हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के सदर ब्लॉक के मीटिंग हॉल में चल रही बैठक में उस समय हड़कंप मच गया, जब नमहोल पंचायत की महिला प्रधान ने बैठक के दौरान उपाध्यक्ष को थप्पड़ मार दिया। यह घटना तब हुई जब विकास कार्यों पर चर्चा चल रही थी। बीडीसी चेयरमैन सीता धीमान की अध्यक्षता में यह बैठक हो रही थी। करीब एक बजे के आसपास अचानक नमहोल पंचायत की प्रधान बैठक में आई और सीधे जाकर उपाध्यक्ष को जोर से थप्पड़ मार दिया। इसके बाद महिला वहां से तुरंत चली गई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में इस महिला प्रधान का कोई लेना देना नही था अचानक आकर बैठक हाल में थप्पड़ मार कर चले जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला प्रधान ने थप्पड़ क्यों मारा है? यह मामला अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। उपाध्यक्ष बोले- मेरा कोई विवाद नहीं है घटना के बाद पुलिस को मामले की सूचना दे दी गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज कर लिया है। उपाध्यक्ष ने बताया कि महिला प्रधान ने बिना किसी कारण उन्हें थप्पड़ मारा और फरार हो गई। उन्होंने बताया कि इस महिला प्रधान के साथ मेरा कोई विवाद भी नहीं है और न ही कोई झगड़ा हुआ है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है और पंचायत प्रधान को सस्पेंड करने की भी अपील की है। बैठक की अध्यक्षता कर रही सीता धीमान ने भी इस घटना की निंदा की और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उपायुक्त ने कही जांच कराने की बात जिला उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है और पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। उन्होंने कहा कि विभाग इस मामले की अपने स्तर पर जांच करेगा। उन्होंने कहा कि जांच के बाद इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के सदर ब्लॉक के मीटिंग हॉल में चल रही बैठक में उस समय हड़कंप मच गया, जब नमहोल पंचायत की महिला प्रधान ने बैठक के दौरान उपाध्यक्ष को थप्पड़ मार दिया। यह घटना तब हुई जब विकास कार्यों पर चर्चा चल रही थी। बीडीसी चेयरमैन सीता धीमान की अध्यक्षता में यह बैठक हो रही थी। करीब एक बजे के आसपास अचानक नमहोल पंचायत की प्रधान बैठक में आई और सीधे जाकर उपाध्यक्ष को जोर से थप्पड़ मार दिया। इसके बाद महिला वहां से तुरंत चली गई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में इस महिला प्रधान का कोई लेना देना नही था अचानक आकर बैठक हाल में थप्पड़ मार कर चले जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला प्रधान ने थप्पड़ क्यों मारा है? यह मामला अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। उपाध्यक्ष बोले- मेरा कोई विवाद नहीं है घटना के बाद पुलिस को मामले की सूचना दे दी गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज कर लिया है। उपाध्यक्ष ने बताया कि महिला प्रधान ने बिना किसी कारण उन्हें थप्पड़ मारा और फरार हो गई। उन्होंने बताया कि इस महिला प्रधान के साथ मेरा कोई विवाद भी नहीं है और न ही कोई झगड़ा हुआ है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है और पंचायत प्रधान को सस्पेंड करने की भी अपील की है। बैठक की अध्यक्षता कर रही सीता धीमान ने भी इस घटना की निंदा की और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उपायुक्त ने कही जांच कराने की बात जिला उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है और पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। उन्होंने कहा कि विभाग इस मामले की अपने स्तर पर जांच करेगा। उन्होंने कहा कि जांच के बाद इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस होंगे तरलोक चौहान:केंद्र ने जारी की अधिसूचना; मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर की रिटायरमेंट के बाद संभालेंगे कार्यभार हिमाचल हाईकोर्ट के जस्टिस तरलोक सिंह चौहान प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश होंगे। 19 अक्टूबर से न्यायाधीश तरलोक चौहान का हिमाचल हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यकाल शुरू होगा। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने इसे लेकर बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी है। बीते 25 सितंबर को ही चीफ जस्टिस बने राजीव शकधर 18 अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं। इसे देखते हुए तरलोक चौहान को यह जिम्मा सौंपा गया है। पूर्व में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना के रिटायर होने पर भी जस्टिस तरलोक चौहान यह जिम्मा संभाल चुके हैं। शिमला के BCS स्कूल से की पढ़ाई हाईकोर्ट के जस्टिस तरलोक चौहान 9 जनवरी 1964 को रोहडू में जन्मे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से हुई। इस दौरान वे स्कूल के कैप्टन भी रहे। DAV कॉलेज चंडीगढ़ से ऑनर्स के साथ स्नातक, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद वर्ष 1989 में वकील बने। लाला छबील दास वरिष्ठ अधिवक्ता के प्रख्यात चैंबर में शामिल हुए। प्रदेश हाईकोर्ट में वकालत शुरू करते हुए कानून के सभी क्षेत्रों में महारत हासिल की। कई पदों पर रहे, कोर्ट मित्र भी बनाए गए राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अलावा कई बोर्डों, निगमों, वित्तीय संस्थानों, सार्वजनिक और निजी कंपनियों, शैक्षिक संस्थानों और सहकारी समितियों व विभिन्न विभागों के कानूनी सलाहकार रहे। विभिन्न लोक अदालतों के सदस्य बने। हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, रोपवे, पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन, प्लास्टिक और तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध, सॉलिड वेस्ट प्रबंधन परियोजनाओं के कार्यान्वयन और हिमाचल प्रदेश में सड़क निर्माण नीति के निर्धारण से संबंधित कई महत्वपूर्ण मामलों में सहयोग के लिए हाईकोर्ट द्वारा कोर्ट मित्र नियुक्त किए गए। 2014 में हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश बने 23 फरवरी 2014 को हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज के बाद 30 नवंबर 2014 को वे हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश बनाए गए। इन्होंने 5 मई 2014 से हाईकोर्ट की जुवेनाइल जस्टिस कमेटी के अध्यक्ष रहते बाल / बालिका आश्रम, हिमाचल के अस्पताल, मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वासन शिमला और हिमाचल प्रदेश के वृद्धाश्रम के बच्चों के कल्याण और हित के लिए कार्य किया। विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने के अलावा 21 फरवरी 2020 से 23 फरवरी 2020 तक “न्यायपालिका और बदलती दुनिया” विषय पर सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में सम्मेलन का हिस्सा रहे, जिसमें वे 3 उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों में से एक सदस्य थे। 13 से 17 मई 2019 तक रोमानिया में “बच्चों के लिए देखभाल और सुरक्षा सेवाओं के सुधार” पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षण विनिमय कार्यक्रम का हिस्सा रहे। वे हाईकोर्ट के पहले न्यायाधीश हैं, जिन्होंने विदेशों में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है। न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष भी रहे तरलोक चौहान 12 नवंबर 2016 से गवर्निंग काउंसिल के और हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शिमला की कार्यकारी परिषद के सदस्य भी रहे। 18 नवंबर 2018 से 13 मार्च 2020 तक न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष रहे। हाईकोर्ट में कंप्यूटर और ई-कोर्ट कमेटी के प्रमुख होने के कारण हाईकोर्ट के साथ-साथ अधीनस्थ न्यायालयों में कम्प्यूटरीकरण काे भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का श्रेय इन्हें जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी आ सकते हैं हिमाचल:CM सुक्खू बोले- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे दौरा, प्रदेश को आर्थिक सहायता की उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी आ सकते हैं हिमाचल:CM सुक्खू बोले- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे दौरा, प्रदेश को आर्थिक सहायता की उम्मीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर आ सकते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहते हैं। इसे लेकर बीते दिनों प्रधानमंत्री कार्यालय ने हिमाचल के मुख्य सचिव से भी बातचीत की थी और आज भी उनका आने की योजना थी। मुख्यमंत्री ने कहा, खराब मौसम और बारिश के कारण पीएम का दौरा फाइनल नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आ सकते हैं। उन्होंने कहा, पीएम मोदी के दौरे के दृष्टिगत प्रदेश को आर्थिक मदद की आस बंध गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने भी अपने बजट भाषण में हिमाचल को क़ुदरत के कहर से तबाह मूलभूत सुविधाएं फिर से जुटाने के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया था। 950 करोड़ की संपत्ति इस बार तबाह हो चुकी प्रदेश में बीते साल 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति तबाह हुई है और 500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। इस बार भी लगभग 950 करोड़ की निजी व सरकारी संपत्ति बरसात में तबाह हो चुकी है। हिमाचल सरकार बार-बार इस आपदा से बाहर निकलने को केंद्र से आर्थिक पैकेज की मांग कर रही है। 31 जुलाई की रात में 55 लोग हो गए थे लापता अब प्रदेश में तबाही के बीच पीएम के आने की चर्चा है। ऐसे में पीएम मोदी आए तो वह शिमला जिला के रामपुर के समेज का दौरा कर सकते है। इसी तरह बाढ़ प्रभावित चौहारघाटी, ऊना और कुल्लू के बागीपुल का हवाई सर्वे कर सकते हैं। इन तीनों जगह पर बीते 31 जुलाई की रात भारी बारिश से 55 लोग लापता हो गए थे। इनमें से 38 लोग अभी भी लापता है।
हिमाचल में अक्टूबर में भी छूट रहे पसीने:8 शहरों का तापमान 30 डिग्री पार; 6 दिन बारिश के आसार नहीं
हिमाचल में अक्टूबर में भी छूट रहे पसीने:8 शहरों का तापमान 30 डिग्री पार; 6 दिन बारिश के आसार नहीं हिमाचल प्रदेश के 7 जिलों में अक्टूबर माह में अब तक पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। इससे अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में भी लोगों के दिन के वक्त पसीने छूट रहे हैं। 8 शहरों का पारा 30 डिग्री या इससे ज्यादा चल रहा है। ऊना का तापमान सर्वाधिक 34 डिग्री चल रहा है, जोकि सामान्य से 2.3 डिग्री ज्यादा है। सुंदरनगर का पारा 30.8 डिग्री, भुंतर 30.6 डिग्री, कांगड़ा 30, बिलासपुर 32.6, बरठी 30.7, नैरी 31.8 और धौलाकुआं 31.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अगले 6 दिन बारिश के आसार नहीं प्रदेश में अगले 6 दिन तक भी बारिश के आसार नहीं है। इससे खासकर मैदानी इलाकों में लोगों से गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। अक्टूबर में सामान्य से 95 प्रतिशत कम बारिश मौसम विभाग के अनुसार, 1 से 15 अक्टूबर के बीच यानी पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 95 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 7 जिले बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और सोलन में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। किन्नौर और लाहौल स्पीति में भी हल्की बूंदाबांदी ही हुई है। प्रदेश के किस जिला में कितनी बारिश हुई ऊना जिला में 8.6 मिलीमीटर बारिश जरूर हुई है, लेकिन यहां भी सामान्य से 34 प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में इससे 15 अक्टूबर बीतने के बाद भी ठंड का एहसास नहीं हो पा रहा है। ज्यादातर शहरों का न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। केलांग-कल्पा जैसे ठंडे क्षेत्रों में भी सामान्य से ठंड नहीं आलम यह है कि केलांग, कल्पा, कुकुमसैरी जैसे ठंडे क्षेत्रों में जहां 15 अक्टूबर के बाद तापमान माइनस में जाता था। वहां पर अभी तापमान नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। केलांग का न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 1 डिग्री ज्यादा के साथ 3 डिग्री और कल्पा का पारा सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा के साथ 5.9 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। शिमला-मनाली में सुहावना मौसम मशहूर पर्यटन स्थल शिमला, मनाली, नारकंडा, कुफरी में भी अभी सामान्य से ज्यादा पारा है। इन शहरों में भी अभी ठंड का एहसास नहीं हो पा रहा। शिमला का न्यूनतम पारा 12 डिग्री, मनाली का 8.2 डिग्री चल रहा है। दिन में यहां इन पर्यटन स्थलों पर सुहावना मौसम बना हुआ है। प्रदेश के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान