भाजपा विधायक सुरेश पासी को अंजाम भुगतने की धमकी मिली है। वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर कहा- विधायक जी…क्षत्रियों के इतिहास से छेड़छाड़ न करें, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। बोर्ड को हटवाइए। नहीं तो आपका नुकसान होना तय है। अमेठी के जगदीशपुर से विधायक और पूर्व मंत्री सुरेश पासी ने विधानसभा क्षेत्र में महापुरुषों के नाम से जगह-जगह स्मृति द्वार बनवाए हैं। इसमें से एक द्वार पर अपनी फोटो के साथ महाराजा सुहेलदेव की तस्वीर भी लगवाई है। इसमें लिखा है- महाराजा सुहेलदेव पासी स्मृति द्वार। सुहेलदेव के नाम के साथ पासी जोड़ने पर क्षत्रिय समाज नाराज है। उनका कहना है- महाराजा सुहेलदेव वैश (राजपूत) थे। उनकी जाति के साथ छेड़छाड़ की गई। धमकी देने वाले की पहचान वासु ठाकुर गहरवार के रूप में हुई है। फिलहाल, विधायक ने मामले की शिकायत SP से की है। अब हूबहू धमकी भरा मैसेज पढ़िए..
विधायक जी…क्षत्रिय सम्राट सुहेलदेव वैश जी की जाति बदल रहे हैं। कृपया इतिहास पढ़ें। बोर्ड को हटवाएं। अन्यथा आपके साथ-साथ आपकी पार्टी को भी नुकसान होगा। आपने स्मृति द्वार पर जो लिखवाया, उसे चेंज करवाइए। क्षत्रियों के इतिहास के साथ छेड़छाड़ न करें, अन्यथा अंजाम बुरा होगा। अगर संज्ञान नहीं लिया तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें। जय भवानी, जय श्रीराम- क्षत्रिय वाशु ठाकुर गहरवार विधायक ने सपा-कांग्रेस का षड्यंत्र बताया
विधायक सुरेश पासी ने इसे सपा और कांग्रेस का षड्यंत्र बताया है। कहा- इन लोगों को महापुरुषों के नाम पर बनाए जा रहे स्मृति द्वार रास नहीं आ रहे हैं। मामले की शिकायत SP से की है। हमने जनता की मांग पर महापुरुषों के नाम पर गेट लगवाए हैं। इसी तरह हमने महाराजा सुहेलदेव पासी के नाम पर गेट बनवाया। कुछ सपा और कांग्रेस के लोगों को यह अच्छा नहीं लग रहा। इसलिए वो इस तरह के षड्यंत्र रच रहे हैं। 4 साल पहले भी विधायक के एक बोर्ड पर हुआ था विवाद
4 साल पहले सुरेश पासी ने जगदीशपुर विधानसभा में ही महाराणा प्रताप के नाम से स्मृति द्वार बनवाया था। इसमें लिखवाया था-समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है। तब भी विवाद खड़ा हो गया था। कांग्रेस ने इसे लेकर जमकर प्रदर्शन किया था। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने बोर्ड को हटवाया दिया था। योगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं सुरेश पासी
40 साल के सुरेश पासी 2017 में भाजपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने। उन्हें योगी सरकार में गन्ना विकास मंत्री बनाया गया। 2022 में भी सुरेश दोबारा विधायक बने, लेकिन योगी 2.0 में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। सुरेश की संपत्ति 1.6 करोड़ रुपए है। इसमें 33 लाख चल संपत्ति और 1.24 करोड़ रुपए अचल संपत्ति है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। ये भी पढ़ें… यूपी में मरीजों का सौदा:प्राइवेट अस्पताल मरीज लाने पर 30% तक दे रहे कमीशन, एडवांस पर 50% का ऑफर मरीज लेकर आइए, जितना बिल बनेगा उसका 30% तक कर देंगे। मरीज जितना एडवांस जमा करेगा, आपका 50% कमीशन आपको तुरंत दे देंगे। जैसे 10 हजार मरीज ने जमा किए, तो 5 हजार आपको तुरंत मिल जाएंगे। ये ऑफर राजधानी लखनऊ के एक हॉस्पिटल में दिया जा रहा। यूपी के कई प्राइवेट अस्पताल मरीज लाने के लिए एंबुलेंस सेवा देने वालों से खुलेआम सौदा करते हैं। पढ़ें पूुरी खबर… भाजपा विधायक सुरेश पासी को अंजाम भुगतने की धमकी मिली है। वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर कहा- विधायक जी…क्षत्रियों के इतिहास से छेड़छाड़ न करें, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। बोर्ड को हटवाइए। नहीं तो आपका नुकसान होना तय है। अमेठी के जगदीशपुर से विधायक और पूर्व मंत्री सुरेश पासी ने विधानसभा क्षेत्र में महापुरुषों के नाम से जगह-जगह स्मृति द्वार बनवाए हैं। इसमें से एक द्वार पर अपनी फोटो के साथ महाराजा सुहेलदेव की तस्वीर भी लगवाई है। इसमें लिखा है- महाराजा सुहेलदेव पासी स्मृति द्वार। सुहेलदेव के नाम के साथ पासी जोड़ने पर क्षत्रिय समाज नाराज है। उनका कहना है- महाराजा सुहेलदेव वैश (राजपूत) थे। उनकी जाति के साथ छेड़छाड़ की गई। धमकी देने वाले की पहचान वासु ठाकुर गहरवार के रूप में हुई है। फिलहाल, विधायक ने मामले की शिकायत SP से की है। अब हूबहू धमकी भरा मैसेज पढ़िए..
