पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ग्रेट ब्रिटेन को हरा कर सेमीफाइनल में पहुंच गई है। पंजाब से लेकर पेरिस तक जीत का जश्न मनाया जा रहा है। वहीं, खिलाड़ियों के परिजन भी उत्साहित है। घरों में मिठाईयां बांटीं जा रही हैं। वहीं, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर टीम को जीत के लिए बधाई दी है। गुरजंट के घर बांटी गई मिठाइयां इस मौके खिलाड़ी गुरजंट सिंह के अमृतसर स्थित घर पर ही जश्न का माहौल था। सारे पड़ोसी, परिजन व रिश्तेदार इकट्ठे हो गए थे। इस दौरान लड्डू खिलाकर मुंंह मीठा करवाया गया। साथ ही दुआ कि टीम फाइनल में इसी तरह अपना विजयी अभियान जारी रखेगी। साथ ही देश को इस बार गोल्ड मेडल जीतकर आएगी। ऐसा ही माहौल जालंधर स्थित हाॅकी टीम के कैप्टन मनप्रीत सिंह के घर पर था। टीम बहुत ही शानदार खेली, यह जीत टीम प्रयास हाॅकी कोच जीएस संघ ने बताया आज के मैच में टीम बहुत ही शानदार खेली है।टीम 42 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेली, क्योंकि दूसरे क्वार्टर में एक खिलाड़ी को रेड कार्ड मिला था। बाधाओं के बावजूद, टीम ने अच्छा खेला, खासकर शूटआउट में… यह एक टीम प्रयास था, मैं पूरी टीम को श्रेय दूंगा, न कि केवल एक खिलाड़ी को.। पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ग्रेट ब्रिटेन को हरा कर सेमीफाइनल में पहुंच गई है। पंजाब से लेकर पेरिस तक जीत का जश्न मनाया जा रहा है। वहीं, खिलाड़ियों के परिजन भी उत्साहित है। घरों में मिठाईयां बांटीं जा रही हैं। वहीं, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर टीम को जीत के लिए बधाई दी है। गुरजंट के घर बांटी गई मिठाइयां इस मौके खिलाड़ी गुरजंट सिंह के अमृतसर स्थित घर पर ही जश्न का माहौल था। सारे पड़ोसी, परिजन व रिश्तेदार इकट्ठे हो गए थे। इस दौरान लड्डू खिलाकर मुंंह मीठा करवाया गया। साथ ही दुआ कि टीम फाइनल में इसी तरह अपना विजयी अभियान जारी रखेगी। साथ ही देश को इस बार गोल्ड मेडल जीतकर आएगी। ऐसा ही माहौल जालंधर स्थित हाॅकी टीम के कैप्टन मनप्रीत सिंह के घर पर था। टीम बहुत ही शानदार खेली, यह जीत टीम प्रयास हाॅकी कोच जीएस संघ ने बताया आज के मैच में टीम बहुत ही शानदार खेली है।टीम 42 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेली, क्योंकि दूसरे क्वार्टर में एक खिलाड़ी को रेड कार्ड मिला था। बाधाओं के बावजूद, टीम ने अच्छा खेला, खासकर शूटआउट में… यह एक टीम प्रयास था, मैं पूरी टीम को श्रेय दूंगा, न कि केवल एक खिलाड़ी को.। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:SIT जांच में हुए खुलासे, राजस्थान सरकार बनी प्रतिवादी, 5 को सुनवाई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू पंजाब के सीआईए खरड़ में पुलिस कस्टडी में हुआ था। जबकि, दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने यह जानकारी अपनी रिपोर्ट में दी है। वहीं, अब इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल व जस्टिस लपिता बैनर्जी की खंडपीठ ने राजस्थान सरकार के गृह एवं न्याय विभाग को प्रतिवादी बनाया है। हाईकोर्ट ने राजस्थान सरकार के एडवोकेट जनरल (एजी) को वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए हैं। मामले पर अगली सुनवाई पांच सितंबर को होगी। रिपोर्ट में SIT ने यह जानकारी दी पंजाब मानव अधिकार आयोग के हेड स्पेशल डीजीपी प्रबोध कुमार ने बतौर एसआईटी प्रमुख रिपोर्ट में कहा है कि पहला इंटरव्यू 3 व 4 सितंबर 2022 को हुआ है। लॉरेंस उस समय खरड़ सीआईए में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू के समय वह लॉरेंस की सेंट्रल जेल में था। हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने आठ महीने बाद दी रिपोर्ट में कहा था कि यह संभव नहीं है कि लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब की जेल या पुलिस हिरासत में किया गया। खंडपीठ ने कहा कि यह कोर्ट की आंखों में धूल झोंकने अथवा अदालत की कार्रवाही को गुमराह करने का प्रयास है। जो गंभीर मामला है। सही समय आने पर इसे निपटा जाएगा। हाईकोर्ट ने पिछले फैसले में कहा था कि लॉरेंस के इंटरव्यू का टेलीकास्ट होने के बाद संभव है कि अपराध का ग्राफ बढ़ा है। ऐसे में डीजीपी बताएं कि मार्च 2023 से लेकर दिसंबर 2023 तक नौ माह में फिरौती, अपहरण और गवाहों को प्रभाव में लेने के कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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लुधियाना में पुलिस अधिकारियों के तबादले:3 SHO- 2 सब इंस्पेक्टर, 3 ASI और मुंशी बदले, तुरंत चार्ज लेने के आदेश
