आज (3 नवंबर) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया यानी भाई दूज है। मथुरा में यमुना स्नान के लिए बड़ी संख्या में भाई बहन पहुंचे हैं। विश्राम घाट पर यमराज का मंदिर है। यहीं मुख्य स्नान चल रहा है। भाई बहन यहां यम फांस (अकाल मृत्यु) से मुक्ति के लिए स्नान करते हैं। पहले बहनों ने अपने भाई के साथ यमुना में स्नान किया। फिर आसन पर बिठाकर भाई का तिलक कर आशीर्वाद दिया। इसके बाद विश्राम घाट की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर बने यमराज-यमुना मंदिर में जाकर वैदिक विधि-विधान से दीप जलाकर पूजा की। बहनों ने यमराज-यमुना से अपने भाई की लंबी और स्वस्थ आयु की कामना करते हुए मनौती मांगी। विश्राम घाट पर स्थानीय पंडों ने भाई-बहनों को पूजा कराई। आज (3 नवंबर) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया यानी भाई दूज है। मथुरा में यमुना स्नान के लिए बड़ी संख्या में भाई बहन पहुंचे हैं। विश्राम घाट पर यमराज का मंदिर है। यहीं मुख्य स्नान चल रहा है। भाई बहन यहां यम फांस (अकाल मृत्यु) से मुक्ति के लिए स्नान करते हैं। पहले बहनों ने अपने भाई के साथ यमुना में स्नान किया। फिर आसन पर बिठाकर भाई का तिलक कर आशीर्वाद दिया। इसके बाद विश्राम घाट की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर बने यमराज-यमुना मंदिर में जाकर वैदिक विधि-विधान से दीप जलाकर पूजा की। बहनों ने यमराज-यमुना से अपने भाई की लंबी और स्वस्थ आयु की कामना करते हुए मनौती मांगी। विश्राम घाट पर स्थानीय पंडों ने भाई-बहनों को पूजा कराई। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लखनऊ के अनाथालय से 9 बच्चियां खिड़की काटकर भागीं:2 लड़कियां पकड़ी गईं, बोलीं-मुझे पढ़ाई करना है; सभी पर दर्ज हैं FIR
लखनऊ के अनाथालय से 9 बच्चियां खिड़की काटकर भागीं:2 लड़कियां पकड़ी गईं, बोलीं-मुझे पढ़ाई करना है; सभी पर दर्ज हैं FIR लखनऊ के अलीगंज में अनाथालय से गुरुवार रात 9 नाबालिग लड़कियां बाथरूम की खिड़की काटकर भाग निकलीं। सभी की उम्र 16-17 के बीच है। सुबह गिनती हुई तो संख्या कम मिली। इसपर संचालिका ने पुलिस और अधिकारियों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर केस दर्ज किया। पुलिस ने नाकाबंदी कर तलाश शुरू की। दो लड़कियों को करीब 3 घंटे बाद बरामद किया गया है। वे पुरनिया के पास बस का इंतजार कर रही थीं। इनमें से एक जम्मू और दूसरी बहराइच की रहने वाली है। उन्होंने कहा कि हमें पढ़ाई करना है, लेकिन यहां कोई पढ़ाता नहीं है। अन्य की तलाश में रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और उनके जिलों को जाने वाले मार्गों पर तलाश की जा रही है। घर वालों से भी संपर्क किया गया है। बाथरूम जाने के लिए कमरे से निकलीं
अलीगंज थाना क्षेत्र में श्री राम औद्योगिक अनाथालय है। अनाथालय में 45 लड़कियां हैं। गुरुवार रात करीब 2 से 3 बजे के बीच 9 लड़कियां बारी-बारी से बाथरुम जाने के लिए कमरे से बाहर निकलीं। बाथरुम के पास खिड़की में लगी ग्रिल को काटकर भाग गईं। 7 लड़कियों का नहीं चला पता
सुबह काफी देर बाद इसकी जानकारी अनाथालय के संचालक और अन्य लोगों को लगी। इसके बाद तत्काल सूचना अलीगंज पुलिस को दी गई। अलीगंज पुलिस ने 2 लड़कियों को कुछ देर बाद ही बरामद कर लिया गया। एक अयोध्या में देखी गई है। हालांकि वह अर्भी पकड़ से दूर है। अन्य 7 लड़कियां कहां हैं, इस बारे में अभी पुलिस कुछ पता नहीं लगा सकी है। बरामद की गई लड़कियों से पुलिस जानकारी ले रही है। उनके अनाथालय से भागने के पीछे क्या कारण रहे, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। बताते हैं कि कुछ लड़कियां लावारिस हालत में अनाथालय लाई गई थीं। 3 महीने पहले लाई गई थीं अनाथालय के हाउस फादर दीपक मिश्रा ने बताया कि लड़कियां आरी से खिड़की की जारी काटकर भाग गईं। 3 महीने पहले लाई गई थीं। सभी अलग-अलग जिलों की रहने वाली हैं। इन पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज है। ये माता-पिता के साथ नहीं रहना चाहती हैं। अनाथालय में कुल 45 लड़कियां थीं। अभी वर्तमान में 38 लड़कियां यहां हैं। अनाथालय 1911 से चल रहा है। एसीपी अलीगंज व्रज नारायण सिंह ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे चेक किया और फुटेज की मदद से दो लड़कियों को पुरनिया पुल के पास से सकुशल बरामद किया। वहीं, सात किशोरियों का पता नहीं चल सका है, उनकी तलाश चल रही है। वहीं, लड़कियों के भागने के संबंध में अनाथालय प्रशासन की तरफ से अलीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। भागी हुई सभी लड़कियां पर अलग-अलग केस दर्ज हैं। इस खबर को भी पढ़ें… कानपुर से सुसाइड करने लखनऊ पहुंची युवती:जहर खाया, पुलिस ने सपा ऑफिस के पास पकड़ा; अस्पताल में भर्ती कराया लखनऊ में जहर खाकर हजरतगंज की तरफ जा रही युवती को पुलिस ने पकड़ लिया। युवती कानपुर से लखनऊ आई है। संदिग्ध दिखने पर उसे सपा कार्यालय के पास रोका गया। पुलिस को जैसे ही जहर खाने की जानकारी हुई तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पढ़ें पूरी खबर…