विधायक जी…क्षत्रिय सम्राट सुहेलदेव वैश जी की जाति बदल रहे हैं। कृपया इतिहास पढ़ें। बोर्ड को हटवाएं। अन्यथा आपके साथ-साथ आपकी पार्टी को भी नुकसान होगा। आपने स्मृति द्वार पर जो लिखवाया, उसे चेंज करवाइए। क्षत्रियों के इतिहास के साथ छेड़छाड़ न करें, अन्यथा अंजाम बुरा होगा। अगर संज्ञान नहीं लिया तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें। जय भवानी, जय श्रीराम- क्षत्रिय वाशु ठाकुर गहरवार विधायक ने सपा-कांग्रेस का षड्यंत्र बताया
विधायक सुरेश पासी ने इसे सपा और कांग्रेस का षड्यंत्र बताया है। कहा- इन लोगों को महापुरुषों के नाम पर बनाए जा रहे स्मृति द्वार रास नहीं आ रहे हैं। मामले की शिकायत SP से की है। हमने जनता की मांग पर महापुरुषों के नाम पर गेट लगवाए हैं। इसी तरह हमने महाराजा सुहेलदेव पासी के नाम पर गेट बनवाया। कुछ सपा और कांग्रेस के लोगों को यह अच्छा नहीं लग रहा। इसलिए वो इस तरह के षड्यंत्र रच रहे हैं। 4 साल पहले भी विधायक के एक बोर्ड पर हुआ था विवाद
4 साल पहले सुरेश पासी ने जगदीशपुर विधानसभा में ही महाराणा प्रताप के नाम से स्मृति द्वार बनवाया था। इसमें लिखवाया था-समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है। तब भी विवाद खड़ा हो गया था। कांग्रेस ने इसे लेकर जमकर प्रदर्शन किया था। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने बोर्ड को हटवाया दिया था। योगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं सुरेश पासी
40 साल के सुरेश पासी 2017 में भाजपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने। उन्हें योगी सरकार में गन्ना विकास मंत्री बनाया गया। 2022 में भी सुरेश दोबारा विधायक बने, लेकिन योगी 2.0 में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। सुरेश की संपत्ति 1.6 करोड़ रुपए है। इसमें 33 लाख चल संपत्ति और 1.24 करोड़ रुपए अचल संपत्ति है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। ये भी पढ़ें… यूपी में मरीजों का सौदा:प्राइवेट अस्पताल मरीज लाने पर 30% तक दे रहे कमीशन, एडवांस पर 50% का ऑफर मरीज लेकर आइए, जितना बिल बनेगा उसका 30% तक कर देंगे। मरीज जितना एडवांस जमा करेगा, आपका 50% कमीशन आपको तुरंत दे देंगे। जैसे 10 हजार मरीज ने जमा किए, तो 5 हजार आपको तुरंत मिल जाएंगे। ये ऑफर राजधानी लखनऊ के एक हॉस्पिटल में दिया जा रहा। यूपी के कई प्राइवेट अस्पताल मरीज लाने के लिए एंबुलेंस सेवा देने वालों से खुलेआम सौदा करते हैं। पढ़ें पूुरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर