरजीत कुमार, गगन कुमार पुत्र सुरजीत कुमार, सरूप चंद पुत्र गुरदास राम, पलविंदर कौर पत्नी सरूप चंद, नितिन पुत्र सरूप चंद (सभी देहलां लोअर निवासी) सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो पत्नी अमरीक सिंह, अमानत पुत्री अमरीक सिंह, भावना पुत्री अमरीक सिंह व हर्षित पुत्र अमरीक सिंह (सभी भटोली निवासी) के रहने वाले थे। ड्राइवर कुलविंद्र सिंह पुत्र हुकम सिंह देहलां लोअर का था। 3 सगी बहनों की मौत इस हादसे में तीन सगी बहनों की मौत हुई है। इनमें परमजीत कौर, पलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो शामिल हैं। परमजीत कौर और पलविंदर कौर की दो सगे भाइयों सुरजीत कुमार और सरूप चंद के साथ शादी हुई थी, जबकि तीसरी बहन सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो का भटोली में सुसराल था। प्रवीण ने बचाई कुलदीप की जान जिस वक्त जेजों में हादसा हुआ, तब प्रवीण सोनी वहां मौजूद थे। जिन्होंने इनोवा से बहे कुलदीप कुमार की जान बचाई। प्रवीण ने कहा कि यदि इनोवा की चालक ने उनकी बात मानी होती तो हादसा नहीं होता। हमने उसे रोका भी, लेकिन उसने खतरा मोल लेकर खुद और दूसरों की जान गवाई।
हिमाचल कैबिनेट की मीटिंग आज:रिक्त पद भरने, प्रभावितों को विशेष पैकेज, विधानसभा के मानसून सत्र में पेश होने वाले विधेयक पर चर्चा होगी
हिमाचल कैबिनेट की मीटिंग आज:रिक्त पद भरने, प्रभावितों को विशेष पैकेज, विधानसभा के मानसून सत्र में पेश होने वाले विधेयक पर चर्चा होगी हिमाचल कैबिनेट की महत्वपूर्ण मीटिंग आज सचिवालय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कुछ देर में शुरू होगी। इसमें विभिन्न विभागों में रिक्त पद भरने, आपदा प्रभावितों के राहत एवं पुनर्वास के लिए विशेष पैकेज और 15 अगस्त को मुख्यमंत्री की घोषणाओं को लेकर फैसले हो सकते है। प्रदेश में बीते 31 जुलाई की आधी रात बादल फटने से शिमला, मंडी और कुल्लू जिला में भारी तबाही हुई है। इस आपदा में 55 लोग लापता हो गए थे। 50 से ज्यादा घरों को नुकसान हुआ है। 40 व्यक्ति अभी भी लापता है। आज की कैबिनेट ने आपदा प्रभावितों के लिए सरकार विशेष ऐलान कर सकती है। इनके लिए बिजली, पानी, राशन, सिलेंडर के अलावा टूटे हुए घरों को बनाने को लेकर कैबिनेट में फैसला हो सकता है। कैबिनेट में विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान पेश होने वाले विधेयकों को लेकर भी चर्चा हो सकती है। आज की मीटिंग में 15 अगस्त को मुख्यमंत्री की घोषणाओं को लेकर भी चर्चा हो सकती है। कर्मचारी-पेंशनर की 10 हजार करोड़ की देनदारी बकाया आपको बता दें कि सरकार पर कर्मचारियों की 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की देनदारी बकाया है। आर्थिक संकट झेल रही सरकार इसका भुगतान नहीं कर पा रही है। अदालत एकमुश्त एरियर देने को कह चुका है। ऐसे में कर्मचारी-पेंशनर की देनदारी का भुगतान कैसे किया जाए, इसे लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हो सकती है।