हरियाणा के भिवानी जिले में एक सामाजिक कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला हुआ है। सजग भारत मजदूर यूनियन प्रधान रमेश चौपड़ा के घर में एक नकाबपोश बदमाश ने घुसकर गोलियां चला दीं। हालांकि उनकी गर्भवती पत्नी सीमा की सूझबूझ से बड़ी घटना होने से टल गई। घटना मंगलवार रात करीब 8:30 बजे की है। मां ने कचरा डालने के लिए खोला गेट जानकारी के अनुसार रमेश चौपड़ा जब अपनी कार से घर लौटे और कपड़े बदल रहे थे, तभी उनकी मां के कचरा डालने के लिए गेट खोलने का फायदा उठाकर एक युवक घर में घुस आया। बदमाश ने कपड़े से अपना चेहरा ढक रखा था। उसने कमरे में घुसते ही बेड पर बैठे रमेश पर गोलियां चला दीं। गनीमत रही कि पीछे से सीमा ने बदमाश का हाथ पकड़ लिया, जिससे गोलियां दीवार में जा लगी। रिवॉल्वर छीनने पर हुआ फरार साहस दिखाते हुए रमेश और सीमा ने बदमाश से छीना-झपटी कर उसकी रिवॉल्वर छीन ली, लेकिन वह मौके से फरार हो गया। रमेश का कहना है कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। उन्होंने बताया कि 7 जनवरी को कुछ बच्चों के साथ क्रिकेट बॉल को लेकर मामूली विवाद हुआ था, जिन पर उन्हें शक है। सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस औद्योगिक थाना क्षेत्र के एसएचओ सुमित कुमार के अनुसार पुलिस ने मौके से बरामद रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। डीएसपी आर्यन चौधरी सहित पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है। हरियाणा के भिवानी जिले में एक सामाजिक कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला हुआ है। सजग भारत मजदूर यूनियन प्रधान रमेश चौपड़ा के घर में एक नकाबपोश बदमाश ने घुसकर गोलियां चला दीं। हालांकि उनकी गर्भवती पत्नी सीमा की सूझबूझ से बड़ी घटना होने से टल गई। घटना मंगलवार रात करीब 8:30 बजे की है। मां ने कचरा डालने के लिए खोला गेट जानकारी के अनुसार रमेश चौपड़ा जब अपनी कार से घर लौटे और कपड़े बदल रहे थे, तभी उनकी मां के कचरा डालने के लिए गेट खोलने का फायदा उठाकर एक युवक घर में घुस आया। बदमाश ने कपड़े से अपना चेहरा ढक रखा था। उसने कमरे में घुसते ही बेड पर बैठे रमेश पर गोलियां चला दीं। गनीमत रही कि पीछे से सीमा ने बदमाश का हाथ पकड़ लिया, जिससे गोलियां दीवार में जा लगी। रिवॉल्वर छीनने पर हुआ फरार साहस दिखाते हुए रमेश और सीमा ने बदमाश से छीना-झपटी कर उसकी रिवॉल्वर छीन ली, लेकिन वह मौके से फरार हो गया। रमेश का कहना है कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। उन्होंने बताया कि 7 जनवरी को कुछ बच्चों के साथ क्रिकेट बॉल को लेकर मामूली विवाद हुआ था, जिन पर उन्हें शक है। सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस औद्योगिक थाना क्षेत्र के एसएचओ सुमित कुमार के अनुसार पुलिस ने मौके से बरामद रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। डीएसपी आर्यन चौधरी सहित पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में CPS नियुक्ति 3 सीनियर मंत्रियों ने रुकवाई:आदेश जारी होते ही कैबिनेट दर्जा देने का विरोध किया; बिना रैंक के जारी होंगे ऑर्डर
हरियाणा में CPS नियुक्ति 3 सीनियर मंत्रियों ने रुकवाई:आदेश जारी होते ही कैबिनेट दर्जा देने का विरोध किया; बिना रैंक के जारी होंगे ऑर्डर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) की नियुक्ति के आदेश पर नाटकीय ढंग से रोक लग गई। प्रदेश के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने शुक्रवार रात करीब 8 बजे रिटायर्ड IAS राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव बनाने के आदेश जारी किए। इसमें उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का रैंक दिया गया था। हालांकि 4 घंटे बाद ही रात करीब 12 बजे दूसरा ऑर्डर जारी हो गया। जिसमें लिखा गया कि मुख्य प्रधान सचिव की नियुक्ति के संबंध में जारी आदेश अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब CM नायब सैनी दिल्ली गए हुए हैं। इसके पीछे की इनसाइड स्टोरी अब सामने आई है। जिसमें पता चला है कि जब देर शाम उनकी नियुक्ति के ऑर्डर जारी किए गए, तो कैबिनेट के तीन सीनियर मंत्रियों ने इस पर ऑब्जेक्शन कर दिया। तीनों मंत्रियों ने राजेश खुल्लर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने पर विरोध जताया। उनका कहना था कि हम चुनाव जीतकर आए हैं। वहीं अधिकारी को बैठे-बिठाए ही यह दर्जा दिया जा रहा है। जिसके बाद आदेश वापस ले लिए गए। हालांकि सरकार खुल्लर की नियुक्ति जरूर करेगी, इसके लिए अब बिना कैबिनेट रैंक के ये ऑर्डर आज या कल जारी कर सकती है। नियुक्ति और फिर उसे रोकने के ऑर्डर की कॉपी… कौन हैं राजेश खुल्लर
राजेश खुल्लर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2014 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही वे तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर की गुडबुक में रहे। खुल्लर 31 अगस्त 2023 को रिटायर हुए और रिटायरमेंट के 24 घंटे के भीतर ही उन्हें तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) नियुक्त कर दिया गया। तब उन्होंने 1982 बैच के सीनियर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी की जगह ली थी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को हरियाणा का नया सीएम बनाया था, तब भी राजेश खुल्लर उनके चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (CPS) थे। पर्ची सिस्टम के विरोधी
अपने 35 साल के लंबे कार्यकाल के दौरान राजेश खुल्लर कई जिलों के डीसी, विभागाध्यक्ष और प्रशासनिक सचिव रहे। वर्ष 2019 में खट्टर ने उन्हें अपने प्रधान सचिव के साथ-साथ गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। खुल्लर ने जनसंपर्क एवं भाषा, जेल, आपराधिक जांच और न्याय विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली। हरियाणा में करप्शन की जड़ समझे जाने वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों- सरकारी भर्ती, ट्रांसफर और लैंड यूज चेंज (CLU) से जुड़ी प्रक्रिया को कंप्यूटराइज्ड कराने का श्रेय राजेश खुल्लर को ही जाता है। हरियाणा इन तीनों कामों में चलने वाले पर्ची सिस्टम के कारण देशभर में सुर्खियों में रहता था। सीएम ऑफिस (CMO) में रहते हुए खुल्लर ने ही पर्ची सिस्टम की जगह पारदर्शी व्यवस्था बनाई। इसके बाद अब आम लोगों या कर्मचारियों को अपने ट्रांसफर से लेकर बीपीएल राशन कार्ड बनवाने तक, किसी अधिकारी या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। मनोहर ने वर्ल्ड बैंक से वापस बुलवाया
राजेश खुल्लर की सितंबर-2020 में वर्ल्ड बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति हो गई। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी। अमेरिका जाने से पहले उन्होंने करीब 5 साल हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ उनके प्रधान सचिव के रूप में काम किया। उसके बाद मनोहर सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने राजेश खुल्लर को तय टाइम से पहले वर्ल्ड बैंक से वापस हरियाणा बुलाने की मंजूरी दे दी थी। वर्ल्ड बैंक से लौटने के बाद खुल्लर को एफसीआर और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया गया। CMO के रहे ओवरऑल इंचार्ज
इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच हुए लोकसभा चुनाव से करीब सवा 2 महीने पहले यानी 8 फरवरी 2024 को हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने सीएम ऑफिस (सीएमओ) में बड़ा बदलाव किया था। उस समय खट्टर ने 58 प्रमुख विभागों को 6 अफसरों में बांट दिया था। उस फेरबदल के दौरान सीएम के तत्कालीन मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को 17, तत्कालीन सहायक प्रधान सचिव आशिमा बराड़ को 11, तत्कालीन प्रधान सचिव वी उमाशंकर को 10, अमित अग्रवाल को 9, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी देवेंद्र सिंह को 3, एचसीएस सुधांशु गौतम को 6 और भूपेश्वर दयाल को 2 विभाग दिए गए थे। इसके साथ ही खट्टर ने राजेश खुल्लर को सीएम ऑफिस (सीएमओ) का ओवरऑल इंचार्ज भी बनाया था। ये खबर भी पढ़ें… पूर्व विधायक ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद मांगा, गोगी बोले-3 साल के लिए बनाओ, वही बनना चाहिए जो मुख्यमंत्री न बनकर पार्टी को मजबूत करे हरियाणा की असंध विधानसभा सीट से पूर्व कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने खुद को 3 साल के लिए कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास 5 साल का समय है। हाईकमान चाहेगा तो सब कुछ हो सकता है। हाईकमान मुझे 3 साल के लिए प्रदेश अध्यक्ष बना दे। बाद में इलेक्शन के लिए किसी और को चेहरा बनाना होगा तो हाईकमान बना सकता है (पूरी खबर पढ़ें)
नूंह के राकेश ने फतह किया माउंट एवरेस्ट:विश्व की दो ऊंची चोटियों पर फहराया तिरंगा; जेल विभाग में कार्यरत है
नूंह के राकेश ने फतह किया माउंट एवरेस्ट:विश्व की दो ऊंची चोटियों पर फहराया तिरंगा; जेल विभाग में कार्यरत है हरियाणा में नूंह की जेल में तैनात राकेश कादियान ने विश्व की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) और माउंट लोहतसे (8516 मीटर) दोनों पर एक साथ भारत का झंडा फहरा कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। राकेश ने बताया कि इससे पहले भी राकेश वह अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर केवल 15 घण्टे और 53 मिनट में तिरंगा फहराने पर 42 वर्ष की उम्र में भारत देश का प्रथम पर्वतारोही होने का गौरव अपने नाम कर चुका है। माउंट एवरेस्ट फतह करने की तैयारी के लिए इससे पहले राकेश कादियान ने भारत देश की ऊंची चोटी मांउट सतोपंथ 7100 मीटर, माउंट नून 7135 मीटर, कांग यात्से-1 को जो 6400 मीटर ऊंची है, पर तिरंगा फहराया है। 45 वर्ष की उम्र में अब सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करके भारत देश और हरियाणा प्रदेश व जेल विभाग हरियाणा का प्रथम अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही बन बन गया है। राकेश कादियान जेल विभाग हरियाणा का प्रथम अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही होने का गौरव भी अपने नाम कर चुका है। राकेश कादियान राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मास्टर एथलेटिक्स में अब तक 40 स्वर्ण पदक तथा 37 रजत पदक जीत कर हरियाणा प्रदेश का नाम भी भारत वर्ष में रोशन कर चुका है। कादियान ने बताया कि अब वह 45 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद एशिया महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटि माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) ओर माउंट लोहतसे (8516 मीटर) पर तिरंगा फहराकर भारत देश का प्रथम पर्वतारोही बन बन गया है।
हरियाणा कांग्रेस MLA छात्रा सुसाइड केस में तलब:पुलिस ने 4 घंटे बैठाए रखा; बोले- पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा
हरियाणा कांग्रेस MLA छात्रा सुसाइड केस में तलब:पुलिस ने 4 घंटे बैठाए रखा; बोले- पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा हरियाणा के भिवानी में छात्रा के सुसाइड मामले में आज लोहारू से कांग्रेस विधायक राजबीर फरटिया को पूछताछ के लिए DSP ऑफिस बुलाया गया। यहां उन्हें करीब 4 घंटे तक बैठाए रखा गया। पूछताछ के बाद जब वह बाहर आए तो उन्होंने कहा कि उन्हें कॉलेज की बेटियों ने बताया है कि उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि जेल हो जाएगी। पुलिस प्रशासन पर बेटियों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए विधायक ने कहा कि एक बेटी हमारे बीच से चली गई है। ऐसे में बार-बार बेटियों को पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा है। यदि कुछ अनहोनी हुई तो प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। बता दें कि भिवानी जिले के गांव सिंघानी स्थित शारदा महिला कॉलेज की BA फाइनल ईयर की छात्रा दीक्षा ने 24 दिसंबर को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। वह आर्थिक तंगी के कारण कॉलेज की फीस नहीं भर पाई थी। इसके चलते उसे कॉलेज से निकाल दिया गया था। विधायक फरटिया इस कॉलेज के मालिक हैं। इस मामले में भिवानी के SP नीतीश अग्रवाल, SIT टीम के इंचार्ज दलीप कुमार और लोहारू थाना प्रभारी शिव कुमार की मौजूदगी में उनसे पूछताछ की गई। साथ ही आरोपी कॉलेज प्रशासन को भी ऑफिस बुलाया गया था। यहां उनके भी बयान दर्ज किए गए। विधायक बोले- इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
कांग्रेस विधायक ने कहा कि छात्रा के सुसाइड की बात से मन बहुत दुखी है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विजन को मैं लेकर चला था जो विजन प्रदेश सरकार का भी है। बीते वर्षों में मैंने कोशिश की है कि बेटियों को निशुल्क शिक्षा दी जाए। मेरा कॉलेज प्रदेश में एक ऐसा कॉलेज है, जिसमें बेटियों को फ्री शिक्षा दी जाती है। आज कुछ राजनेता इस पर कीचड़ उछाल रहे हैं जो बहुत ही दुख का विषय है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा खेल उनका रचा हुआ है। मुझमें कोई कमी है तो मुझे सजा मंजूर है। प्रशासन भी इस जांच को लंबा खींच रहा है। इसमें यह ढूंढ़ा जा रहा है कि कोई आकर यह कह दे कि इसमें राजबीर फरटिया भी शामिल है, ताकि ये लोग मुझे जेल में डाला जाए। इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ… छात्रा के पिता के बयान पर केस दर्ज
24 दिसंबर 2024 को छात्रा दीक्षा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उसे 35 हजार रुपए फीस न भरने के बाद कॉलेज से निकाल दिया गया था। वह पेपर देने कॉलेज गई तो उससे भी रोक दिया गया, जिससे छात्रा मानसिक रूप से परेशान रहने लगी थी। छात्रा गांव भीमा फरटिया की रहने वाली थी। उसके पिता के बयान पर पुलिस ने कॉलेज संचालक, उसके बेटा-बेटी और प्रिंसिपल पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया था। मंत्री मिलने पहुंचे, गले लगकर रोए माता-पिता
बीते शुक्रवार को प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी मृतक स्टूडेंट के गांव भीमा फरटिया पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए न्याय का भरोसा दिलाया। मंत्री कृष्ण बेदी ने FIR दर्ज करने में देरी करने वाले लोहारू थाना के SHO को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए। इसके तुरंत बाद SP नीतीश अग्रवाल ने SHO को लाइन हाजिर कर दिया। इस दौरान मृतका की मां और पिता मंत्री से गले लगकर रोने लगे। मंत्री ने कहा था कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मृतका बेटी को न्याय दिलवाया जाएगा। रेनू भाटिया बोलीं- मामले को दबने नहीं दिया जाएगा
इसी बीच शुक्रवार को ही हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया लोहारू पहुंचीं। उन्होंने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जाएगी। उन्होंने कॉलेज में जाकर स्टाफ के सदस्यों से स्टूडेंट आत्महत्या मामले में पूछताछ की। इसके बाद वह मृतका के घर पहुंचीं और परिजनों से भी विस्तार से बातचीत की। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि मामले को लेकर फीस से संबंधित और आरोपी से संबंधित पूरा विवरण इकट्ठा किया जा रहा है। उसके उपरांत ही आगामी निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मृतका को न्याय दिलाया जाएगा और मामले को किसी भी सूरत में दबने नहीं दिया जाएगा। मामले की सच्चाई सबके सामने लाई जाएगी। राजनीति भी तेज, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
इस मामले में राजनीति भी गरमाई। कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने इस पर कहा कि भाजपा शासित राज्यों में वंचित समाज के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं, उन्हें रोकने में सरकारें नाकाम साबित हो रही हैं। वंचितों की सुनवाई तक नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि वंचित उत्पीड़न की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। इसी तरह सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमारे संविधान की प्रस्तावना में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय की बात की गई है। लेकिन अफसोस है कि हरियाणा में एक वंचित बिटिया को परीक्षा की फीस न दे पाने की वजह से आत्महत्या करनी पड़ती है। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि बेहद शर्मनाक है। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। ॰॰॰॰॰॰॰ छात्रा के सुसाइड मामले की ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में कॉलेज से निकालने पर छात्रा ने फंदा लगाया:पेपर देने से भी रोका, फीस नहीं भर सकी थी; संचालक-प्रिंसिपल पर FIR भिवानी छात्रा सुसाइड केस में सामने आया कॉलेज प्रशासन:प्रिंसिपल बोली- एग्जाम से नहीं रखा वंचित, केवल एडमिशन फीस ली; लोग राजनीति कर रहे स्टूडेंट सुसाइड केस में लोहारू एसएचओ लाइन हाजिर:FIR दर्ज करने में देरी, पीड़ित परिवार से मिलकर मंत्री बेदी ने दी सांत्वना लोहारू पहुंची महिला आयोग की चेयरपर्सन:रेनू भाटिया बोली-स्टूडेंट सुसाइड मामले की बारीकी से होगी जांच, मृतका बेटी को मिलेगा न्याय