हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने 2 साल के कार्यकाल में प्रदेश को आर्थिक और प्रशासनिक संकट के कगार पर ला खड़ा किया है। जनता के बीच झूठे दावे कर रही सरकार की वास्तविकता अब लोगों के सामने आ चुकी है। उन्होंने कहा कि यह पहली ऐसी सरकार है। जो अपनी कमियों का जश्न मनाने में व्यस्त है। जिले के सिराज में मुख्यमंत्री के हालिया कार्यक्रम का हवाला देते हुए राकेश जम्वाल ने कहा कि अब जनता इनकी बातों को सुनना भी पसंद नहीं करती। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लोग उनके संबोधन से पहले ही उठकर जाने लगे। राकेश जम्वाल ने कहा कि यह सरकार अपनी कथनी और करनी के बड़े अंतर के कारण जनता का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है। कांग्रेस के हर विधायक को विरोध झेलना पड़ेगा राकेश जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्री मुख्यमंत्री के दबाव में काम करने में असमर्थ हैं, और यही कारण है कि लोग उनके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। मंत्री जगत नेगी और पूर्व सीपीएस संजय अवस्थी को जिस विरोध का सामना करना पड़ा, वह आने वाले दिनों में कांग्रेस के हर मंत्री और विधायक को झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री की झूठ की दुकान अब ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। जो बोया है, उसे काटने का समय आ गया है। हिमाचल की जनता कांग्रेस को कड़ा सबक सिखाएगी। रिश्तेदारों और करीबियों को नौकरी देने का दावा सही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झूठ बोलने की आदत पहले सिर्फ मुख्यमंत्री में थी। लेकिन अब उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी उसी राह पर चल पड़े हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री के बयान, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनकी सरकार ने दो साल में जितनी नौकरियां दी हैं, उतनी पिछली सरकार ने 5 साल में नहीं दीं, लेकिन प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अगर नौकरियां अपने रिश्तेदारों, मित्रों और करीबियों को देने की बात हो रही है, तो यह दावा सही है। लेकिन जनता और बेरोजगार युवाओं को ठगने के लिए कांग्रेस सरकार को कभी माफ नहीं किया जाएगा।” हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्वाल ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने 2 साल के कार्यकाल में प्रदेश को आर्थिक और प्रशासनिक संकट के कगार पर ला खड़ा किया है। जनता के बीच झूठे दावे कर रही सरकार की वास्तविकता अब लोगों के सामने आ चुकी है। उन्होंने कहा कि यह पहली ऐसी सरकार है। जो अपनी कमियों का जश्न मनाने में व्यस्त है। जिले के सिराज में मुख्यमंत्री के हालिया कार्यक्रम का हवाला देते हुए राकेश जम्वाल ने कहा कि अब जनता इनकी बातों को सुनना भी पसंद नहीं करती। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लोग उनके संबोधन से पहले ही उठकर जाने लगे। राकेश जम्वाल ने कहा कि यह सरकार अपनी कथनी और करनी के बड़े अंतर के कारण जनता का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है। कांग्रेस के हर विधायक को विरोध झेलना पड़ेगा राकेश जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्री मुख्यमंत्री के दबाव में काम करने में असमर्थ हैं, और यही कारण है कि लोग उनके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। मंत्री जगत नेगी और पूर्व सीपीएस संजय अवस्थी को जिस विरोध का सामना करना पड़ा, वह आने वाले दिनों में कांग्रेस के हर मंत्री और विधायक को झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री की झूठ की दुकान अब ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। जो बोया है, उसे काटने का समय आ गया है। हिमाचल की जनता कांग्रेस को कड़ा सबक सिखाएगी। रिश्तेदारों और करीबियों को नौकरी देने का दावा सही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झूठ बोलने की आदत पहले सिर्फ मुख्यमंत्री में थी। लेकिन अब उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी उसी राह पर चल पड़े हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री के बयान, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनकी सरकार ने दो साल में जितनी नौकरियां दी हैं, उतनी पिछली सरकार ने 5 साल में नहीं दीं, लेकिन प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अगर नौकरियां अपने रिश्तेदारों, मित्रों और करीबियों को देने की बात हो रही है, तो यह दावा सही है। लेकिन जनता और बेरोजगार युवाओं को ठगने के लिए कांग्रेस सरकार को कभी माफ नहीं किया जाएगा।” हिमाचल | दैनिक भास्कर
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राज्यसभा चुनाव की चुनौती वाली याचिका पर सुनवाई आज:महाजन की अर्जी खारिज कर चुकी अदालत; मुकाबला बराबरी पर छूटने को दे रखी चुनौती हिमाचल हाईकोर्ट में आज राज्यसभा चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई होगी। बीते 9 जुलाई की हियरिंग में अदालत ने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन की उस एप्लिकेशन को अस्वीकार किया था, जिसमें उन्होंने अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका को खारिज करने का कोर्ट से आग्रह किया गया है। आज अदालत में सिंघवी की याचिका पर बहस शुरू होगी। आपको बता दें कि, अभिषेक मनु सिंघवी ने राज्यसभा चुनाव को हिमाचल हाईकोर्ट में एक याचिका डालकर चुनौती दी है। इसमें उन्होंने मुकाबला बराबरी पर छूटने के बाद पर्ची से विजय घोषित करने के नियम को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि यदि दो प्रत्याशी को बराबर-बराबर वोट मिलते हैं, उस सूरत में लॉटरी निकालने का जो फॉर्मूला है, वह गलत है। हारा हुआ डिक्लेयर किया अभिषेक मनु सिंघवी के अनुसार, नियम की एक धारणा को उन्होंने याचिका में चुनौती दी है। जब मुकाबला टॉय होता है, उसके बाद पर्ची निकाली जाती है। जिसकी पर्ची निकलती है, उसे विनर डिक्लेयर होना चाहिए। मगर, अभी जिसकी पर्ची निकलती है, उसे हारा हुआ डिक्लेयर किया गया है। यह धारणा कानूनी रूप से गलत है। राज्यसभा चुनाव में सिंघवी व महाजन को मिले थे बराबर वोट बकौल सिंघवी पर्ची में जिसका नाम निकलता है, उसकी जीत होनी चाहिए। नियम में जिसने भी यह धारणा दी है, वो गलत है। कहा कि एक्ट में ऐसा कोई नियम नहीं है, लेकिन नियम में यह धारणा है। उसे चुनौती दी गई है। यदि यह धारणा गलत है तो जो चुनाव हुए हैं, उसमे जो परिणाम घोषित हुआ है, वो भी गलत है। सिंघवी ने इलेक्शन को लीगल ग्राउंड पर चैलेंज किया है। सिंघवी और महाजन को मिले थे 34-34 वोट दरअसल, प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा के हर्ष महाजन को 34-34 वोट मिले थे। मुकाबला टॉय होने के बाद लॉटरी से हर्ष महाजन चुनाव जीत गए थे, क्योंकि पर्ची अभिषेक मनु सिंघवी की निकली थी। इस केस में पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता पक्ष की दलीलें सुनने के बाद BJP सांसद एवं प्रतिवादी बनाए गए हर्ष महाजन को नोटिस जारी किया था। तब कोर्ट ने 9 जुलाई की सुनवाई से पहले जवाब देने के निर्देश दिए थे।
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