फतेहाबाद के भट्टू और रतिया ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के खिलाफ आज होने वाली अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग एक बार फिर टल गई है। आज फिर एडीसी शहर से बाहर हैं, इसलिए मीटिंग नहीं हो पाई, हालांकि दोनों ही खंडों से कोई भी ब्लॉक समिति सदस्य भी मीटिंग के लिए लघु सचिवालय नहीं पहुंचे। उधर ऐसी चर्चाएं हैं कि भट्टू मामले में अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित संख्या भी नहीं जुट पाई। अब नई डेट के लिए इंतजार करना होगा। जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर को भट्टू ब्लॉक समिति के सदस्य एडीसी से मिलकर चेयरपर्सन ज्योति लूना के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मीटिंग बुलाने की मांग रखी थी, जो 18 नवंबर को तय की गई। लेकिन 18 नवंबर को एडीसी राहुल मोदी छुट्टी पर चले गए थे, इसलिए मीटिंग नहीं हो पाई। इसके बाद रतिया खंड के भी ब्लॉक समिति सदस्य चेयरमैन केवल कृष्ण मेहता के खिलाफ लामबंद हो गए और 23 में से कुल 16 सदस्य एडीसी से मिलकर अविश्वास प्रस्ताव के लिए मीटिंग बुलाने की मांग रख दी थी। जिस पर 4 दिसंबर का दिन तय किया गया था। आज 4 दिसंबर को सुबह 11 बजे भट्टू और शाम 4 बजे रतिया ब्लॉक समिति के लिए अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग होनी थी। लेकिन आज फिर एडीसी यहां नहीं है। उनके कार्यालय में संपर्क किया गया तो बताया गया कि एडीसी चंडीगढ़ में मीटिंग के लिए गए हुए हैं। फतेहाबाद के भट्टू और रतिया ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के खिलाफ आज होने वाली अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग एक बार फिर टल गई है। आज फिर एडीसी शहर से बाहर हैं, इसलिए मीटिंग नहीं हो पाई, हालांकि दोनों ही खंडों से कोई भी ब्लॉक समिति सदस्य भी मीटिंग के लिए लघु सचिवालय नहीं पहुंचे। उधर ऐसी चर्चाएं हैं कि भट्टू मामले में अविश्वास प्रस्ताव के लिए निर्धारित संख्या भी नहीं जुट पाई। अब नई डेट के लिए इंतजार करना होगा। जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर को भट्टू ब्लॉक समिति के सदस्य एडीसी से मिलकर चेयरपर्सन ज्योति लूना के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मीटिंग बुलाने की मांग रखी थी, जो 18 नवंबर को तय की गई। लेकिन 18 नवंबर को एडीसी राहुल मोदी छुट्टी पर चले गए थे, इसलिए मीटिंग नहीं हो पाई। इसके बाद रतिया खंड के भी ब्लॉक समिति सदस्य चेयरमैन केवल कृष्ण मेहता के खिलाफ लामबंद हो गए और 23 में से कुल 16 सदस्य एडीसी से मिलकर अविश्वास प्रस्ताव के लिए मीटिंग बुलाने की मांग रख दी थी। जिस पर 4 दिसंबर का दिन तय किया गया था। आज 4 दिसंबर को सुबह 11 बजे भट्टू और शाम 4 बजे रतिया ब्लॉक समिति के लिए अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग होनी थी। लेकिन आज फिर एडीसी यहां नहीं है। उनके कार्यालय में संपर्क किया गया तो बताया गया कि एडीसी चंडीगढ़ में मीटिंग के लिए गए हुए हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CM के OSD ने नौकरी छोड़ी:खट्टर के PA रहे, मुख्यमंत्री सैनी ने इस्तीफा मंजूर किया; विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं
हरियाणा CM के OSD ने नौकरी छोड़ी:खट्टर के PA रहे, मुख्यमंत्री सैनी ने इस्तीफा मंजूर किया; विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं हरियाणा CM नायब सैनी के OSD अभिमन्यु सिंह ने नौकरी छोड़ दी है। सीएम सैनी ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। अभिमन्यु पहले CM रहते मनोहर लाल खट्टर के PA थे। हालांकि खट्टर के सीएम कुर्सी से हटाए जाने के बाद अभिमन्यु ने भी इस्तीफा दे दिया। इसी बीच लोकसभा चुनाव आ गए, जिसकी वजह से वह मंजूर नहीं हो सका। जब नायब सैनी सीएम बने तो अभिमन्यु को सरकार ने प्रमोट कर PA से OSD बना दिया। इसके बावजूद वह नौकरी में नहीं रुके। झज्जर के रहने वाले अभिमन्यु, कोसली सीट से चुनाव लड़ेंगे
अभिमन्यु सिंह झज्जर जिले के रहने वाले हैं। वहीं चर्चा है कि वह कोसली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। लोकसभा चुनाव में भी वह कोसली व उसके आसपास के इलाकों में BJP उम्मीदवार के लिए प्रचार करते रहे। रेवाड़ी की कोसली सीट झज्जर के साथ लगती है। जहां अभिमन्यु पिछले 2 साल से एक्टिव हैं। राव इंद्रजीत की पैतृक सीट
जिस कोसली सीट से चुनाव लड़ने के लिए अभिमन्यु ने नौकरी छोड़ी, वह गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह की पैतृक सीट है। 2008 में नए परसीमन के बाद कोसली विधानसभा सीट अस्तित्व में आई। इससे पहले सालाबास और जाटोसाना दो हलके हुआ करते थे, इन्हें तोड़कर एक विधानसभा कोसली बनाया गया। जाटोसाना सीट से राव इंद्रजीत चार बार विधायक रह चुके हैं। सीट पर राव इंद्रजीत का दबदबा