लुधियाना में पुलिस अधिकारियों के तबादले:3 SHO- 2 सब इंस्पेक्टर, 3 ASI और मुंशी बदले, तुरंत चार्ज लेने के आदेश लुधियाना में पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने कई थानों में तैनात पुलिस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। कई अधिकारियों को थानों में तैनात किया तो कईयों को पुलिस लाइन भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली के देखते हुए CP चहल ने यह आर्डर जारी किए है। अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से अपने थानों में चार्ज लेने के लिए कहा गया है। जानकारी के मुताबिक, इंस्पेक्टर अमृतपाल शर्मा को पुलिस लाइन से SHO मोती नगर बनाया गया है। इंस्पेक्टर वरिंदरपाल सिंह को थाना मोती नगर से बदल कर पुलिस लाइन भेजा गया है। इंस्पेक्टर जसबीर सिंह को पुलिस लाइन से SHO जोधेवाल बनाया गया। सब इंस्पेक्टर गुरदियाल सिंह को थाना बस्ती जोधेवाल से बदल कर पुलिस लाइन भेजा है। सब इंस्पेक्टर भजन सिंह को कैलाश पुलिस चौकी से एल्डिको पुलिस चौकी तैनात किया गया। इसी तरह ASI सुखजिंदर सिंह को एल्डिको से बदल कर कैलाश पुलिस चौकी भेजा है। ASI कपिल शर्मा को जनक पुरी पुलिस चौकी से थाना डिवीजन नंबर 8 में तैनात किया गया। ASI सतनाम सिंह को थाना डिवीजन नंबर 8 से पुलिस चौकी जनक पुरी ट्रांसफर किया गया। ASI दर्शन सिंह को EO विंग लुधियाना से ASI सिटी ट्रैफिक लगाया गया। हैड कॉन्स्टेबल करन कुमार को सिटी ट्रैफिक पुलिस से पुलिस लाइन भेजा गया है।
पंजाब में राहुल गांधी के शब्दों पर आपत्ति:SGPC एडवोकेट बोले- अभय मुद्रा गुरु साहिब का सिद्धांत नहीं, तस्वीर दिखाकर की गलत व्याख्या
पंजाब में राहुल गांधी के शब्दों पर आपत्ति:SGPC एडवोकेट बोले- अभय मुद्रा गुरु साहिब का सिद्धांत नहीं, तस्वीर दिखाकर की गलत व्याख्या रोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता, सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा संसद सत्र के दौरान गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाते हुए की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट धामी ने धर्म और राजनीति को दूर रखने की सलाह दी है। उन्होंने लोकसभा स्पीकर से भी अनुरोध किया है कि भविष्य में किसी को भी किसी तरह का अनादर करने की इजाजत न दी जाए। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि एक फोटो वायरल हुई, जिसमें राहुल गांधी ने गुरु नानक देव जी की तस्वीर दिखाई। जिसमें गुरु नानक देव जी का एक हाथ उठा हुआ है। राहुल गांधी ने इसे अभय मुद्रा कहा। इस पर एसजीपीसी की बैठक में आपत्ति जताई गई। प्रधान एडवोकेट धामी ने कहा कि इसका सिख पंथ के साथ कोई संबंध नहीं है। गुरु नानक देव जी का जो फलसफा है, वे एक ओंकार का है। जिसमें गुरु साहिब ने नीचों को ऊंचा किया, जिनकी एक समय में निंदा की जाती थी। अंतरिम कमेटी में किया गया मत पास अंतरिम कमेटी की बैठक पर इसका नोटिस लेते हुए स्पष्ट किया गया कि गुरु साहिबान की शिक्षाओं को राजनीतिक बहस का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए। अक्सर राजनीतिक लोग ऐसा कर गुरु साहिबों के मौलिक सिद्धांतों व गुरबानी की व्याख्या को गलत कर देते हैं। एसजीपीसी लोकसभा स्पीकर से भी निवेदन करते हैं कि आगे से किसी को भी बेअदबी करने की इजाजत ना की जाए। अभय मुद्रा का गुरु साहिब का कोई सिद्धांत नहीं है। पवित्र सिद्धांत सिर्फ गोल्डन टेंपल है। यहां किसी की जात पात नहीं पूछी जाती।