बेटी बात नहीं करती, बीमारी में सास ने देखभाल की:अलीगढ़ में परिवार के विरोध के बीच सास और दामाद करेंगे शादी, दोनों में कैसे बढ़ी नजदीकी

बेटी बात नहीं करती, बीमारी में सास ने देखभाल की:अलीगढ़ में परिवार के विरोध के बीच सास और दामाद करेंगे शादी, दोनों में कैसे बढ़ी नजदीकी

यूपी में अलीगढ़ की रहने वाली सास और दामाद की लव स्टोरी चर्चा में है। बेटी की शादी से ठीक 10 दिन पहले 6 अप्रैल को अनीता उर्फ अपना देवी अपने होने वाले दामाद राहुल के साथ भाग गई। 16 अप्रैल को दोनों ने दादों थाने में सरेंडर किया। अब राहुल के गांव मछरिया में लोगों ने इस दंपती का बहिष्कार कर दिया है। गांव वालों ने कहा- ये दोनों यहां नहीं रह सकते। विरोध देख रविवार को अनीता और राहुल, दोनों बाइक पर बैठकर गांव से चले गए। दोनों की लव स्टोरी कैसे शुरू हुई? बेटी की शादी जिस लड़के से तय की, उसका सास से अफेयर कैसे हुआ? इसे समझने के लिए परिवार और काउंसलिंग करने वालों से दैनिक भास्कर ऐप टीम ने नए सिरे से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… जितेंद्र के रिश्तेदार ने शादी तय कराई
परिवार के सदस्यों और काउंसलिंग करने वालों से अलग-अलग बात करने के बाद हमने कहानी की कड़ियां जोड़ी। इस कहानी की शुरुआत अक्टूबर, 2024 को हुई। अलीगढ़ में मडराक इलाके के गांव मनोहरपुर कायस्थ में जितेंद्र रहते हैं। उन्होंने करीब 55 KM दूर दादो इलाके के गांव मछरिया में रहने वाले राहुल के साथ अपनी बेटी शिवानी की शादी तय की। जितेंद्र के एक करीबी रिश्तेदार ने ही उन्हें राहुल के परिवार के बारे में बताया था। दोनों परिवार एक-दूसरे के घर मिलने आए। परिवार के सदस्यों से मिले। इस रिश्ते पर घर के सभी सदस्यों की रजामंदी हो गई थी। तय हुआ कि 16 अप्रैल को शादी की जाएगी। लड़के वाले बारात लेकर मडराक इलाके के गांव मनोहरपुर कायस्थ आएंगे। शिवानी के संकोच में अनीता और राहुल करीब आए
काउंसलिंग करने वाले से हमने सवाल किया- राहुल और अनीता कैसे करीब आए? नाम न छापने की शर्त पर एक ने बताया, राहुल शादी तय होने के बाद शिवानी से बात करना चाहता था। मगर उसके पास फोन नहीं था। ऐसे में उसने नया मोबाइल गिफ्ट किया। मगर, शिवानी बात करने में संकोच करती थी। राहुल जब भी शिवानी से बात करने के लिए कॉल करता, फोन सास अनीता उठाती थी। इसलिए अमूमन अनीता से लंबी और शिवानी से बहुत कम बात होती थी। शुरुआत में राहुल पूछता था कि शिवानी बात कम क्यों करती है? इस पर मां अनीता बहाने बना देती थी। शिकवा-शिकायत दूर करते-करते अनीता और राहुल के बीच घंटों बातचीत होती, अक्सर दोनों शिवानी के ही सामने आने वाले वक्त को लेकर बात करते रहते। राहुल ने जो कुछ पुलिस को बताया, उसके मुताबिक, शिवानी से तो उसका अटैचमेंट तब होता, जब उनकी बात होती। वह शुरू से ही अनीता के ज्यादा करीब रहा। राहुल की तबीयत बिगड़ने पर अनीता 5 दिन उसके घर रही
अब इस कहानी में एक नया मोड़ होली पर आया। 14 मार्च, 2025 को होली थी। इससे पहले अनीता ने राहुल को अपने घर बुलाया था, मगर त्योहार से पहले राहुल की तबीयत खराब हो गई। जब यह बात अनीता को मालूम हुई, वह राहुल को देखने के लिए उसके घर गांव मछरिया पहुंच गई। जाने से पहले वह अपने पति जितेंद्र को बताकर गई थी। राहुल की देखभाल करने के बहाने अनीता उसके घर 5 दिन तक रही। अब तक जो बातें मोबाइल पर हो रही थीं, वह आमने-सामने होने लगीं। उधर, राहुल के परिवार वालों को यही लगता रहा कि सास अपने बेटी के पति का देखभाल कर रही है। राहुल के पिता ओमवीर ने पुलिस को बयान दिए कि राहुल की देखभाल के बहाने अनीता आईं थीं। उसके हाथ और कमर में 2 ताबीज बांध दिए। इसके बाद मेरे लड़के का व्यवहार ही बदल गया। वह 18 साल की लड़की से शादी से पीछे हट गया। मेरा मान-सम्मान खत्म कर दिया। वह जो जेवर और नगदी लेकर भागा था, वह भी वापस लूंगा। घर लौटी अनीता का बिहेवियर बदला
होली से पहले ही अनीता अपने घर लौट आई, मगर अब उसके स्वभाव में बदलाव आ चुका था। वह मन ही मन ठान चुकी थी कि अब राहुल के साथ रहेगी। अनीता के पति जितेंद्र ने पुलिस को बयान दिया कि वह राहुल के घर से आने के बाद पूरे-पूरे दिन फोन पर बात करती थी। हमें लगा कि शादी की तैयारियों को लेकर बात करती होगी, ये अंदाजा नहीं था कि बेटी के होने वाले पति को लेकर भाग जाएगी। उधर, पुलिस काउंसिलिंग में अनीता ने कहा- जितेंद्र ने कभी मेरी कद्र नहीं की। वो शराब पीकर झगड़ा करते थे। हर दिन ताना सुनने को मिलता था, गालियां देते। कहते कि तू दामाद के साथ ही भाग जा, तो मैं सच में भाग गई। मेरी क्या गलती है? गोदभराई पर तय हुआ, अलीगढ़ छोड़ देंगे
अब 16 अप्रैल की तारीख करीब आ गई थी। इससे पहले 30 मार्च को शिवानी की गोदभराई की गई। अब अनीता और राहुल ने तय किया कि अगर उनको शादी करनी है, तो घर छोड़ना होगा। अभी तक घर के किसी और सदस्य को उनकी लव स्टोरी के बारे में पता भी नहीं था। वह जानते थे कि समाज उनके रिश्ते को स्वीकार भी नहीं करेगा। अनीता ने काउंसिलिंग के दौरान कहा, हमने अलीगढ़ को छोड़ने की प्लानिंग की। यह भी सोचा कि कभी वापस लौटकर नहीं आएंगे। अनीता ने कहा- हमारी तस्वीरें वायरल न होती, तो वापस नहीं आते
अनीता ने कहा, हम दोनों ने शादी के 9 दिन पहले 6 अप्रैल को घर छोड़ने का फैसला किया। दोनों दोपहर के वक्त अपने-अपने घर से निकले और लोकल व्हीकल पकड़कर अलीगढ़ बस अड्डे पहुंचे। हमें पता था कि परिवार ढूंढेगा, इसलिए उन्हें पता चलने से पहले हम शहर छोड़ना चाहते थे। पहले हम लोग कासगंज पहुंचे। यही पर राहुल के एक दोस्त के घर पर रात गुजारी। फिर बरेली निकल गए, यहां हमने स्टेशन रोड पर एक गेस्ट हाउस किराए पर लिया। कुछ दिन ठहरे, फिर अखबार में छपने लगा कि पुलिस टीम हमें ढूंढ रही है। इसलिए हम लोगों ने फिर बस पकड़ी और नेपाल चले गए, क्योंकि बरेली से वह करीब था। हमें लगा कि वहां की पुलिस हमें नहीं ढूंढेगी। हमें कभी अलीगढ़ लौटकर नहीं आना था, मगर इंटरनेट पर हमारी तस्वीरें इतनी वायरल होने लगी कि जगह-जगह लोग हमें पहचान रहे थे। हम लोग नेपाल में भी ज्यादा दिन नहीं छिप पाए, इसलिए बिहार की तरफ आ गए। यहां आकर समझ आया कि हम कहीं भी चले जाएं, हमारी खबरें और तस्वीरें पीछा करती रहेंगी। हमारे पास एक ही रास्ता था कि अपने गांव लौटे और ऑफिशियल शादी करके रहें। हमने यह सब बैठकर तय किया। मगर तब तक मैंने खबरें देखीं, जहां परिवार हमारे के लोग गहने और नगदी चोरी के आरोप लगा रहे थे। सरेंडर के बाद से ही राहुल के साथ जाने की जिद
16 अप्रैल को अनीता और राहुल अलीगढ़ लौट आए। यहां दादो थाने में हमने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों को अलग-अलग रखा। अनीता ने काउंसलिंग के दौरान कहा- मैं अब अपने पति जितेंद्र के पास नहीं जाऊंगी। मैं राहुल के साथ ही रहना चाहती हूं। पुलिस ने 17 अप्रैल को थाने में पंचायत करवाई। अनीता के परिवार और गांव के लोग यहां आए, लगभग 7-8 घंटे बातचीत चलती रही। मगर अनीता परिवार के साथ जाने से मना करती रही। राहुल थाने में रहा और अनीता देवी को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया। 18 अप्रैल को दोबारा पुलिस लाइन के परिवार परामर्श केंद्र में अनीता की काउंसलिंग कराई गई। लेकिन, वह सिर्फ राहुल के साथ जाना चाहती थी। उसने पुलिस को बताया कि कैसे राहुल ने 9 दिनों तक उसकी देखरेख की। उसे अपने 20 साल के वैवाहिक जीवन में वह सुख और खुशी नहीं मिली, जो उसे राहुल के साथ बिताए 9 दिनों में मिली है। जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने 18 अप्रैल को अपना देवी को राहुल के साथ जाने की अनुमति दे दी। महिला ने खुद छोड़ा परिवार, राहुल हुआ बेदखल
अनीता उर्फ अपना देवी खुद अपना परिवार छोड़कर राहुल के साथ आई। वहीं इस घटना के बाद राहुल को उसके पिता ओमवीर सिंह ने बेदखल कर दिया। उन्होंने उसे घर पर रखने से साफ इनकार कर दिया। पुलिस से छूटने के बाद दोनों 18 अप्रैल को सीधे दादों पहुंचे। लेकिन यहां राहुल के परिवार ने उसे घर न आने का मैसेज भेज दिया। जिसके बाद दोनों ने अलीगढ़ जाने का फैसला कर लिया। माना यह जा रहा है राहुल अब अपना देवी को लेकर उत्तराखंड जाएगा, जहां पर वह नौकरी करता था। वहीं पर दोनों साथ में रहेंगे। हालांकि अलीगढ़ से निकलकर दोनों कहां गए, इसकी जानकारी परिवार ने उसने नहीं ली है।
………………… यह भी पढ़ें : दामाद के साथ तीन राज्यों में भागती रही सास: अलीगढ़ में महिलाएं बोलीं- उसने शर्मसार किया, गांव में घुसने नहीं देंगे अलीगढ़ में 6 अप्रैल, 2025 को अनीता अपने होने वाले दामाद राहुल के साथ भाग गई। 16 अप्रैल को दोनों ने दादों थाने में सरेंडर किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों 10 दिन में करीब 2826 km भागते रहे। यूपी के अलावा नेपाल, दिल्ली, बिहार में छिपते रहे। राहुल ने कहा- मैं भागते-भागते थम चुका था, अब अनीता के साथ अपनी जिंदगी बिताना चाहता हूं। फिलहाल दोनों अलीगढ़ पुलिस की कस्टडी में हैं। पढ़िए पूरी खबर… यूपी में अलीगढ़ की रहने वाली सास और दामाद की लव स्टोरी चर्चा में है। बेटी की शादी से ठीक 10 दिन पहले 6 अप्रैल को अनीता उर्फ अपना देवी अपने होने वाले दामाद राहुल के साथ भाग गई। 16 अप्रैल को दोनों ने दादों थाने में सरेंडर किया। अब राहुल के गांव मछरिया में लोगों ने इस दंपती का बहिष्कार कर दिया है। गांव वालों ने कहा- ये दोनों यहां नहीं रह सकते। विरोध देख रविवार को अनीता और राहुल, दोनों बाइक पर बैठकर गांव से चले गए। दोनों की लव स्टोरी कैसे शुरू हुई? बेटी की शादी जिस लड़के से तय की, उसका सास से अफेयर कैसे हुआ? इसे समझने के लिए परिवार और काउंसलिंग करने वालों से दैनिक भास्कर ऐप टीम ने नए सिरे से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… जितेंद्र के रिश्तेदार ने शादी तय कराई
परिवार के सदस्यों और काउंसलिंग करने वालों से अलग-अलग बात करने के बाद हमने कहानी की कड़ियां जोड़ी। इस कहानी की शुरुआत अक्टूबर, 2024 को हुई। अलीगढ़ में मडराक इलाके के गांव मनोहरपुर कायस्थ में जितेंद्र रहते हैं। उन्होंने करीब 55 KM दूर दादो इलाके के गांव मछरिया में रहने वाले राहुल के साथ अपनी बेटी शिवानी की शादी तय की। जितेंद्र के एक करीबी रिश्तेदार ने ही उन्हें राहुल के परिवार के बारे में बताया था। दोनों परिवार एक-दूसरे के घर मिलने आए। परिवार के सदस्यों से मिले। इस रिश्ते पर घर के सभी सदस्यों की रजामंदी हो गई थी। तय हुआ कि 16 अप्रैल को शादी की जाएगी। लड़के वाले बारात लेकर मडराक इलाके के गांव मनोहरपुर कायस्थ आएंगे। शिवानी के संकोच में अनीता और राहुल करीब आए
काउंसलिंग करने वाले से हमने सवाल किया- राहुल और अनीता कैसे करीब आए? नाम न छापने की शर्त पर एक ने बताया, राहुल शादी तय होने के बाद शिवानी से बात करना चाहता था। मगर उसके पास फोन नहीं था। ऐसे में उसने नया मोबाइल गिफ्ट किया। मगर, शिवानी बात करने में संकोच करती थी। राहुल जब भी शिवानी से बात करने के लिए कॉल करता, फोन सास अनीता उठाती थी। इसलिए अमूमन अनीता से लंबी और शिवानी से बहुत कम बात होती थी। शुरुआत में राहुल पूछता था कि शिवानी बात कम क्यों करती है? इस पर मां अनीता बहाने बना देती थी। शिकवा-शिकायत दूर करते-करते अनीता और राहुल के बीच घंटों बातचीत होती, अक्सर दोनों शिवानी के ही सामने आने वाले वक्त को लेकर बात करते रहते। राहुल ने जो कुछ पुलिस को बताया, उसके मुताबिक, शिवानी से तो उसका अटैचमेंट तब होता, जब उनकी बात होती। वह शुरू से ही अनीता के ज्यादा करीब रहा। राहुल की तबीयत बिगड़ने पर अनीता 5 दिन उसके घर रही
अब इस कहानी में एक नया मोड़ होली पर आया। 14 मार्च, 2025 को होली थी। इससे पहले अनीता ने राहुल को अपने घर बुलाया था, मगर त्योहार से पहले राहुल की तबीयत खराब हो गई। जब यह बात अनीता को मालूम हुई, वह राहुल को देखने के लिए उसके घर गांव मछरिया पहुंच गई। जाने से पहले वह अपने पति जितेंद्र को बताकर गई थी। राहुल की देखभाल करने के बहाने अनीता उसके घर 5 दिन तक रही। अब तक जो बातें मोबाइल पर हो रही थीं, वह आमने-सामने होने लगीं। उधर, राहुल के परिवार वालों को यही लगता रहा कि सास अपने बेटी के पति का देखभाल कर रही है। राहुल के पिता ओमवीर ने पुलिस को बयान दिए कि राहुल की देखभाल के बहाने अनीता आईं थीं। उसके हाथ और कमर में 2 ताबीज बांध दिए। इसके बाद मेरे लड़के का व्यवहार ही बदल गया। वह 18 साल की लड़की से शादी से पीछे हट गया। मेरा मान-सम्मान खत्म कर दिया। वह जो जेवर और नगदी लेकर भागा था, वह भी वापस लूंगा। घर लौटी अनीता का बिहेवियर बदला
होली से पहले ही अनीता अपने घर लौट आई, मगर अब उसके स्वभाव में बदलाव आ चुका था। वह मन ही मन ठान चुकी थी कि अब राहुल के साथ रहेगी। अनीता के पति जितेंद्र ने पुलिस को बयान दिया कि वह राहुल के घर से आने के बाद पूरे-पूरे दिन फोन पर बात करती थी। हमें लगा कि शादी की तैयारियों को लेकर बात करती होगी, ये अंदाजा नहीं था कि बेटी के होने वाले पति को लेकर भाग जाएगी। उधर, पुलिस काउंसिलिंग में अनीता ने कहा- जितेंद्र ने कभी मेरी कद्र नहीं की। वो शराब पीकर झगड़ा करते थे। हर दिन ताना सुनने को मिलता था, गालियां देते। कहते कि तू दामाद के साथ ही भाग जा, तो मैं सच में भाग गई। मेरी क्या गलती है? गोदभराई पर तय हुआ, अलीगढ़ छोड़ देंगे
अब 16 अप्रैल की तारीख करीब आ गई थी। इससे पहले 30 मार्च को शिवानी की गोदभराई की गई। अब अनीता और राहुल ने तय किया कि अगर उनको शादी करनी है, तो घर छोड़ना होगा। अभी तक घर के किसी और सदस्य को उनकी लव स्टोरी के बारे में पता भी नहीं था। वह जानते थे कि समाज उनके रिश्ते को स्वीकार भी नहीं करेगा। अनीता ने काउंसिलिंग के दौरान कहा, हमने अलीगढ़ को छोड़ने की प्लानिंग की। यह भी सोचा कि कभी वापस लौटकर नहीं आएंगे। अनीता ने कहा- हमारी तस्वीरें वायरल न होती, तो वापस नहीं आते
अनीता ने कहा, हम दोनों ने शादी के 9 दिन पहले 6 अप्रैल को घर छोड़ने का फैसला किया। दोनों दोपहर के वक्त अपने-अपने घर से निकले और लोकल व्हीकल पकड़कर अलीगढ़ बस अड्डे पहुंचे। हमें पता था कि परिवार ढूंढेगा, इसलिए उन्हें पता चलने से पहले हम शहर छोड़ना चाहते थे। पहले हम लोग कासगंज पहुंचे। यही पर राहुल के एक दोस्त के घर पर रात गुजारी। फिर बरेली निकल गए, यहां हमने स्टेशन रोड पर एक गेस्ट हाउस किराए पर लिया। कुछ दिन ठहरे, फिर अखबार में छपने लगा कि पुलिस टीम हमें ढूंढ रही है। इसलिए हम लोगों ने फिर बस पकड़ी और नेपाल चले गए, क्योंकि बरेली से वह करीब था। हमें लगा कि वहां की पुलिस हमें नहीं ढूंढेगी। हमें कभी अलीगढ़ लौटकर नहीं आना था, मगर इंटरनेट पर हमारी तस्वीरें इतनी वायरल होने लगी कि जगह-जगह लोग हमें पहचान रहे थे। हम लोग नेपाल में भी ज्यादा दिन नहीं छिप पाए, इसलिए बिहार की तरफ आ गए। यहां आकर समझ आया कि हम कहीं भी चले जाएं, हमारी खबरें और तस्वीरें पीछा करती रहेंगी। हमारे पास एक ही रास्ता था कि अपने गांव लौटे और ऑफिशियल शादी करके रहें। हमने यह सब बैठकर तय किया। मगर तब तक मैंने खबरें देखीं, जहां परिवार हमारे के लोग गहने और नगदी चोरी के आरोप लगा रहे थे। सरेंडर के बाद से ही राहुल के साथ जाने की जिद
16 अप्रैल को अनीता और राहुल अलीगढ़ लौट आए। यहां दादो थाने में हमने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों को अलग-अलग रखा। अनीता ने काउंसलिंग के दौरान कहा- मैं अब अपने पति जितेंद्र के पास नहीं जाऊंगी। मैं राहुल के साथ ही रहना चाहती हूं। पुलिस ने 17 अप्रैल को थाने में पंचायत करवाई। अनीता के परिवार और गांव के लोग यहां आए, लगभग 7-8 घंटे बातचीत चलती रही। मगर अनीता परिवार के साथ जाने से मना करती रही। राहुल थाने में रहा और अनीता देवी को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया। 18 अप्रैल को दोबारा पुलिस लाइन के परिवार परामर्श केंद्र में अनीता की काउंसलिंग कराई गई। लेकिन, वह सिर्फ राहुल के साथ जाना चाहती थी। उसने पुलिस को बताया कि कैसे राहुल ने 9 दिनों तक उसकी देखरेख की। उसे अपने 20 साल के वैवाहिक जीवन में वह सुख और खुशी नहीं मिली, जो उसे राहुल के साथ बिताए 9 दिनों में मिली है। जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने 18 अप्रैल को अपना देवी को राहुल के साथ जाने की अनुमति दे दी। महिला ने खुद छोड़ा परिवार, राहुल हुआ बेदखल
अनीता उर्फ अपना देवी खुद अपना परिवार छोड़कर राहुल के साथ आई। वहीं इस घटना के बाद राहुल को उसके पिता ओमवीर सिंह ने बेदखल कर दिया। उन्होंने उसे घर पर रखने से साफ इनकार कर दिया। पुलिस से छूटने के बाद दोनों 18 अप्रैल को सीधे दादों पहुंचे। लेकिन यहां राहुल के परिवार ने उसे घर न आने का मैसेज भेज दिया। जिसके बाद दोनों ने अलीगढ़ जाने का फैसला कर लिया। माना यह जा रहा है राहुल अब अपना देवी को लेकर उत्तराखंड जाएगा, जहां पर वह नौकरी करता था। वहीं पर दोनों साथ में रहेंगे। हालांकि अलीगढ़ से निकलकर दोनों कहां गए, इसकी जानकारी परिवार ने उसने नहीं ली है।
………………… यह भी पढ़ें : दामाद के साथ तीन राज्यों में भागती रही सास: अलीगढ़ में महिलाएं बोलीं- उसने शर्मसार किया, गांव में घुसने नहीं देंगे अलीगढ़ में 6 अप्रैल, 2025 को अनीता अपने होने वाले दामाद राहुल के साथ भाग गई। 16 अप्रैल को दोनों ने दादों थाने में सरेंडर किया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों 10 दिन में करीब 2826 km भागते रहे। यूपी के अलावा नेपाल, दिल्ली, बिहार में छिपते रहे। राहुल ने कहा- मैं भागते-भागते थम चुका था, अब अनीता के साथ अपनी जिंदगी बिताना चाहता हूं। फिलहाल दोनों अलीगढ़ पुलिस की कस्टडी में हैं। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर