कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हिमाचल में लोकसभा चुनाव में करारी हार पर मंथन कर रही है। आज कांगड़ा और शिमला संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी, विधायक, साल 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी, जिला व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष वन टू वन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पीएल पुनिया और रजनी पाटिल के समक्ष हार के कारण गिना रहे हैं। पहले हॉफ यानी लंच से पहले कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के नेता और दूसरे हॉफ में शिमला लोकसभा क्षेत्र के लीडर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सामने अपनी-अपनी बात रखेंगे। पिछले कल हमीरपुर और मंडी संसदीय क्षेत्र के नेता हार की वजह गिना चुके हैं। अगले कल फैक्ट फाइंडिंग कमेटी वापस दिल्ली लौटने के बाद अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेगी। मंडी और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नेताओं ने सरकार व संगठन में समन्वय नहीं होने, टिकट आवंटन में देरी, पार्टी नेताओं की अनदेखी, सरकार में एक गुट विशेष के लोगों की ताजपोशी, बेलगाम अफसरशाही, मोदी फैक्टर और राम मंदिर जैसे मुद्दे को हार की वजह बताया है। हाईकमान ने बनाई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हाईकमान ने हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर करारी हार के कारण जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित बनाई है। यह कमेटी दो दिन के हिमाचल दौरे पर है। पीएल पुनिया और रजनी पाटिल हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर, कुलदीप सिंह राठौर और रामलाल ठाकुर के साथ वन टू वन बात कर चुकी हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद दरअसल, प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव हारी है, जबकि कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मंडी से लोकसभा चुनाव हार गए। शिमला सीट से सीटिंग MLA विनोद सुल्तानपुरी, हमीरपुर से सतपाल रायजादा और कांगड़ा से पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा चुनाव हार गए। कांग्रेस हाईकमान द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हिमाचल में लोकसभा चुनाव में करारी हार पर मंथन कर रही है। आज कांगड़ा और शिमला संसदीय क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी, विधायक, साल 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी, जिला व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष वन टू वन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य पीएल पुनिया और रजनी पाटिल के समक्ष हार के कारण गिना रहे हैं। पहले हॉफ यानी लंच से पहले कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के नेता और दूसरे हॉफ में शिमला लोकसभा क्षेत्र के लीडर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सामने अपनी-अपनी बात रखेंगे। पिछले कल हमीरपुर और मंडी संसदीय क्षेत्र के नेता हार की वजह गिना चुके हैं। अगले कल फैक्ट फाइंडिंग कमेटी वापस दिल्ली लौटने के बाद अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेगी। मंडी और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नेताओं ने सरकार व संगठन में समन्वय नहीं होने, टिकट आवंटन में देरी, पार्टी नेताओं की अनदेखी, सरकार में एक गुट विशेष के लोगों की ताजपोशी, बेलगाम अफसरशाही, मोदी फैक्टर और राम मंदिर जैसे मुद्दे को हार की वजह बताया है। हाईकमान ने बनाई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हाईकमान ने हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर करारी हार के कारण जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित बनाई है। यह कमेटी दो दिन के हिमाचल दौरे पर है। पीएल पुनिया और रजनी पाटिल हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर, कुलदीप सिंह राठौर और रामलाल ठाकुर के साथ वन टू वन बात कर चुकी हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस से थी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद दरअसल, प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस चारों सीटों पर लोकसभा चुनाव हारी है, जबकि कांग्रेस हाईकमान और इंडी गठबंधन को हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मगर कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। नतीजा यह हुआ की छह बार के सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मंडी से लोकसभा चुनाव हार गए। शिमला सीट से सीटिंग MLA विनोद सुल्तानपुरी, हमीरपुर से सतपाल रायजादा और कांगड़ा से पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा चुनाव हार गए। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
मंडी में श्रीरामाचार्या महायज्ञ में साध्वी प्राची हुई शामिल:कहा- अवैध मस्जिदों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए; जब-जब हम बंटे तब-तब कटे
मंडी में श्रीरामाचार्या महायज्ञ में साध्वी प्राची हुई शामिल:कहा- अवैध मस्जिदों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए; जब-जब हम बंटे तब-तब कटे मंडी के पडडल मैदान में चल रहे श्रीरामाचार्या महायज्ञ व श्रीराम कथा के पांचवें दिन साध्वी प्राची ने शिरकत की। उन्होंने यज्ञ को श्रेष्ठतम बताते हुए इसे मंडी के लिए बहुत ही कर्म योग्य बताया। उन्होंने कहा कि इससे हम अपना और पूरे समाज का भी कल्याण कर रहे हैं। इस यज्ञ में पवित्रता से आहुति देते हैं। उन्होंने कहा कि यह यज्ञ अयोध्या के बाद हिमाचल के मंडी में दूसरी जगह है। जहां यह किया जा रहा है। यह पूरे देश का कल्याण करने वाला यज्ञ है। अवैध मस्जिदों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए- साध्वी प्राची इस मौके पर उन्होंने पिछले दिनों हिमाचल में हुए हिंदु संगठन के आंदोलन की प्रशंसा की और कहा कि हिमाचल में जो हिंदू वीरों ने किया वह क़ाबिले तारीफ है। शिमला और मंडी में जो अवैध मस्जिदें हैं, इन पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। जब-जब हम बंटे तब-तब कटे- साध्वी प्राची उन्होंने कहा कि हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे, जब जब एक नहीं रहे और जब जब हम बंटे, तब तब हम कटे हैं। मिज़ोरम, आसाम, बंगाल को देख लो और हिमाचल से सटे कश्मीर को देख लो सब जगह जो बंटे वह कटे हैं। साढे पांच लाख कश्मीरियों को वहां से घसीट घसीट कर निकाला गया। उन्होंने कहा कि कनाडा के अंदर जो हमले खालिस्तानी लोग कर रहे हैं। वह जहां पर कमाते हैं वहीं पर गद्दारी करते हैं। कनाडा ही नहीं बांग्लादेश में भी ऐसा ही हाल है। खालिस्तानी वहीं कमाते हैं और हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ते हैं। इनका गांधीवादी तरीके से इलाज होगा और हो रहा है।
कसौली में भगोड़ा अपराधी गिरफ्तार:कई बार समन भेजने के बाद भी अदालत में नहीं हुआ पेश, अलग-अलग थानों में दो मामले दर्ज
कसौली में भगोड़ा अपराधी गिरफ्तार:कई बार समन भेजने के बाद भी अदालत में नहीं हुआ पेश, अलग-अलग थानों में दो मामले दर्ज हिमाचल में सोलन जिले के कसौली क्षेत्र में पुलिस ने एक भगोड़े अपराधी को पकड़ा है। वह जमानत पर अदालत से छूटा था लेकिन कई बार कोर्ट द्वारा समन भेजे जाने के बाद भी वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ। जिसके चलते अदालत ने आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया। पुलिस ने अब उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। वह पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदलता रहता था। भगोड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस चला रही विशेष अभियान
सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि इन दिनों जिला पुलिस भगोड़े अपराधियों को पकड़ने के लिये एक विशेष अभियान चला रही है। इसी कड़ी में बुधवार को थाना कसौली की पुलिस टीम ने एक भगोड़े अपराधी कसौली के रामपुर क्षेत्र के डीब गांव निवासी 48 वर्षीय राजेश कुमार उर्फ बबली को गिरफ्तार किया है। उसे कसौली में चल रहे एक मामले में अदालत में पेश न होने के कारण भगोड़ा घोषित किया गया था। जांच के दौरान पाया गया कि यह आरोपी दो मामलों में अदालत में पेश नहीं हो रहा था। गिरफ्तार आरोपी अपनी पुलिस से बचने के लिये बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। उक्त मामलों के अतिरिक्त गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना बालूगंज शिमला में एक चोरी का व पुलिस थाना कसौली में एक मामला दर्ज है।
हिमाचल के अग्निवीर का आज अंतिम संस्कार:प्रशासन का कोई अधिकारी शोक जताने नहीं पहुंचा; पिता बोले- बेटा खुद गोली नहीं मार सकता
हिमाचल के अग्निवीर का आज अंतिम संस्कार:प्रशासन का कोई अधिकारी शोक जताने नहीं पहुंचा; पिता बोले- बेटा खुद गोली नहीं मार सकता हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर निवासी एवं अग्निवीर निखिल डडवाल की डेड बॉडी आज दोपहर 2:00 बजे तक उनके पैतृक घर लाहलड़ी में पहुंचने की उम्मीद है। अखनूर से डेड बॉडी लेकर एक वाहन सुबह 7:00 बजे हमीरपुर के लिए रवाना हो गया है। परिजनों के अनुसार, पार्थिव शरीर पहुंचने के बाद आज ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। निखिल डडवाल की बुधवार शाम के वक्त अखनूर के टांडा में मौत हो गई थी। इस मौत पर अभी सवाल हैं, क्योंकि परिजन यह मानने को तैयार नहीं है कि उसने खुद को गोली मारी है। पीड़ित परिवार से मिलने अभी तक जिला प्रशासन के कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। निखिल के पिता दिलेर को इस बात का मलाल है। जम्मू कश्मीर के अखनूर से परिजनों को जो सूचना बुधवार शाम को दी गई थी उसके मुताबिक निखिल ने खुद को गोली मारी थी। निखिल को बेहोशी की हालत हालत में जब अस्पताल लाया गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। 23 वर्षीय निखिल अविवाहित था। निखिल के पिता दिलेर का कहना है कि उनका बेटा खुद को गोली नहीं मार सकता। निखिल की मौत की खबर से घर पर मातम छाया हुआ है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजन इस घटना के बाद बेहोशी की हालत में है। पहले बैच का अग्नि वीर निखिल पौने दो साल पहले अग्निवीर बना था और उसकी पहली तैनाती बीकानेर में हुई थी। तकरीबन 3 महीने निखिल को अखनूर में तैनात किया गया। अग्निवीर योजना के तहत वह पहले बैच का अग्निवीर था। निखिल के नजदीकी रिश्तेदार देवीदास शहंशाह का कहना है कि दोपहर 2:00 बजे के आसपास डेड बॉडी पहुंचने की उम्मीद है। लेकिन प्रशासन से कोई भी अधिकारी संवेदना जताने घर नहीं पहुंचा और न ही जानकारी इस बारे कोई प्रशासन से मिली है, यह विषय भी गंभीर है।