भिवानी में जोहड़ किनारे मिली चिट्ठियां, VIDEO:दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 के बीच की डाक, अधीक्षक बोले- की जा रही जांच

भिवानी में जोहड़ किनारे मिली चिट्ठियां, VIDEO:दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 के बीच की डाक, अधीक्षक बोले- की जा रही जांच

भिवानी के गांव तिगड़ाना में शनिवार को उस समय हडकंप मच गया, जब मंढ़ाणा रोड़ स्थित डाबर तालाब किनारे झाड़ियों में ग्रामीणों ने सैकड़ों सरकारी डाक और जरूरी दस्तावेज बिखरे हुए देखे। दस्तावेजों में ड्राइविंग लाईसेंस, प्रमाण पत्र, बैंक पत्र, पेंशन से जुड़ी चिट्ठी सहित अन्य महत्वपूर्ण सरकारी कागजात शामिल थे। यह सब देखकर ग्रामीणों ने तुरंत इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद अधिकारी हरकत में आए और मौका मुआयना किया। गांव तिगड़ाना के जोहड़ किनारे बड़ी मात्रा में कागजात बिखरे पड़े मिले। जिन्हें डाक कर्मचारी द्वारा ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतते हुए तालाब के पास फेंक दिया गया। क्योंकि कई ग्रामीण महीनों से अपनी डाक का इंतजार कर रहे थे। जिसमें उनके काफी अहम दस्तावेज थे, लेकिन अब पता चला है कि उसे कभी पहुंचाया ही नहीं गया। दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 के बीच की डाक
डाक अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि मामले की सूचना मिलते ही मौका मुआयना किया गया था। प्राथमिक जांच में पाया गया कि कुछ जरूरी कागजात झाड़ियों में मिले। ये कागजात, चिट्‌ठियां दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक की हैं। उस समय एक एमटीएस लड़की कार्यरत थी। फिलहाल उसका ट्रांसफर हो चुका है। उन्होंने कहा कि गांव तिगड़ाना के डाकखाना में एक लड़का है, उससे पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में देर शाम तक जांच सामने आ जाएगी और जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। दोषी के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। भिवानी के गांव तिगड़ाना में शनिवार को उस समय हडकंप मच गया, जब मंढ़ाणा रोड़ स्थित डाबर तालाब किनारे झाड़ियों में ग्रामीणों ने सैकड़ों सरकारी डाक और जरूरी दस्तावेज बिखरे हुए देखे। दस्तावेजों में ड्राइविंग लाईसेंस, प्रमाण पत्र, बैंक पत्र, पेंशन से जुड़ी चिट्ठी सहित अन्य महत्वपूर्ण सरकारी कागजात शामिल थे। यह सब देखकर ग्रामीणों ने तुरंत इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद अधिकारी हरकत में आए और मौका मुआयना किया। गांव तिगड़ाना के जोहड़ किनारे बड़ी मात्रा में कागजात बिखरे पड़े मिले। जिन्हें डाक कर्मचारी द्वारा ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतते हुए तालाब के पास फेंक दिया गया। क्योंकि कई ग्रामीण महीनों से अपनी डाक का इंतजार कर रहे थे। जिसमें उनके काफी अहम दस्तावेज थे, लेकिन अब पता चला है कि उसे कभी पहुंचाया ही नहीं गया। दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 के बीच की डाक
डाक अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि मामले की सूचना मिलते ही मौका मुआयना किया गया था। प्राथमिक जांच में पाया गया कि कुछ जरूरी कागजात झाड़ियों में मिले। ये कागजात, चिट्‌ठियां दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक की हैं। उस समय एक एमटीएस लड़की कार्यरत थी। फिलहाल उसका ट्रांसफर हो चुका है। उन्होंने कहा कि गांव तिगड़ाना के डाकखाना में एक लड़का है, उससे पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में देर शाम तक जांच सामने आ जाएगी और जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। दोषी के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर