हरियाणा के चरखी दादरी जिले में हाल ही में हुई ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद होने को लेकर किसानों में रोष बना हुआ है। प्रभावित किसान मंगलवार को जिले के गांव हंसावास कलां बस अड्डे पर एकत्रित हुए और हिसार-नारनौल रोड पर जाम लगाकर मुआवजे की मांग की। इस दौरान किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। किसानों ने शीघ्र उनकी मांग पूरी नहीं करने पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की चेतावनी दी है। जाम के कारण हिसार-नारनौल मुख्य मार्ग पर वाहनों की लाइन लग गई। जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी शुक्रवार को हुई थी ओलावृष्टि बता दें कि बीते शुक्रवार की रात को चरखी दादरी जिले के कई गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसलों को काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा बारिश के साथ आंधी आने से भी गेहूं, सरसों की फसलें जमीन पर बिछ गईं। जिससे काफी नुकसान हुआ। प्रभावित किसान और किसान संगठनों के लोग लगातार नुकसान की भरपाई के लिए स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर किसान गांव हंसावास कलां बस अड्डे पर हिसार-नारनौल रोड़ पर एकत्रित हुए और मुआवजे की मांग की लेकर रोष प्रदर्शन किया। किसान बोले- नुकसान कम दर्शाया रोष जता रहे किसान पूर्व सरपंच दिनेश, राजबीर नंबरदार, जयसिंह, सत्यवान ने कहा कि ओलावृष्टि से उनकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। जिसकी विभाग द्वारा नुकसान की रिपोर्ट तैयार की गई है, उसमें नुकसान कम दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। जन प्रतिनिधि करें मौके का निरीक्षण ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जबकि विधायक व अधिकारी दूसरे गांवों में चक्कर लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय विधायक, सांसद व विभाग के अधिकारी उनके गांव में मौके का निरीक्षण करें और उसके बाद रिपोर्ट तैयार करें, ताकि वास्तविक नुकसान का पता चल सके। उन्होंने कहा कि गेहूं, सरसों व सब्जी की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, जबकि विभाग जो रिपोर्ट तैयार कर रहा है, उसमें काफी कम नुकसान दिखाया गया है। अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी किसानों ने कहा कि शीघ्र उनकी मांग पूरी नहीं की गई, तो वे गांव के बस अड्डे पर टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे और दोबारा से रोड़ जाम करेंगे। यदि फिर भी उनकी मांग पर संज्ञान नहीं लिया गया, तो महापंचायत बुलाकर बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे। बुजुर्ग ग्रामीणों ने खुलवाया जाम स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों ने प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा देने की मांग की। किसानों ने रोष जताते हुए नारनौल-हिसार सड़क मार्ग पर जाम भी लगा दिया। लेकिन कुछ ही मिनट बाद गांव के मौजिज लोगों ने समझाया कि जाम लगाना समस्या का हल नहीं है, वे अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से मिलकर अपनी मांग उनके समक्ष रखेंगे। जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। हरियाणा के चरखी दादरी जिले में हाल ही में हुई ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद होने को लेकर किसानों में रोष बना हुआ है। प्रभावित किसान मंगलवार को जिले के गांव हंसावास कलां बस अड्डे पर एकत्रित हुए और हिसार-नारनौल रोड पर जाम लगाकर मुआवजे की मांग की। इस दौरान किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। किसानों ने शीघ्र उनकी मांग पूरी नहीं करने पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की चेतावनी दी है। जाम के कारण हिसार-नारनौल मुख्य मार्ग पर वाहनों की लाइन लग गई। जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी शुक्रवार को हुई थी ओलावृष्टि बता दें कि बीते शुक्रवार की रात को चरखी दादरी जिले के कई गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसलों को काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा बारिश के साथ आंधी आने से भी गेहूं, सरसों की फसलें जमीन पर बिछ गईं। जिससे काफी नुकसान हुआ। प्रभावित किसान और किसान संगठनों के लोग लगातार नुकसान की भरपाई के लिए स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर किसान गांव हंसावास कलां बस अड्डे पर हिसार-नारनौल रोड़ पर एकत्रित हुए और मुआवजे की मांग की लेकर रोष प्रदर्शन किया। किसान बोले- नुकसान कम दर्शाया रोष जता रहे किसान पूर्व सरपंच दिनेश, राजबीर नंबरदार, जयसिंह, सत्यवान ने कहा कि ओलावृष्टि से उनकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। जिसकी विभाग द्वारा नुकसान की रिपोर्ट तैयार की गई है, उसमें नुकसान कम दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। जन प्रतिनिधि करें मौके का निरीक्षण ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जबकि विधायक व अधिकारी दूसरे गांवों में चक्कर लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय विधायक, सांसद व विभाग के अधिकारी उनके गांव में मौके का निरीक्षण करें और उसके बाद रिपोर्ट तैयार करें, ताकि वास्तविक नुकसान का पता चल सके। उन्होंने कहा कि गेहूं, सरसों व सब्जी की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, जबकि विभाग जो रिपोर्ट तैयार कर रहा है, उसमें काफी कम नुकसान दिखाया गया है। अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी किसानों ने कहा कि शीघ्र उनकी मांग पूरी नहीं की गई, तो वे गांव के बस अड्डे पर टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे और दोबारा से रोड़ जाम करेंगे। यदि फिर भी उनकी मांग पर संज्ञान नहीं लिया गया, तो महापंचायत बुलाकर बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे। बुजुर्ग ग्रामीणों ने खुलवाया जाम स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों ने प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा देने की मांग की। किसानों ने रोष जताते हुए नारनौल-हिसार सड़क मार्ग पर जाम भी लगा दिया। लेकिन कुछ ही मिनट बाद गांव के मौजिज लोगों ने समझाया कि जाम लगाना समस्या का हल नहीं है, वे अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से मिलकर अपनी मांग उनके समक्ष रखेंगे। जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
