महाकुंभ का गुरुवार को 11वां दिन है। अब तक 9.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। यूपी सरकार की बुधवार को महाकुंभ में कैबिनेट बैठक हुई। इसमें धार्मिक सर्किट बनाने से लेकर 2 करोड़ छात्रों को स्मार्टफोन और टैबलेट बांटने पर मुहर लगी। कथा के दौरान देवकी नंदन ठाकुर ने कहा- किसी भी बांग्लादेशी व्यक्ति को भारत में रोजगार न दें। साथ ही, यदि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं के प्रति हमारी सहानुभूति है, तो हमें रोहिंग्या का पूर्णतः बहिष्कार करना चाहिए। वहीं, मंत्रिपरिषद बैठक पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसा। कहा- कुंभ में मंत्रिपरिषद बैठक करना गलत है। कुंभ वो स्थान नहीं है, जहां पर राजनीतिक कार्यक्रम और फैसले लिए जाएं।अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पलटवार किया। कहा- अखिलेश जी पूरी तरह से सनातन के खिलाफ बोलते हैं। आने वाले दिनों में सनातन के खिलाफ बोलने पर उनको खामियाजा भुगतना पड़ेगा। गंगा मैया अखिलेश यादव को सदबुद्धि दें। महाकुंभ का गुरुवार को 11वां दिन है। अब तक 9.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। यूपी सरकार की बुधवार को महाकुंभ में कैबिनेट बैठक हुई। इसमें धार्मिक सर्किट बनाने से लेकर 2 करोड़ छात्रों को स्मार्टफोन और टैबलेट बांटने पर मुहर लगी। कथा के दौरान देवकी नंदन ठाकुर ने कहा- किसी भी बांग्लादेशी व्यक्ति को भारत में रोजगार न दें। साथ ही, यदि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं के प्रति हमारी सहानुभूति है, तो हमें रोहिंग्या का पूर्णतः बहिष्कार करना चाहिए। वहीं, मंत्रिपरिषद बैठक पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसा। कहा- कुंभ में मंत्रिपरिषद बैठक करना गलत है। कुंभ वो स्थान नहीं है, जहां पर राजनीतिक कार्यक्रम और फैसले लिए जाएं।अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पलटवार किया। कहा- अखिलेश जी पूरी तरह से सनातन के खिलाफ बोलते हैं। आने वाले दिनों में सनातन के खिलाफ बोलने पर उनको खामियाजा भुगतना पड़ेगा। गंगा मैया अखिलेश यादव को सदबुद्धि दें। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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मनमोहन सिंह के पाकिस्तान स्थित पैतृक गांव में शोकसभा:आज भी संभालकर रखी पूर्व पीएम की यादें, मोहणा कहकर बुलाते थे लोग
मनमोहन सिंह के पाकिस्तान स्थित पैतृक गांव में शोकसभा:आज भी संभालकर रखी पूर्व पीएम की यादें, मोहणा कहकर बुलाते थे लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरे भारत में शोक की लहर है। इसी के साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में स्थित उनके पैतृक गांव गाह के लोग भी डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरे दुख में हैं। गांव के लोगों का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे हमारे परिवार का कोई सदस्य चला गया हो, जो हमसे दूर हो गया हो। गाह गांव के कुछ वीडियो भारत में भेजे गए। जिसमें गांव के लोगों की तरफ से डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक शोक सभा रखी गई। गांव के निवासी अल्ताफ हुसैन ने बताया कि मनमोहन सिंह के निधन पर दुख प्रकट करने के लिए स्थानीय लोगों के एक समूह ने शोक सभा आयोजित की। हुसैन उसी स्कूल में शिक्षक हैं, जहां मनमोहन सिंह ने चौथी कक्षा तक पढ़ाई की थी। प्रधानमंत्री रहते हुए डॉ. मनमोहन सिंह ने गांव के लिए कई कुछ किया। जिस स्कूल में वे पढ़े थे, वहां सोलर सिस्टम लगवाया। उन्होंने भारतीय इंजीनियर भेजकर