बांदा की रहने वाली बैंक की तैयारी कर रही एक युवती की हत्या उसके दोस्त ने प्रयागराज में कर दी गई। आरोपी ने युवती का शव प्रयागराज से 300 किलोमीटर दूर, उरई में एक हाईवे के पास फेंक दिया। साथ ही परिवार को शक न हो इसलिए युवती के मोबाइल से परिवार से चैट करता रहा। जब परिवार को शक हुआ तो उन लोगों ने युवती से वीडियो कॉल पर बात करने की जिद की। बात न होने पर परिवार ने पुलिस से मामले की शिकायत की। जिसके बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ। आरोपी के हॉस्टल में रहती थी सोनाली पुलिस ने आरोपी शेखर शुक्ला (35) को कानुपर के कृष्णानगर से 14 नवंबर को देर रात गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कानपुर का ही रहने वाला है। आरोपी कानपुर में हॉस्टल और कोचिंग चलाता है। उसी के हॉस्टल में सोनाली रहती थी। कोचिंग भी शेखर के यहां ही पढ़ने जाती थी। पुलिस के सामने आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। वहीं गुस्साए परिजनों ने आरोपी को थाने के बाहर जमकर पीटा। वो लोग आरोपी से बेटी को मारने का कारण पूछते रहे लेकिन वो चुप रहा। युवती बांदा के बंग्ला नगर की रहने वाली थी। सोनाली 3 साल पहले कानपुर पढ़ाई करने गई थी- भाई युवती के भाई के शिवम अनुसार, मेरी बहन सोनाली (23) 3 साल पहले कानपुर बीकॉम करने गई। वो वहां पर कृष्णानगर में रहती थी। जिस हॉस्टल में युवती रहती थी, उसके संचालक शेखर शुक्ला से उसकी दोस्ती हो गई। दोनों के अच्छे रिश्ते थे। शेखर हम लोगों के घर बांदा भी आया जाया करता था। बीकॉम पूरा करने के बाद बैंक की तैयारी करने सोनाली सितंबर साल 2024 में प्रयागराज आ गई। लेकिन शेखर और सोनाली का मिलना-झुलना जारी रहा। हम लोगों को सोनाली सारी बातें बता देती थी। सोनाली की चैट पढ़कर हम लोगों को शक हुआ- भाई सोनाली दिपावली पर अपने घर आई थी। उसके बाद 18 नवंबर को परिवार के लोगों ने उसे बांदा से प्रयागराज जाने वाली बस में बैठा दिया था। सोनाली की 25 नवंबर तक परिवार से बात हुई लेकिन, अचानक से सोनाली ने फोन करना बंद कर दिया। वो चैट और इन बॉक्स पर मैसेज करके हम लोगों से बात करने लगी। सोनाली की चैट पढ़कर हम लोगों को शक हुआ। हम लोगों ने सोनाली से वीडियो कॉल करने के लिए कहा। लेकिन उसने फोन नहीं किया। मैंने उसको ये भी बताया कि पापा की तबीयत बिगड़ रही है। वो तुमसे बात करना चाहते हैं लेकिन तभी उसका कॉल नहीं आया। हम लोगों ने प्रयागराज में उसके हॉस्टल में पता किया तो पता चला कि वो तो हॉस्टल अब तक लौटी ही नहीं है। इसके बाद हमें अनहोनी का शक हुआ। हमने 10 नवंबर को मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस के साथ-साथ हम लोग भी सोनाली की तलाश कर रहे थे। उरई पुलिस को 25 अक्टूबर को मिली थी दीदी की लाश पुलिस ने आसपास के जिलों में भी पुलिस से जानकारी ली। 12 नवंबर को उरई पुलिस ने जानकारी दी कि 25 अक्टूबर की रात को उनको एक युवती की लाश हाईवे किनारे मिली थी। जब कोई युवती का पता करने नहीं आया तो हम लोगों ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। बांदा पुलिस ने तुरंत उरई पुलिस से युवती की फोटो मंगवाई। उन लोगों ने हम लोगों से फोटो से शिनाख्त कराई तो वो सोनाली ही निकली। हमें जिस बात का डर था वही हुआ। दीदी को बेरहमी से मार दिया गया था। हम पुलिस को बताया कि दीदी के फोन से कोई और हमसे बात कर रहा था। वो हमारी दीदी को बहुत पहले ही मार चुका था। पता नहीं उसने दीदी को क्यों मारा? आरोपी शेखर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है पुलिस ने सोनाली के फोन की आखिरी लोकेशन ट्रेस की तो कानपुर के कृष्णानगर की निकली। इसके बाद पुलिस कानपुर पहुंची और आरोपी शेखर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी को बांदा ले आई। जहां थाने के बाहर सोनाली के परिवार के लोगों ने उसे जमकर पीटा। बता दें, सोनाली अपने परिवार की अकेली बेटी थी। उसका एक छोटा भाई है। सोनाली के पिता की ट्रेडर्स की शॉप है। आरोपी शेखर पर हत्या का केस दर्ज इस मामले में सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह का कहना है कि 10 नवंबर को लड़की के परजनों की तहरीर पर बांदा में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिस पर सर्विलांस लोकेशन के आधार पर कानपुर निवासी शिखर शुक्ला को गिरफ्तार किया गया। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। पुलिस ने आरोपी शेखर पर हत्या का केस दर्ज करवाया है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। बांदा की रहने वाली बैंक की तैयारी कर रही एक युवती की हत्या उसके दोस्त ने प्रयागराज में कर दी गई। आरोपी ने युवती का शव प्रयागराज से 300 किलोमीटर दूर, उरई में एक हाईवे के पास फेंक दिया। साथ ही परिवार को शक न हो इसलिए युवती के मोबाइल से परिवार से चैट करता रहा। जब परिवार को शक हुआ तो उन लोगों ने युवती से वीडियो कॉल पर बात करने की जिद की। बात न होने पर परिवार ने पुलिस से मामले की शिकायत की। जिसके बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ। आरोपी के हॉस्टल में रहती थी सोनाली पुलिस ने आरोपी शेखर शुक्ला (35) को कानुपर के कृष्णानगर से 14 नवंबर को देर रात गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कानपुर का ही रहने वाला है। आरोपी कानपुर में हॉस्टल और कोचिंग चलाता है। उसी के हॉस्टल में सोनाली रहती थी। कोचिंग भी शेखर के यहां ही पढ़ने जाती थी। पुलिस के सामने आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। वहीं गुस्साए परिजनों ने आरोपी को थाने के बाहर जमकर पीटा। वो लोग आरोपी से बेटी को मारने का कारण पूछते रहे लेकिन वो चुप रहा। युवती बांदा के बंग्ला नगर की रहने वाली थी। सोनाली 3 साल पहले कानपुर पढ़ाई करने गई थी- भाई युवती के भाई के शिवम अनुसार, मेरी बहन सोनाली (23) 3 साल पहले कानपुर बीकॉम करने गई। वो वहां पर कृष्णानगर में रहती थी। जिस हॉस्टल में युवती रहती थी, उसके संचालक शेखर शुक्ला से उसकी दोस्ती हो गई। दोनों के अच्छे रिश्ते थे। शेखर हम लोगों के घर बांदा भी आया जाया करता था। बीकॉम पूरा करने के बाद बैंक की तैयारी करने सोनाली सितंबर साल 2024 में प्रयागराज आ गई। लेकिन शेखर और सोनाली का मिलना-झुलना जारी रहा। हम लोगों को सोनाली सारी बातें बता देती थी। सोनाली की चैट पढ़कर हम लोगों को शक हुआ- भाई सोनाली दिपावली पर अपने घर आई थी। उसके बाद 18 नवंबर को परिवार के लोगों ने उसे बांदा से प्रयागराज जाने वाली बस में बैठा दिया था। सोनाली की 25 नवंबर तक परिवार से बात हुई लेकिन, अचानक से सोनाली ने फोन करना बंद कर दिया। वो चैट और इन बॉक्स पर मैसेज करके हम लोगों से बात करने लगी। सोनाली की चैट पढ़कर हम लोगों को शक हुआ। हम लोगों ने सोनाली से वीडियो कॉल करने के लिए कहा। लेकिन उसने फोन नहीं किया। मैंने उसको ये भी बताया कि पापा की तबीयत बिगड़ रही है। वो तुमसे बात करना चाहते हैं लेकिन तभी उसका कॉल नहीं आया। हम लोगों ने प्रयागराज में उसके हॉस्टल में पता किया तो पता चला कि वो तो हॉस्टल अब तक लौटी ही नहीं है। इसके बाद हमें अनहोनी का शक हुआ। हमने 10 नवंबर को मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस के साथ-साथ हम लोग भी सोनाली की तलाश कर रहे थे। उरई पुलिस को 25 अक्टूबर को मिली थी दीदी की लाश पुलिस ने आसपास के जिलों में भी पुलिस से जानकारी ली। 12 नवंबर को उरई पुलिस ने जानकारी दी कि 25 अक्टूबर की रात को उनको एक युवती की लाश हाईवे किनारे मिली थी। जब कोई युवती का पता करने नहीं आया तो हम लोगों ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। बांदा पुलिस ने तुरंत उरई पुलिस से युवती की फोटो मंगवाई। उन लोगों ने हम लोगों से फोटो से शिनाख्त कराई तो वो सोनाली ही निकली। हमें जिस बात का डर था वही हुआ। दीदी को बेरहमी से मार दिया गया था। हम पुलिस को बताया कि दीदी के फोन से कोई और हमसे बात कर रहा था। वो हमारी दीदी को बहुत पहले ही मार चुका था। पता नहीं उसने दीदी को क्यों मारा? आरोपी शेखर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है पुलिस ने सोनाली के फोन की आखिरी लोकेशन ट्रेस की तो कानपुर के कृष्णानगर की निकली। इसके बाद पुलिस कानपुर पहुंची और आरोपी शेखर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी को बांदा ले आई। जहां थाने के बाहर सोनाली के परिवार के लोगों ने उसे जमकर पीटा। बता दें, सोनाली अपने परिवार की अकेली बेटी थी। उसका एक छोटा भाई है। सोनाली के पिता की ट्रेडर्स की शॉप है। आरोपी शेखर पर हत्या का केस दर्ज इस मामले में सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह का कहना है कि 10 नवंबर को लड़की के परजनों की तहरीर पर बांदा में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिस पर सर्विलांस लोकेशन के आधार पर कानपुर निवासी शिखर शुक्ला को गिरफ्तार किया गया। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। पुलिस ने आरोपी शेखर पर हत्या का केस दर्ज करवाया है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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