69000 सहायक शिक्षक भर्ती की चयन लिस्ट कैंसिल:3 महीने में बनेगी नई लिस्ट; लखनऊ हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के आदेश को डबल बेंच ने किया रद्द
69000 सहायक शिक्षक भर्ती की चयन लिस्ट कैंसिल:3 महीने में बनेगी नई लिस्ट; लखनऊ हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के आदेश को डबल बेंच ने किया रद्द 69000 सहायक शिक्षक भर्ती पर लखनऊ हाईकोर्ट की डबल बेंच ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने पूरी चयन सूची रद्द कर दी है। डबल बेंच ने सिंगल बेंच के आदेश को कैंसिल कर दिया है। सिंगल बेंच ने 8 मार्च 2023 को फैसला दिया था कि 69000 शिक्षक भर्ती 2020 की लिस्ट को रद्द किया जाता है। सिंगल बेंच ने ATRE (अपेक्स टैलेंट रिवॉर्ड एग्जाम ) को पात्रता परीक्षा नहीं माना था। डबल बेंच ने इस आदेश को रद्द करते हुए आरक्षण नियमावली 1994 की धारा 3 (6) और बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 का सरकार पालन करे। कोर्ट ने 3 महीने के अंदर नई लिस्ट रिजर्वेशन का पालन करते हुए सरकार से देने को कहा है। वहीं ATRE परीक्षा को पात्रता परीक्षा माना है। बता दें, सामान्य सीट पर अगर आरक्षित वर्ग का मेरीटोरियस कैंडिडेट सामान्य वर्ग के बराबर अंक पाता है, तो उसको सामान्य वर्ग में रखा जाएगा। बाकी की 27% और 21% सीटों को OBC/SC से भरा जाएगा। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि सीएम योगी ने कहा था कि 69000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी की और एससी की सीटों के साथ कोई घोटाला नहीं किया गया है। लेकिन उसके कुछ दिन बाद ही हाईकोर्ट ने कहा कि बड़े स्तर पर 69000 शिक्षक भर्ती में सीटों का घोटाला हुआ है। खबर अपडेट की जा रही है…
अयोध्या गैंगरेप पीड़िता का KGMU में अबॉर्शन:DNA सैंपल भी लिए; डॉक्टरों ने कहा था- बच्ची का शरीर डिलीवरी लायक नहीं
अयोध्या गैंगरेप पीड़िता का KGMU में अबॉर्शन:DNA सैंपल भी लिए; डॉक्टरों ने कहा था- बच्ची का शरीर डिलीवरी लायक नहीं अयोध्या की गैंगरेप पीड़ित बच्ची का मंगलवार को लखनऊ के KGMU में अबॉर्शन कराया गया। उसे सोमवार को अयोध्या से लाकर KGMU के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) में भर्ती कराया गया था। पीड़िता की हालत स्थिर है। एक हफ्ते वह डॉक्टरों की निगरानी में रहेगी। उसका इलाज डॉक्टर सुजाता डे की अगुवाई में चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार दोपहर 12 साल की पीड़िता का गर्भपात कराया गया। वह 3 हफ्ते की प्रेग्नेंट थी। परिवार ने अबॉर्शन की सहमति दी थी। इसकी रिपोर्ट बाल कल्याण समिति की तरफ से नियुक्त सहायक ने समिति के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी को सौंपी थी। इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा था कि पीड़िता का शरीर डिलीवरी लायक नहीं है। डीएनए जांच के लिए सैंपल भी लिए गए। पुलिस ने आरोपियों की भी डीएनए जांच कराने का निर्णय लिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डीएनए जांच कराए जाने की मांग की थी। KGMU ने गोपनीयता का दिया हवाला
पीड़िता के अबॉर्शन की पुष्टि केजीएमयू प्रशासन ने नहीं की है। प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह की तरफ से जारी किए गए स्टेटमेंट में कहा गया कि अयोध्या से आई किशोरी की हालत फिलहाल स्थिर है। चिकित्सा विश्वविद्यालय अपने सभी रोगियों की गोपनीयता का सम्मान करता है। यही कारण है कि इलाज के दौरान की जाने वाली जांच और अन्य जानकारी साझा नहीं की जा सकती। क्या है अयोध्या गैंगरेप का पूरा मामला