ये काम करवाए थे। इतना ही नहीं, गांव में लगी सोलर लाइटें भी उन्हीं की देन हैं। टेक्स्टाइल कारोबारी थे उनके पिता डॉ. मनमोहन सिंह के पिता गुरमुख सिंह टेक्सटाइल कारोबारी थे और उनकी मां अमृत कौर एक गृहिणी थी। उनका बचपन पाकिस्तान के गाह गांव में बीता, और उनके दोस्त उन्हें ‘मोहणा’ कहकर बुलाते थे। गाह गांव इस्लामाबाद से लगभग 100 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। यह गांव डॉ. सिंह के जन्म के समय झेलम जिले का हिस्सा था, लेकिन 1986 में इसे चकवाल जिले में शामिल कर लिया गया। स्कूल में रखा है दूसरी कक्षा का रिपोर्ट कार्ड डॉ. मनमोहन सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाह गांव के सबसे प्रतिष्ठित स्कूल से प्राप्त की। आज भी स्कूल के रजिस्टर में उनका रोल नंबर 187 दर्ज है और प्रवेश की तारीख 17 अप्रैल 1937 है। उनकी जन्मतिथि 4 फरवरी 1932 और जाति ‘कोहली’ के रूप में दर्ज है। उनका दूसरी कक्षा का रिपोर्ट कार्ड संरचित रखा गया है। डॉ. मनमोहन नहीं गए कभी गांव गाह गांव के लोगों का कहना है कि डॉ. मनमोहन सिंह अपने जीवनकाल में गाह नहीं आ सके, लेकिन अब जब वह नहीं रहे, तो सभी चाहते हैं कि उनके परिवार का कोई सदस्य इस गांव का दौरा करे। मनमोहन सिंह के कुछ सहपाठी, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, ने 2004 में उनके प्रधानमंत्री बनने पर खुशी जाहिर की थी। उनके सहपाठियों के परिवार आज भी गांव में रहते हैं और मनमोहन सिंह के साथ अपने पुराने रिश्ते पर गर्व महसूस करते हैं। डॉ. मनमोहन सिंह के गांव की कुछ तस्वीरें-
‘मठ-मंदिरों को बचाने के लिए बच्चों को क्रांतिकारी बनाएं’, अजमेर-संभल विवाद के बीच अखाड़ा परिषद का बयान
‘मठ-मंदिरों को बचाने के लिए बच्चों को क्रांतिकारी बनाएं’, अजमेर-संभल विवाद के बीच अखाड़ा परिषद का बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahant Ravindra Puri News:</strong> अजमेर की दरगाह और संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे विवाद को लेकर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का बड़ा बयान सामने आया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि अगर हम अपने मठ मंदिरों को नहीं बचा पाए तो आने वाली पीढ़ी हमें कायर समझेगी. उनके मुताबिक ऐसे में जरूरी है कि हम अपने बच्चों में भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और चंद्रशेखर आजाद जैसा जज्बा पैदा करें. उन्हें क्रांतिकारी बनाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बच्चों को शास्त्र के ज्ञान के साथ ही शस्त्र की शिक्षा भी दिया जाना बेहद जरूरी है. हालांकि उनका कहना है कि अजमेर और संभल मामलों से पहले पूरा फोकस काशी और मथुरा को लेकर होना चाहिए, क्योंकि इन दोनों जगह से दुनिया भर के सनातनियों की आस्था और भावना दोनों ही जुड़ी हुई हैं. उनका यह भी कहना है कि अगर हिंदुओं के कब्जा किए हुए मठ मंदिर उन्हें वापस नहीं मिले तो नागा संन्यासी उन्हें बचाने के लिए खुद मैदान में उतरेंगे और मोर्चा संभालेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा- “बाबर और औरंगजेब ने जब भारत में हिंदू मंदिरों को तोड़कर उन पर कब्जा किया था, तब भी देश में बड़ी संख्या में हिंदू रहते थे, लेकिन उस वक्त के हिंदुओं ने उन्हें बचाने के लिए वह कोशिश नहीं की, जिसकी जरूरत थी. इसीलिए आज की पीढ़ी के तमाम लोग उन्हें कायर कहते हैं. आने वाली पीढ़ी हमें कायर ना कहे, इसके लिए जरूरी है कि हमें अपने अंदर वीरता पैदा करनी होगी. हम वीर बनकर ही अपने धार्मिक स्थलों को बचा सकते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धर्म की रक्षा खुद ही करनी होगी- महंत रवींद्र पुरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महंत रवींद्र पुरी ने कहा- “सनातन धर्म हमेशा सर्वे भवंतु सुखिनः यानी सभी के कल्याण की कामना करता है, लेकिन इस कामना के नारे लगाते हुए हम लुट गए- बर्बाद हो गए, ऐसे में अब हमें धर्म की रक्षा खुद ही करनी होगी. अपने धर्म को बचाने के लिए खुद आगे आना होगा. अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने के साथ ही उनके अंदर चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह सुभाष चंद्र बोस और गुरु गोविंद सिंह जैसा क्रांतिवीर भी बनाना होगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>काशी और मथुरा के मंदिर अभी कट्टरपंथियों के कब्जे में- महंत रवींद्र पुरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महंत रवींद्र पुरी ने कहा-“अजमेर और संभाल जैसे मामलों से पहले हमारा पूरा फोकस काशी और मथुरा के मंदिरों को बचाने को लेकर होना चाहिए. काशी और मथुरा के मंदिर अभी कट्टरपंथियों के कब्जे में है. हमने बातचीत के जरिए आस्था के इन दो बड़े केंद्रों को हासिल करने की कोशिश की थी, लेकिन कट्टरपंथी इन्हें छोड़ने के लिए कतई तैयार नहीं हुए. इन दोनों जगहों से हमारी भावनाएं सीधे तौर पर जुड़ी हुई हैं इसलिए अयोध्या के <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> की तर्ज पर पहले इन दोनों मंदिरों को बचाने की कोशिश होनी चाहिए. महंत रवींद्र पुरी ने यह भी कहा है की जरूरत पड़ने पर नागा संन्यासी अपने मठ मंदिरों को बचाने के लिए शस्त्र उठाकर खुद सड़कों पर उतरेंगे और मोर्चा संभालेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-samajwadi-party-delegation-stop-akhilesh-yadav-mata-prasad-pandey-harendra-malik-angry-2833397″>’लोगों पर गोली चलाई…सरकार की तानाशाही’, संभल जाने से रोका तो भड़क उठे सपा के नेता</a></strong></p>
शिमला में डॉक्टर के घर चोरी:लाखों के जेवर व नगदी ले गए साथ, ताला तोड़कर घुसे शातिर; बाहर गया था परिवार
शिमला में डॉक्टर के घर चोरी:लाखों के जेवर व नगदी ले गए साथ, ताला तोड़कर घुसे शातिर; बाहर गया था परिवार हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के यूएस क्लब में चोरी का मामला सामने आया है। शिमला के रिहायशी इलाके यूएस क्लब के ब्लॉक नंबर-4 के सेट नंबर-7 में शातिर बदमाशों ने लाखों की चोरी की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, शातिरों ने नगदी समेत 8 से 10 लाख रुपए के गहनों पर हाथ साफ किया है। इस बाबत पीड़ित महिला मंजीतनेगी ने शिमला के सदर थाना में शिकायत दी है। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, बीते मंगलवार को अज्ञात लोगों ने उनके घर का ताला तोड़कर चोरी की है। घर से बाहर गया था परिवार आज सुबह परिवार के लोग जब घर पर पहुंचे तो घर का ताला टूटा हुआ मिला और कमरे में सामान बिखरा हुआ था। पीड़ित परिवार ने इसकी सूचना सदर थाना को दी। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता महिला के पति डॉक्टर हैं और वह रात को घर पर नहीं थे। इसका फायदा उठाते हुए शातिर ने चोरी की इस घटना को अंजाम दिया है। शहर के पॉश व वीआईपी इलाके में चोरी की इस घटना ने पुलिस की रात्रि गश्त पर भी सवाल खड़े किए है। मामला दर्ज कर जांच तेज: ASP अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) नवदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है। पुलिस ने क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए है।