बेतिया में नहर से 6 टुकड़ों में बरामद शव की पहचान कर ली गई है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी पिता और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। सदर एसडीपीओ (वन) विवेक दीप ने बताया कि शव की पहचान चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहडी़ गांव निवासी विरेंद्र साह की बेटी सीता कुमारी (19) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि विरेंद्र साह अपनी बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज था। यूपी के एक लड़के से उसका अफेयर था और उससे शादी करना चाहती थी। लेकिन पिता ने दूसरी जगह उसकी शादी तय कर दी थी। शादी नवंबर महीने में होने वाली थी। इससे नाराज होकर लड़की ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद पिता ने बॉडी काटने के लिए 8.5 हजार में एक्सपर्ट को हायर किया। फिर शव के टुकड़ों को नहर में फेंक दिया। जानिए क्या है मामला रविवार की शाम मझौलिया थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर मीर टोला के पास से बहने वाली नहर से ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने प्लास्टिक के बोरे से सिर कटा शव 6 टुकड़ों में बरामद किया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली की चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहड़ी गांव निवासी विरेंद्र साह की एक बेटी गायब है। इसके बाद पुलिस ने विरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। नवंबर में होनी थी मृतका की शादी एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ में विरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने बेटी की शादी तय कर दी थी, जो नवंबर 2024 में होनी थी। लेकिन बेटी उतर प्रदेश के एक युवक (23) से प्यार करती थी। युवक भाई के घर में किराए पर रहकर चुहडी बजार में गोलगप्पा बेचता है। परिजनों के समझाने के बाद भी वो उसी से शादी करने की जिद्द कर रही थी। इसको लेकर 22 जुलाई को बेटी को डांट-फटकार लगाई, जिसके बाद उसने घर में ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। शव खपाने के लिए 8.5 हजार में बुलाया था एक्सपोर्ट एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद शव को खपाने के लिए विरेंद्र साह ने अपने गांव के प्रभु साह को गोरखपुर से बुलाया। प्रभु साह गोरखपुर में रहकर फल बेचता है। पहले वो गांव में रहकर मछली का कारोबार करता था। वहीं, प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को खपाने के लिए 8 हजार 500 रुपए में डील हुई। 500 रुपए एडवांस भी मिला। बाकी रुपए एक सप्ताह के अंदर देने को बोला गया था। पहले 6 टुकड़ों में काटा..फिर बोरे में बंद कर नहर में फेंका प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को गांव से दक्षिण स्थित नहर पर ले जाकर मछली काटने वाले फसुल से 6 टुकड़ों में काटा। इसके बाद प्लास्टिक की बोरी में डालकर नहर में बहा दिया। इस काम में उसके अलावा विरेंद्र के घर के 6 से 7 लोग शामिल थे। शव को नहर में बहाने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए। बेतिया में नहर से 6 टुकड़ों में बरामद शव की पहचान कर ली गई है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी पिता और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। सदर एसडीपीओ (वन) विवेक दीप ने बताया कि शव की पहचान चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहडी़ गांव निवासी विरेंद्र साह की बेटी सीता कुमारी (19) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि विरेंद्र साह अपनी बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज था। यूपी के एक लड़के से उसका अफेयर था और उससे शादी करना चाहती थी। लेकिन पिता ने दूसरी जगह उसकी शादी तय कर दी थी। शादी नवंबर महीने में होने वाली थी। इससे नाराज होकर लड़की ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद पिता ने बॉडी काटने के लिए 8.5 हजार में एक्सपर्ट को हायर किया। फिर शव के टुकड़ों को नहर में फेंक दिया। जानिए क्या है मामला रविवार की शाम मझौलिया थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर मीर टोला के पास से बहने वाली नहर से ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने प्लास्टिक के बोरे से सिर कटा शव 6 टुकड़ों में बरामद किया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली की चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहड़ी गांव निवासी विरेंद्र साह की एक बेटी गायब है। इसके बाद पुलिस ने विरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। नवंबर में होनी थी मृतका की शादी एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ में विरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने बेटी की शादी तय कर दी थी, जो नवंबर 2024 में होनी थी। लेकिन बेटी उतर प्रदेश के एक युवक (23) से प्यार करती थी। युवक भाई के घर में किराए पर रहकर चुहडी बजार में गोलगप्पा बेचता है। परिजनों के समझाने के बाद भी वो उसी से शादी करने की जिद्द कर रही थी। इसको लेकर 22 जुलाई को बेटी को डांट-फटकार लगाई, जिसके बाद उसने घर में ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। शव खपाने के लिए 8.5 हजार में बुलाया था एक्सपोर्ट एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद शव को खपाने के लिए विरेंद्र साह ने अपने गांव के प्रभु साह को गोरखपुर से बुलाया। प्रभु साह गोरखपुर में रहकर फल बेचता है। पहले वो गांव में रहकर मछली का कारोबार करता था। वहीं, प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को खपाने के लिए 8 हजार 500 रुपए में डील हुई। 500 रुपए एडवांस भी मिला। बाकी रुपए एक सप्ताह के अंदर देने को बोला गया था। पहले 6 टुकड़ों में काटा..फिर बोरे में बंद कर नहर में फेंका प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को गांव से दक्षिण स्थित नहर पर ले जाकर मछली काटने वाले फसुल से 6 टुकड़ों में काटा। इसके बाद प्लास्टिक की बोरी में डालकर नहर में बहा दिया। इस काम में उसके अलावा विरेंद्र के घर के 6 से 7 लोग शामिल थे। शव को नहर में बहाने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘विश्वशान्ति के लिये बहुत ही सकारात्मक…’, राजा भैया ने रिजल्ट से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप को दी जीत की बधाई
‘विश्वशान्ति के लिये बहुत ही सकारात्मक…’, राजा भैया ने रिजल्ट से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप को दी जीत की बधाई <p style=”text-align: justify;”><strong>US Elections 2024:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आधिकारिक परिणाम आने से पहले उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दे दी है. शुरुआती रुझानों में ट्रंप, हैरिस से आगे चल रहे हैं. वहीं फॉक्स न्यूज़ ने ट्रंप के जीतने का ऐलान कर दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अब अमेरिकी चुनाव परिणामों पर राजा भैया की प्रतिक्रिया सामने आई है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर राजा भैया ने लिखा- कमला हारिस, ट्रम्प जीतेस विश्वशान्ति के लिये बहुत ही सकारात्मक घटना. भारत और भारतियों के लिये शुभ और सुखद समाचार</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप शुरुआती मतगणना में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस से आगे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसोसिएटेड प्रेस द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने 230 निर्वाचक मंडल वोट जबकि हैरिस ने 205 निर्वाचक मंडल वोट हासिल कर लिए हैं. 270 या उससे अधिक निर्वाचक मंडल वोट जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति चुना जाता है. व्हाइट हाउस की दौड़ में कौन जीतेगा यह इन सात ‘स्विंग राज्यों’ के नतीजों पर निर्भर करेगा, जिनमें एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलाइना, पेन्सिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन शामिल हैं. पेन्सिलवेनिया तथा कई अन्य राज्यों में मतदान अभी जारी है जबकि इसके साथ ही इन राज्यों में प्रारंभिक मतपत्रों और डाक से आए मतों की गिनती भी जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मतगणना के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, हैरिस पेन्सिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन राज्यों में आगे हैं, जबकि ट्रंप जॉर्जिया में बढ़त बनाए हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कमला हैरिस ने डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया,वर्जीनिया कोलोराडो से चुनाव जीत लिया है जबकि डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तरी कैरोलाइना, आयोवा, मोंटाना, मिसौरी और उटाह से जीत हासिल की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हैरिस ने कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन में भी जीत हासिल की</strong><br />कमला हैरिस ने मेन में फर्स्ट कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में जीत दर्ज की और एक निर्वाचक मंडल वोट हासिल किया. उन्होंने कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन में भी जीत हासिल की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डेमोक्रेट सुहास सुब्रमण्यम ने उत्तरी वर्जीनिया का प्रतिनिधित्व करने वाली अमेरिकी सदन की एक सीट के लिए चुनाव जीत लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय ‘स्विंग’ राज्यों के. बताया जाता है कि चुनावी रूप से अहम माने जाने वाले इन ‘स्विंग’ राज्यों में मतदाताओं का रुझान बदलता रहता है. जनसंख्या के आधार पर राज्यों को निर्वाचक मंडल वोट दिए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुल 538 निर्वाचक मंडल वोट के लिए मतदान होता है. 