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में 12 साल की बच्ची से रेप की घटना हुई थी। आरोपियों ने बच्ची का अश्लील वीडियो बना लिया। फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके घिनौनी हरकत करते रहे। इस मामले का खुलासा 29 जुलाई को तब हुआ जब पीड़ित बच्ची ढाई महीने की गर्भवती हो गई। बच्ची की मां ने मोईद खान और उनके नौकर राजू के खिलाफ एप्लिकेशन दी। आरोप है कि पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद विहिप, बजरंग दल के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले पर आक्रोश जताया तो पुलिस ने मोईद खान और उसके नौकर को गिरफ्तार किया। 12 वर्षीय बच्ची 4 बहनों में सबसे छोटी है। पिता की 2 साल पहले ही मौत हो गई है। घर का गुजारा उसकी मां और बहनों की ओर मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है। आरोप है कि मोईद ने उसके साथ बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे। गर्भवती होने पर घरवालों को पता चला
बच्ची जब गर्भवती हो गई तब मामला खुला। पीड़िता की मां ने बताया- जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दरोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए। फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया। मामले में तब तूल पकड़ने लगा, जब हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। 30 जुलाई को मोईद खान की गिरफ्तारी की गई। इसके बाद से लगातार उसके ऊपर कार्रवाई हो रही है। मामला विधानसभा में गूंजा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सदन में इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरा। आरोपी सपा नेता अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी बताया जा रहा है। लड़की को इलाज के लिए पहले अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर वहां से लखनऊ के केजीएमयू के क्वीन मैरी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। बीकापुर से भाजपा विधायक अमित सिंह ने पीड़िता की मां को सीएम योगी से मिलवाया था। सरकार का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़िता से मिलने अयोध्या गया था। भदरसा दंगे में आया था मोईद का नाम
दरअसल, भदरसा में 2012 में दंगा हुआ था, तत्कालीन नगर पंचायत चेयरमैन मोहम्मद अहमद दंगा भड़काने का मुख्य आरोपी थे। उन पर मिट्टी का तेल बंटवाकर दंगे को भड़काने का आरोप था। वर्तमान समय में चेयरमैन मोहम्मद अहमद पुत्र मो रासिद चेयरमैन हैं। इस केस में मोईद खान भी आरोपी रहा था। लोगों का कहना है कि सपा सरकार थी, इसलिए मोईद को फायदा मिला और केस रफा-दफा हो गया। अखिलेश ने कहा- भाजपा की नियत साफ नहीं, डीएनए टेस्ट कराया जाए
अयोध्या गैंगरेप पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा, बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे से अच्छा इलाज व्यवस्था कराए। बच्ची के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। अदालत से आग्रह है कि स्वतः संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, इस कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है। इस दुखद घटना पर भाजपा घटिया राजनीति करने से बाज आए। आखिर भाजपा की नियत साफ क्यों नहीं रहती है? भाजपा पीड़ित को न्याय दिलाने की जगह षडयंत्र और साजिश के तहत समाजवादी पार्टी को बदनाम करने में लगी है। भाजपा की इसी कुत्सित मानसिकता के कारण राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। परिणाम स्वरूप अपराध बढ़ते जा रहे हैं। भाजपा फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा की हार पचा नहीं पा रही है। भाजपा ने अयोध्या में पिछले सात सालों में जो भ्रष्टाचार व जमीनों की लूट की है, अयोध्या और प्रदेश की जनता ने उसे उसी की सजा दी है। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा बौखलाई हुई है। घटना कहीं भी हो बिना जांच पड़ताल के समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की नीयत से आरोप लगाना राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। यह भी पढ़ें:- अयोध्या गैंगरेप…क्या 12 साल की पीड़िता बच्चे को जन्म देगी?:मां से पूछती है- मेरे पेट में बच्चा है, डॉक्टर बोले- शरीर डिलीवरी लायक नहीं वह केवल 12 साल की है, गैंगरेप, प्रेग्नेंसी और अबॉर्शन जैसे शब्दों को नहीं जानती। गायनिक वार्ड में भर्ती गर्भवती महिलाओं को देखकर वह और सहम जाती है। कभी-कभी मां से पूछती है कि इनके पेट इतने बड़े कैसे हो गए? उन महिलाओं के हाव-भाव और दर्द देखकर उसके चेहरे पर तनाव दिखने लगता है। पढ़ें पूरी खबर