लुधियाना में दहेज और बेटा न होने के कारण जिंदा जलाई गई सुखजीत कौर की इलाज के दौरान मौत हो गई। पीड़िता का एक महीने से इलाज चल रहा था। मृतका के पिता सतपाल सिंह ने बताया कि उनकी बेटी को उसके पति गुरमीत सिंह ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर जिंदा जला दिया था। गंभीर रूप से झुलसी सुखजीत को पहले मुल्लापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे डीएमसी अस्पताल लुधियाना रेफर कर दिया गया। लंबी लड़ाई के बाद आज उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने अब तक केवल आरोपी पति को गिरफ्तार किया है, जबकि सास मनजीत कौर और ससुर अमरजीत सिंह अभी भी फरार हैं। मृतका के पिता का आरोप है कि वह एक महीने से पुलिस के चक्कर काट रहे हैं और एसएसपी से भी मिले, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों ने चेतावनी दी कि जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर शाम तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे लुधियाना-फिरोजपुर हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल मृतका का शव जगराओं के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। यह था पूरा मामला
गांव सवद्दी कलां की रहने वाली महिला को बेटा ना होने पर पति ने अपने माता पिता संग मिलकर अपनी पत्नी को जिंदा जला दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से झुलसी थी। परिजनों ने झुलसी महिला को लुधियाना के डी एम सी अस्पताल भर्ती करवाया था। जहां एक महीने तक जिंदगी और मौत से लड़ रही महिला ने अखिरकार दर्द सहन ना करते हुए दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी पति गुरमीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी सरेआम जमानत करवाने के लिए अदालतों में जाते रहे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। जबकि वह खुद पुलिस को आरोपियों के बारे में जानकारी देते रहे। फिर भी पुलिस ने रेड करना जरूरी नहीं समझा। लुधियाना में दहेज और बेटा न होने के कारण जिंदा जलाई गई सुखजीत कौर की इलाज के दौरान मौत हो गई। पीड़िता का एक महीने से इलाज चल रहा था। मृतका के पिता सतपाल सिंह ने बताया कि उनकी बेटी को उसके पति गुरमीत सिंह ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर जिंदा जला दिया था। गंभीर रूप से झुलसी सुखजीत को पहले मुल्लापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे डीएमसी अस्पताल लुधियाना रेफर कर दिया गया। लंबी लड़ाई के बाद आज उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने अब तक केवल आरोपी पति को गिरफ्तार किया है, जबकि सास मनजीत कौर और ससुर अमरजीत सिंह अभी भी फरार हैं। मृतका के पिता का आरोप है कि वह एक महीने से पुलिस के चक्कर काट रहे हैं और एसएसपी से भी मिले, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों ने चेतावनी दी कि जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर शाम तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे लुधियाना-फिरोजपुर हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल मृतका का शव जगराओं के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। यह था पूरा मामला
गांव सवद्दी कलां की रहने वाली महिला को बेटा ना होने पर पति ने अपने माता पिता संग मिलकर अपनी पत्नी को जिंदा जला दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से झुलसी थी। परिजनों ने झुलसी महिला को लुधियाना के डी एम सी अस्पताल भर्ती करवाया था। जहां एक महीने तक जिंदगी और मौत से लड़ रही महिला ने अखिरकार दर्द सहन ना करते हुए दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी पति गुरमीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी सरेआम जमानत करवाने के लिए अदालतों में जाते रहे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। जबकि वह खुद पुलिस को आरोपियों के बारे में जानकारी देते रहे। फिर भी पुलिस ने रेड करना जरूरी नहीं समझा। पंजाब | दैनिक भास्कर