आज भी इस सीट पर राव इंद्रजीत के परिवार का दबदबा है। 2014 में उनके समर्थित विक्रम ठेकेदार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2019 में बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह यादव की राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर टिकट मिली और उन्होंने चुनाव भी जीता। इससे पहले इस सीट राव इंद्रजीत सिंह के छोटे भाई राव यदुविंदर सिंह चुनाव जीतते रहे हैं। खट्टर के करीबी रहे, रियल एस्टेट कारोबारी
अभिमन्यु खट्टर के साथ लंबे समय से काम कर रहे थे। नायब सैनी की तरह ही वह भी खट्टर के सहयोगी रहे। अभिमन्यु ने खट्टर के साथ लंबे समय तक संगठन में काम किया। खट्टर से जुड़ने से पहले वह गुरुग्राम और रेवाड़ी क्षेत्र में रियल स्टेट के कारोबार से जुड़े रहे हैं।
करनाल में करंट लगने से व्यक्ति की मौत:कूलर का तार ठीक करते समय हादसा, 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
करनाल में करंट लगने से व्यक्ति की मौत:कूलर का तार ठीक करते समय हादसा, 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया हरियाणा के करनाल के उपलाना गांव में करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। व्यक्ति घर में कूलर का तार जोड़ रहा था। तभी उसे करंट लग गया और परिजन उसे असंध के सरकारी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक चार बच्चों का पिता था। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घर पर मेहमान थे मृतक की पहचान 35 वर्षीय संदीप कुमार पुत्र प्रेम सिंह निवासी उपलाना के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि बीती रात संदीप के घर पर मेहमान आए हुए थे। मेहमान बाहर गर्मी में बैठे थे, कूलर काम नहीं कर रहा था, तभी संदीप ने कूलर का तार ठीक किया और फिर उसके बाद जब उसने तार को सर्किट बोर्ड में लगाया तो उसे जोरदार करंट का झटका लगा। वह खुद को बिजली की चपेट से हटा नहीं कर पा रहा था। उसने बाहर जाकर बिजली की लाइन बंद कर दी। संदीप की हालत बहुत खराब हो चुकी थी। उसे असंध के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चार बच्चों का पिता था मृतक परिजनों ने बताया कि संदीप दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था और उसके परिवार में तीन लड़कियां और एक लड़का है। जो काफी छोटे है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस जुटी जांच में असंध थाना के जांच अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रोहतक में कांग्रेस का सेफ दांव:पूर्व सीएम सहित मौजूदा विधायकों को मिला टिकट, नए चेहरों को नहीं मिली जगह
रोहतक में कांग्रेस का सेफ दांव:पूर्व सीएम सहित मौजूदा विधायकों को मिला टिकट, नए चेहरों को नहीं मिली जगह हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस ने सेफ दांव खेलते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित मौजूदा विधायकों को टिकट दिया गया है। नए चेहरों पर कांग्रेस ने कहीं पर भी दांव नहीं खेला है। फिलहाल कांग्रेस सुरक्षित सीटों पर ही फोकस किया है। रोहतक जिले की बात करें तो यहां 4 विधानसभा सीट (रोहतक, महम, कलानौर व गढ़ी-सांपला-किलोई) हैं। जिनमें से वर्ष 2019 में 3 विधायक कांग्रेस पार्टी के और एक विधायक निर्दलीय जीतकर आए थे। सभी पुराने विधायक बने उम्मीदवार सभी पुराने विधायकों को उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई से 5 बार विधायक चुने गए हैं। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण बत्रा रोहतक से 3 बार विधानसभा चुनाव लड़ें। जिनमें से 2009 व 2019 में विधानसभा चुनाव जीते और 2004 में विधानसभा चुनाव हार गए थे। शकुंतला खटक कलानौर विधानसभा से 2009, 2014 व 2019 में लगातार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंची। बत्रा बोले- हर शिकायत का इलाके में जाकर करेंगे समाधान टिकट मिलने के बाद भारत भूषण बत्रा ने कहा कि “मैंने हमेशा अपने रोहतक के मान-सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी है। मेरे लिए मेरे रोहतक से बढ़कर कुछ भी नहीं है। कांग्रेस कार्यकाल में रोहतक का हमने बहुत मेहनत के साथ, बहुत गंभीरता के साथ सर्वांगीण विकास करने की एक छोटी सी कोशिश की थी। अपने रोहतक का नवनिर्माण करेंगे, छोटी से छोटी शिकायत का उस इलाके में जाकर समाधान सुनिश्चित करेंगे। 2019 विधानसभा चुनाव के रिजल्ट
रोहतक विजेता : कांग्रेस के भारत भूषण बत्रा (50437)
उप विजता : भाजपा से मनीष ग्रोवर (47702)
जीत का अंतर : 2735 महम विधानसभा सीट विजेता : निर्दलीय बलराज कुंडू (49418)
उपविजेता : कांग्रेस के आनंद सिंह दांगी (37371)
जीत का अंतर : 12047 गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा सीट विजेता : कांग्रेस से भूपेंद्र सिंह हुड्डा (97755)
उप विजेता : भाजपा के सतीश नांदल (39443)
जीत का अंतर : 58312 कलानौर
विजेता : कांग्रेस की शकुंतला खटक (62151)
उप विजेता : रामअवतार वाल्मीकि (51527)
जीत का अंतर : 10624