270 या उससे अधिक निर्वाचक मंडल वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/chhath-festival-2024-swachh-ghat-competition-2-0-organized-awareness-towards-cleanliness-increase-ann-2817663″><strong>Chhath Puja 2024: छठ महापर्व के अवसर पर स्वच्छ घाट प्रतियोगिता 2.0 का आयोजन, बढ़ेगी स्वच्छता के प्रति जागरूकता</strong></a></p>
लुधियाना के ड्रग तस्करों पर NCB का एक्शन:अक्षय छाबड़ा और गोल्डी जाएगे डिब्रूगढ़ जेल,सलाखों के पीछे रहकर भी चल रही अवैध गतिविधियां
लुधियाना के ड्रग तस्करों पर NCB का एक्शन:अक्षय छाबड़ा और गोल्डी जाएगे डिब्रूगढ़ जेल,सलाखों के पीछे रहकर भी चल रही अवैध गतिविधियां पंजाब में कुख्यात ड्रग माफिया अक्षय छाबड़ा और जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी को नशा तस्करी के मामले में NCB ने गिरफ्तार किया हुआ है। इन दोनों तस्करों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेजा जाएगा ताकि उनकी नशा तस्करी की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। जेल में बंद होने के बावजूद करवा रहे नशा तस्करी अक्षय छाबड़ा और जसपाल गोल्डी दोनों जेल में बंद होने के बावजूद अवैध गतिविधियां करते हुए नशा तस्करी करवा रहे है। जिसके परिणामस्वरूप अक्षय छाबड़ा के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत 03 अतिरिक्त एफआईआर और जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत 01 अतिरिक्त एफआईआर दर्ज की गई है। ड्रग माफिया का लिंक तोड़ने के लिए हो रहा एक्शन यह एनसीबी द्वारा की गई दूसरी ऐसी कार्रवाई है जिसमें क्षेत्र में जेल आधारित ड्रग माफिया लिंक को तोड़ने के लिए कदम उठाया गया है। इससे पहले 13 अगस्त 2024 को बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियन के खिलाफ भी यही एक्शन लिया गया था। जयपुर हवाई अड्डे से किया था अक्षय छाबड़ा को NCB ने गिरफ्तार अक्षय छाबड़ा (किंगपिन) को जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से NCB ने गिरफ्तार किया था। वह 24 नंवबर 2024 को देश छोड़कर शारजाह, संयुक्त अरब अमीरात भागने की कोशिश कर रहा था। इसके अलावा, एनसीबी सी.आर ने जब जांच की तो अक्ष्य छाबड़ा का ड्रग सिंडिकेट चलाने वालों में से जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी का नाम भी सामने आया। जांच से पता चला है कि लुधियाना स्थित इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट ने करीब आईसीपी अटारी, पंजाब, मुंद्रा सी पोर्ट, गुजरात और जम्मू-कश्मीर से 1400 किलोग्राम से अधिक की हैरोइन तस्करी की है।
इस मामले में NCB ने 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस केस में किंगपिन,तस्कर सहित दो अफगान नागरिक शामिल हैं। 57 करोड़ से अधिक की जायदाद हो चुकी फ्रीज अभी तक NCB ने इन अपराधियों से 40 किलोग्राम हेरोइन, 0.557 किलोग्राम अफीम, 23.645 किलोग्राम संदिग्ध नारकोटिक्स पाउडर, 04 बोतलें एचसीएल, 31 जिंदा गोलियां और 01 मैगजीन रिकवर की। इस ग्रुप की 02 फैक्ट्रियों/हेरोइन प्रोसेसिंग ठिकानों का भी भंडाफोड़ किया गया है। अब तक 57 करोड़ से ज्यादा इस ड्रग सिंडिकेट की अचल/चल संपत्तियों को एनसीबी चंडीगढ़ द्वारा फ्रीज कर दिया गया है। अफगान के वैज्ञानिकों से तैयार करवाता था दवाएं जांच में NCB ने पाया था कि छाबड़ा दूसरे देशों से कच्चे माल की तस्करी करता था। अफगान के वैज्ञानिकों से गांव मानकवाल और बाबा दीप सिंह नगर में स्थित दो गुप्त प्रयोगशालाओं में दवाएं तैयार करवाई जाती थी। छाबड़ा का गरीबी से अमीरी तक का सफर महज दो साल का था। उसके पिता की गिल रोड पर अनाज मंडी के पास एक चाय की दुकान थी और वह अपने पिता की मदद करता था। बाद में उन्होंने एक कैमिस्ट की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया। इसी बीच वह नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल हो गया। दो साल में उसने शहर में करोड़ों रुपए के आलीशान मकान और अन्य संपत्तियां खरीद लीं।