बुलेट नहीं मिली तो दूल्हा बारात लेकर नहीं आया:मेरठ में दुल्हन का रो-रोकर बुरा हाल, पूरे दिन मेहंदी लगाए इंतजार करती रही

बुलेट नहीं मिली तो दूल्हा बारात लेकर नहीं आया:मेरठ में दुल्हन का रो-रोकर बुरा हाल, पूरे दिन मेहंदी लगाए इंतजार करती रही

मेरठ में दूल्हे को दहेज में बुलेट नहीं मिली तो उसने शादी करने से इनकार कर दिया। आज, सोमवार को बारात आनी थी। दुल्हन मेहंदी लगाए बैठी थी। परिजन भी बारातियों के स्वागत की तैयारी कर चुके थे। खाना बन चुका था और दहेज का सामान भी सज चुका था। लेकिन देर रात तक बारात नहीं पहुंची। दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के परिवार को फोन किया। दूल्हे के पिता ने दहेज में बुलेट की मांग रख दी। बुलेट न मिलने पर बारात लाने से मना कर दिया। पूरा मामला लिसाड़ी थाना क्षेत्र के उमर गार्डन का है। अब विस्तार से जानिए… 5 महीने पहले हुई थी मंगनी
लिसाड़ी गेट के उमर गार्डन निवासी आयशा प्रवीण की शादी खजूरी के रहने वाले जीशान से तय हुई थी। दुल्हन के भाई नदीम ने बताया, वह 6 महीने पहले किला खजूरी के रहने वाले इनाम के बेटे जीशान से अपनी बहन आयशा का रिश्ता करने गए थे। तब जीशान के परिवार के लोगों ने उनसे डिमांड की थी, लेकिन उन्होंने सारी बातें स्पष्ट कर बता दिया था कि हम गरीब हैं। ज्यादा डिमांड पूरी नहीं कर सकते। लेकिन उन्होंने 2 लाख रुपए देने की बात कबूल की थी और इसी दौरान 2 लाख रुपए दे दिए थे। आज आनी थी बारात, ऐन पहले मांगी बुलेट
दुल्हन के भाई नदीम ने बताया, आज सोमवार 16 जून को बहन आयशा की बारात आनी थी। लेकिन जीशान के परिवार के लोगों ने उनसे बारात लाने से पहले बुलेट की डिमांड रख दी। हम लोगों ने बुलेट देने से इनकार कर दिया इसी बात से नाराज जीशान के पिता इनाम ने कहा कि अगर बुलेट नहीं दी तो बारात नहीं लाएंगे। दुल्हन की मां रेशमा ने बताया, बिचौलिया सलमान भी दहेज में स्कूटर मांग रहा है। उन्होंने मंगनी में ही करीब दो लाख रुपए खर्च कर दिए हैं। जबकि शाम तक सारे मेहमान घर आ गए थे। शामियाना सजा था। खाना बन चुका था, लेकिन बारात नहीं आई। बुलेट न दे सको तो अपाचे ही दे दीजिए
दुल्हन की मां रेशमा ने बताया, दूल्हे इमरान के पिता इनाम ने फोन पर कहा, 15 जून को जीशान के बड़े भाई शारिक का निकाह इस्लाम की बेटी से हुआ है। वहां पर उसे सभी सामान अच्छा मिला है और पैसे भी मिले हैं। और गाड़ी भी मिली है। तुम बुलेट दे देना अगर बुलेट ना हो तो अपाचे बाइक दे देना। दूल्हे के परिवार के लोग दोपहर एक बजे तक बारात लाने की बात कर रहे थे, लेकिन बुलेट ना मिलने से भी बारात नहीं लेकर आए। 500 लोगों का खाना बनवाया था, वह भी बेकार हो गया है। नहीं पहुंच बारात तो पुलिस को दी सूचना
सोमवार को रात10 बजे तक बारात नहीं पहुंची। जिसके बाद सभी परेशान हो गए। कन्या पक्ष ने सूचना 112 पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची पर पुलिसकर्मी थाने में तहरीर देने की बात कह कर लौट गए। ————- ये खबर भी पढ़िए भास्कर गंगा यात्रा-यूपी में गंगा को मैली कर रही काली नदी:इत्र नगरी में सीवेज, औद्योगिक कचरा और केमिकल बढ़ा रहे प्रदूषण, पार्ट-3 कन्नौज शहर से 15 किलोमीटर दूर है मेहंदीघाट। एक तरफ शव जल रहे, दूसरी तरफ काली नदी और गंगा के संगम पर लोग स्नान कर रहे। गंगा स्नान कर रहे लोगों के चेहरे के भाव बता रहे हैं कि मजबूरी में उन्हें ऐसा करना पड़ रहा। दरअसल, काली नदी, जो कभी नागिन की तरह लहराती थी, कालिंदी बनकर गंगा को गले लगाती थी। दैनिक भास्कर ने अपनी गंगा यात्रा के तीसरे दिन संभल से कन्नौज तक करीब 312 किमी का सफर तय किया। हमने देखा कि कैसे एक नदी प्रदूषण, उपेक्षा और लापरवाही की भेंट चढ़ गई? पढ़िए ये खास रिपोर्ट… मेरठ में दूल्हे को दहेज में बुलेट नहीं मिली तो उसने शादी करने से इनकार कर दिया। आज, सोमवार को बारात आनी थी। दुल्हन मेहंदी लगाए बैठी थी। परिजन भी बारातियों के स्वागत की तैयारी कर चुके थे। खाना बन चुका था और दहेज का सामान भी सज चुका था। लेकिन देर रात तक बारात नहीं पहुंची। दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के परिवार को फोन किया। दूल्हे के पिता ने दहेज में बुलेट की मांग रख दी। बुलेट न मिलने पर बारात लाने से मना कर दिया। पूरा मामला लिसाड़ी थाना क्षेत्र के उमर गार्डन का है। अब विस्तार से जानिए… 5 महीने पहले हुई थी मंगनी
लिसाड़ी गेट के उमर गार्डन निवासी आयशा प्रवीण की शादी खजूरी के रहने वाले जीशान से तय हुई थी। दुल्हन के भाई नदीम ने बताया, वह 6 महीने पहले किला खजूरी के रहने वाले इनाम के बेटे जीशान से अपनी बहन आयशा का रिश्ता करने गए थे। तब जीशान के परिवार के लोगों ने उनसे डिमांड की थी, लेकिन उन्होंने सारी बातें स्पष्ट कर बता दिया था कि हम गरीब हैं। ज्यादा डिमांड पूरी नहीं कर सकते। लेकिन उन्होंने 2 लाख रुपए देने की बात कबूल की थी और इसी दौरान 2 लाख रुपए दे दिए थे। आज आनी थी बारात, ऐन पहले मांगी बुलेट
दुल्हन के भाई नदीम ने बताया, आज सोमवार 16 जून को बहन आयशा की बारात आनी थी। लेकिन जीशान के परिवार के लोगों ने उनसे बारात लाने से पहले बुलेट की डिमांड रख दी। हम लोगों ने बुलेट देने से इनकार कर दिया इसी बात से नाराज जीशान के पिता इनाम ने कहा कि अगर बुलेट नहीं दी तो बारात नहीं लाएंगे। दुल्हन की मां रेशमा ने बताया, बिचौलिया सलमान भी दहेज में स्कूटर मांग रहा है। उन्होंने मंगनी में ही करीब दो लाख रुपए खर्च कर दिए हैं। जबकि शाम तक सारे मेहमान घर आ गए थे। शामियाना सजा था। खाना बन चुका था, लेकिन बारात नहीं आई। बुलेट न दे सको तो अपाचे ही दे दीजिए
दुल्हन की मां रेशमा ने बताया, दूल्हे इमरान के पिता इनाम ने फोन पर कहा, 15 जून को जीशान के बड़े भाई शारिक का निकाह इस्लाम की बेटी से हुआ है। वहां पर उसे सभी सामान अच्छा मिला है और पैसे भी मिले हैं। और गाड़ी भी मिली है। तुम बुलेट दे देना अगर बुलेट ना हो तो अपाचे बाइक दे देना। दूल्हे के परिवार के लोग दोपहर एक बजे तक बारात लाने की बात कर रहे थे, लेकिन बुलेट ना मिलने से भी बारात नहीं लेकर आए। 500 लोगों का खाना बनवाया था, वह भी बेकार हो गया है। नहीं पहुंच बारात तो पुलिस को दी सूचना
सोमवार को रात10 बजे तक बारात नहीं पहुंची। जिसके बाद सभी परेशान हो गए। कन्या पक्ष ने सूचना 112 पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची पर पुलिसकर्मी थाने में तहरीर देने की बात कह कर लौट गए। ————- ये खबर भी पढ़िए भास्कर गंगा यात्रा-यूपी में गंगा को मैली कर रही काली नदी:इत्र नगरी में सीवेज, औद्योगिक कचरा और केमिकल बढ़ा रहे प्रदूषण, पार्ट-3 कन्नौज शहर से 15 किलोमीटर दूर है मेहंदीघाट। एक तरफ शव जल रहे, दूसरी तरफ काली नदी और गंगा के संगम पर लोग स्नान कर रहे। गंगा स्नान कर रहे लोगों के चेहरे के भाव बता रहे हैं कि मजबूरी में उन्हें ऐसा करना पड़ रहा। दरअसल, काली नदी, जो कभी नागिन की तरह लहराती थी, कालिंदी बनकर गंगा को गले लगाती थी। दैनिक भास्कर ने अपनी गंगा यात्रा के तीसरे दिन संभल से कन्नौज तक करीब 312 किमी का सफर तय किया। हमने देखा कि कैसे एक नदी प्रदूषण, उपेक्षा और लापरवाही की भेंट चढ़ गई? पढ़िए ये खास रिपोर्ट…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर